लुधियाना| इनडायरेक्ट टैक्स कंसल्टेंट्स एसोसिएशन लुधियाना ने वर्ष 2025 के लिए अपनी नई कार्यकारिणी का चुनाव सर्वसम्मति से किया। सीए राजीव के. शर्मा को प्रधान, सीए राजेश महाजन को उप-प्रधान, सीए साहिल गुप्ता को सचिव, सीए राजेश गर्ग को सह-सचिव चुना गया। वहीं, सी ए पंकज सिंगला, सीए वीनस अरोड़ा और सीए मोहित मेहरा को कार्यकारी सदस्य नियुक्त किया गया। एसोसिएशन जीएसटी और अन्य अप्रत्यक्ष करों के क्षेत्र में कार्यरत चार्टर्ड एकाउंटेंट्स का प्रतिनिधित्व करती है और इससे जुड़े कानूनी मामलों पर काम करती है। लुधियाना| इनडायरेक्ट टैक्स कंसल्टेंट्स एसोसिएशन लुधियाना ने वर्ष 2025 के लिए अपनी नई कार्यकारिणी का चुनाव सर्वसम्मति से किया। सीए राजीव के. शर्मा को प्रधान, सीए राजेश महाजन को उप-प्रधान, सीए साहिल गुप्ता को सचिव, सीए राजेश गर्ग को सह-सचिव चुना गया। वहीं, सी ए पंकज सिंगला, सीए वीनस अरोड़ा और सीए मोहित मेहरा को कार्यकारी सदस्य नियुक्त किया गया। एसोसिएशन जीएसटी और अन्य अप्रत्यक्ष करों के क्षेत्र में कार्यरत चार्टर्ड एकाउंटेंट्स का प्रतिनिधित्व करती है और इससे जुड़े कानूनी मामलों पर काम करती है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अमेरिका से डिपोर्ट 112 भारतीयों का तीसरा बैच अमृतसर पहुंचा:इनमें हरियाणा के 44, पंजाब के 33 लोग; अब तक 335 लोगों को लौटाया
अमेरिका से डिपोर्ट 112 भारतीयों का तीसरा बैच अमृतसर पहुंचा:इनमें हरियाणा के 44, पंजाब के 33 लोग; अब तक 335 लोगों को लौटाया अमेरिका में अवैध तरीके से रह रहे भारतीयों का तीसर बैच 16 फरवरी को रात 10 बजे अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड हुआ। अमेरिकी एयरफोर्स के C-17 A ग्लोबमास्टर विमान में 112 लोगों आए हैं। इनमें हरियाणा के 44 और पंजाब के 33 लोग शामिल हैं। करीब 6 घंटे की पूछताछ के बाद ये लोग एयरपोर्ट से बाहर आए। हरियाणा के लोगों के लिए पुलिस के अधिकारी वॉल्वो बस लेकर पहुंचे। एयरपोर्ट पर अमृतसर की DC साक्षी साहनी भी पहुंचीं। उन्होंने कहा कि सभी लोग शारीरिक रूप से तंदुरुस्त हैं। डिपोर्ट किए गए लोगों में कुछ बच्चे भी शामिल हैं। बच्चों को डाइपर के साथ दूध उपलब्ध करवाया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देश के 18 हजार लोगों को भारत भेजा जाएगा, जिनमें करीब 5 हजार लोग हरियाणा हैं। अब तक कुल 335 भारतीय डिपोर्ट हो चुके हैं। वहीं, शनिवार रात साढ़े 11 बजे अमेरिकी विमान 116 भारतीयों का दूसरा बैच लेकर अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरा था। महिलाओं-बच्चों को छोड़कर सभी पुरुषों को हाथों में हथकड़ियां और पैरों में बेड़ियां डालकर विमान में बैठाया गया था। एयरपोर्ट पर ही उनके परिवार से मुलाकात कराई गई। करीब 5 घंटे की वैरिफिकेशन के बाद पुलिस की गाड़ियों में सभी को घर छोड़ा गया। इससे पहले 5 फरवरी को 104 अप्रवासी भारतीयों को जबरन लौटाया जा चुका है। इनमें बच्चों को छोड़कर महिलाओं-पुरुषों को हथकड़ियों और बेड़ियों में जकड़कर लाया गया था। युवक ने हथकड़ी-बेड़ियों की पुष्टि की, चचेरे भाई मर्डर केस में डिटेन
