सपा के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की बुधवार को कानपुर कोर्ट में पेशी हुई। पुलिस उसे महाराजगंज जेल से लेकर पहुंची थी। कोर्ट के बाहर उपचुनाव को लेकर जब मीडिया ने सवाल किए तो इरफान ने कहा- अब उपचुनाव नहीं, इंसाफ होगा। इंसाफ अभी बाकी है। सीसामऊ सीट से किसे टिकट मिले? इरफान ने इसका जवाब नहीं दिया। थम्स-अप का साइन दिखाया और कोर्ट के अंदर चले गए। सीसामऊ सीट से सपा विधायक रहे इरफान सोलंकी को 3 जून को कोर्ट ने जाजमऊ आगजनी केस में 7 साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद उनकी विधायकी रद्द हो गई थी। अब इस सीट पर उपचुनाव होना है। इरफान की पेशी के दौरान कोर्ट में भारी पुलिस मौजूद रही। इरफान की पेशी की तस्वीरें आज रंगदारी केस में तय होंगे आरोप
कानपुर में आज यानी बुधवार को इरफान सोलंकी की पेशी है। सीसामऊ विधानसभा सीट से पूर्व सपा विधायक रंगदारी के एक केस में पेशी के लिए लाए जाएंगे। MP-MLA लोअर कोर्ट में इरफान को पेश किया जाएगा। कोर्ट में भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। जाजमऊ में दर्ज रंगदारी केस में आज पूर्व विधायक समेत उनके भाई रिजवान सोलंकी, आसिफ दलाल, इश्तियाक समेत 5 लोगों पर रंगदारी का मामला दर्ज किया गया था। इन पर आरोप तय किए जाएंगे। इरफान सोलंकी इस समय महाराजगंज जेल में बंद है। पुलिस सूत्रों की मानें तो सुबह करीब 5 बजे के करीब सोलंकी को वहां से कानपुर के लिए रवाना किया गया। कोर्ट के बाहर की दो तस्वीरें 7 साल की सजा सुनाई गई
3 जून को इरफान सोलंकी को कानपुर की MP/MLA कोर्ट ने जाजमऊ आगजनी केस में 7 साल की सजा मिली है। 30 हजार 500 का जुर्माना भी लगाया गया। जब इरफान सोलंकी को सजा सुनाई गई थी, तब वो महराजगंज जेल में बंद थे। यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से इरफान की पेशी हुई थी। इसी केस में इरफान 2 दिसंबर, 2022 से जेल में बंद हैं। इरफान के भाई रिजवान सोलंकी के अलावा उसके साथियों इजराइल आटावाला, मो. शरीफ और शौकत अली को भी 7 साल की सजा सुनाई जा चुकी है। सजा सुनाए जाने के समय इरफान को छोड़कर चारों दोषी कोर्ट में मौजूद रहे। 7 साल की सजा होने के बाद अब कानपुर की सीसामऊ सीट से इरफान की विधायक रद्द कर दी गई। कानून के मुताबिक, किसी भी जनप्रतिनिधि को 2 साल से ज्यादा सजा होने पर उसकी सदस्यता रद्द कर दी जाती है। इसके साथ ही 6 साल तक चुनाव लड़ने पर भी रोक लग जाती है। ऐसे में सीसामऊ विधानसभा में उपचुनाव होने हैं। प्लॉट पर कब्जे के लिए झोपड़ी में आग लगाई थी
जाजमऊ की डिफेंस कॉलोनी में रहने वाले इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान समेत अन्य गुंडों पर पड़ोसी महिला नजीर फातिमा का प्लॉट में बने अस्थाई घर फूंकने का आरोप है। नजीर फातिमा ने 8 नवंबर 2022 को जाजमऊ थाने में इरफान, रिजवान समेत अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप था, 7 नवंबर 2022 को रात 8 बजे उसका परिवार भाई की शादी में गया था। तभी रिजवान सोलंकी, इरफान सोलंकी और उनके साथियों ने घर में आग लगा दी। साजिश के तहत ऐसा किया गया, जिससे वह घर छोड़कर भाग जाए और विधायक परिवार उस पर कब्जा कर ले। आग से गृहस्थी, फ्रिज, टीवी, सिलेंडर और बाकी सामान जल गया था। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद जाजमऊ पुलिस ने जांच शुरू की। इसमें सामने आया कि शौकत, शरीफ और इजराइल आटावाला, अनूप यादव, महबूब आलम, शमशुद्दीन, एजाजुद्दीन, मो. एजाज, मुर्सलीन भोलू, शकील चिकना भी इस केस में शामिल थे। इरफान और रिजवान समेत सभी दोषी इस समय में जेल में बंद हैं। आगजनी केस में 3 चार्जशीट दाखिल हुईं
