अमेरिका में वॉलमार्ट की वेबसाइट पर भगवान गणेश की छवि को प्रिंट कर बिक रहे उत्पादों पर हिंदू कम्यूनिटी ने ऐतराज जताया है। हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने ने धार्मिक भावनाओं का अपमान करने का आरोप लगाते हुए वॉलमार्ट को इन उत्पादों की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने वॉलमार्ट को पत्र लिखकर हिंदू देवता भगवान गणेश की छवि का उपयोग अनुचित और अपमानजनक बताया है। हिंदू अमेरिकी फाउंडेशन के अनुसार वॉलमार्ट हिंदू देवता भगवान गणेश की छवि का उपयोग चप्पलों और स्विमसूट्स पर कर रहा है और उसे अपनी वेबसाइट पर बेच रहा है। उन्होंने वॉलमार्ट से मांग की है कि इन वस्तुओं की बिक्री को तुरंत बंद किया जाए। उन्होंने कहा कि भगवान गणेश को दुनिया भर में एक अरब से अधिक धर्मों के अनुयायियों द्वारा “विघ्नहर्ता” के रूप में पूजा जाता है, और उनका इस प्रकार उपयोग धार्मिक भावनाओं को आहत करता है। समुदाय ने यह भी कहा कि यदि व्यवसाय के लिए हिंदू प्रतीकों की छवि का उपयोग किया जाना है, तो इसके लिए फाउंडेशन संवाद करने और दिशानिर्देश साझा करने के लिए तैयार है। उत्पादों पर उचित कदम उठाने का दिया आश्वासन उत्पादों की बिक्री को रोकने के लिए हिंदू अमेरिकी फाउंडेशन ने वॉलमार्ट से संपर्क भी किया। जिसके बाद वॉलमार्ट ने जवाब भी दिया और आश्वासन दिया है कि जल्द इस पर निर्णय लिया जाएगा। वॉलमार्ट की तरफ से दिए गए जवाब में कहा गया- इस बात के लिए वास्तव में खेद है कि ऑर्डर, जिसके बारे में आप शिकायत दर्ज कराना चाहते हैं, विक्रेता द्वारा धार्मिक भावनाओं और विश्वासों को आहत करने वाला है। हम पूरी तरह से समझते हैं कि इस समय कैसा महसूस कर रहे होंगे, क्योंकि अगर हम आपकी स्थिति में होता, तो हमें भी ऐसा ही महसूस होता। चिंता मत करें, हम इस मामले को जल्द से जल्द हल करने के लिए कदम उठाएंगे। हिंदू देवताओं की छवि गलत जगह प्रिंट करने पर पहले भी हुए विवाद अपनी बिक्री को बढ़ाने के लिए हिंदू देवताओं की छवि को गलत जगह प्रिंट करने पर पहले भी विवाद छिड़ता रहा है। – 2016 में अमेरिकन कंपनी अमेजन ने मां लक्ष्मी की तस्वीर को डोर मैट पर प्रिंट कर दिया था। जिसके बाद हिंदू समुदाय ने इसका विरोध किया और बिक्री को रोकना पड़ा। – 2020 में यूएसए की एक कंपनी ने श्री गणेश की छवि को अंडर-वेयर पर प्रिंट कर दिया था। जिसके बाद भी काफी बवाल हुआ था। – 2019 में अमेजन ने टायलेट सीट और पायदान पर पावन तीर्थ स्थल श्री दरबार साहिब की तस्वीर उकेर कर विवाद पैदा कर दिया था। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने कंपनी को कानूनी नोटिस जारी किया था। – अगस्त महीने में नायका मैन ने अपनी वेबसाइट पर सिख धर्म से जुड़े एक ओंकार को उकेर कर टोपी बेचनी शुरू की थी। जिस पर एसजीपीसी ने ऐतराज जताया था और नायका मैन को नोटिस भी भेजा था। अमेरिका में वॉलमार्ट की वेबसाइट पर भगवान गणेश की छवि को प्रिंट कर बिक रहे उत्पादों पर हिंदू कम्यूनिटी ने ऐतराज जताया है। हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने ने धार्मिक भावनाओं का अपमान करने का आरोप लगाते हुए वॉलमार्ट को इन उत्पादों की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने वॉलमार्ट को पत्र लिखकर हिंदू देवता भगवान गणेश की छवि का उपयोग अनुचित और अपमानजनक बताया है। हिंदू अमेरिकी फाउंडेशन के अनुसार वॉलमार्ट हिंदू देवता भगवान गणेश की छवि का उपयोग चप्पलों और स्विमसूट्स पर कर रहा है और उसे अपनी वेबसाइट पर बेच रहा है। उन्होंने वॉलमार्ट से मांग की है कि इन वस्तुओं की बिक्री को तुरंत बंद किया जाए। उन्होंने कहा कि भगवान गणेश को दुनिया भर में एक अरब