अयोध्या की पहचान सरयू नदी की आज जयंती है। अयोध्या में इसे बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। राम नगरी को रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया है। फूलों की झांकी तैयार की गई है। इसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचे हैं। शाम को सबसे पहले मां सरयू का पूजन किया गया। उसके बाद सवा क्विंटल दूध से अभिषेक हुआ। नदी के तट पर 6 जगहों पर हजारों दीपों से महाआरती हुई। जिसमें बड़ी संख्या में संत और महंत शामिल हुए। सबसे पहले ये तीन तस्वीरें देखिए 12 साल से लगातार हो रहा सरयू महोत्सव आन्जनेय सेवा संस्थान की ओर से लगातार 12 साल से श्री अवध सरयू महोत्सव सहस्त्रधारा घाट पर आयोजित हो रहा है। मां सरयू की जयंती पर संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत शशिकांत दास महाराज के संयोजन में आज शाम को मां सरयू का पूजन और अभिषेक किया गया। 7:30 बजे कथा समाप्ति हुई। उसके बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज के शिष्य मणिराम छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास, जगतगुरु स्वामी रामदिनेशाचार्य,श्री राम वल्लभा कुंज के अधिकारी राजकुमार दास,बड़ा भक्तमाल के महंत अवधेश कुमार दास,ने सरयू महिमा पर अपना विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर नया मंदिर शीश महल के महंत रामलोचन शरण,तुलसीदास छावनी के महंत जनार्दन दास, अधिकारी छविराम दास, आचार्य रघुनाथ शास्त्री, महंत गौरीशंकर दास,बावन मंदिर के महंत बैदेही बल्लभ शरण, डांडिया मंदिर के महंत गिरीश दास, हनुमत सदन के महंत अवध किशोर दास, गहओई मंदिर के महंत रामलखन शरण, कौशल किशोर भवन महंत प्रशांत दास शास्त्री डॉ सुनीता शास्त्री, पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा सहित सैकड़ो लोग उपस्थित रहे। अंत में मां सरयू की जयंती पर मुख्य अतिथियों के द्वारा 5151 बत्ती की आरती उतारी गई। इस अवसर पर अयोध्या के सैकड़ों संतों महंतों के साथ हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे आरती के उपरांत सभी को प्रसाद वितरण किया गया और अतिथियों का स्वागत पत्थर मंदिर के महंत मनीष दास ने किया। व्यास पीठ से आचार्य मनोज अवस्थी ने शिव-पार्वती विवाह का प्रसंग सुनाया महोत्सव के द्वितीय दिवस का उद्घाटन जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह के प्रतिनिधि आलोक सिंह ने किया। व्यास पीठ से आचार्य मनोज अवस्थी ने शिव-पार्वती विवाह का प्रसंग सुनाया। प्रसंग सुन श्रद्धालु भावविभोर हो गए। उन्होंने बताया कि पर्वतराज हिमालय की घोर तपस्या के बाद माता जगदंबा प्रकट हुईं और उन्हें बेटी के रूप में उनके घर में अवतरित होने का वरदान दिया। इसके बाद माता पार्वती हिमालय के घर अवतरित हुईं। बेटी के बड़ी होने पर पर्वतराज को उनकी शादी की चिंता सताने लगी। कहा कि माता पार्वती बचपन से ही बाबा भोलेनाथ की अनन्य भक्त थीं। एक दिन पर्वतराज के घर महर्षि नारद पधारे और उन्होंने भगवान भोलेनाथ के साथ पार्वती के विवाह का संयोग बताया। कथा के बाद सभी अतिथियों ने मां सरयू की आरती उतारी।