पुलिस ने आगजनी के मुकदमे में तीन आरोप पत्र लगाए थे। पहले में इरफान, रिजवान, शौकत, शरीफ और इजराइल आटावाला के नाम थे। दूसरे में अनूप यादव, महबूब आलम, शमशुद्दीन, एजाजुद्दीन, मो. एजाज, मुर्सलीन भोलू को अभियुक्त बनाया गया। तीसरे आरोप पत्र में शकील चिकना का नाम आया। इसलिए अभी अनूप यादव, महबूब आलम, शमशुद्दीन, एजाजुद्दीन, मो. एजाज, मुर्सलीन भोलू, शकील चिकना के खिलाफ विचारण होगा। जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी दिलीप अवस्थी ने बताया कि इरफान, रिजवान, शौकत, शरीफ और इजराइल आटे वाले के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में ट्रायल पूरा हो चुका था। इरफान की 30 करोड़ की संपत्ति जब्त हो चुकी
गैंगस्टर की कार्रवाई के बाद विधायक और उनके गैंग की करीब 30 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति जब्त की गई। साथ ही विधायक के 5 ठिकानों पर ED ने छापेमारी की थी। जिसमें संपत्तियों की लंबी फेहरिस्त मिली है। वहीं, जब इरफान कानपुर जेल में बंद थे, तब अखिलेश यादव उनसे मिलने गए थे। इसके बाद उन्हें महराजगंज जेल शिफ्ट कर दिया गया। 17 साल से विधायक थे इरफान सोलंकी
इरफान सोलंकी राजस्थान के अजमेर में 5 जून, 1979 को हाजी मुश्ताक सोलंकी के घर जन्मे। राजनीति इरफान को विरासत में मिली। उनके पिता मुश्ताक सोलंकी मुलायम सिंह यादव के काफी करीबी रहे। अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए सोलंकी ने पहली बार साल 2007 में उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में आर्य नगर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा। वह इस चुनाव में सपा को जीत दिलाने में सफल रहे। इसके बाद 2012 में और 2017 की मोदी लहर में भी सोलंकी को कोई हरा नहीं पाया। दोनों ही चुनाव में वह सपा के टिकट पर सीसामऊ सीट से चुनाव लड़े थे। 2022 में भी सोलंकी को इसी सीट पर जीत मिली थी। साल 2003 में इरफान सोलंकी की नसीम सोलंकी के साथ शादी हुई थी, जिससे उन्हें एक बेटा और दो बेटियां हैं। पेशे से कारोबारी इरफान सोलंकी का लेदर का कारखाना भी है। मोदी लहर में भाजपा जीत नहीं सकी सीट
मोदी लहर और भाजपा के गढ़ कानपुर में 2017 के चुनाव में भी इस सीट को भेद नहीं सकी थी। इरफान सोलंकी लगातार तीसरी बार विधायक बने थे। इसके बाद वह चर्चा में आए थे कि मोदी लहर में भी लगातार तीसरी बार इरफान सोलंकी विधायक बने और फिर 2022 में चौथी बार भी चुनाव जीते, भाजपा की कड़ी मशक्कत और मेहनत का नतीजा यह रहा था कि जीत का अंतर कम हो गया था। करीब 12 हजार वोट से इरफान ने जीत हासिल की थी। शहर में यह चर्चा है कि अब भाजपा सपा की इस सीट पर इरफान के जीत का तिलिस्म को तोड़ना चाहती है। यह खबर भी पढ़ें मथुरा में मुख्तार का शूटर एनकाउंटर में ढेर: STF ने सिर, कमर और पैर में गोली मारी; एक लाख का इनामी था मऊ का पंकज यादव मथुरा में STF ने पुलिसकर्मी की हत्या के आरोपी बदमाश को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। बदमाश का नाम पंकज यादव था। वह मुख्तार और शाहबुद्दीन गैंग का शॉर्प शूटर था। पंकज