आगरा में पुलिस भर्ती की परीक्षा दे रहा था फर्जी-अभ्यर्थी:नाम बदलकर दे रहा था पेपर, अपना ही आधार कार्ड दोबारा बनवाया, AI से पकड़ा गया

आगरा में पुलिस भर्ती की परीक्षा दे रहा था फर्जी-अभ्यर्थी:नाम बदलकर दे रहा था पेपर, अपना ही आधार कार्ड दोबारा बनवाया, AI से पकड़ा गया

यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा के दौरान आगरा में शुक्रवार को एक फर्जी अभ्यर्थी पकड़ा गया। अभ्यर्थी किसी और की जगह नहीं बल्कि खुद अपनी ही परीक्षा नाम बदलकर दे रहा था। इसे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) की मदद से पकड़ा गया है। पूछताछ उसने बताया कि परीक्षा में वो नाम बदलकर बैठा था। इसके लिए आधार कार्ड भी बनवाया था। हाथरस का रहने वाला है। आइए जानते हैं पूरा मामला… चेहरे मैच नहीं किया आगरा के साकेत विद्यापीठ इंटर कॉलेज शाहगंज में मिला फर्जी अभ्यर्थी पकड़ा गया। सुबह की पाली में परीक्षा देने आया। दस्तावेजों की जांच हुई, तो उसका आधार कार्ड फर्जी मिला। वो विवेक नाम से परीक्षा दे रहा था। उसके पास इस नाम का आधार कार्ड भी था। AI तकनीक के जरिए जब उसका चेहरे को सर्च किया गया, तो उसका विमल नाम का रिकॉर्ड भी सामने आया। ऐसे पकड़ा गया
परीक्षा के दौरान विवेक नाम के अभ्यर्थी का आधार कार्ड वैरिफिकेशन के लिए बायो-मैट्रिक कराई गई। बायो मैट्रिक तो मैच हो गई। लेकिन, जब क्लास रूम में इसकी फोटो मैच कराई तो पता चला कि ये अभ्यर्थी 2018 में भी पुलिस भर्ती परीक्षा में बैठ चुका है। इसके दस्तावेज चेक किए तो उम्र करीब 24 साल आ रही थी। देखने में बड़ा लग रहा था। जब उससे पूछताछ की। उसने बताया कि वो पुलिस भर्ती के लिए ओवर एज हो गया था। इसके लिए उसने अपना नाम बदल कर एज कम करने के लिए दोबारा हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा दी। 5 साल कम कर ली उम्र
अभ्यर्थी ने पूछताछ में बताया कि उसका असली नाम विमल पुत्र विजय सिंह है। वो हाथरस का रहने वाला है। उसका जन्म 1995 में हुआ। उसने 2011 में हाईस्कूल और 2014 में इंटर की परीक्षा पास की थी। 2018 में पुलिस भर्ती परीक्षा में बैठ चुका है। उसका सलेक्शन नहीं हुआ। इसके बाद वो ओवर एज हो गया था। ऐसे में उसने ऐज कम करने के लिए 2018 में विमल की बजाए विवेक नाम से हाईस्कूल की परीक्षा दी। पिता का नाम भी विजय से भूरी कर लिया। इसके बाद 2021 में इंटर की परीक्षा पास कर ली। इसके आधार पर उसने अपना नया आधार कार्ड बनवा लिया। अपनी जन्मतिथि 1995 की जगह 2000 कर ली। यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा के दौरान आगरा में शुक्रवार को एक फर्जी अभ्यर्थी पकड़ा गया। अभ्यर्थी किसी और की जगह नहीं बल्कि खुद अपनी ही परीक्षा नाम बदलकर दे रहा था। इसे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) की मदद से पकड़ा गया है। पूछताछ उसने बताया कि परीक्षा में वो नाम बदलकर बैठा था। इसके लिए आधार कार्ड भी बनवाया था। हाथरस का रहने वाला है। आइए जानते हैं पूरा मामला… चेहरे मैच नहीं किया आगरा के साकेत विद्यापीठ इंटर कॉलेज शाहगंज में मिला फर्जी अभ्यर्थी पकड़ा गया। सुबह की पाली में परीक्षा देने आया। दस्तावेजों की जांच हुई, तो उसका आधार कार्ड फर्जी मिला। वो विवेक नाम से परीक्षा दे रहा था। उसके पास इस नाम का आधार कार्ड भी था। AI तकनीक के जरिए जब उसका चेहरे को सर्च किया गया, तो उसका विमल नाम का रिकॉर्ड भी सामने आया। ऐसे पकड़ा गया
परीक्षा के दौरान विवेक नाम के अभ्यर्थी का आधार कार्ड वैरिफिकेशन के लिए बायो-मैट्रिक कराई गई। बायो मैट्रिक तो मैच हो गई। लेकिन, जब क्लास रूम में इसकी फोटो मैच कराई तो पता चला कि ये अभ्यर्थी 2018 में भी पुलिस भर्ती परीक्षा में बैठ चुका है। इसके दस्तावेज चेक किए तो उम्र करीब 24 साल आ रही थी। देखने में बड़ा लग रहा था। जब उससे पूछताछ की। उसने बताया कि वो पुलिस भर्ती के लिए ओवर एज हो गया था। इसके लिए उसने अपना नाम बदल कर एज कम करने के लिए दोबारा हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा दी। 5 साल कम कर ली उम्र
अभ्यर्थी ने पूछताछ में बताया कि उसका असली नाम विमल पुत्र विजय सिंह है। वो हाथरस का रहने वाला है। उसका जन्म 1995 में हुआ। उसने 2011 में हाईस्कूल और 2014 में इंटर की परीक्षा पास की थी। 2018 में पुलिस भर्ती परीक्षा में बैठ चुका है। उसका सलेक्शन नहीं हुआ। इसके बाद वो ओवर एज हो गया था। ऐसे में उसने ऐज कम करने के लिए 2018 में विमल की बजाए विवेक नाम से हाईस्कूल की परीक्षा दी। पिता का नाम भी विजय से भूरी कर लिया। इसके बाद 2021 में इंटर की परीक्षा पास कर ली। इसके आधार पर उसने अपना नया आधार कार्ड बनवा लिया। अपनी जन्मतिथि 1995 की जगह 2000 कर ली।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर