<p style=”text-align: justify;”><strong> Road Jam In Arrah:</strong> बिहार के आरा में लचर ट्रैफिक व्यवस्था आए दिन लोगों के लिए परेशानी का सबब बन जाती है. सोमवार को एक बार फिर शहर पूरी तरह जाम के गिरफ्त में रहा. जाम की समस्या से परेशान आरा वासियों को सड़क छोड़कर गलियों का सहारा लेना पड़ा, जिससे सड़क पर लगने वाला जाम गलियों तक पहुंच गया. हालात ये थे कि ऑटो और अन्य वाहनों पर सवार लोग बीच रास्ते में ही ऊतर कर पैदल जाने लगे, ताकि अपने काम जल्दी कर सकें, लेकिन इस महाजाम में पैदल चलने की जगह भी नहीं थी. इस दौरान आम जनों को कई घंटों तक ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सुबह 9 नौ बजे से दोपहर 2 बजे तक लगा रहा जाम</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल सोमवार को सुबह 9 नौ बजे से ही जाम शुरू हो गया और कई घंटे जाम की समस्या बनी रही. इस दौरान प्राइवेट वाहन और एम्बुलेंस भी जाम में फंसी रही. जरूरी काम से जा रहे लोगों को खासी परेशानी हुई. ट्रैफिक कंट्रोल में लगे जवानों को जाम से छुटकारा दिलाने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा. इस जाम के आगे ट्रैफिक पुलिस की संख्या बहुत ही कम दिखाई दी. दिन के दो बजे के बाद शहर की सड़कों पर जाम का असर कुछ कम हुआ. जाम का ये बदहाल दृश्य आरा शहर के पकड़ी चौक, जेल रोड, गोपाली चौक, शिवगंज मोड़, महादेवा, धर्मन चौक पर देखने को मिला, जहां वाहनों के लंबी करातें घंटों लगी रहीं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>तमाम प्रयास के बावजूद दिन के दो बजे तक पुलिस ट्रैफिक व्यवस्था को ठीक नहीं कर सकी. बाद में जब पुलिस सख्ती पर उतारू हुई, तब जाकर वाहनों का पहिया सरकने लगा. इसके बाद धीरे-धीरे शहर की स्थिति सामान्य हुई. वहीं इस जाम का मुख्य कारण शहर में बड़े बड़े पार्किंग की कमी और सड़क पर खड़े वाहनों को बताया गया, जिसकी वजह से टमटम पड़ाव से लेकर गोपाली चौक और शिवगंज तक महजाम लगा रहा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बाइक सवार एक शख्स असीम सिंह ने कहा कि कोईलवर जाने के लिए निकले थे. शिनगंज में घंटों से जाम में फंसे है. अब तक कोईलवर पहुंच गए होते. आज तक ऐसा जाम नहीं देखा था. ट्रैफिक पुलिस भी काफी देर में पहुंची. कोई व्यवस्था नहीं है. लोग जहां चाहते हैं बेतरीका वाहन घुसा देते हैं जिससे जाम लग जाता है. ट्रैफिक पुलिस की भी कमी है. एक युवक ने कहा कि अक्सर ऐसा ही होता है, ये जाम की समस्या रोज की है. ऐसे ही चलता है. जरूरी काम से जा रहे थे, लेकिन घंटो से बाइक लिए खड़े हैं. इस बीच कई लोग प्रशासन को कोसते हुए नजर आए. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तीसरी आंख से नजर रखी जाएगी लोगों पर नजर- एसपी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि इस समस्या से निजात दिलाने के लिए शहर में दस मुख्य चौराहों पर एएनपीआर कैमरा लगाने को लेकर जगह चिह्नित कर ली गई है. अब भोजपुर में ट्रैफिक नियमों को ताक पर रख कर वाहन चलाने वालों की आने वाले दिनों में खैर नहीं रहेगी. खासकर आरा शहर की सड़कों पर दोपहिया समेत चारपहिया वाहन चलाने वालों पर तीसरी आंख से नजर रखी जाएगी. एसपी राज ने बताया कि ट्रैफिक नियमों का पालन कराने और विधि व्यवस्था पर नजर रखने के लिए ये कैमरे लगाए जाएंगे. इसके लिए शहर में दस जगहों का चयन किया गया, जहां कैमरे लगाए जाएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कैमरा लगने से वाहनों के नंबर प्लेट की तस्वीर कैमरे में साफ तौर पर खिंची जा सकेगी. इससे ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले खासकर बिना हेलमेट के दोपहिया चलाने वाले और दोपहिया पर