आशीष तायल, जिन्हें अनिल विज ने गद्दार कहा:16 साल से भाजपा में; कभी विज के करीबी थे, अनबन हुई तो सैनी से जुड़े

आशीष तायल, जिन्हें अनिल विज ने गद्दार कहा:16 साल से भाजपा में; कभी विज के करीबी थे, अनबन हुई तो सैनी से जुड़े

हरियाणा के बिजली एवं परिवहन मंत्री अनिल विज ने 17 फोटो जारी कर जिस आशीष तायल को गद्दार कहा, वह कभी उनके साथ रह चुके हैं। विज की नाराजगी दूर करने के लिए भाजपा ने तायल को अंबाला के कोषाध्यक्ष पद से भी हटा दिया। तायल 16 साल से भाजपा से जुड़े हुए हैं। यहां तक कि विज ने खुद सिफारिश कर उन्हें टिकट भी दिलाई थी। हालांकि, दोनों के रिश्ते बिगड़े तो तायल विज की जगह नायब सैनी के करीब हो गए। वहीं, तायल का अब भी कहना है कि विज ने उनका नाम क्यों घसीटा, उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा। अंबाला में यह भी चर्चा है कि भाजपा के संगठन चुनाव चल रहे हैं। ऐसे में तायल को कोषाध्यक्ष की जगह अंबाला का अध्यक्ष बनाया जा सकता था। इसी वजह से विज ने एग्रेसिव होकर तायल को सीधे गद्दार कह दिया। कौंन हैं आशीष तायल, जिनका नाम विज की वजह से सुर्खियों में… कॉलेज टाइम में ABVP जॉइन की, कॉलेज अध्यक्ष का चुनाव जीता
आशीष तायल का जन्म करनाल जिले के कुंजपुरा गांव में हुआ था। 1989 में उनके पिता दयाल चंद गुप्ता परिवार समेत अंबाला शिफ्ट हो गए। तायल ने यहां सैनिक स्कूल में पढ़ाई की। तायल के पिता ने एक फैक्ट्री लगाई, जिसके बाद वे अंबाला के एसडी कॉलेज में ही पढ़ने लगे। इस दौरान इन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) जॉइन कर ली। साथ ही 1995-96 में एसडी कॉलेज के अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ा और जीत गए। 2009 में BJP जॉइन की, अंबाला कैंट से वार्ड चुनाव लड़ा
आशीष तायल ने 2009 में बीजेपी जॉइन कर ली। 2013 में अंबाला कैंट के वार्ड नंबर 18 से भाजपा उम्मीदवार के रूप में नगर निगम पार्षद के लिए चुनाव लड़ा, हालांकि वह हार गए। 2013 से 2016 तक भाजपा आईटी सेल जिला संयोजक के रूप में काम किया। 2013-2014 के दौरान अंबाला कैंट में भाजपा चुनाव एजेंडे के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए कॉलेज के छात्रों के लिए कई कार्यशालाओं का आयोजन किया। BJP में आने पर विज से अच्छे संबंध रहे, टिकट भी दिलाई
BJP में आने के बाद आशीष तायल के अनिल विज के साथ अच्छे संबंध बन गए। संबंध इतने गहरे थे कि अनिल विज की सिफारिश पर 2013 में तायल को अंबाला नगर निगम से पार्षद चुनाव का बीजेपी का टिकट भी दिया गया। इसके बाद दोनों काफी समय तक साथ रहे। 2014 में बीजेपी ने हरियाणा में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। इसके बाद अनिल विज स्वास्थ्य मंत्री बने। चर्चा यह है कि इसी दौरान अंबाला में एक अस्पताल बनना शुरू हुआ। जो अब मेडिकल कॉलेज बन चुका है। चूंकि अनिल विज स्वास्थ्य मंत्री थे, इसलिए इस अस्पताल के निर्माण के लिए NOC देनी थी। जिसको लेकर ही विज और तायल के बीच अनबन हो गई। जिससे दोनों के संबंध बिगड़ते चले गए। विज से खटपट के बाद सैनी के करीब हुए तायल
2014 में CM बनने के बाद मनोहर लाल खट्‌टर ने अपने पुराने साथी नायब सैनी को राज्यमंत्री बना दिया। तब तायल की सैनी के साथ नजदीकियां बढ़ती चली गईं। दोनों अंबाला कैंट के SD कॉलेज में कुछ समय साथ रहे थे। इस वजह से विज से खटास के बाद तायल सैनी के पास चले गए। जब नायब सैनी मुख्यमंत्री बने तो तायल लगातार उनके टच में रहे। 2024 में अंबाला के कोषाध्यक्ष बने
सैनी से नजदीकी की वजह से 2014 के लोकसभा और हरियाणा विधानसभा चुनावों में तायल ने भाजपा से शक्ति केंद्र प्रमुख के रूप में भी काम किया। दोनों चुनावों में सभी बूथ भाजपा ने चुनाव जीता। 2018 से 2024 तक तायल महेश नगर मंडल सचिव और शक्ति केंद्र प्रमुख के रूप में काम करते रहे। फरवरी 2024 में तायल को अंबाला में भाजपा जिला कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली। अप्रैल 2024 में नारायणगढ़ मंडल प्रभारी की जिम्मेदारी भी मिली। तायल को लेकर विवाद कैसे हुआ
अनिल विज ने सोमवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की। जिसमें आशीष तायल को CM नायब सैनी और फिर उन वर्करों के साथ दिखाया, जो चुनाव के वक्त विज की विरोधी निर्दलीय उम्मीदवार चित्रा सरवारा के साथ नजर आ रहे थे। विज ने तायल पर गद्दार का भी ठप्पा लगाया। इस पोस्ट में अनिल विज ने लिखा– ”आशीष तायल जो खुद को नायब सैनी का मित्र बताते हैं, उनकी फेसबुक पर नायब सैनी के साथ अनेकों चित्र मौजूद हैं। आशीष तायल के साथ विधानसभा चुनाव के दौरान जो कार्यकर्ता नजर आ रहे हैं वही कार्यकर्ता चित्रा सरवारा भाजपा की विरोधी उम्मीदवार के साथ भी नजर आ रहे हैं। ये रिश्ता क्या कहलाता है..? उन्होंने आगे लिखा- तायल आज भी नायब सैनी के परम मित्र बने हुए हैं तो फिर प्रश्न उठता है की भाजपा उम्मीदवार (अनिल विज) की मुखालफत किसने करवाई?। विज ने इन तस्वीरों को वीडियो के रूप में जारी करते हुए बैकग्राउंड में ‘ क्या मिलिए ऐसे लोगों से जिनकी फितरत छुपी रहे, नकली चेहरा सामने आए, असली सूरत छुपी रहे’ गाना लगाया। तायल ने कहा- पता नहीं, विज मेरा नाम क्यों घसीट रहे
इस बारे में जब तायल से पूछा गया तो तो उन्होंने कहा– मुझे सच में नहीं पता कि वह मेरा नाम अनिल विज क्यों घसीट रहे हैं? मैं 16 साल से भाजपा का मेंबर हूं। मैंने इस चुनाव में अंबाला छावनी में बहुत मेहनत की है। इसके फोटो और वीडियो मेरे पास मौजूद हैं। अब जो कार्यकर्ता की फोटो दिखाई जा रही है वह मेरे कार्यकर्ता नहीं हैं। वह भाजपा के कार्यकर्ता हैं। उनकी फोटो विज के साथ भी हैं। हालांकि इस चुनाव में कुछ कार्यकर्ता बीजेपी को छोड़कर चले गए, उन्होंने कांग्रेस जॉइन कर ली। —————————- विज से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… विज ने जिसे गद्दार कहा, BJP ने कोषाध्यक्ष पद से हटाया, पार्टी प्रभारी से मुलाकात के बाद लेटर सामने आया बिजली एवं परिवहन मंत्री अनिल विज ने जिस भाजपा नेता आशीष तायल की फोटो जारी कर गद्दार कहा था, पार्टी ने उन्हें अंबाला जिला भाजपा के कोषाध्यक्ष पद से हटा दिया है। इसका लेटर मंगलवार को पार्टी के प्रदेश प्रभारी सतीश पूनिया की विज से 2 घंटे मीटिंग के बाद सामने आया। पूरी खबर पढ़ें… अनिल विज, जिन्होंने अपनी BJP सरकार मुश्किल में फंसाई:धरने के लिए दरी लेकर चलते थे अनिल विज ने 5 दिन से अपनी ही पार्टी, BJP की सरकार को मुश्किल में डाल रखा है। उनके टारगेट पर एक तरफ CM नायब सैनी हैं तो दूसरी तरफ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली हैं (पूरी खबर पढ़ें) विज ने CM की फोटो पर गद्दार का ठप्पा लगाया:सैनी समर्थकों की चित्रा सरवारा संग 17 तस्वीरें जारी की; नीचे 6 बार लिखा गद्दार-गद्दार विज ने इन तस्वीरों को वीडियो के रूप में जारी करते हुए बैकग्राउंड में ‘ क्या मिलिए ऐसे