अयोध्या के महोली स्थित चौधरी चरण सिंह इंटर कालेज मे पूर्व सिंचाई मंत्री स्वर्गीय मुन्ना सिंह चौहान की आठवीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह के साथ पूर्व विधायक शोभा सिंह चौहान ने पुष्पांजलि अर्पित की। बीकापुर विधायक डॉक्टर अमित सिंह चौहान ने अपने पिता मुन्ना सिंह चौहान के सिद्धांतों पर चलकर उनके सपनों को पूरा करने का संकल्प दोहराया। किसानों की आवाज उठाते थे सभा को संबोधित करते हुए मंत्री दया शंकर सिंह ने मुन्ना सिंह चौहान को याद करते हुए कहा कि उनका राजनैतिक कार्यकाल गरीब किसान मजदूरों के संघर्ष के लिए समर्पित रहा। किसानों की आवाज सड़क से विधान परिषद तक उठाने कोई कसर नही छोड़ते थे। अयोध्या के महोली स्थित चौधरी चरण सिंह इंटर कालेज मे पूर्व सिंचाई मंत्री स्वर्गीय मुन्ना सिंह चौहान की आठवीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह के साथ पूर्व विधायक शोभा सिंह चौहान ने पुष्पांजलि अर्पित की। बीकापुर विधायक डॉक्टर अमित सिंह चौहान ने अपने पिता मुन्ना सिंह चौहान के सिद्धांतों पर चलकर उनके सपनों को पूरा करने का संकल्प दोहराया। किसानों की आवाज उठाते थे सभा को संबोधित करते हुए मंत्री दया शंकर सिंह ने मुन्ना सिंह चौहान को याद करते हुए कहा कि उनका राजनैतिक कार्यकाल गरीब किसान मजदूरों के संघर्ष के लिए समर्पित रहा। किसानों की आवाज सड़क से विधान परिषद तक उठाने कोई कसर नही छोड़ते थे। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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पंजाब पंचायत चुनाव की 100 याचिकाओं पर सुनवाई आज:250 पंचायतों की चुनाव प्रक्रिया 16 तक स्थगित, 96 हजार कर्मचारी तैनात
पंजाब पंचायत चुनाव की 100 याचिकाओं पर सुनवाई आज:250 पंचायतों की चुनाव प्रक्रिया 16 तक स्थगित, 96 हजार कर्मचारी तैनात पंजाब में पंचायत चुनावों से जुड़ी 100 के करीब याचिकाओं की आज (शुक्रवार) को पंजाब एंड हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। वहीं, बुधवार को 250 के करीब जिन पंचायतों के चुनाव प्रक्रिया पर हाईकोर्ट ने रोक लगाई थी। उस संबंधी कोर्ट का डिटेल ऑर्डर आ गया है। अदालत ने उक्त पंचायतों की चुनाव प्रक्रिया पर 16 अक्टूबर तक रोक लगा दी है। नामाकंन रद्द करने पर हाईकोर्ट ने सख्त टिप्पणियां की हैं। अदालत का कहना है चुनाव प्रक्रिया पारदर्शी होनी चाहिए। लोगों के विश्वास के लिए पारदर्शी प्रक्रिया जरूरी है। वोट देना संवैधानिक ही नहीं कानूनी अधिकार भी है। कुछ उम्मीदवारों के मामूली कारणों के नामांकन रद्द हुए, जो कि बिल्कुल गलत है। उसे रद्द नहीं किया जा सकता है। ऐसे में चुनाव होना चाहिए। पार्टी सिंबल पर चुनाव नहीं, फिर भी विवाद पंजाब में 15 अक्टूबर को पंचायत चुनाव होने हैं। इस बार पार्टी सिंबल पर भी चुनाव नहीं हो रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद विपक्षी दलों का आरोप है कि उनसे जुड़े लोगों और उम्मीदवारों के नामांकन जबरन रद्द किए गए हैं। किसी को भी एनओसी जारी नहीं की गई है। कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल आम आदमी पार्टी पर सवाल उठा रहे हैं। मामला चुनाव आयोग तक भी पहुंच गया है। हालांकि, आम आदमी पार्टी का कहना है कि अकाली दल और कांग्रेस धक्का-मुक्की कर रहे हैं। यहां तक कि हमारे कार्यकर्ताओं की हत्या भी हो चुकी है। अब लोगों ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली है। 1.33 करोड़ लोग करेंगे मतदान राज्य में इस समय 13937 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें चुनाव हो रहे हैं। 15 अक्टूबर को होने वाले चुनाव में कुल 1 करोड़ 33 लाख मतदाता वोट डालेंगे। चुनाव में 96 हजार कर्मचारियों को तैनात किया गया है। चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। चुनाव तक सभी पुलिस कर्मचारियों और अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। इसके अलावा मतदान के दिन पूरे पंजाब में छुट्टी घोषित की गई है। कंट्रोल रूम भी किया है गठित पंचायत चुनावों के लिए राज्य इलेक्शन कमीशन की तरफ से चंडीगढ़ के सेक्टर 17-ई स्थित अपने कार्यालय एससीओ नंबर 49 में कंट्रोल रूम गठित किया गया है। इसके अलावा लोगों की सुविधा के लिए एक स्पेशल नंबर पर शुरू किया है। जहां पर रोजाना सुबह साढ़े आठ बजे से रात नौ बजे तक लोगों की शिकायतों को सुना जाता है। कंट्रोल रूम पर संपर्क करने के लिए लोगों को लैंडलाइन नंबर 0172- 2771326 पर कॉल करनी होगी। इसके अलावा विभाग की वेबसाइट पर भी जानकारी अपलोड की गई है।
