<p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Latest News: </strong>महाराष्ट्र के सांस्कृतिक कार्य मंत्री आशीष शेलार ने बुधवार (21 मई) को निजी रेडियो स्टेशनों से एक खास अपील की है. उनका कहना है कि रेडियो पर मराठी के इमोशनल और भक्ति गानों का नियमित प्रसारण किया जाना चाहिए. शेलार का मानना है कि ग्रामोफोन और कैसेट युग के ये गानें आज भी मराठी सुनने वालों के दिलों पर राज करते हैं. ये गीत लोगों की भावनाओं से गहराई से जुड़े हुए हैं. उन्होंने यह बात मंत्रालय में आयोजित एक बैठक में कही. इस बैठक में निजी रेडियो चैनलों के प्रतिनिधियों से उनकी बातचीत हुई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शेलार ने कहा कि राज्य सरकार मराठी भाषा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए रेडियो माध्यम को सशक्त बनाना चाहती है और इसके लिए निजी रेडियो क्षेत्र के साथ तालमेल बढ़ाने का प्रयास कर रही है. उन्होंने बताया कि हमारी पीढ़ी ने ऑल इंडिया रेडियो के जरिए ऐसे गीतों को सुनते हुए बचपन बिताया है, जिनका भावनात्मक प्रभाव अत्यंत गहरा था. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र का श्रोतावर्ग हमेशा से भक्ति और भावनात्मक गीतों से विशेष जुड़ाव रखता आया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शेलार ने प्रह्लाद शिंदे के अमर भजन का किया जिक्र</strong><br />उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि आज भी राज्य के गांवों और शहरों में जब सत्यानारायण पूजा का आयोजन होता है, तो प्रह्लाद शिंदे के अमर भजन उस माहौल को संपूर्णता प्रदान करते हैं. ये गीत केवल संगीत नहीं, बल्कि परंपरा का हिस्सा बन चुके हैं. शेलार ने कहा कि इन गीतों की उपस्थिति भावनाओं को गहराई तक छूती है और इन्हें सुनना आज भी कई परिवारों के लिए एक सांस्कृतिक अनुष्ठान जैसा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस बैठक में रेड एफएम और रेडियो सिटी 91.1 सहित विभिन्न निजी रेडियो चैनलों के प्रतिनिधि मौजूद थे. बैठक में मराठी गीतों के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ रेडियो उद्योग को हो रही चुनौतियों पर भी चर्चा हुई. शेलार ने रेडियो स्टेशनों को भरोसा दिलाया कि सरकार मराठी संस्कृति के संवर्धन में उनके योगदान को सराहती है और उन्हें हरसंभव सहयोग देने के लिए तत्पर है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Latest News: </strong>महाराष्ट्र के सांस्कृतिक कार्य मंत्री आशीष शेलार ने बुधवार (21 मई) को निजी रेडियो स्टेशनों से एक खास अपील की है. उनका कहना है कि रेडियो पर मराठी के इमोशनल और भक्ति गानों का नियमित प्रसारण किया जाना चाहिए. शेलार का मानना है कि ग्रामोफोन और कैसेट युग के ये गानें आज भी मराठी सुनने वालों के दिलों पर राज करते हैं. ये गीत लोगों की भावनाओं से गहराई से जुड़े हुए हैं. उन्होंने यह बात मंत्रालय में आयोजित एक बैठक में कही. इस बैठक में निजी रेडियो चैनलों के प्रतिनिधियों से उनकी बातचीत हुई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शेलार ने कहा कि राज्य सरकार मराठी भाषा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए रेडियो माध्यम को सशक्त बनाना चाहती है और इसके लिए निजी रेडियो क्षेत्र के साथ तालमेल बढ़ाने का प्रयास कर रही है. उन्होंने बताया कि हमारी पीढ़ी ने ऑल इंडिया रेडियो के जरिए ऐसे गीतों को सुनते हुए बचपन बिताया है, जिनका भावनात्मक प्रभाव अत्यंत गहरा था. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र का श्रोतावर्ग हमेशा से भक्ति और भावनात्मक गीतों से विशेष जुड़ाव रखता आया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शेलार ने प्रह्लाद शिंदे के अमर भजन का किया जिक्र</strong><br />उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि आज भी राज्य के गांवों और शहरों में जब सत्यानारायण पूजा का आयोजन होता है, तो प्रह्लाद शिंदे के अमर भजन उस माहौल को संपूर्णता प्रदान करते हैं. ये गीत केवल संगीत नहीं, बल्कि परंपरा का हिस्सा बन चुके हैं. शेलार ने कहा कि इन गीतों की उपस्थिति भावनाओं को गहराई तक छूती है और इन्हें सुनना आज भी कई परिवारों के लिए एक सांस्कृतिक अनुष्ठान जैसा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस बैठक में रेड एफएम और रेडियो सिटी 91.1 सहित विभिन्न निजी रेडियो चैनलों के प्रतिनिधि मौजूद थे. बैठक में मराठी गीतों के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ रेडियो उद्योग को हो रही चुनौतियों पर भी चर्चा हुई. शेलार ने रेडियो स्टेशनों को भरोसा दिलाया कि सरकार मराठी संस्कृति के संवर्धन में उनके योगदान को सराहती है और उन्हें हरसंभव सहयोग देने के लिए तत्पर है.</p> महाराष्ट्र ‘निषाद समाज को ठग रहे मुकेश सहनी’, बिहार BJP के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने किया पलटवार
‘इन गानों को नियमित रूप से बजाएं’, प्राइवेट रेडियो स्टेशनों से महाराष्ट्र के मंत्री आशीष शेलार की खास अपील
