एक बूढ़े मच्छर ने युवा मच्छर से कहा, ‘संघर्ष के बारे में तुम्हें क्या मालूम? आजकल तो बहुत सुविधा मिल गई है। पहले इतना खुलापन कहां था कि हम कहीं भी काट सकें।’ यही स्थिति हमारी भी है। जैसी जिंदगी बिताई है, उसे याद करते हैं तो दर्द महसूस होता है। मजे की बात यह है कि उस समय जब प्रेमी-प्रेमिका आपस में मिलते थे, तो प्रेमिका कहती थी, ‘कहीं कोई देख न ले।’ अब स्थिति बदल गई है। अब आजकल के प्रेमी कहते हैं कि, ‘प्यार करने वाले कभी डरते नहीं, जो डरते हैं वो प्यार करते नहीं!’ उस दौरान पुरानी फिल्मों में भी प्यार का स्कोप बहुत अधिक नहीं होता था। पेड़ की एक टहनी को नायक पकड़ लेता था, दूसरी टहनी को नायिका पकड़ लेती थी। बस, हो गया प्यार! ज्यादा निकटता दिखाने के लिए दोनों एक ही टहनी पकड़कर गाना गा लेते थे और क्या! लेकिन अब फिल्मों का प्यार बिल्कुल बदल गया है। गाने की सिचुएशन आते ही अचानक सौ-सवा सौ नर्तक प्रकट हो जाते हैं। नायक-नायिका एक झटके में विदेश की लोकेशन पर गाना गाने लगते हैं। नायक लड़का कितना भी गरीब क्यों ना हो, लेकिन प्यार का इजहार करने के लिए विदेश की लोकेशन तो मस्ट होती है। अरे पहले तो फिल्म के परदे पर दो फूल आपस में मिल जाते थे, तो काफी होता था! आजकल तो शादियों के लिए प्री-वेडिंग शूट होते हैं। इसमें लड़के-लड़की शादी से पहले किसी रोमांटिक लोकेशन पर जाकर शूटिंग करते हैं। उनके साथ पांच-सात, छोरे-छोरियों का ग्रुप भी जाता है। फोटोशूट का बिल दो-चार लाख रुपए से कम नहीं रहता। और जो एल्बम बनती है, वह ब्याह के कुछ साल बाद एक-दूसरे को कोसने के काम आती है। हम अब बहुत आगे बढ़ गए हैं। पहले घर-परिवार में हनीमून शब्द का प्रयोग वर्जित था। वर्जित इसलिए भी होता था कि शादी के खर्च के बाद दूल्हा-दुल्हन कहीं घूमने जाने की सोच भी नहीं सकते थे। लेकिन अब हम विकसित हो गए हैं। अब साथ बैठकर नए जोड़े पारिवारिक चर्चा करते हैं कि शादी के बाद कहां जाना ठीक रहेगा। वहां की तस्वीरें खिंचती हैं ताकि समाज को पता चल सके कि हम कितने आधुनिक हैं। कहीं समाज यह न समझ ले कि ये इन दकियानूसी लोगों ने शादी तो कर ली पर वो बात नहीं है। ऐसी परिस्थिति में तस्वीरें जमाने वालों की जुबान पर लगाम लगाने का काम करेंगी। पूरा परिवार साथ बैठकर ओटीटी के हर प्रकार के ‘मनोरंजक’ कार्यक्रम देखने लगा है। दूसरी ओर सोशल मीडिया पर रील्स ने तो रेल बनाकर हद ही कर दी है। देख लो, समाज कितना आगे निकल गया है। एक ज्योतिषी के पास एक मां अपनी बेटी की कुंडली लेकर पहुंची। मां के चेहरे पर घोर चिंता की रेखाएं थीं। वह इस बात से परेशान थी कि उसकी बेटी 17 साल की हो गई है, और अभी तक उसका कोई बॉयफ्रेंड नहीं है। मैंने ममता के इस रूप को देखा तो मेरी आंखों से वात्सल्य के आंसू बह निकले। अब वह दिन दूर नहीं जब बगैर फटी जींस पहने बेटे को देखकर बाप शर्म से सिर गड़ा कर बोलेगा, ‘तूने तो खानदान की नाक कटवा दी।’ वह दिन हमारी संस्कृति का स्वर्णकाल होगा। एक बड़ा फिल्म निर्माता मुझे एयरपोर्ट के वीआईपी लांज में मिला। बोला, ‘शर्मा जी, आप तो कवि-सम्मेलनों में काफी कमा लेते होंगे।’ मैंने कहा, ‘भैया, कमाई तो हो ही जाती है, लेकिन क्योंकि हम साबुत जींस पहनकर समाज में उठते-बैठते हैं, इसलिए हमें हिकारत भरी नजर से देखा जाता है। कमाई तो काफी हो जाती है, लेकिन अभी तक इतनी कमाई नहीं हो पाई है कि फटी जींस खरीद सकूं।’ ———————- ये कॉलम भी पढ़ें… बाबुल की दुआएं लेती जा, जा तुझको सुखी संसार मिले:दुल्हन को मायका याद ना आए चाहे दूल्हे वालों को नानी याद आ जाए एक बूढ़े मच्छर ने युवा मच्छर से कहा, ‘संघर्ष के बारे में तुम्हें क्या मालूम? आजकल तो बहुत सुविधा मिल गई है। पहले इतना खुलापन कहां था कि हम कहीं भी काट सकें।’ यही स्थिति हमारी भी है। जैसी जिंदगी बिताई है, उसे याद करते हैं तो दर्द महसूस होता है। मजे की बात यह है कि उस समय जब प्रेमी-प्रेमिका आपस में मिलते थे, तो प्रेमिका कहती थी, ‘कहीं कोई देख न ले।’ अब स्थिति बदल गई है। अब आजकल के प्रेमी कहते हैं कि, ‘प्यार करने वाले कभी डरते नहीं, जो डरते हैं वो प्यार करते नहीं!’ उस दौरान पुरानी फिल्मों में भी प्यार का स्कोप बहुत अधिक नहीं होता था। पेड़ की एक टहनी को नायक पकड़ लेता था, दूसरी टहनी को नायिका पकड़ लेती थी। बस, हो गया प्यार! ज्यादा निकटता दिखाने के लिए दोनों एक ही टहनी पकड़कर गाना गा लेते थे और क्या! लेकिन अब फिल्मों का प्यार बिल्कुल बदल गया है। गाने की सिचुएशन आते ही अचानक सौ-सवा सौ नर्तक प्रकट हो जाते हैं। नायक-नायिका एक झटके में विदेश की लोकेशन पर गाना गाने लगते हैं। नायक लड़का कितना भी गरीब क्यों ना हो, लेकिन प्यार का इजहार करने के लिए विदेश की लोकेशन तो मस्ट होती है। अरे पहले तो फिल्म के परदे पर दो फूल आपस में मिल जाते थे, तो काफी होता था! आजकल तो शादियों के लिए प्री-वेडिंग शूट होते हैं। इसमें लड़के-लड़की शादी से पहले किसी रोमांटिक लोकेशन पर जाकर शूटिंग करते हैं। उनके साथ पांच-सात, छोरे-छोरियों का ग्रुप भी जाता है। फोटोशूट का बिल दो-चार लाख रुपए से कम नहीं रहता। और जो एल्बम बनती है, वह ब्याह के कुछ साल बाद एक-दूसरे को कोसने के काम आती है। हम अब बहुत आगे बढ़ गए हैं। पहले घर-परिवार में हनीमून शब्द का प्रयोग वर्जित था। वर्जित इसलिए भी होता था कि शादी के खर्च के बाद दूल्हा-दुल्हन कहीं घूमने जाने की सोच भी नहीं सकते थे। लेकिन अब हम विकसित हो गए हैं। अब साथ बैठकर नए जोड़े पारिवारिक चर्चा करते हैं कि शादी के बाद कहां जाना ठीक रहेगा। वहां की तस्वीरें खिंचती हैं ताकि समाज को पता चल सके कि हम कितने आधुनिक हैं। कहीं समाज यह न समझ ले कि ये इन दकियानूसी लोगों ने शादी तो कर ली पर वो बात नहीं है। ऐसी परिस्थिति में तस्वीरें जमाने वालों की जुबान पर लगाम लगाने का काम करेंगी। पूरा परिवार साथ बैठकर ओटीटी के हर प्रकार के ‘मनोरंजक’ कार्यक्रम देखने लगा है। दूसरी ओर सोशल मीडिया पर रील्स ने तो रेल बनाकर हद ही कर दी है। देख लो, समाज कितना आगे निकल गया है। एक ज्योतिषी के पास एक मां अपनी बेटी की कुंडली लेकर पहुंची। मां के चेहरे पर घोर चिंता की रेखाएं थीं। वह इस बात से परेशान थी कि उसकी बेटी 17 साल की हो गई है, और अभी तक उसका कोई बॉयफ्रेंड नहीं है। मैंने ममता के इस रूप को देखा तो मेरी आंखों से वात्सल्य के आंसू बह निकले। अब वह दिन दूर नहीं जब बगैर फटी जींस पहने बेटे को देखकर बाप शर्म से सिर गड़ा कर बोलेगा, ‘तूने तो खानदान की नाक कटवा दी।’ वह दिन हमारी संस्कृति का स्वर्णकाल होगा। एक बड़ा फिल्म निर्माता मुझे एयरपोर्ट के वीआईपी लांज में मिला। बोला, ‘शर्मा जी, आप तो कवि-सम्मेलनों में काफी कमा लेते होंगे।’ मैंने कहा, ‘भैया, कमाई तो हो ही जाती है, लेकिन क्योंकि हम साबुत जींस पहनकर समाज में उठते-बैठते हैं, इसलिए हमें हिकारत भरी नजर से देखा जाता है। कमाई तो काफी हो जाती है, लेकिन अभी तक इतनी कमाई नहीं हो पाई है कि फटी जींस खरीद सकूं।’ ———————- ये कॉलम भी पढ़ें… बाबुल की दुआएं लेती जा, जा तुझको सुखी संसार मिले:दुल्हन को मायका याद ना आए चाहे दूल्हे वालों को नानी याद आ जाए उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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संभल हिंसा: डीएम बोले- ‘उन्हें सर्वे की सूचना नहीं दी गई, मैंने अनुमति नहीं दी’
संभल हिंसा: डीएम बोले- ‘उन्हें सर्वे की सूचना नहीं दी गई, मैंने अनुमति नहीं दी’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Sambhal Violence News:</strong> संभल हिंसा को लेकर पुलिस और प्रशासन लगातार कई खुलासा कर रहे हैं. इस मामले में अब तक पुलिस 25 आरोपियों को जेल भेज चुकी है. जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर संभल के जिलाधिकारी राजेंद्र पैंसिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>संभल जिलाधिकारी ने शाही जामा मस्जिद के सदर (अध्यक्ष) जफर अली के आरोपों का जवाब दिया. जिसमें शाही जामा मस्जिद के सदर जफर अली ने कहा कहा था कि उन्हें सर्वे की सूचना नहीं दी गई. जिलाधिकारी राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि कोर्ट से सर्वे का आदेश दोपहर को 2.38 मिनट पर मिला था और हमलोग शाम 5 बजे सर्वे के लिए पहुंचे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जामा मस्जिद सर्वे पर क्या कहा?</strong><br />डीएम राजेंद्र पैंसिया ने कहा, “जामा मस्जिद के बाकी के सर्वे की कार्यवाई के लिए 24 नवंबर की तारीख निर्धारित की गई थी.” उन्होंने कहा, “जफर अली को 23 नवंबर को सर्वे की कॉपी रिसीव करवाई गई, जिसमें उनसे 24 नवंबर को सुबह में सर्वे करवाने की बात की गई थी.” डीएम ने बताया कि कोर्ट का आदेश 2 बजकर 38 मिनट पर का है और हम 5 बजे तक जामा मस्जिद की तरफ प्रस्थान कर चुके थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>संभल डीएम राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि जफर अली के अनुसार एक साथ 900 लोग मस्जिद में घुस गए. इस दौरान सर्वे में अवरोध पैदा किया जा रहा था. उन्होंने कहा,”जफर अली के बयान में अंतर्विरोध है. उन्होंने वजू टैंक के पानी को खाली करवाकर फोटोग्राफी करने की बात बताई, जबकि हर शुक्रवार को वजू टैंक से पानी खाली करवाया जाता है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’जफर अली को नहीं किया गिरफ्तार'</strong><br />प्रेस कॉन्फ्रेंस में संभल डीएम राजेंद्र पैंसिया शाही जामा मस्जिद के सदर जफर अली के गिरफ्तारी को लेकर भी बड़ा खुलासा किया. उन्होंने बताया कि जफर अली ने बताया कि सर्वे की इजाजत जिलाधिकारी ने दी है, जबकि मैंने अनुमति नहीं दी है. डीएम राजेंद्र पैंसिया के मुताबिक, जफर अली को न तो हिरासत