ट्रिपल लोड चलने वालों पर ऑटोमेटिक जुर्माना की कार्रवाई होगी. वाहन चलाने के दौरान ट्रैफिक तोड़ने वाले वाहनों पर भी ऑनलाइन माध्यम से जुर्माना की कार्रवाई की जा सकेगी. वहीं शहर में विधि व्यवस्था पर भी कैमरे से नजर रखी जा सकेगी. खासकर पर्व-त्योहारों के मौके पर भीड़ को नियंत्रित करने और किसी तरह की घटना को अंजाम देकर भागने वालों पर भी कैमरे की नजर से देखा जा सकेगा और उन पर पुलिस की ओर से तत्काल कार्रवाई की जा सकेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके लिए पुलिस कार्यालय में अलग से कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा. यहां से हर गतिविधि पर ट्रैफिक पुलिस टीम नजर रखेगी. अब भोजपुर एसपी की ओर से प्रस्ताव भेजे जाने के बाद राज्य सरकार की मंजूरी मिलने का इंतजार है. आरा शहर से सटे जीरोमाइल मोड़ व धोबीघाट मोड़ समेत धरहरा में भी कैमरे लगेंगे. वहीं शहर के चंदवा मोड़, कतिरा मोड़, जज कोठी मोड़, सपना सिनेमा मोड़, मठिया मोड़ और सिंडिकेट मोड़ के पास कैमरा लगाने के लिए जगह चिह्नित किये गये हैं. ऑटोमेटिक सिग्नल लगने से जाम से मिलेगी राहत शहर की सड़कों पर ट्रैफिक नियमों को तोड़कर लोग वाहन चलाते हैं, खासकर नो एंट्री वाले एरिया में भी बिना किसी डर के चारपहिया वाहन चलाए जाते हैं. इससे अक्सर जाम की समस्या बनी रहती है और ट्रैफिक नियम तोड़ने से सड़क हादसे भी होते रहते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस कैमरे के साथ चौक-चौराहों पर ऑटोमेटिक सिग्नल होने से लोगों को जुर्माना के डर से ट्रैफिक नियमों का पालन करना मजबूरी होगी. ऐसे में जाम से राहत मिलेगी और सड़क हादसों में कमी आएगी. फिलहाल ये कैमरे और ऑटोमेटिक सिग्नल बिहार के पटना व सासाराम समेत कई बड़े शहरों में लग गए हैं. कुछ जगहों पर यह सिस्टम काम करने लगा है तो कई जगह अभी काम नहीं कर रहा है. भोजपुर में भी मार्च से अप्रैल महीने तक यह सिस्टम लगने की संभावना है. बता दें कि पटना यातायात पुलिस मुख्यालय से बिहार के 26 जिलों का चयन किया गया है, जहां यह सिस्टम लगाया जाना है. इनमें भोजपुर का मुख्यालय आरा शहर भी शामिल है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कैसे काम करता है एएनपीआर कैमरा? </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>एएनपीआर (ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन) स्वचालित नंबर प्लेट पहचानने की तकनीक में इस्तेमाल होने वाला कैमरा होता है. यह कैमरा वाहनों का नंबर प्लेट पढ़ने और पहचानने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. एएनपीआर कैमरे का इस्तेमाल कई तरह के काम में किया जाता है. एएनपीआर कैमरा वाहनों के नंबर प्लेट की तस्वीर लेता है. तस्वीर को प्रोसेस कर प्लेट नंबर निकाला जाता है. इसके लिए ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकॉग्निशन (ओसीआर) का इस्तेमाल किया जाता है. यह दिखने वाले डाटा को डिजिटल टेक्स्ट में बदल देता है. इस कैमरे का इस्तेमाल पुलिस की ओर से आपराधिक गतिविधियों को ट्रैक करने के लिए, वाहन ट्रैकिंग के लिए, इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह के लिए और स्मार्ट पार्किंग के लिए किया जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ेंः <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/former-union-minister-ashwini-kumar-choubey-statement-on-delhi-assembly-elections-targeted-aap-and-congress-ann-2866854″>’आपदा और आतंकवाद फैलाने वाले…’, दिल्ली चुनाव को लेकर अश्विनी चौबे का बड़ा बयान, पूर्वोत्तर भारत का लिया नाम</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong> Road Jam In