इस विमान में डिपोर्ट हुए होशियारपुर के दलजीत सिंह ने हथकड़ियां-बेड़ियां लगाने की पुष्टि की। उन्होंने कहा- हमारे हाथ बंधे थे और पैरों में जंजीरें डाली गईं थी। वह डंकी रूट से अमेरिका पहुंचा था। वहीं डिपोर्ट होकर आए चचेरे भाइयों संदीप और प्रदीप को पटियाला पुलिस ने डिटेन किया है। उनसे जून 2023 में दर्ज कत्ल केस के मामले में पूछताछ की जा रही है। दूसरे बैच में पंजाब के 65, हरियाणा के 33, गुजरात के 8 लोग
शनिवार को जबरन वापस भेजे गए लोगों में पंजाब से 65, हरियाणा से 33, गुजरात से 8, उत्तर प्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र और राजस्थान से 2-2 और हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से एक-एक व्यक्ति शामिल हैं। इनमें अधिकांश 18 से 30 साल की उम्र के हैं। पिछले बैच को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सवाल किए थे कि जब सबसे ज्यादा 33-33 लोग हरियाणा और गुजरात के थे तो विमान को अहमदाबाद या अंबाला की जगह पंजाब क्यों उतारा गया? हालांकि, इस बैच में सबसे ज्यादा पंजाबियों को लौटाया गया। पंजाब के मंत्री डिपोर्ट किए गए लोगों से मिले
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान रिसीव करने के लिए पहले अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचे थे, लेकिन विमान के आने में देरी की वजह से वे लौट गए। इसके बाद पंजाब सरकार की तरफ से 2 मंत्रियों, कुलदीप धालीवाल और हरभजन सिंह ईटीओ ने पंजाब के युवकों को रिसीव किया। इस दौरान मंत्री कुलदीप धालीवाल ने रात 1 बजे अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचकर कहा, ‘उन्हें बड़ा दुख हुआ कि हरियाणा सरकार ने अमेरिका से डिपोर्ट किए अपने लोगों के लिए कैदियों वाली बस भेजी। उन्होंने हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज से कहा कि पंजाब ने अच्छी गाड़ियां लगाई हैं। विज ट्रांसपोर्ट मंत्री हैं, उन्हें कोई अच्छी बस भेजनी चाहिए थी। हरियाणा से कोई मंत्री, MLA या भाजपा नेता तक यहां नहीं आया।’ 5 कहानियों से समझें पंजाबियों का दर्द… 1. पटियाला: सोहजबीर ने जमीन गिरवी रखी, 60 लाख खर्चे
पटियाला के गांव गाजेवास के सोहजबीर की मां बलजिंदर को पता ही नहीं था कि बेटा डिपोर्ट किया गया है। मां बिलख उठी। बताया, अपनी 3 एकड़ जमीन गिरवी रखी, उधार लेकर 60 लाख खर्च किए। एजेंट ने उसे एक साल दुबई रखा। हमें कहा 20 दिन में अमेरिका भेजेंगे। 23 जनवरी को बॉर्डर क्रॉस किया। फिर संपर्क नहीं हुआ। मां बलजिंदर कौर और पिता सुखदीप सिंह ने संतोष जताया कि बेटा सकुशल घर आ रहा है। 2. बीस साल का जश्नप्रीत सिंह रिफ्यूजी कैंप में भी रहा