में लिया गया है और न ही गिरफ्तार किया गया है. जफर अली को फोन करके सिर्फ बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शाही जामा मस्जिद के सदर जफर अली के आरोपों का संभल डीएम राजेंद्र पैंसिया ने खंडन किया. उन्होंने कहा कि जफर अली ने डीएम, पुलिस कप्तान और डीआईजी के जरिये फायरिंग कराने की बात बताई थी. हालांकि उनका ये बयान बिल्कुल झूठ है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’पुलिस पर गाड़ी जलाने के आरोप गलत'</strong><br />संभल हिंसा में जिन लोगों की मौत हुई है, उनका पोस्टमार्टम कराया गया है. डीएम राजेंद्र पैंसिया ने कहा, “मृतकों की पोस्टमार्टम की सारी रिपोर्ट उपलब्ध करवा दी जाएगी.” उन्होंने कहा कि पुलिस के जरिये गाड़ी जलाने के आरोप लगाए जा रहे हैं, जो बिल्कुल गलत और भ्रामक है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जामा मस्जिद के सदर जफर अली पर आरोप लगाते हुए डीएम राजेंद्र पैंसिया ने कहा, “जफर अली कभी कहते हैं कि दंगाई फायरिंग कर रहे थे और कभी कहते हैं कि पुलिस फायरिंग कर रही थी.” उन्होंने कहा,”हिंसा के दौरान नॉन लेथल वेपन (गैर घातक हथियार) के इस्तेमाल की इजाजत दी गई थी. इस तरह की जो विजुअल्स हैं, उनमें रबर पैलेट गन है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’घटना की न्यायिक जांच के आदेश'</strong><br />जिलाधिकारी राजेंद्र पैंसिया ने कहा कि संभल हिंसा में न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं और 7 दिनों में रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है. उन्होंने बताया कि इस घटना में चार लोगों की मौत हुई है, इनकी मौत किसकी गोली लगने की वजह से हुई है, यह जांच का विषय है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि संभल हिंसा में पुलिस से असलहा लूट कर उसका इस्तेमाल किया गया है. धार्मिक नारेबाजी के सवाल पर डीएम राजेंद्र पैंसिया ने कहा कि जब पत्थरबाजी चारों तरफ से कर रहे थे, वह फुटेज आने के समय का नहीं बल्कि जाने के समय का है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’शिक्षित व्यक्ति को जाहिल मार देंगे'</strong><br />शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान फैली हिंसा को लेकर सीओ अनुज चौधरी ने भी बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कहा, “पुलिस कोर्ट के आदेश का पालन कर रही थी, लेकिन सर्वे के दौरान भीड़ इकट्ठी हो गई, वे भ्रमित थे.” संभल सीओ ने कहा, “जब वहां सर्वे चल रहा था तो वहां इकट्ठा होने की क्या जरूरत थी? वहां कोई युद्ध थोड़े ही चल रहा था.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>हिंसा के दौरान हुई गोलीबारी के सवाल पर सीओ अनुज चौधरी ने कहा कि पुलिस के पास 315 बोर की गोलियां नहीं हैं, जो हिंसा के दौरान चलाई गई. उन्होंने कहा कि मेरे पांव में भी गोलियां और छर्रे लगे हैं. हमें भी आत्मरक्षा का अधिकार है. हम लोग पुलिस में मरने के लिए नहीं भर्ती हुए हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>सीओ अनुज चौधरी ने कहा, “एक पढ़े लिखे आदमी को इन जैसे जाहिल मार देंगे. पुलिस वालों का भी पूरा परिवार है.” उन्होंने कहा, “पुलिस पर सवाल उठा रहे