से अधिक धर्मों के अनुयायियों द्वारा “विघ्नहर्ता” के रूप में पूजा जाता है, और उनका इस प्रकार उपयोग धार्मिक भावनाओं को आहत करता है। समुदाय ने यह भी कहा कि यदि व्यवसाय के लिए हिंदू प्रतीकों की छवि का उपयोग किया जाना है, तो इसके लिए फाउंडेशन संवाद करने और दिशानिर्देश साझा करने के लिए तैयार है। उत्पादों पर उचित कदम उठाने का दिया आश्वासन उत्पादों की बिक्री को रोकने के लिए हिंदू अमेरिकी फाउंडेशन ने वॉलमार्ट से संपर्क भी किया। जिसके बाद वॉलमार्ट ने जवाब भी दिया और आश्वासन दिया है कि जल्द इस पर निर्णय लिया जाएगा। वॉलमार्ट की तरफ से दिए गए जवाब में कहा गया- इस बात के लिए वास्तव में खेद है कि ऑर्डर, जिसके बारे में आप शिकायत दर्ज कराना चाहते हैं, विक्रेता द्वारा धार्मिक भावनाओं और विश्वासों को आहत करने वाला है। हम पूरी तरह से समझते हैं कि इस समय कैसा महसूस कर रहे होंगे, क्योंकि अगर हम आपकी स्थिति में होता, तो हमें भी ऐसा ही महसूस होता। चिंता मत करें, हम इस मामले को जल्द से जल्द हल करने के लिए कदम उठाएंगे। हिंदू देवताओं की छवि गलत जगह प्रिंट करने पर पहले भी हुए विवाद अपनी बिक्री को बढ़ाने के लिए हिंदू देवताओं की छवि को गलत जगह प्रिंट करने पर पहले भी विवाद छिड़ता रहा है। – 2016 में अमेरिकन कंपनी अमेजन ने मां लक्ष्मी की तस्वीर को डोर मैट पर प्रिंट कर दिया था। जिसके बाद हिंदू समुदाय ने इसका विरोध किया और बिक्री को रोकना पड़ा। – 2020 में यूएसए की एक कंपनी ने श्री गणेश की छवि को अंडर-वेयर पर प्रिंट कर दिया था। जिसके बाद भी काफी बवाल हुआ था। – 2019 में अमेजन ने टायलेट सीट और पायदान पर पावन तीर्थ स्थल श्री दरबार साहिब की तस्वीर उकेर कर विवाद पैदा कर दिया था। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने कंपनी को कानूनी नोटिस जारी किया था। – अगस्त महीने में नायका मैन ने अपनी वेबसाइट पर सिख धर्म से जुड़े एक ओंकार को उकेर कर टोपी बेचनी शुरू की थी। जिस पर एसजीपीसी ने ऐतराज जताया था और नायका मैन को नोटिस भी भेजा था। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
पंजाब में सोमवार को छुट्टी घोषित:श्री गुरु अर्जुन देव के शहीदी दिवस के चलते सरकार का फैसला, आदेश जारी
पंजाब में सोमवार को छुट्टी घोषित:श्री गुरु अर्जुन देव के शहीदी दिवस के चलते सरकार का फैसला, आदेश जारी पंजाब में सोमवार को श्री गुरु अर्जुन देव के शहीदी दिवस पर अवकाश घोषित किया गया है। इस संबंध में राज्य सरकार ने आदेश जारी कर दिए हैं। आदेश की कॉपी सभी संस्थानों को भेज दी गई है। साथ ही सभी को इन आदेशों का पालन करना होगा। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ये आदेश मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने जारी किए हैं। आदेश की कॉपी
पंजाब में NHAI के प्रोजेक्टों में देरी का मामला:HC में आज सरकार देगी जवाब, जमीन अधिग्रहण में देरी की वजह बताएगी
पंजाब में NHAI के प्रोजेक्टों में देरी का मामला:HC में आज सरकार देगी जवाब, जमीन अधिग्रहण में देरी की वजह बताएगी पंजाब में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के करोड़ों रुपए के प्रोजेक्ट जमीन अधिग्रहण की वजह से लटक रहे हैं। इस वजह से NHAI को दिक्कत उठानी पड़ रही है। इसी मामले की आज (शुक्रवार) को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। जहां पर पंजाब सरकार की तरफ से हलफनामा दायर कर प्रोजेक्ट में हो रही देरी की वजह बताई जाएगी। क्योंकि यह दिक्कत गत एक साल से आ रही है। हालांकि NHAI ने साफ किया है जमीन के करोड़ों रुपए जमा करवाने के बाद भी अभी तक कब्जा नहीं मिला है। इस वजह से कांट्रेक्ट तक कैंसिल करने