पर एक लाख का इनाम था। काफी वक्त से फरार था। पढ़ें पूरी खबर… सपा के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की बुधवार को कानपुर कोर्ट में पेशी हुई। पुलिस उसे महाराजगंज जेल से लेकर पहुंची थी। कोर्ट के बाहर उपचुनाव को लेकर जब मीडिया ने सवाल किए तो इरफान ने कहा- अब उपचुनाव नहीं, इंसाफ होगा। इंसाफ अभी बाकी है। सीसामऊ सीट से किसे टिकट मिले? इरफान ने इसका जवाब नहीं दिया। थम्स-अप का साइन दिखाया और कोर्ट के अंदर चले गए। सीसामऊ सीट से सपा विधायक रहे इरफान सोलंकी को 3 जून को कोर्ट ने जाजमऊ आगजनी केस में 7 साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद उनकी विधायकी रद्द हो गई थी। अब इस सीट पर उपचुनाव होना है। इरफान की पेशी के दौरान कोर्ट में भारी पुलिस मौजूद रही। इरफान की पेशी की तस्वीरें आज रंगदारी केस में तय होंगे आरोप
कानपुर में आज यानी बुधवार को इरफान सोलंकी की पेशी है। सीसामऊ विधानसभा सीट से पूर्व सपा विधायक रंगदारी के एक केस में पेशी के लिए लाए जाएंगे। MP-MLA लोअर कोर्ट में इरफान को पेश किया जाएगा। कोर्ट में भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। जाजमऊ में दर्ज रंगदारी केस में आज पूर्व विधायक समेत उनके भाई रिजवान सोलंकी, आसिफ दलाल, इश्तियाक समेत 5 लोगों पर रंगदारी का मामला दर्ज किया गया था। इन पर आरोप तय किए जाएंगे। इरफान सोलंकी इस समय महाराजगंज जेल में बंद है। पुलिस सूत्रों की मानें तो सुबह करीब 5 बजे के करीब सोलंकी को वहां से कानपुर के लिए रवाना किया गया। कोर्ट के बाहर की दो तस्वीरें 7 साल की सजा सुनाई गई
3 जून को इरफान सोलंकी को कानपुर की MP/MLA कोर्ट ने जाजमऊ आगजनी केस में 7 साल की सजा मिली है। 30 हजार 500 का जुर्माना भी लगाया गया। जब इरफान सोलंकी को सजा सुनाई गई थी, तब वो महराजगंज जेल में बंद थे। यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से इरफान की पेशी हुई थी। इसी केस में इरफान 2 दिसंबर, 2022 से जेल में बंद हैं। इरफान के भाई रिजवान सोलंकी के अलावा उसके साथियों इजराइल आटावाला, मो. शरीफ और शौकत अली को भी 7 साल की सजा सुनाई जा चुकी है। सजा सुनाए जाने के समय इरफान को छोड़कर चारों दोषी कोर्ट में मौजूद रहे। 7 साल की सजा होने के बाद अब कानपुर की सीसामऊ सीट से इरफान की विधायक रद्द कर दी गई। कानून के मुताबिक, किसी भी जनप्रतिनिधि को 2 साल से ज्यादा सजा होने पर उसकी सदस्यता रद्द कर दी जाती है। इसके साथ ही 6 साल तक चुनाव लड़ने पर भी रोक लग जाती है। ऐसे में सीसामऊ विधानसभा में उपचुनाव होने हैं। प्लॉट पर कब्जे के लिए झोपड़ी में आग लगाई थी
जाजमऊ की डिफेंस कॉलोनी में रहने वाले इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान समेत अन्य गुंडों पर पड़ोसी महिला नजीर फातिमा का प्लॉट में बने अस्थाई घर फूंकने का आरोप है। नजीर फातिमा ने 8 नवंबर 2022 को जाजमऊ थाने में इरफान, रिजवान समेत अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप था, 7 नवंबर 2022 को रात 8 बजे उसका परिवार भाई की शादी में गया था। तभी रिजवान सोलंकी, इरफान सोलंकी और उनके साथियों ने घर में आग लगा दी। साजिश के तहत ऐसा किया गया, जिससे वह घर छोड़कर भाग जाए और विधायक परिवार उस पर कब्जा कर ले। आग से गृहस्थी, फ्रिज, टीवी, सिलेंडर और बाकी सामान जल गया था। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद जाजमऊ पुलिस ने जांच शुरू की। इसमें सामने आया कि शौकत, शरीफ और इजराइल आटावाला, अनूप यादव, महबूब आलम, शमशुद्दीन, एजाजुद्दीन, मो. एजाज, मुर्सलीन भोलू, शकील चिकना भी इस केस में शामिल थे। इरफान और रिजवान समेत सभी दोषी इस समय में जेल में बंद हैं। आगजनी केस में 3 चार्जशीट दाखिल हुईं