Arrah:</strong> बिहार के आरा में लचर ट्रैफिक व्यवस्था आए दिन लोगों के लिए परेशानी का सबब बन जाती है. सोमवार को एक बार फिर शहर पूरी तरह जाम के गिरफ्त में रहा. जाम की समस्या से परेशान आरा वासियों को सड़क छोड़कर गलियों का सहारा लेना पड़ा, जिससे सड़क पर लगने वाला जाम गलियों तक पहुंच गया. हालात ये थे कि ऑटो और अन्य वाहनों पर सवार लोग बीच रास्ते में ही ऊतर कर पैदल जाने लगे, ताकि अपने काम जल्दी कर सकें, लेकिन इस महाजाम में पैदल चलने की जगह भी नहीं थी. इस दौरान आम जनों को कई घंटों तक ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सुबह 9 नौ बजे से दोपहर 2 बजे तक लगा रहा जाम</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल सोमवार को सुबह 9 नौ बजे से ही जाम शुरू हो गया और कई घंटे जाम की समस्या बनी रही. इस दौरान प्राइवेट वाहन और एम्बुलेंस भी जाम में फंसी रही. जरूरी काम से जा रहे लोगों को खासी परेशानी हुई. ट्रैफिक कंट्रोल में लगे जवानों को जाम से छुटकारा दिलाने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा. इस जाम के आगे ट्रैफिक पुलिस की संख्या बहुत ही कम दिखाई दी. दिन के दो बजे के बाद शहर की सड़कों पर जाम का असर कुछ कम हुआ. जाम का ये बदहाल दृश्य आरा शहर के पकड़ी चौक, जेल रोड, गोपाली चौक, शिवगंज मोड़, महादेवा, धर्मन चौक पर देखने को मिला, जहां वाहनों के लंबी करातें घंटों लगी रहीं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>तमाम प्रयास के बावजूद दिन के दो बजे तक पुलिस ट्रैफिक व्यवस्था को ठीक नहीं कर सकी. बाद में जब पुलिस सख्ती पर उतारू हुई, तब जाकर वाहनों का पहिया सरकने लगा. इसके बाद धीरे-धीरे शहर की स्थिति सामान्य हुई. वहीं इस जाम का मुख्य कारण शहर में बड़े बड़े पार्किंग की कमी और सड़क पर खड़े वाहनों को बताया गया, जिसकी वजह से टमटम पड़ाव से लेकर गोपाली चौक और शिवगंज तक महजाम लगा रहा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बाइक सवार एक शख्स असीम सिंह ने कहा कि कोईलवर जाने के लिए निकले थे. शिनगंज में घंटों से जाम में फंसे है. अब तक कोईलवर पहुंच गए होते. आज तक ऐसा जाम नहीं देखा था. ट्रैफिक पुलिस भी काफी देर में पहुंची. कोई व्यवस्था नहीं है. लोग जहां चाहते हैं बेतरीका वाहन घुसा देते हैं जिससे जाम लग जाता है. ट्रैफिक पुलिस की भी कमी है. एक युवक ने कहा कि अक्सर ऐसा ही होता है, ये जाम की समस्या रोज की है. ऐसे ही चलता है. जरूरी काम से जा रहे थे, लेकिन घंटो से बाइक लिए खड़े हैं. इस बीच कई लोग प्रशासन को कोसते हुए नजर आए. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तीसरी आंख से नजर रखी जाएगी लोगों पर नजर- एसपी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि इस समस्या से निजात दिलाने के लिए शहर में दस मुख्य चौराहों पर एएनपीआर कैमरा लगाने को लेकर जगह चिह्नित कर ली गई है. अब भोजपुर में ट्रैफिक नियमों को ताक पर रख कर वाहन चलाने वालों की आने वाले दिनों में खैर नहीं रहेगी. खासकर आरा शहर की सड़कों पर दोपहिया समेत चारपहिया वाहन चलाने वालों पर तीसरी आंख से नजर रखी जाएगी. एसपी राज ने बताया कि ट्रैफिक नियमों का पालन कराने और विधि व्यवस्था पर नजर रखने के लिए ये कैमरे लगाए जाएंगे. इसके लिए शहर में दस जगहों का चयन किया गया, जहां कैमरे लगाए जाएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कैमरा लगने से वाहनों के नंबर प्लेट की तस्वीर कैमरे में साफ तौर पर खिंची जा सकेगी. इससे ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले खासकर बिना हेलमेट के दोपहिया चलाने वाले और दोपहिया पर ट्रिपल लोड चलने वालों पर ऑटोमेटिक जुर्माना की कार्रवाई