हैं, अरे आप सिचुएशन भी तो देखिये.” संभल सीओ ने कहा, “मैंने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जो जरूरी कदम उठाने थे वह उठाए. हमारी ओर से किसी को मारने की कोई बदनीयती नहीं थी.” </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’मौके पर थी 15-20 हजार की भीड़'</strong><br />पूरे घटनाक्रम को लेकर सीओ अनुज चौधरी ने कहा, “उन लोगों की भीड़ में कोई अपराधी था, कोई कहीं का था. इसमें किसी की आपसी रंजिश भी हो सकती है.” उन्होंने कहा, “मौके पर 15 से 20 हजार लोगों की भीड़ थी. उसमें कौन कैसा आदमी है, कहा नहीं जा सकता है.” </p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिसिया कार्रवाई का बचाव करते हुए संभल सीओ ने कहा, “पुलिस एक ट्रेंड फोर्स है. उन्हें पता है कि गोली कहां चलानी है.” मृतकों के सवाल पर उन्होंने कहा, “पुलिस की गोली से कोई नहीं मारा गया है. ना ही पुलिस ने मारने की नियत से गोली चलाई, अगर पुलिस को गोली ही चलानी होती तो शुरू में 4 घंटे अपने हाथ पैर क्यों तोड़वाते. क्यों पत्थर और गोली खाते.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”संभल हिंसा के मामले शाही जामा मस्जिद के सदर गिरफ्तार, पुलिस बोली- ‘इनका रोल है गड़बड़'” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/sambhal-violence-update-up-police-arrest-shahi-jama-masjid-president-zafar-ali-ann-2830310″ target=”_blank” rel=”noopener”>संभल हिंसा के मामले शाही जामा मस्जिद के सदर गिरफ्तार, पुलिस बोली- ‘इनका रोल है गड़बड़'</a></strong></p>
झांसी में नर्सिंग छात्रा किडनैप, 6 लाख फिरौती मांगी:पिता को हाथ-मुंह बंधा वीडियो भेजा; बोले- पैसे नहीं मिले तो लाश घर भेजेंगे
झांसी में नर्सिंग छात्रा किडनैप, 6 लाख फिरौती मांगी:पिता को हाथ-मुंह बंधा वीडियो भेजा; बोले- पैसे नहीं मिले तो लाश घर भेजेंगे झांसी में नर्सिंग की एक छात्रा किडनैप हो गई। किडनैपर ने पिता को फोन कर 6 लाख रुपए की फिरौती मांगी है। उन्हें बेटी का वीडियो और फोटो भेजा है, जिसमें उसके हाथ-मुंह बंधे हैं। पैसों की डिमांड पूरी नहीं होने पर बेटी की लाश घर भेजने की धमकी दी गई है। घटना सोमवार दोपहर करीब 12 बजे की है। मंगलवार को पीड़ित परिवार ने मीडिया को जानकारी दी। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। पूरा मामला टोड़ी फतेहपुर कस्बे का है। विस्तार से जानिए पूरा मामला… घर से झांसी जा रही थी लड़की, रास्ते से लापता
टोड़ी फतेहपुर कस्बे की रहने वाली 19 साल की लड़की झांसी के राघवेंद्र कॉलेज से GNM (जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी) की पढ़ाई कर रही है। पिछले दिनों वह अपने घर गई थी। पिता ने बताया, 18 नवंबर की सुबह 11 बजे बेटी बस से झांसी के लिए रवाना हुई थी। दोपहर एक बजे अज्ञात नंबर से फोन आया कि बेटी का अपहरण हो गया है। 6 पेटी (6 लाख) दे जाओ। किसी को कुछ बताया तो बेटी की लाश घर पर आएगी। पिता ने फोन करने वाले से कहा- बेटी से बात कराओ तो फोन काट दिया। तुरंत बेटी के नंबर पर कॉल लगाया तो नंबर स्विच ऑफ था। मऊरानीपुर में उतर गई थी बेटी