हलका भुलत्थ के गांव पंडोरी राजपूतां से अमेरिका गए 20 वर्षीय जश्नप्रीत सिंह के डिपोर्ट होने की खबर मिलने पर मां कुलदीप कौर की आंखों में आंसू थे। वह भरी आंखों से ईश्वर को धन्यवाद दे रही थीं कि बेटा सही सलामत लौट रहा है। पिता ने बताया, बेटा अगस्त में स्पेन पहुंचा था। वहां अमेरिका जाने का मन बनाया। जनवरी में अमेरिका के रिफ्यूजी कैंप में पहुंचा था, लेकिन उसे डिपोर्ट कर दिया गया। 3. ब्याज पर रुपए लेकर बेटे को 2 साल पहले अमेरिका भेजा
गुरदासपुर के गांव भेट पतन निवासी अजायब सिंह ने बताया कि उनका बेटा गुरमेल सिंह अमेरिका से डिपोर्ट हो रहा है। वह 2 साल पहले अमेरिका गया था। एजेंट कई महीनों तक उसे दुबई, रोमानिया समेत अन्य जगहों पर घुमाता रहा। इस साल 27 जनवरी को वह अमेरिका पहुंचा था। अमेरिका भेजने के लिए उन्होंने 50 लाख में एजेंट से डील की थी। ब्याज पर पैसे लेकर एजेंट को 35 लाख रुपए दे दिए थे। 4. बेटे को अमेरिका भेजने के 40 लाख लिए, एजेंटों ने हम पर ही FIR करा दी
राजपुरा के रहने वाले मलकीत सिंह ने बताया कि बेटा गुरदत्त भी अमेरिका से डिपोर्ट हुआ है। जब लिस्ट में नाम आया तो इसका पता लगा। एजेंटों ने हमारे खिलाफ ही राजपुरा थाने में धोखाधड़ी की FIR दर्ज करवाई। उनका आरोप था कि हम उनके पैसे नहीं दे रहे। एजेंट के 18 लाख रह गए थे। मलकीत के मुताबिक 40 लाख दिए हैं। मैं अब मांग करता हूं कि पैसे वापस दिए जाएं। बेटा आ गया गया। 3 महीने हमारे बेटे को अरेस्ट करके रखा गया। 5. दो ट्रक और प्रॉपर्टी बेचकर पोते को अमेरिका भेजा
जंडियाला गुरु अमृतसर निवासी मंगल सिंह ने बताया कि पोता जसनूर 9 जून 2024 को डंकी रूट से अमेरिका गया था। 29 और 30 जनवरी की रात को बॉर्डर क्रॉस किया। इसके बाद उससे कोई संपर्क नहीं हुआ। आज मीडिया से पता चला कि जसनूर डिपोर्ट होकर आ रहा है। उसे 2 बड़े कॉमर्शियल ट्रक बेचकर 54 लाख रुपए दिए थे। फिर साढ़े 11 लाख रुपए कर्ज पर लेकर एजेंट को दिए। अब एजेंट पैसे वापस नहीं करेगा तो केस करेंगे। पंजाब CM ने कहा था- पंजाब को बदनाम करने की साजिश CM मान ने अमृतसर एयरपोर्ट पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें उन्होंने बताया कि डिपोर्ट होकर आ रहे सभी भारतीयों के रहने, खाने और उन्हें घर तक छोड़ने की सारी व्यवस्था पंजाब सरकार ने कर दी है। पंजाब का जो व्यक्ति जहां का होगा, उसे वहां तक छोड़ा जाएगा। हरियाणा के लोगों को भी छोड़ देंगे। बाकियों को दिल्ली भेजा जाएगा। अमृतसर में विमान की लैंडिंग पर मुख्यमंत्री मान ने कहा कि इस पवित्र शहर को डिटेंशन सेंटर न बनाया जाए। केंद्र सरकार से इसी बात का ऐतराज किया जा रहा है कि आपके पास और भी एयरपोर्ट व एयरबेस हैं, इस तरह के जहाजों को वहां क्यों नहीं उतारते? केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू ने कहा- भगवंत मान बताएं कि पंजाब को कैसे बदनाम किया? जो बेड़ियों और हथकड़ियों का वीडियो वायरल हो रहा है, वह एक फिल्म का सीन है। पहली बार सैन्य विमान से भारतीयों को डिपोर्ट किया गया
