हिमाचल प्रदेश के अर्की उपमंडल में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। सरयांज पंचायत के धारठ गांव में प्लॉट कटिंग के दौरान जेसीबी मशीन पहाड़ी से नीचे गिर गई, जिससे चालक की मौके पर ही मौत हो गई। घटना वीरवार को उस समय हुई जब दो जेसीबी ऑपरेटर शहजाद और संजय कुमार अलग-अलग मशीनों से प्लॉट कटिंग का काम कर रहे थे। संजय कुमार जब अपनी जेसीबी को पीछे कर रहे थे, तब मशीन बेकाबू होकर गहरी ढलान में पलट गई। हादसे में संजय ने अपनी जान बचाने के लिए मशीन से छलांग लगाई, लेकिन दुर्भाग्यवश जेसीबी उसके ऊपर से गुजर गई, जिससे उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। डीएसपी संदीप शर्मा ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। हिमाचल प्रदेश के अर्की उपमंडल में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। सरयांज पंचायत के धारठ गांव में प्लॉट कटिंग के दौरान जेसीबी मशीन पहाड़ी से नीचे गिर गई, जिससे चालक की मौके पर ही मौत हो गई। घटना वीरवार को उस समय हुई जब दो जेसीबी ऑपरेटर शहजाद और संजय कुमार अलग-अलग मशीनों से प्लॉट कटिंग का काम कर रहे थे। संजय कुमार जब अपनी जेसीबी को पीछे कर रहे थे, तब मशीन बेकाबू होकर गहरी ढलान में पलट गई। हादसे में संजय ने अपनी जान बचाने के लिए मशीन से छलांग लगाई, लेकिन दुर्भाग्यवश जेसीबी उसके ऊपर से गुजर गई, जिससे उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। डीएसपी संदीप शर्मा ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में 22 से बारिश-बर्फबारी:स्पीति में कड़ाके की सर्दी; सामान्य से 4 डिग्री नीचे गिरेगा पारा, पोस्ट-मानसून सीजन में नॉर्मल से 98% कम बारिश
हिमाचल में 22 से बारिश-बर्फबारी:स्पीति में कड़ाके की सर्दी; सामान्य से 4 डिग्री नीचे गिरेगा पारा, पोस्ट-मानसून सीजन में नॉर्मल से 98% कम बारिश हिमाचल प्रदेश में 4 दिन बाद मौसम करवट बदलेगा। इससे 4 जिलों में लंबा ड्राइ स्पेल टूटने के आसार है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, 22 नवंबर से वेस्टर्न-डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव होने से लाहौल स्पीति, चंबा, कांगड़ा और कुल्लू जिला की ऊंची चोटियों पर हल्की बारिश बर्फबारी हो सकती है। प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ बना रहेगा। मौसम विज्ञानी शोभित कटियार ने बताया कि 22 से WD एक्टिव जरूर हो रहा है। मगर बहुत ज्यादा बारिश-बर्फबारी की संभावना नहीं है। पहाड़ों पर इससे हल्की बारिश व बर्फबारी का ही पूर्वानुमान है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में दो प्रमुख कारणों से अच्छी बारिश बर्फबारी नहीं हुई। पहली वजह WD आए ही नहीं। दूसरा कारण जो WD आए, वह बिन बरसे लेह-लद्दाख की ओर बढ़ गए। 49 दिन से बारिश-बर्फबारी नहीं यही वजह है कि बरसात के बाद 49 दिन से बारिश-बर्फबारी नहीं है। प्रदेश में सामान्य से 98 प्रतिशत कम बादल बरसे है। एक अक्टूबर से 19 नवंबर तक 0.7 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि इस अवधि में 35.3 मिलीमीटर बारिश होती है। इससे हालात खराब होते जा रहे है। 