पिता ने बताया- जिस बस से बेटी रवाना हुई थी, उसके कंडक्टर से बात की। तब पता चला कि बस टोड़ी फतेहपुर से डायरेक्ट झांसी जाती थी, मगर रास्ते में मऊरानीपुर में उसका आधा घंटे का स्टॉपेज है। लड़की 30 रुपए देकर नंदनी मऊरानीपुर में उतरकर दूसरी बस में बैठ गई थी। इसके बाद कुछ पता नहीं है। अब आरोपी मुंह-हाथ बंधा बेटी का वीडियो और फोटो भेज रहे हैं। वे 6 लाख रुपए की डिमांड कर रहे हैं। इसके बाद थाने जाकर शिकायत की। बेटी के अपहरण के बाद मां परेशान
बेटी के अपहरण के बाद उसके घर में कोहराम मच गया। फिरौती का फोन आने के बाद से पूरा परिवार बेटी के सुरक्षित लौटने की गुहार लगा रहा है। बेटी के अपहरण के बाद से मां सदमे में है। मां का कहना है कि मेरी बेटी किडनैप हो गई है। हमारे पास फोन आया तो पता चला। वो लोग 6 लाख रुपए मांग रहे हैं। कह रहे हैं कि रुपए नहीं दिए तो बेटी की लाश घर आएगी। वहीं,एसपी ग्रामीण गोपीनाथ सोनी का कहना है कि परिजनों की तहरीर पर मुकदमा कर लिया है। मामले की छानबीन के लिए 5 टीमों का गठन किया गया है। ………………….. यह खबर भी पढ़िए… मैं ग्रेजुएट, लड़का 10वीं फेल…शादी नहीं करूंगी:सुल्तानपुर में जयमाल के बाद दुल्हन ने लौटाई बारात; रातभर मनाते रहे घरवाले
मैं ग्रेजुएट हूं..लड़का हाईस्कूल फेल है..इसलिए शादी नहीं कर सकती। यह कहते हुए सुल्तानपुर में दुल्हन ने शादी करने से मना कर दिया। लड़की की यह बात सुनते ही वहां सन्नाटा पसर गया। दूल्हा-दुल्हन के घरवालों ने लड़की को मनाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वह जिद पर अड़ी रही। यह देखकर लड़की के पिता ने भी बेटे की शादी करने से मना कर दिया। पढ़ें पूरी खबर…
कुरूक्षेत्र में विदेश भेजने के नाम पर 9 लाख ठगे:2 आरोपी गिरफ्तार, 10 से 15 दिन में टिकट-वीजा देने की थी बात
कुरूक्षेत्र में विदेश भेजने के नाम पर 9 लाख ठगे:2 आरोपी गिरफ्तार, 10 से 15 दिन में टिकट-वीजा देने की थी बात कुरूक्षेत्र जिला पुलिस ने विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आर्थिक अपराध शाखा पुलिस की टीम ने विजय कुमार उर्फ रविन्द्र निवासी कमौदा और मनदीप सिंह निवासी अदारसी डेरा कुरूक्षेत्र को गिरफ्तार किया है। मामले के अनुसार, 26 नवम्बर थाना कृष्णा गेट में दी अपनी शिकायत में लवप्रीत सिंह निवासी कमोदा कुरूक्षेत्र ने बताया कि वह विदेश जाना चाहता था। 28 जून को इस बारे में उसने सेक्टर-17 कुरूक्षेत्र में प्लाई ओवरसिज इमीग्रेशन ऑफिस में संपर्क किया । जहां पर उसको और उसकी पत्नी को विदेश भेजने के लिए 28 लाख रुपए में इकरारनामा हुआ। उसने 4 लाख रुपए आरटीजीएस के द्वारा मनदीप के खाते में जमा करा दिए और करीब 1 लाख 5 हजार रुपए गूगल पे से दे दिए। उसके बाद आरोपी के दिए खाते में अलग-अलग तारीखों को करीब 9 लाख 84 हजार रुपए जमा कराए। इसके बाद उसने विजय से सम्पर्क किया तो उसने बताया कि 10-15 दिनों बाद वह उनका टिकट और वीजा बनवा देगा। अब न तो आरोपी ने उनका वीजा लगाया और न ही टिकट दी। शिकायत के आधार पर थाना कृष्णा गेट में मामला दर्ज जांच शुरू की गई। बाद में मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा को दी गई। 28 नवम्बर को आर्थिक अपराध शाखा प्रभारी के मार्गनिर्देश में पीएसआई प्रदीप कुमार की टीम ने आरोपी विजय कुमार और मनदीप सिंह को गिरफ्तार किया।