जालंधर| पीसीएमएसडी कॉलेज फॉर विमेन के फैशन डिजाइनिंग विभाग ने इनोवेटिव हैंडमेड ज्वैलरी के लिए मार्केटिंग स्ट्रैटजी विषय पर वेबिनार करवाया। इस सत्र की संसाधन व्यक्ति मनीषा धीमान रही। उन्होंने प्रतिभागियों को प्रदर्शनियों और फ्रीलांसिंग के विशेष संदर्भ में विभिन्न मार्केटिंग रणनीतियों के बारे में मार्गदर्शन किया। इसके अलावा, उन्होंने ब्रांड निर्माण प्रक्रिया के बारे में बताया जिसमें लोगो बनाना और ब्रांड पहचान को बढ़ावा देना शामिल है। छात्रों ने वक्ता के साथ बातचीत की और अपने ग्राहकों को बढ़ाने के लिए विभिन्न रणनीतियों के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्राप्त की। छात्र वेबिनार में शामिल हुए और विषय के बारे में दिलचस्प बातें सीखीं। अध्यक्ष नरेश बुधिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद दादा, और प्राचार्या डॉ. पूजा पराशर ने विभाग की सराहना की। जालंधर| पीसीएमएसडी कॉलेज फॉर विमेन के फैशन डिजाइनिंग विभाग ने इनोवेटिव हैंडमेड ज्वैलरी के लिए मार्केटिंग स्ट्रैटजी विषय पर वेबिनार करवाया। इस सत्र की संसाधन व्यक्ति मनीषा धीमान रही। उन्होंने प्रतिभागियों को प्रदर्शनियों और फ्रीलांसिंग के विशेष संदर्भ में विभिन्न मार्केटिंग रणनीतियों के बारे में मार्गदर्शन किया। इसके अलावा, उन्होंने ब्रांड निर्माण प्रक्रिया के बारे में बताया जिसमें लोगो बनाना और ब्रांड पहचान को बढ़ावा देना शामिल है। छात्रों ने वक्ता के साथ बातचीत की और अपने ग्राहकों को बढ़ाने के लिए विभिन्न रणनीतियों के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्राप्त की। छात्र वेबिनार में शामिल हुए और विषय के बारे में दिलचस्प बातें सीखीं। अध्यक्ष नरेश बुधिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद दादा, और प्राचार्या डॉ. पूजा पराशर ने विभाग की सराहना की। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts

पंजाब विजिलेंस ब्यूरो प्रमुख को 37 दिन बाद हटाया:सरकार ने सुरिंदरपाल सिंह परमार को सौंपी जिम्मेदारी; नागेश्वर होंगे ADGP प्रॉविजनिंग
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो प्रमुख को 37 दिन बाद हटाया:सरकार ने सुरिंदरपाल सिंह परमार को सौंपी जिम्मेदारी; नागेश्वर होंगे ADGP प्रॉविजनिंग पंजाब सरकार द्वारा 37 दिन बाद ही पंजाब विजिलेंस ब्यूरों के प्रमुख जी.नागेश्वर राव को हटा दिया है। उन्हें अब ADGP प्रॉविजनिंग के पद पर तैनात किया गया है। उनकी जगह अब IPS सुरिंदरपाल सिंह परमार को तैनात किया गया है। आज प्रदेश सरकार के गृहमंत्रालय ने प्रशासनिक आधारों पर इन दोनों सीनियर अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। जानकारी मुताबिक अब IPS सुरिंदरपाल सिंह परमार जो पहले ADGP कानून व्यवस्था पंजाब थे, को अब नागेश्वर राव की जगह मुख्य डायरेक्टर विजिलेंस ब्यूरों तैनात किया है। दोनों अधिकारियों को जल्द तैनातियों पर चार्ज लेने के भी आदेश दिए गए हैं। बता दें इससे पहले सुरिंदरपाल सिंह परमार आईजी बॉर्डर रेंज भी रह चुके है। पंजाब सरकार द्वारा जारी किया ऑर्डर

CM नायब सैनी की सुरक्षा चूक पर बवाल बढ़ा:हरियाणा सरकार ने चंडीगढ़ पुलिस को एतराज जताया; रूट क्लियर न होने से काफिला रोड पर फंसा था
CM नायब सैनी की सुरक्षा चूक पर बवाल बढ़ा:हरियाणा सरकार ने चंडीगढ़ पुलिस को एतराज जताया; रूट क्लियर न होने से काफिला रोड पर फंसा था CM नायब सैनी की सुरक्षा में चूक को लेकर हरियाणा सरकार ने चंडीगढ़ पुलिस के आगे कड़ा एतराज जताया है। सरकार ने कहा कि CM सैनी के हरियाणा निवास जाते वक्त रूट क्लियर कराना चंडीगढ़ पुलिस की जिम्मेदारी थी। इसके बावजूद जब वे संत कबीर कुटीर से हरियाणा निवास के लिए आए तो पंजाब भवन के बाहर गेट बंद था। इस गेट की चाबी पंजाब सरकार की तरफ से लगाए गार्ड के पास थी। गेट बंद होने से सीएम नायब सैनी का काफिला 15 मिनट तक रोड पर खड़ा रहा। इस दौरान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी उनके साथ थे। दोनों नेताओं को जेड प्लस सिक्योरिटी मिली हुई है। इसके बावजूद काफिले को मजबूरीवश रोड पर खड़े रहना पड़ा। वहीं सीएम नायब सैनी ने भी इस पर सवाल खड़े किए। हिमाचल के कांगड़ा में सीएम ने कहा कि पंजाब भवन वाला गेट बंद था। वह गेट बंद नहीं होना चाहिए। बता दें कि बुधवार (19 फरवरी) की रात 11 बजे सीएम के काफिले को 15 मिनट तक चंडीगढ़ में खड़ा रहना पड़ा। जिस जगह CM का काफिला को रोकना पड़ा, वह हाई सिक्योरिटी वाले सेंसिटिव जोन में आता है। 