भारतीय अप्रवासियों को डिपोर्ट करने वाला पिछला अमेरिकी सैन्य विमान 4 फरवरी को सुबह 3 बजे अमेरिका के सैन एंटोनियो से रवाना हुआ था। यह पहली बार था जब अमेरिका ने अप्रवासियों को भेजने के लिए सैन्य विमान का इस्तेमाल किया। इससे पहले अलग-अलग रिपोर्ट में दावा किया जा रहा था कि अमेरिका ने डिपोर्टेशन के लिए कुल 205 अवैध भारतीयों की पहचान की है। अमेरिका में करीब 7 लाख अवैध भारतीय अप्रवासी
प्यू रिसर्च सेंटर के मुताबिक साल 2023 तक अमेरिका में करीब 7 लाख से ज्यादा अवैध प्रवासी भारतीय हैं। यह मेक्सिको और अल साल्वाडोर के बाद सबसे ज्यादा हैं। अमेरिका में अवैध प्रवासियों से डील करने वाली सरकारी संस्था (ICE) के मुताबिक पिछले 3 सालों में अवैध रूप से घुसने की कोशिश में औसतन 90 हजार भारतीय नागरिकों को पकड़ा। इन अप्रवासियों का एक बड़ा हिस्सा पंजाब, गुजरात और आंध्र प्रदेश से आ रहा है। अवैध अप्रवासियों को क्यों निकाल रहे ट्रम्प
ट्रम्प ने 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन करके अवैध अप्रवासियों की एंट्री बैन करने का ऐलान किया था। ट्रम्प ने चुनाव कैंपेन में भी अवैध अप्रवासियों को देश से निकालने का वादा किया था। उन्होंने अमेरिका के इतिहास का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन करने को कहा था। ट्रम्प का मानना है कि दूसरे देशों से लोग अमेरिका में अवैध तरीके से घुसकर अपराध करते हैं। यहां नौकरियों के बड़े हिस्से पर अप्रवासियों का कब्जा है, इससे अमेरिकी लोगों को नौकरी नहीं मिलती। ट्रम्प ने अपने दूसरे कार्यकाल के पहले कानून ‘लैकेन रिले एक्ट’ पर साइन किए। इस कानून के तहत फेडरल अधिकारियों को उन अवैध अप्रवासियों को हिरासत में लेकर डिपोर्ट करने का अधिकार है, जो किसी आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं। —————————————- भारतीयों के डिपोर्ट से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… अमेरिका से 104 भारतीय जबरन भारत डिपोर्ट:इनमें गुजरात-हरियाणा के 33-33 लोग, पंजाब के 30; US समेत 20 देशों में कभी नहीं जा सकेंगे अमेरिकी सैन्य विमान सी-17 ग्लोबमास्टर 5 फरवरी को दोपहर करीब 1 बजे 104 अवैध प्रवासी भारतीयों को लेकर अमृतसर के गुरु रविदास इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचा था। इसमें 11 क्रू मेंबर और 45 अमेरिकी अधिकारी भी साथ आए। प्लेन में पंजाब के 30, हरियाणा-गुजरात के 33-33 लोग शामिल थे। पढ़ें पूरी खबर

बिना परमिशन प्लॉट बेचकर 400 करोड़ ठगने का आरोप:चंडीगढ़ में मनोहर इन्फ्रास्ट्रक्चर के निदेशकों पर FIR, 2000 से ज्यादा लोगों से लिए रुपए