होगी. वाहन चलाने के दौरान ट्रैफिक तोड़ने वाले वाहनों पर भी ऑनलाइन माध्यम से जुर्माना की कार्रवाई की जा सकेगी. वहीं शहर में विधि व्यवस्था पर भी कैमरे से नजर रखी जा सकेगी. खासकर पर्व-त्योहारों के मौके पर भीड़ को नियंत्रित करने और किसी तरह की घटना को अंजाम देकर भागने वालों पर भी कैमरे की नजर से देखा जा सकेगा और उन पर पुलिस की ओर से तत्काल कार्रवाई की जा सकेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके लिए पुलिस कार्यालय में अलग से कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा. यहां से हर गतिविधि पर ट्रैफिक पुलिस टीम नजर रखेगी. अब भोजपुर एसपी की ओर से प्रस्ताव भेजे जाने के बाद राज्य सरकार की मंजूरी मिलने का इंतजार है. आरा शहर से सटे जीरोमाइल मोड़ व धोबीघाट मोड़ समेत धरहरा में भी कैमरे लगेंगे. वहीं शहर के चंदवा मोड़, कतिरा मोड़, जज कोठी मोड़, सपना सिनेमा मोड़, मठिया मोड़ और सिंडिकेट मोड़ के पास कैमरा लगाने के लिए जगह चिह्नित किये गये हैं. ऑटोमेटिक सिग्नल लगने से जाम से मिलेगी राहत शहर की सड़कों पर ट्रैफिक नियमों को तोड़कर लोग वाहन चलाते हैं, खासकर नो एंट्री वाले एरिया में भी बिना किसी डर के चारपहिया वाहन चलाए जाते हैं. इससे अक्सर जाम की समस्या बनी रहती है और ट्रैफिक नियम तोड़ने से सड़क हादसे भी होते रहते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस कैमरे के साथ चौक-चौराहों पर ऑटोमेटिक सिग्नल होने से लोगों को जुर्माना के डर से ट्रैफिक नियमों का पालन करना मजबूरी होगी. ऐसे में जाम से राहत मिलेगी और सड़क हादसों में कमी आएगी. फिलहाल ये कैमरे और ऑटोमेटिक सिग्नल बिहार के पटना व सासाराम समेत कई बड़े शहरों में लग गए हैं. कुछ जगहों पर यह सिस्टम काम करने लगा है तो कई जगह अभी काम नहीं कर रहा है. भोजपुर में भी मार्च से अप्रैल महीने तक यह सिस्टम लगने की संभावना है. बता दें कि पटना यातायात पुलिस मुख्यालय से बिहार के 26 जिलों का चयन किया गया है, जहां यह सिस्टम लगाया जाना है. इनमें भोजपुर का मुख्यालय आरा शहर भी शामिल है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कैसे काम करता है एएनपीआर कैमरा? </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>एएनपीआर (ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन) स्वचालित नंबर प्लेट पहचानने की तकनीक में इस्तेमाल होने वाला कैमरा होता है. यह कैमरा वाहनों का नंबर प्लेट पढ़ने और पहचानने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. एएनपीआर कैमरे का इस्तेमाल कई तरह के काम में किया जाता है. एएनपीआर कैमरा वाहनों के नंबर प्लेट की तस्वीर लेता है. तस्वीर को प्रोसेस कर प्लेट नंबर निकाला जाता है. इसके लिए ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकॉग्निशन (ओसीआर) का इस्तेमाल किया जाता है. यह दिखने वाले डाटा को डिजिटल टेक्स्ट में बदल देता है. इस कैमरे का इस्तेमाल पुलिस की ओर से आपराधिक गतिविधियों को ट्रैक करने के लिए, वाहन ट्रैकिंग के लिए, इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह के लिए और स्मार्ट पार्किंग के लिए किया जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ेंः <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/former-union-minister-ashwini-kumar-choubey-statement-on-delhi-assembly-elections-targeted-aap-and-congress-ann-2866854″>’आपदा और आतंकवाद फैलाने वाले…’, दिल्ली चुनाव को लेकर अश्विनी चौबे का बड़ा बयान, पूर्वोत्तर भारत का लिया नाम</a></strong></p> बिहार महाकुंभ में जिस बात पर हुआ था विवाद फिर वही दोहराएंगी हर्षा रिछारिया? अखाड़ा परिषद ने साफ कर दी तस्वीर