4 साल पहले यहां पानीपत के BJP MLA की गाड़ी को आग लगा दी गई थी। हालांकि हरियाणा की इंटेलिजेंस एजेंसीज इसकी सीक्रेट तरीके से जांच कर रही है। वहीं इस बारे में चंडीगढ़ पुलिस को भी रूट क्लियर न होने को लेकर जांच के लिए कहा गया है। हालांकि मामला सामने आने के बाद सीएम ने इसकी पुष्टि करते हुए प्रतिक्रिया दी है…। हिमाचल में पत्रकारों ने CM नायब सैनी से पूछा- परसों (बुधवार) रात को आपके काफिले को चंडीगढ़ में रुकना पड़ा। सिक्योरिटी चूक हुई। इसे कैसे देखते हैं? CM नायब सैनी ने कहा… वहां पंजाब भवन है। मुझे बताया गया कि पंजाब भवन की वजह से कोई दिक्कत थी, पुलिस ने आकर उसे देखा है। पंजाब के CM (भगवंत मान) ने कहा था कि यहां गारद (गार्ड) लग जाए। इससे कोई वीआईपी रात को भी आ सकता है। रास्ता बंद होगा तो दिक्कत आ जाती है। रास्ता बंद नहीं होना चाहिए। CM की सुरक्षा चूक का मामला सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए… खट्टर को छोड़ने जा रहे थे सीएम सैनी
बुधवार की रात केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर चंडीगढ़ आए हुए थे। वह CM नायब सैनी के साथ चंडीगढ़ में ही हरियाणा CM के सरकारी घर यानी संत कबीर कुटीर गए थे। रात करीब 11 बजे खट्टर को हरियाणा निवास लौटना था। इसके बाद CM नायब सैनी भी उन्हें छोड़ने के लिए हरियाणा निवास की तरफ रवाना हुए। काफिले के हरियाणा निवास की तरफ टर्न होते गेट बंद मिला
जब उत्तर मार्ग से आते हुए उनका काफिला हरियाणा निवास की तरफ टर्न हुआ तो वहां पर पंजाब भवन के आगे वाला गेट बंद था। इस गेट की चाबी पंजाब भवन के गार्ड के पास रहती है। जब भी कोई VIP आता है तो वही गेट खोलता है। यहां पंजाब भवन क्रॉस करने के बाद आगे हरियाणा निवास आता है। संभवत: पूर्व सूचना न होने की वजह से गार्ड उस वक्त गेट पर नहीं था। 15 मिनट बाद गार्ड को ढूंढकर गेट खुलवाया
इसके बाद CM और केंद्रीय मंत्री खट्टर का काफिला वहीं गेट खुलने का इंतजार करने लगा। इस दौरान जिस गाड़ी में दोनों नेता सवार थे, उसे सुरक्षाकर्मियों ने कवर कर लिया। इसके बाद उनके सुरक्षाकर्मियों ने गार्ड की तलाश शुरू कर दी। सरकारी सूत्रों के मुताबिक करीब 15 मिनट बाद गार्ड मिला। उसे बुलाकर गेट खुलवाया गया। फिर काफिला अंदर गया। जहां काफिला रुका, वह सेंसिटिव जोन
जिस जगह CM सैनी और केंद्रीय मंत्री का काफिला 15 मिनट रुका रहा, वह सेंसिटिव जोन है। इसकी वजह ये है कि यहां से सीएम हाउस, विधानसभा, सचिवालय और पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट भी कुछ ही दूरी पर हैं। इसके अलावा पास में ही MLA हॉस्टल भी है। सूचना पर चंडीगढ़ पुलिस भी पहुंची
वहीं, जब सीएम का काफिला रुका तो इस बारे में तुरंत चंडीगढ़ पुलिस के पास भी सूचना पहुंच गई। जिसके बाद उनके यहां से भी पुलिस की टीमें वहां पहुंचीं।
हालांकि सीएम और केंद्रीय मंत्री की रवानगी के वक्त चंडीगढ़ पुलिस ने पहले रूट क्लियर क्यों नहीं किया, इसको लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। विज की कार में आग के बाद बढ़ी थी सुरक्षा
दिसंबर 2021 में यहां पानीपत से भाजपा के विधायक प्रमोद विज की गाड़ी को किसी शरारती तत्व ने आग लगा दी थी। उस वक्त उनकी गाड़ी MLA हॉस्टल के बाहर खड़ी थी। इस घटना के बाद हरियाणा विधानसभा के तत्कालीन स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने यहां अतिरिक्त फोर्स लगाने के भी आदेश दिए थे। पंजाब भवन के गार्ड के पास क्यों थी चाबी?