लोगों से जिनकी फितरत छुपी रहे, नकली चेहरा सामने आए, असली सूरत छुपी रहे’ गाना लगाया (पढ़ें पूरी खबर) हरियाणा के बिजली एवं परिवहन मंत्री अनिल विज ने 17 फोटो जारी कर जिस आशीष तायल को गद्दार कहा, वह कभी उनके साथ रह चुके हैं। विज की नाराजगी दूर करने के लिए भाजपा ने तायल को अंबाला के कोषाध्यक्ष पद से भी हटा दिया। तायल 16 साल से भाजपा से जुड़े हुए हैं। यहां तक कि विज ने खुद सिफारिश कर उन्हें टिकट भी दिलाई थी। हालांकि, दोनों के रिश्ते बिगड़े तो तायल विज की जगह नायब सैनी के करीब हो गए। वहीं, तायल का अब भी कहना है कि विज ने उनका नाम क्यों घसीटा, उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा। अंबाला में यह भी चर्चा है कि भाजपा के संगठन चुनाव चल रहे हैं। ऐसे में तायल को कोषाध्यक्ष की जगह अंबाला का अध्यक्ष बनाया जा सकता था। इसी वजह से विज ने एग्रेसिव होकर तायल को सीधे गद्दार कह दिया। कौंन हैं आशीष तायल, जिनका नाम विज की वजह से सुर्खियों में… कॉलेज टाइम में ABVP जॉइन की, कॉलेज अध्यक्ष का चुनाव जीता
आशीष तायल का जन्म करनाल जिले के कुंजपुरा गांव में हुआ था। 1989 में उनके पिता दयाल चंद गुप्ता परिवार समेत अंबाला शिफ्ट हो गए। तायल ने यहां सैनिक स्कूल में पढ़ाई की। तायल के पिता ने एक फैक्ट्री लगाई, जिसके बाद वे अंबाला के एसडी कॉलेज में ही पढ़ने लगे। इस दौरान इन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) जॉइन कर ली। साथ ही 1995-96 में एसडी कॉलेज के अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ा और जीत गए। 2009 में BJP जॉइन की, अंबाला कैंट से वार्ड चुनाव लड़ा
आशीष तायल ने 2009 में बीजेपी जॉइन कर ली। 2013 में अंबाला कैंट के वार्ड नंबर 18 से भाजपा उम्मीदवार के रूप में नगर निगम पार्षद के लिए चुनाव लड़ा, हालांकि वह हार गए। 2013 से 2016 तक भाजपा आईटी सेल जिला संयोजक के रूप में काम किया। 2013-2014 के दौरान अंबाला कैंट में भाजपा चुनाव एजेंडे के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए कॉलेज के छात्रों के लिए कई कार्यशालाओं का आयोजन किया। BJP में आने पर विज से अच्छे संबंध रहे, टिकट भी दिलाई
BJP में आने के बाद आशीष तायल के अनिल विज के साथ अच्छे संबंध बन गए। संबंध इतने गहरे थे कि अनिल विज की सिफारिश पर 2013 में तायल को अंबाला नगर निगम से पार्षद चुनाव का बीजेपी का टिकट भी दिया गया। इसके बाद दोनों काफी समय तक साथ रहे। 2014 में बीजेपी ने हरियाणा में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। इसके बाद अनिल विज स्वास्थ्य मंत्री बने। चर्चा यह है कि इसी दौरान अंबाला में एक अस्पताल बनना शुरू हुआ। जो अब मेडिकल कॉलेज बन चुका है। चूंकि अनिल विज स्वास्थ्य मंत्री थे, इसलिए इस अस्पताल के निर्माण के लिए NOC देनी थी। जिसको लेकर ही विज और तायल के बीच अनबन हो गई। जिससे दोनों के संबंध बिगड़ते चले गए। विज से खटपट के बाद सैनी के करीब हुए तायल
2014 में CM बनने के बाद मनोहर लाल खट्‌टर ने अपने पुराने साथी नायब सैनी को राज्यमंत्री बना दिया। तब तायल की सैनी के साथ नजदीकियां बढ़ती चली गईं। दोनों अंबाला कैंट के SD कॉलेज में कुछ समय साथ रहे थे। इस वजह से विज से खटास के बाद तायल सैनी के पास चले गए। जब नायब सैनी मुख्यमंत्री बने तो तायल लगातार उनके टच में रहे। 2024 में अंबाला के कोषाध्यक्ष बने