90% जमीन पर गेंहू की बुवाई नहीं हो सकी किसानों पर इसकी सबसे ज्यादा मार पड़ी है। राज्य में इस बार 10 फीसदी जमीन पर ही किसान गेंहू की बुवाई कर पाए है। कृषि विभाग के अनुसार, प्रदेश में 3.26 लाख हैक्टेयर जमीन पर गेंहू की बुवाई होती है, लेकिन इस बार लगभग 30 हजार हैक्टेयर जमीन पर ही किसान गेंहू बीज पाए हैं। अब गेंहू की बुवाई का उचित समय भी बीत गया है। एक महीने तक अच्छी बारिश-बर्फबारी नहीं शोभित कटियार ने बताया कि अगले एक महीने तक भी बहुत ज्यादा बारिश-बर्फबारी के आसार नहीं है। जाहिर है कि प्रदेश वासियों को सूखे से बहुत जल्दी छुटकारा मिलने के आसार नहीं है, जबकि सूखे ने पहले ही प्रदेश के लोगों की चिंता बढ़ा रखी है। शोभित कटियार ने बताया कि अगले दो सप्ताह तक प्रदेश में तापमान नॉर्मल से 2 डिग्री सेल्सियस कम व ज्यादा रहेगा, जबकि इस अवधि में स्पीति के कुछेक क्षेत्रों में खूब ठंड पड़ेगी और तापमान नॉर्मल से तीन-चार डिग्री तक नीचे गिर सकता है। क्या होता है वेस्टर्न डिस्टरबेंस? वेस्टर्न डिस्टरबेंस भू-मध्यसागरीय क्षेत्र में उत्पन्न होने वाला एक तूफान है, जो भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी भागों में अचानक सर्दियों में बारिश लाता है, यह बरसात मानसून की बरसात से अलग होती है। आने वाले तूफान या कम दबाव वाले क्षेत्र भू-मध्यसागरीय क्षेत्र, यूरोप के अन्य भागों और अटलांटिक महासागर में उत्पन्न होते हैं। प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान न्यूनतम और अधिकतम तापमान ज्यादातर शहरों का सामान्य से नीचे गिर गया है। लाहौल स्पीति के ताबो का तापमान माइनस 5.2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। दो जिलों में धुंध का अलर्ट मौमस विभाग ने बिलासपुर और मंडी जिला के कुछेक स्थानों पर अगले तीन दिन तक धुंध का येलो अलर्ट जारी किया है। इसे देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
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शिमला में शाही महात्मा गैंग के 16 तस्कर गिरफ्तार:अब तक 62 आरोपी दबोचे, SP बोले-जड़ से नशा खत्म करने तक जारी रहेगा ऑपरेशन शिमला पुलिस ने चिट्टा (हेरोइन) तस्करी में शामिल शाही महात्मा गैंग के 16 तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अब तक इस गैंग के 62 लोगों को पकड़ चुकी है। ऑपरेशन क्लीन के तहत शिमला पुलिस तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है। पुलिस ने वीरवार को यशवंत सिंह (53) निवासी रोहड़ू, प्रदीप चौहान (25) निवासी रोहड़ू, ललित ठाकुर (29) निवासी रोहड़ू, अमन नेगी (24) रोहड़ू, वृज मोहन (35) रोहड़ू, रवीश (32) रोहड़ू, विजेंदर रावत (35), मोहित ठाकुर (25), प्रशांत राठौर (30), साहिल ठाकुर (29) रोहड़ू , हितेश ठाकुर (27), हर्ष धांटा (29), सार्थक सूद (27), कुणाल शादरु , जतिन ठाकुर और श्रेयस मेहता (27) साल गिरफ्तार किया है। बता दें कि, शाही महात्मा नाम का यह गैंग जुब्बल कोटखाई और रोहड़ू क्षेत्र में चिट्टा की सप्लाई करता था। यह गैंग लगातार तीन-चार साल से सक्रिय है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस दूसरे आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। पुलिस को अंदेशा है कि इस गैंग में अभी कुछ और भी तस्कर शामिल हो सकते हैं। क्या बोले एसपी शिमला? SP शिमला संजीव गांधी ने बताया कि यह एक अंतरराज्यीय गिरोह है। इस गिरोह ने सात से आठ करोड़ रुपए की ड्रग मनी अर्जित की थी। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ पुलिस ने जिला में ऑपरेशन क्लीन चला रखा है। पुलिस नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखेगी। पुलिस की कार्रवाई सभी नशा तस्कर गैंग को जड़ से उखाड़ फेंकने तक जारी रहेगी। इस मामले में भी पुलिस की जांच अभी भी जारी है। क्या है पूरा मामला पुलिस ने इस मामले में एक महीना पहले रोहड़ू क्षेत्र से कश्मीर के एक व्यक्ति को 468 ग्राम चिट्टा (हेरोइन) के साथ गिरफ्तार किया था, जिसके बाद पुलिस गैंग के सरगना शाही महात्मा (शशि नेगी) तक पहुंची। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करते ही गैंग का भंडाफोड़ किया और इस गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी जारी है।
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हिमाचल के 5 जिलों में शीतलहर का ऑरेंज-अलर्ट:अगले 7 दिन सताएगी ठंड; मैदानी इलाकों में नॉर्मल से 5 डिग्री तक नीचे गिरा पारा हिमाचल प्रदेश में अगले सात दिन तक शीतलहर लोगों को परेशान करती रहेगी। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश के कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में कोल्ड-वेव चलने का ऑरेंज-अलर्ट जारी किया है। मैदानी इलाके बीते 4 दिन से शीतलहर का प्रकोप झेल रहे हैं। अगले सप्ताह भी इससे राहत के आसार नहीं है। इससे निचले क्षेत्रों में पारा माइनस या फिर नॉर्मल से नीचे गिर गया है। सबसे ज्यादा 4.8 डिग्री की गिरावट मंडी के तापमान में आई है। हमीरपुर का नॉर्मल से 4.4 डिग्री, पालमपुर का 4 डिग्री, बिलासपुर का न्यूनतम तापमान नॉर्मल से 3.1 डिग्री नीचे गिर गया है। इसके विपरीत मध्यम ऊंचाई वाले व आमतौर पर ठंडे रहने वाले शिमला और मनाली का न्यूनतम तापमान नॉर्मल से ज्यादा है। शिमला का न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस है, जबकि जबकि सुंदरनगर का 0.2 डिग्री, भुंतर का -1.5 डिग्री, ऊना का 1.2 डिग्री, पालमपुर का 1.7 डिग्री, हमीरपुर का 1.6 डिग्री और चंबा का 2.1 डिग्री सेल्सियस तापमान है। इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट मौसम विभाग ने ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, मंडी, चंबा और कांगड़ा जिला कोल्ड वेव का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। कुल्लू के कुछेक क्षेत्रों में भी शीतलहर लोगों को परेशान करेगी। शीतलहर के दृष्टिगत जारी की गई एडवाइजरी मौसम विभाग की कोल्ड-वेव की चेतावनी के बीच सरकार ने स्थानीय लोगों सहित पर्यटकों को गर्म मोटे और सूती कपड़े पहनने, सुबह-शाम ठंड के दौरान घर से जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकलने, विटामिन-C वाले फ्रूट खाने और बीमार लोगों का ज्यादा ध्यान रखने की एडवाइजरी जारी की है। इसी तरह शरीर पर काले रंग के स्पॉट नजर आने पर डॉक्टर के पास जाने की सलाह दी गई है। प्रदेश में 5 दिन बारिश-बर्फबारी नहीं IMD के अनुसार, प्रदेश में अगले 5 दिन तक बारिश-बर्फबारी के कोई आसार नहीं है। इससे आने वाले दिनों में भी प्रदेशवासियों को सूखी ठंड का सामना करना पड़ेगा।