दरअसल, इस गेट से एंट्री करने पर पहले पंजाब भवन आता है। इस वजह से 26 जनवरी को पंजाब और हरियाणा सरकार की चंडीगढ़ प्रशासन से मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग में तय हुआ कि पंजाब भवन के साथ लगते इस रास्ते के गेट को रात को बंद रखा जाएगा। इसका ताला खोलने और बंद करने की जिम्मेदारी पंजाब भवन के गार्ड को दे दी गई। इसी वजह से गार्ड गेट को ताला लगाकर कहीं चला गया। दोनों नेताओं को जेड प्लस सिक्योरिटी
हरियाणा सीएम और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर को जेड प्लस सिक्योरिटी मिली हुई है। Z प्लस सुरक्षा में 10 से ज्यादा एनएसजी कमांडो और पुलिस कर्मी समेत 55 ट्रेंड जवान तैनात किए जाते हैं। सुरक्षा आकलन समिति समय-समय पर प्रदेश के लोगों की सुरक्षा का आकलन करती रहती है। इसलिए किसी व्यक्ति की सुरक्षा घटाने या बढ़ाने का फैसला किया जाता है।

पंजाब में डॉक्टर्स हड़ताल पर:सेहत मंत्री बलबीर सिंह ने सोमवार बुलाई बैठक; कहा- सरकार डॉक्टर्स के साथ
पंजाब में डॉक्टर्स हड़ताल पर:सेहत मंत्री बलबीर सिंह ने सोमवार बुलाई बैठक; कहा- सरकार डॉक्टर्स के साथ कोलकाता में महिला डॉक्टर के रेप-मर्डर के विरोध में आज शनिवार भी पंजाब के सरकारी व गैर सरकारी मेडिकल कॉलेजों में प्रोटेस्ट किया गया। डॉक्टर्स सुरक्षा की मांग को लेकर आज सड़कों पर उतर आए। कोलकाता की घटना के बाद पंजाब में पैदा हुए हालातों के मद्देनजर सेहतमंत्री बलबीर सिंह ने सोमवार बैठक बुला ली है। सोमवार को बुलाई गई बैठक में पंजाब के सेहत मंत्री बलबीर सिंह ने IMA, PCMS, मेडिकल टीचर्स न्योता भेजा है। इस बैठक का एजेंडा डॉक्टर्स की सुरक्षा है। ये बैठक सोमवार की दोपहर पंजाब भवन में होगी। बैठक में सेहत विभाग के अधिकारियों सहित सरकारी डॉक्टर, प्राइवेट डॉक्टर और नर्स एसोसिएशन भी होंगे शामिल होंगे। पंजाब सरकार ने बैठक बुला कर संदेश दिया है कि सरकार डॉक्टर के साथ खड़ी है और उनके हर मामले को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाएगा। पंजाब में सड़कों पर डॉक्टर्स 24 घंटे के लिए ओपीडी बंद रखने के बाद शनिवार आज डॉक्टर्स सड़कों पर हैं। पंजाब के सभी सरकारी व प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टर्स व छात्रों ने आज सड़कों पर रोष मार्च निकाला। सरकार से मांग की है कि उनकी सुरक्षा को पहल दी जाए। डॉक्टर्स का कहना है कि डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है। लेकिन इंडिया में हालात ये बन गए हैं कि पहले पढ़ाई के समय वे सेफ नहीं। फिर डॉक्टर बनकर अपना हॉस्पिटल खोलते हैं तो गुंडागर्दी होती है। सरकारी जॉब करते हैं तो इसका शिकार होते हैं। हमें सरकारें बताएं कि हम कहां सेफ हैं। हेल्पलाइन नंबर की उठी मांग डॉक्टर्स ने इस दौरान स्पेशल डॉक्टर्स के लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी करने की भी मांग रखी है। उनका कहना है कि एक ऐसा हेल्पलाइन नंबर जारी होना चाहिए, जहां जरूरत पड़ने पर डॉक्टर तुरंत कॉल कर मदद मांग सके।