सैनी से नजदीकी की वजह से 2014 के लोकसभा और हरियाणा विधानसभा चुनावों में तायल ने भाजपा से शक्ति केंद्र प्रमुख के रूप में भी काम किया। दोनों चुनावों में सभी बूथ भाजपा ने चुनाव जीता। 2018 से 2024 तक तायल महेश नगर मंडल सचिव और शक्ति केंद्र प्रमुख के रूप में काम करते रहे। फरवरी 2024 में तायल को अंबाला में भाजपा जिला कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली। अप्रैल 2024 में नारायणगढ़ मंडल प्रभारी की जिम्मेदारी भी मिली। तायल को लेकर विवाद कैसे हुआ
अनिल विज ने सोमवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की। जिसमें आशीष तायल को CM नायब सैनी और फिर उन वर्करों के साथ दिखाया, जो चुनाव के वक्त विज की विरोधी निर्दलीय उम्मीदवार चित्रा सरवारा के साथ नजर आ रहे थे। विज ने तायल पर गद्दार का भी ठप्पा लगाया। इस पोस्ट में अनिल विज ने लिखा– ”आशीष तायल जो खुद को नायब सैनी का मित्र बताते हैं, उनकी फेसबुक पर नायब सैनी के साथ अनेकों चित्र मौजूद हैं। आशीष तायल के साथ विधानसभा चुनाव के दौरान जो कार्यकर्ता नजर आ रहे हैं वही कार्यकर्ता चित्रा सरवारा भाजपा की विरोधी उम्मीदवार के साथ भी नजर आ रहे हैं। ये रिश्ता क्या कहलाता है..? उन्होंने आगे लिखा- तायल आज भी नायब सैनी के परम मित्र बने हुए हैं तो फिर प्रश्न उठता है की भाजपा उम्मीदवार (अनिल विज) की मुखालफत किसने करवाई?। विज ने इन तस्वीरों को वीडियो के रूप में जारी करते हुए बैकग्राउंड में ‘ क्या मिलिए ऐसे लोगों से जिनकी फितरत छुपी रहे, नकली चेहरा सामने आए, असली सूरत छुपी रहे’ गाना लगाया। तायल ने कहा- पता नहीं, विज मेरा नाम क्यों घसीट रहे
इस बारे में जब तायल से पूछा गया तो तो उन्होंने कहा– मुझे सच में नहीं पता कि वह मेरा नाम अनिल विज क्यों घसीट रहे हैं? मैं 16 साल से भाजपा का मेंबर हूं। मैंने इस चुनाव में अंबाला छावनी में बहुत मेहनत की है। इसके फोटो और वीडियो मेरे पास मौजूद हैं। अब जो कार्यकर्ता की फोटो दिखाई जा रही है वह मेरे कार्यकर्ता नहीं हैं। वह भाजपा के कार्यकर्ता हैं। उनकी फोटो विज के साथ भी हैं। हालांकि इस चुनाव में कुछ कार्यकर्ता बीजेपी को छोड़कर चले गए, उन्होंने कांग्रेस जॉइन कर ली। —————————- विज से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… विज ने जिसे गद्दार कहा, BJP ने कोषाध्यक्ष पद से हटाया, पार्टी प्रभारी से मुलाकात के बाद लेटर सामने आया बिजली एवं परिवहन मंत्री अनिल विज ने जिस भाजपा नेता आशीष तायल की फोटो जारी कर गद्दार कहा था, पार्टी ने उन्हें अंबाला जिला भाजपा के कोषाध्यक्ष पद से हटा दिया है। इसका लेटर मंगलवार को पार्टी के प्रदेश प्रभारी सतीश पूनिया की विज से 2 घंटे मीटिंग के बाद सामने आया। पूरी खबर पढ़ें… अनिल विज, जिन्होंने अपनी BJP सरकार मुश्किल में फंसाई:धरने के लिए दरी लेकर चलते थे अनिल विज ने 5 दिन से अपनी ही पार्टी, BJP की सरकार को मुश्किल में डाल रखा है। उनके टारगेट पर एक तरफ CM नायब सैनी हैं तो दूसरी तरफ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली हैं (पूरी खबर पढ़ें) विज ने CM की फोटो पर गद्दार का ठप्पा लगाया:सैनी समर्थकों की चित्रा सरवारा संग 17 तस्वीरें जारी की; नीचे 6 बार लिखा गद्दार-गद्दार विज ने इन तस्वीरों को वीडियो के रूप में जारी करते हुए बैकग्राउंड में ‘ क्या मिलिए ऐसे लोगों से जिनकी फितरत छुपी रहे, नकली चेहरा सामने आए, असली सूरत छुपी रहे’ गाना लगाया (पढ़ें पूरी खबर)   हरियाणा | दैनिक भास्कर