<p style=”text-align: justify;”><strong>Bhopal Gas Tragedy Waste Disposal:</strong> भोपाल गैस त्रासदी के बाद यूनियन कार्बाइड के कचरे ने धार जिले के पीथमपुर में कानून व्यवस्था पर बुरा असर डाला. यहां जहरीले कचरे को जलाने के दौरान बवाल मच गया. अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या सरकार की पूरी तैयारी नहीं थी इसलिए इस प्रकार की घटना घटित हुई? या फिर सरकार को आशंका नहीं थी कि इतना बड़ा आंदोलन हो सकता है?</p>
<p style=”text-align: justify;”>इन सब सवालों के जवाब जांच एजेंसी ढूंढ रही है. यूनियन कार्बाइड से निकले 337 टन कचरे को भोपाल से पीथमपुर शिफ्ट करने के बाद सरकार अब बैकफुट पर आ गई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि लोगों की भावना को हाई कोर्ट में सक्षम अधिकारी के माध्यम से रखा जाएगा. उन्होंने यह कहा कि जब तक कोई ठोस फैसला नहीं आता है, तब तक कचरे का विनष्टीकरण भी नहीं किया जाएगा. लोगों से अफवाह और भ्रम की खबरों पर विश्वास नहीं करने की अपील भी की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कचरे का विरोध कर रहे लोगों ने तीन दिन के भीतर अपनी ताकत दिखा दी और सरकार को पीछे हटना पड़ा. वरिष्ठ पत्रकार कीर्ति राणा के मुताबिक, सरकार के सूचना तंत्र का यह फेलियर है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पहले से दी जा रही थी आंदोलन की चेतावनी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>लोगों द्वारा कचरा भोपाल से उठाए जाने से पहले ही आंदोलन की चेतावनी दी जा रही थी. उस समय सभी प्रकार के स्पष्टीकरण जनता तक पहुंचाए जा रहे थे. इससे जनता को संतुष्ट भी किया जा सकता था, लेकिन कचरा जब पीथमपुर पहुंच गया, इसके बाद लोगों का आक्रोश और बढ़ गया. अभी भी लोग जमकर विरोध कर रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कचरे के पीथमपुर पहुंचने के बाद अब लोग किसी की बात मानने को तैयार नहीं है. हालांकि, पहले अगर बैठक और प्रचार प्रसार के माध्यम से प्रयास किए जाते तो शायद सफलता मिल सकती थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांग्रेस ने भी बना दिया बड़ा मुद्दा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी धार जिले के पीथमपुर से लगे इंदौर के रहने वाले हैं. कांग्रेस ने भी पीथमपुर के मुद्दे को बड़ा बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी खुद पीथमपुर में मोर्चा संभालने पहुंचे थे. जीतू पटवारी ने अपने बयान में यह भी कहा कि कचरे के विनष्टीकरण के बाद कांग्रेस रामकी फैक्ट्री के आसपास की परिधि में 10 किलोमीटर तक वायु, जल और मिट्टी का परीक्षण कर लोगों को इसके खतरे से अवगत कराएगी. पटवारी के बयान को लोगों ने गंभीरता से लिया. कुल मिलाकर पूरा मामला राजनीति के कारण गर्मा गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लोगों ने दी थी आत्मदाह की चेतावनी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पीथमपुर में कचरे के विनष्टीकरण का विरोध कर रहे राजकुमार रघुवंशी और राजू पटेल के आत्मदाह की कोशिश ने भी लोगों को सड़कों पर उतार दिया. इस घटना के बाद बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी विरोध में सड़क पर उतर गए. धार पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह के मुताबिक आत्मदाह के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जिस प्रकार का वीडियो सामने आया है, उससे प्रतीत हो रहा है कि दोनों आंदोलनकारियों ने अपने शरीर पर ज्वलनशील पदार्थ जरूर डाला था मगर किसी ने पीछे से आग लगाकर षड्यंत्र के तहत घटना को अंजाम दिया है. इस मामले में पुलिस की जांच अलग से की जा रही है. पुलिस का पहला उद्देश्य पीथमपुर में पूरी तरह शांति कायम करना है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”सागर में मंदिर को निशाना बनाए जाने के खिलाफ फूटा गुस्सा, हिंदू संगठनों ने किया थाने का घेराव” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/mp-news-vhp-bajrang-dal-protest-against-hindu-mandir-attack-in-sagar-ann-2856339″ target=”_self”>सागर में मंदिर को निशाना बनाए जाने के खिलाफ फूटा गुस्सा, हिंदू संगठनों ने किया थाने का घेराव</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Bhopal Gas Tragedy Waste Disposal:</strong> भोपाल गैस त्रासदी के बाद यूनियन कार्बाइड के कचरे ने धार जिले के पीथमपुर में कानून व्यवस्था पर बुरा असर डाला. यहां जहरीले कचरे को जलाने के दौरान बवाल मच गया. अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या सरकार की पूरी तैयारी नहीं थी इसलिए इस प्रकार की घटना घटित हुई? या फिर सरकार को आशंका नहीं थी कि इतना बड़ा आंदोलन हो सकता है?</p>
<p style=”text-align: justify;”>इन सब सवालों के जवाब जांच एजेंसी ढूंढ रही है. यूनियन कार्बाइड से निकले 337 टन कचरे को भोपाल से पीथमपुर शिफ्ट करने के बाद सरकार अब बैकफुट पर आ गई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि लोगों की भावना को हाई कोर्ट में सक्षम अधिकारी के माध्यम से रखा जाएगा. उन्होंने यह कहा कि जब तक कोई ठोस फैसला नहीं आता है, तब तक कचरे का विनष्टीकरण भी नहीं किया जाएगा. लोगों से अफवाह और भ्रम की खबरों पर विश्वास नहीं करने की अपील भी की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कचरे का विरोध कर रहे लोगों ने तीन दिन के भीतर अपनी ताकत दिखा दी और सरकार को पीछे हटना पड़ा. वरिष्ठ पत्रकार कीर्ति राणा के मुताबिक, सरकार के सूचना तंत्र का यह फेलियर है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पहले से दी जा रही थी आंदोलन की चेतावनी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>लोगों द्वारा कचरा भोपाल से उठाए जाने से पहले ही आंदोलन की चेतावनी दी जा रही थी. उस समय सभी प्रकार के स्पष्टीकरण जनता तक पहुंचाए जा रहे थे. इससे जनता को संतुष्ट भी किया जा सकता था, लेकिन कचरा जब पीथमपुर पहुंच गया, इसके बाद लोगों का आक्रोश और बढ़ गया. अभी भी लोग जमकर विरोध कर रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कचरे के पीथमपुर पहुंचने के बाद अब लोग किसी की बात मानने को तैयार नहीं है. हालांकि, पहले अगर बैठक और प्रचार प्रसार के माध्यम से प्रयास किए जाते तो शायद सफलता मिल सकती थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांग्रेस ने भी बना दिया बड़ा मुद्दा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी धार जिले के पीथमपुर से लगे इंदौर के रहने वाले हैं. कांग्रेस ने भी पीथमपुर के मुद्दे को बड़ा बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी खुद पीथमपुर में मोर्चा संभालने पहुंचे थे. जीतू पटवारी ने अपने बयान में यह भी कहा कि कचरे के विनष्टीकरण के बाद कांग्रेस रामकी फैक्ट्री के आसपास की परिधि में 10 किलोमीटर तक वायु, जल और मिट्टी का परीक्षण कर लोगों को इसके खतरे से अवगत कराएगी. पटवारी के बयान को लोगों ने गंभीरता से लिया. कुल मिलाकर पूरा मामला राजनीति के कारण गर्मा गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लोगों ने दी थी आत्मदाह की चेतावनी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पीथमपुर में कचरे के विनष्टीकरण का विरोध कर रहे राजकुमार रघुवंशी और राजू पटेल के आत्मदाह की कोशिश ने भी लोगों को सड़कों पर उतार दिया. इस घटना के बाद बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी विरोध में सड़क पर उतर गए. धार पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह के मुताबिक आत्मदाह के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जिस प्रकार का वीडियो सामने आया है, उससे प्रतीत हो रहा है कि दोनों आंदोलनकारियों ने अपने शरीर पर ज्वलनशील पदार्थ जरूर डाला था मगर किसी ने पीछे से आग लगाकर षड्यंत्र के तहत घटना को अंजाम दिया है. इस मामले में पुलिस की जांच अलग से की जा रही है. पुलिस का पहला उद्देश्य पीथमपुर में पूरी तरह शांति कायम करना है. </p>
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