शिमला में आपदा प्रबंधन विभाग ने लगाई प्रदर्शनी:हिमाचल में लगातार बढ़ रही प्राकृतिक आपदाएं, 2 साल में गई 900 लोगों की जान
शिमला में आपदा प्रबंधन विभाग ने लगाई प्रदर्शनी:हिमाचल में लगातार बढ़ रही प्राकृतिक आपदाएं, 2 साल में गई 900 लोगों की जान अंतर्राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस के मौके पर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ राजस्व विभाग द्वारा शिमला के गेयटी थिएटर में “समर्थ 2024” आपदा प्रबंधन जन जागरण अभियान और प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। सोमवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इसका शुभारंभ किया। इस दौरान सीएम सुक्खू ने कहा कि सरकार आपदा से निपटने के लिए अपने स्तर पर प्रयास कर रही है और केंद्र को भी इस पर अध्ययन करने के लिए लेटर लिख चुके हैं। अंतर्राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस पर शिमला में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ राजस्व विभाग द्वारा अभियान व प्रदर्शनी लगाई गई है। इसके माध्यम से लोगों को आपदा से निपटने के गुण सिखाए जा रहे हैं। क्योंकि हिमाचल प्रदेश बीते 2 सालों से लगातार आपदा से जूझ रहा है। ऐसे में आपदा में नुकसान को कम करने के लिए विभाग लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। “प्राकृतिक आपदा के लिए क्लाइमेट चेंज हो सकता है एक मुख्य कारण”- सीएम सुक्खू
सीएम सूक्खु ने कहा कि पिछली बार हिमाचल प्रदेश ने भयंकर आपदा का सामना किया पूरे प्रदेश ने कभी ऐसी आपदा नही देखी लेकिन सरकार ने जनता के सहयोग से उस पर नियंत्रण पाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बादल फटने की घटनाएं बड़ी है क्लाइमेट चेंज इसका एक बड़ा कारण हो सकता है।
इसकी स्टडी करने को प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार को भी पत्र लिखा है और प्रदेश सरकार केके अपने स्तर पर भी प्रयास जारी हैं । अपने स्तर पर आपदा के लिए सरकार ने एक प्रोजेक्ट बनाया है जो करीब 800 करोड़ का है SDRF को मजबूत कर रहे हैं ताकि भविष्य में जो भी आपदा है उसका सामना कर सकें। हिमाचल में दो सालों में प्राकृतिक आपदा में करीब 900 लोगो की गई जान
बता दें कि बीते दो वर्षो से हिमाचल प्रदेश ने बड़ी आपदा का सामना किया है ।वर्ष 2023 में पूरे मानसून के दौरान हिमाचल प्रदेश में 10 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान व 500 से ज्यादा लोग आपदा में काल का ग्रास बने । वहीं साल 2024 में आई आपदा से प्रदेश में 1200 करोड़ से ज्यादा का नुकसान व 340 से ज्यादा लोगों ने जान गंवाई है।
कृषि उपकरण संबंधी मुद्दों के समाधान के लिए किसान चैटबॉट लॉन्च किया
कृषि उपकरण संबंधी मुद्दों के समाधान के लिए किसान चैटबॉट लॉन्च किया लुधियाना | डिप्टी कमिश्नर जतिंदर जोरवाल ने पराली प्रबंधन के लिए कृषि उपकरण संबंधी मुद्दों के समाधान के लिए किसान चैटबॉट लॉन्च किया। डीसी ने किसानों को पर्यावरण संरक्षण में काम करने की अपील की। डीसी जतिंदर जोरवाल ने सोमवार को पराली प्रबंधन के लिए कृषि उपकरणों के उपयोग और उपलब्धता से संबंधित किसी भी मुद्दे पर किसानों की सहायता के लिए एक व्हाट्सएप चैटबॉट (84274-41404) लॉन्च किया। किसान मदद के लिए किसी भी समय व्हाट्सएप चैटबॉट के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं। चैटबॉट कृषि उपकरणों के लिए सब्सिडी, इन उपकरणों के उपयोग और सहकारी समितियों पर उपलब्ध कृषि मशीनरी तक पहुंच के बारे में जानकारी प्रदान करता है। इसका उद्देश्य पराली प्रबंधन में किसानों के सामने आने वाली किसी भी चुनौती को रोकना है। जिला प्रशासन अपने खेतों में पराली जलाने के बजाय किसानों को बड़े पैमाने पर विभिन्न कृषि मशीनें दे रहा है। अधिकारियों को विभिन्न कृषि उपकरणों का उपयोग करके मिट्टी के स्वास्थ्य को बढ़ाने वाली पराली निपटान तकनीकों के लाभों के बारे में किसानों को शिक्षित करने का भी निर्देश दिया गया है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि बेलर, रेक, सुपर सीडर्स, स्मार्ट सीडर्स, सरफेस सीडर्स, जीरो टिल ड्रिल्स, आरएमबी हल, मल्चर्स, स्ट्रॉ चॉपर्स, सुपर एसएमएस, क्रॉप रीपर्स, रोटरी स्लेशर और ट्रैक्टर सहित कुल 8,978 मशीनें प्रदान की गई हैं।