महोत्सव के आयोजक और आंजनेय सेवा संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत शशिकांत दास और महंत मनीष दास ने सभी का स्वागत सत्कार किया। इस अवसर पर हजारों की संख्या में संत महंत भक्त उपस्थित रहे। अयोध्या की पहचान सरयू नदी की आज जयंती है। अयोध्या में इसे बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। राम नगरी को रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया है। फूलों की झांकी तैयार की गई है। इसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचे हैं। शाम को सबसे पहले मां सरयू का पूजन किया गया। उसके बाद सवा क्विंटल दूध से अभिषेक हुआ। नदी के तट पर 6 जगहों पर हजारों दीपों से महाआरती हुई। जिसमें बड़ी संख्या में संत और महंत शामिल हुए। सबसे पहले ये तीन तस्वीरें देखिए 12 साल से लगातार हो रहा सरयू महोत्सव आन्जनेय सेवा संस्थान की ओर से लगातार 12 साल से श्री अवध सरयू महोत्सव सहस्त्रधारा घाट पर आयोजित हो रहा है। मां सरयू की जयंती पर संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत शशिकांत दास महाराज के संयोजन में आज शाम को मां सरयू का पूजन और अभिषेक किया गया। 7:30 बजे कथा समाप्ति हुई। उसके बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज के शिष्य मणिराम छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास, जगतगुरु स्वामी रामदिनेशाचार्य,श्री राम वल्लभा कुंज के अधिकारी राजकुमार दास,बड़ा भक्तमाल के महंत अवधेश कुमार दास,ने सरयू महिमा पर अपना विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर नया मंदिर शीश महल के महंत रामलोचन शरण,तुलसीदास छावनी के महंत जनार्दन दास, अधिकारी छविराम दास, आचार्य रघुनाथ शास्त्री, महंत गौरीशंकर दास,बावन मंदिर के महंत बैदेही बल्लभ शरण, डांडिया मंदिर के महंत गिरीश दास, हनुमत सदन के महंत अवध किशोर दास, गहओई मंदिर के महंत रामलखन शरण, कौशल किशोर भवन महंत प्रशांत दास शास्त्री डॉ सुनीता शास्त्री, पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा सहित सैकड़ो लोग उपस्थित रहे। अंत में मां सरयू की जयंती पर मुख्य अतिथियों के द्वारा 5151 बत्ती की आरती उतारी गई। इस अवसर पर अयोध्या के सैकड़ों संतों महंतों के साथ हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे आरती के उपरांत सभी को प्रसाद वितरण किया गया और अतिथियों का स्वागत पत्थर मंदिर के महंत मनीष दास ने किया। व्यास पीठ से आचार्य मनोज अवस्थी ने शिव-पार्वती विवाह का प्रसंग सुनाया महोत्सव के द्वितीय दिवस का उद्घाटन जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह के प्रतिनिधि आलोक सिंह ने किया। व्यास पीठ से आचार्य मनोज अवस्थी ने शिव-पार्वती विवाह का प्रसंग सुनाया। प्रसंग सुन श्रद्धालु भावविभोर हो गए। उन्होंने बताया कि पर्वतराज हिमालय की घोर तपस्या के बाद माता जगदंबा प्रकट हुईं और उन्हें बेटी के रूप में उनके घर में अवतरित होने का वरदान दिया। इसके बाद माता पार्वती हिमालय के घर अवतरित हुईं। बेटी के बड़ी होने पर पर्वतराज को उनकी शादी की चिंता सताने लगी। कहा कि माता पार्वती बचपन से ही बाबा भोलेनाथ की अनन्य भक्त थीं। एक दिन पर्वतराज के घर महर्षि नारद पधारे और उन्होंने भगवान भोलेनाथ के साथ पार्वती के विवाह का संयोग बताया। कथा के बाद सभी अतिथियों ने मां सरयू की आरती उतारी।महोत्सव के आयोजक और आंजनेय सेवा संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत शशिकांत दास और महंत मनीष दास ने सभी का स्वागत सत्कार किया। इस अवसर पर हजारों की संख्या में संत महंत भक्त उपस्थित रहे। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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हिमाचल CM के बयान से भाजपा में खलबली:बोले-इनके 9 विधायकों की जा सकती है सदस्यता; विधानसभा में मार्शल से दुर्व्यवहार, कागजात फाड़ने का मामला हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू के एक बयान ने प्रदेश की सियासत में भूचाल ला दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा, भारतीय जनता पार्टी के 9 विधायकों की सदस्यता जा सकती है। इनकी सीटों पर उपचुनाव हो सकता है। ऐसा हुआ तो कांग्रेस के विधायकों की संख्या 50 के करीब पहुंच सकती है। प्रदेश में सरकार बनाने का दावा करने वाली भाजपा में CM के इस बयान ने खलबली मचा दी है। दरअसल, बीते 28 फरवरी को BJP के 9 विधायकों ने विधानसभा सदन के बीचो-बीच बैठने वाले विधानसभा रिपोर्टर से कागज छीन कर सदन में फाड़े और स्पीकर चेयर की और फेंके। स्पीकर ने जब मार्शल के माध्यम से इन्हें सदन से बाहर करने के आदेश दिए, तो मार्शल के साथ भी विधायकों की बहसबाजी की और बीजेपी विधायक सदन से बाहर नहीं गए। यह आरोप कांग्रेस ने बीजेपी विधायकों पर लगाया है। इस सारे प्रकरण के वीडियो भी मौजूद होने का विधानसभा सचिवालय प्रशासन दावा कर रहा है। इन्हीं के आधार पर स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने बीजेपी के इन विधायकों को बजट सत्र की कार्यवाही के लिए निष्कासित किया था। कांग्रेस विधायक सोलंकी ने की शिकायत इस बीच कांग्रेस विधायक अजय सोलंकी ने बीजेपी के इन विधायकों के खिलाफ स्पीकर के पास एक याचिका दायर की और सदन की मर्यादाओं को तार-तार करने का आरोप लगाते हुए इनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके बाद विधानसभा सचिवालय प्रशासन ने भी 9 विधायकों को संविधान के अनुच्छेद-194 के तहत नोटिस जारी किए। अब इस मामले में स्पीकर का फैसला आना बाकी है। सीएम बोले- अपने विधायकों की चिंता करें जयराम इस पर सीएम सुक्खू ने कहा, जयराम ठाकुर सरकार बनाने के सपने लेना छोड़ दें। कांग्रेस के पास 38 विधायक हैं। हाईकोर्ट में चल रहे CPS केस को लेकर जयराम ठाकुर लोगों को बहका रहे हैं। उन्होंने कहा कि जयराम को CPS की नहीं, बल्कि अपने 9 विधायकों की चिंता करनी चाहिए, जिन्होंने विधानसभा के बजट सत्र के दौरान कागजात फाड़कर आसन का अपमान किया और गुंडागर्दी का नंगा नाच सदन के भीतर खेला। इनके खिलाफ स्पीकर के पास याचिका लंबित है। इसलिए जयराम को उनकी चिंता करनी चाहिए। CM के बयान से गरमाई हिमाचल की सियासत मुख्यमंत्री के इस बयान ने प्रदेश की सियासत को एक बार फिर गरमा दिया है। उन्होंने संकेत दिया कि आने वाले दिनों में बीजेपी के नौ विधायकों पर विधानसभा स्पीकर कार्रवाई कर सकते हैं। अभी विधानसभा में दलीय स्थिति वर्तमान में बीजेपी के पास 27 विधायक और कांग्रेस के पास 38 एमएलए है, जबकि तीन पर उप चुनाव हो रहे हैं। ऐसे में यदि बीजेपी के 9 विधायकों की सदस्यता जाती है तो नौ सीटों पर उप चुनाव तय है। CPS को लेकर नेता प्रतिपक्ष बार बार बोल रहे हमला वहीं जयराम ठाकुर भी बार बार छह CPS की सदस्यता जाने की बात कह रहे है। बीजेपी के 11 विधायकों ने सुक्खू सरकार द्वारा लगाए गए छह CPS को हाईकोर्ट में चुनौती दे रखी है। इस मामले में कोर्ट ने अपना फैसला रिजर्व रखा है। ऐसे में यदि हाईकोर्ट इनकी सदस्यता को रद्द करता है तो इनकी सीटों पर भी उप चुनाव हो सकता है।