पड़ रहे हैं। इन प्रोजेक्टों पर पड़ा था असर NHAI ने अपनी याचिका में भारत माला परियोजना के तहत मेमदपुर (अंबाला) -बनूड़, आईटी सिटी चौक बनूड़ से खरड़ चंडीगढ़ एक्सप्रेस वे के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को चुनौती दी थी। कोर्ट में यह भी बताया गया कि भूमि न मिलने से दिल्ली कटरा एक्सप्रेस वे, लुधियाना-रूपनगर से खरड़ हाईवे व लुधियाना बठिंडा हाईवे का काम भी लंबित है। NHAI ने हाईकोर्ट में बताया कि अदालत के आदेश के बाद भी उसे अभी तक जमीन का कब्जा नहीं दिलाया जा रहा है। 10 राष्ट्रीय राजमार्ग प्रोजेक्टों में 80 फीसदी जमीन का कब्जा अभी तक नहीं मिला है। इसके चलते ही 34193 करोड़ की लागत से के 897 किलोमीटर दूरी वाली राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना लटकी है। जबकि 13190 करोड़ की लागत वाले 391 के प्रोजेक्टों का काम भी अधर में । वहीं, जमीन न मिलने से उन्हें कुछ कांट्रेक्टर रदद करने पड़े है। ठेकेदारों को एक फीसदी भुगतान करना पड़ा है। वहीं, जमीन के लिए 4104 करोड़ रुपए जमा करवाने के बाद जमीन का कब्जा नहीं मिला है। अक्तूबर में हाईकोर्ट के यह थे आदेश हाईकोर्ट ने गत वर्ष अक्तूबर में आदेश दिया था कि एनएचएआई संबंधित अधिकारी को अधूरी लंबित परियोजनाओं की सूची उपलब्ध करवाएं । साथ ही मुख्य सचिव सक्षम प्राधिकारी को एक सप्ताह के भीतर आदेश कार्रवाई करने के निर्देश जारी करें। वहीं, दो महीने के भीतर बाधा मुक्त कब्जा NHAI को दिलाया जाए।
चंडीगढ़ में तैयार होगा पंजाब विजन 2047:पंजाब की खेती से लेकर वित्तीय स्थिति तक बनेगी स्ट्रेटजी, कई क्षेत्रों के माहिर होंगे शामिल
चंडीगढ़ में तैयार होगा पंजाब विजन 2047:पंजाब की खेती से लेकर वित्तीय स्थिति तक बनेगी स्ट्रेटजी, कई क्षेत्रों के माहिर होंगे शामिल पंजाब विजन 2047 को लेकर चंडीगढ़ में दो दिन मंथन होगा। इस दौरान पंजाब की खेती से लेकर इंंडस्ट्री, आर्थिक स्थिति, सुरक्षा और नशे के मुद्दे पर स्ट्रेटजी बनेगी। यह प्रोग्राम वर्ल्ड पंजाबी आर्गेनाइजेशन, पंजाब यूनिवर्सिटी और पंजाब डेवलपमेंट कमीशन की तरफ से पंजाब यूनिवर्सिटी में पंजाब विजन 2047 के बैनर तले करवाया जा रहा है। इसमें पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों के माहिर, सरकार के मंत्री और अफसर एक मंच पर अपनी बात रखेंगे। साथ ही इस दौरान जो चीजें सामने आएंगी, उसे सरकार के समक्ष रखा जाएगा। पहले दिन ऐसे चलेगा प्रोग्राम इस प्रोग्राम में पंजाब के फाइनेंस मिनिस्टर हरपाल सिंह चीमा बतौर मुख्य मेहमान शामिल होंगे। वहीं, राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा और यूनिवर्सिटी की चांसलर रेनु विग मौजूद रहेगी। राज्यसभा सांसद विक्रम साहनी प्रोग्राम की थीम पर अपनी राय रखेंगे। इस प्रोग्राम को काफी अहम माना जा रहा है। प्रोग्राम के पहले दिन तीन सेशन होंगे। जिसमें कई नामी हस्तियां शामिल होंगी। वहीं यूनिवर्सिटी के युवा भी इसमें शिरकत करेंगे।
चीफ सेक्रेटरी व डीजीपी भी करेंगे शिरकत प्रोग्राम के पहले दिन शासन संबंधी चुनौतियों, कृषि सुधारों और औद्योगिक विकास जैसे प्रमुख मुद्दों पर फोकस रहेगा। इस दौरान होने वाले सेशन में पंजाब के कैबिनेट मंत्री डॉ. बलबीर सिंह, बलजीत कौर, गुरमीत सिंह, हरभजन सिंह ईटीओ और तरुण प्रीत सिंह सोंद शामिल होंगे। इसके अलावा पंजाब के चीफ सेक्रेटरी केएपी सिन्हा, डीजीपी गौरव यादव, तेजवीर सिंह और अजय सिन्हा सहित वरिष्ठ सरकारी अधिकारी पैनलिस्ट के रूप में भाग लेंगे। साथ ही देविंदर शर्मा और रमेश इंदर सिंह जैसे सामाजिक कार्यकर्ता और अमृत सागर मित्तल, राजिंदर गुप्ता और पीजे सिंह जैसे उद्योगपति भी प्रोग्राम में शामिल होंगे।