बिना परमिशन प्लॉट बेचकर 400 करोड़ ठगने का आरोप:चंडीगढ़ में मनोहर इन्फ्रास्ट्रक्चर के निदेशकों पर FIR, 2000 से ज्यादा लोगों से लिए रुपए चंडीगढ़ पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने M/S मनोहर इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। यह मामला मोहाली निवासी सुरिंदर सिंह की शिकायत पर दर्ज किया गया है। उनका आरोप है कि बिल्डर कंपनी ने पाम स्प्रिंग, पाम गार्डन, पाम इको जैसे प्रोजेक्ट शुरू कर बिना मंजूरी के प्लॉट बेचे और लोगों से 400 करोड़ रुपए से ज्यादा ले लिए। बुकिंग के बाद भी नहीं मिला अलॉटमेंट
शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने 2012 में अपने बेटे वनीत सिंह (यूएसए निवासी) के लिए 250 गज का प्लॉट बुक किया था, जिसकी कुल कीमत 42.50 लाख रुपए थी। उन्होंने 21.25 लाख रुपए (50% रकम) जमा कर दी, लेकिन बिल्डर ने न तो अलॉटमेंट लेटर दिया और न ही खरीदार समझौते पर हस्ताक्षर कराए। 2010-11 में बिल्डर ने बिना सरकारी मंजूरी के प्रोजेक्ट लॉन्च किया और 850 प्लॉट ही उपलब्ध थे, लेकिन 2000 से ज्यादा लोगों से बुकिंग कर पैसे ले लिए। शिकायतकर्ता का कहना है कि बिल्डर कंपनी ने 7% ब्याज पर पैसे लौटाने का समझौता किया, लेकिन बाद में भुगतान करने में देरी करने लगी। मामला अब राज्य आयोग में लंबित है। इन धाराओं में केस दर्ज
पुलिस ने धारा – 406 (विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी), 464 (जालसाजी) और 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत केस दर्ज किया है।

मोगा में छत गिरने से 5 लोग घायल:मरम्मत करते वक्त हुआ हादसा, लोगों ने मलबे से निकालकर पहुंचाया अस्पताल
मोगा में छत गिरने से 5 लोग घायल:मरम्मत करते वक्त हुआ हादसा, लोगों ने मलबे से निकालकर पहुंचाया अस्पताल मोगा जिले के चुहड़चक गांव में मकान मालिक समेत 5 लोग घर की छत की मरम्मत कर रहे थे। अचानक छत गिरने से 5 लोग चत के मलबे के नीचे दब गए। जिसमें मकान मालिक उसका बेटा और 3 मजदूर शामिल थे। पांचों घायलों को अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। जहां उनका इलाज किया जा रहा है। गार्डर निकलने से हुआ हादसा जानकारी देते हुए घायल मजदूर मनजीत सिंह ने बताया कि वह, गुरचरण सिंह, हैप्पी, सुखविंदर सिंह और गोरा पांचों घर की छत मरम्मत कर रहे थे। अचानक से छत की गार्डर की स्पोट निकाल गई। जिससे छत उनके ऊपर आ गिरी। वह छत के मलबे के नीचे दब गए। जिसके बाद गांव के लोगों ने उनको मलबे से निकलकर अस्पताल में भर्ती करवाया। घायल ने बताया कि यह उनके एक साथी को ज्यादा चोट लगी है जिसकी हालत नाजुक बनी हुई है। डॉक्टर ने दी जानकारी जानकारी देते हुए अस्पताल के डॉक्टर ने कहा के हमारे पास गांव चुहड़चक से मरीज आए है। जो छत के नीचे दब गए थे। उन्होंने कहा कि इनके सभी टेस्ट करवा लिए गए है। इनकी हालत खतरे से बाहर है। फिलहाल इनका उपचार किया जा रहा है।