पुलिस ने आगजनी के मुकदमे में तीन आरोप पत्र लगाए थे। पहले में इरफान, रिजवान, शौकत, शरीफ और इजराइल आटावाला के नाम थे। दूसरे में अनूप यादव, महबूब आलम, शमशुद्दीन, एजाजुद्दीन, मो. एजाज, मुर्सलीन भोलू को अभियुक्त बनाया गया। तीसरे आरोप पत्र में शकील चिकना का नाम आया। इसलिए अभी अनूप यादव, महबूब आलम, शमशुद्दीन, एजाजुद्दीन, मो. एजाज, मुर्सलीन भोलू, शकील चिकना के खिलाफ विचारण होगा। जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी दिलीप अवस्थी ने बताया कि इरफान, रिजवान, शौकत, शरीफ और इजराइल आटे वाले के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में ट्रायल पूरा हो चुका था। इरफान की 30 करोड़ की संपत्ति जब्त हो चुकी
गैंगस्टर की कार्रवाई के बाद विधायक और उनके गैंग की करीब 30 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति जब्त की गई। साथ ही विधायक के 5 ठिकानों पर ED ने छापेमारी की थी। जिसमें संपत्तियों की लंबी फेहरिस्त मिली है। वहीं, जब इरफान कानपुर जेल में बंद थे, तब अखिलेश यादव उनसे मिलने गए थे। इसके बाद उन्हें महराजगंज जेल शिफ्ट कर दिया गया। 17 साल से विधायक थे इरफान सोलंकी
इरफान सोलंकी राजस्थान के अजमेर में 5 जून, 1979 को हाजी मुश्ताक सोलंकी के घर जन्मे। राजनीति इरफान को विरासत में मिली। उनके पिता मुश्ताक सोलंकी मुलायम सिंह यादव के काफी करीबी रहे। अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए सोलंकी ने पहली बार साल 2007 में उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में आर्य नगर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा। वह इस चुनाव में सपा को जीत दिलाने में सफल रहे। इसके बाद 2012 में और 2017 की मोदी लहर में भी सोलंकी को कोई हरा नहीं पाया। दोनों ही चुनाव में वह सपा के टिकट पर सीसामऊ सीट से चुनाव लड़े थे। 2022 में भी सोलंकी को इसी सीट पर जीत मिली थी। साल 2003 में इरफान सोलंकी की नसीम सोलंकी के साथ शादी हुई थी, जिससे उन्हें एक बेटा और दो बेटियां हैं। पेशे से कारोबारी इरफान सोलंकी का लेदर का कारखाना भी है। मोदी लहर में भाजपा जीत नहीं सकी सीट
मोदी लहर और भाजपा के गढ़ कानपुर में 2017 के चुनाव में भी इस सीट को भेद नहीं सकी थी। इरफान सोलंकी लगातार तीसरी बार विधायक बने थे। इसके बाद वह चर्चा में आए थे कि मोदी लहर में भी लगातार तीसरी बार इरफान सोलंकी विधायक बने और फिर 2022 में चौथी बार भी चुनाव जीते, भाजपा की कड़ी मशक्कत और मेहनत का नतीजा यह रहा था कि जीत का अंतर कम हो गया था। करीब 12 हजार वोट से इरफान ने जीत हासिल की थी। शहर में यह चर्चा है कि अब भाजपा सपा की इस सीट पर इरफान के जीत का तिलिस्म को तोड़ना चाहती है। यह खबर भी पढ़ें मथुरा में मुख्तार का शूटर एनकाउंटर में ढेर: STF ने सिर, कमर और पैर में गोली मारी; एक लाख का इनामी था मऊ का पंकज यादव मथुरा में STF ने पुलिसकर्मी की हत्या के आरोपी बदमाश को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। बदमाश का नाम पंकज यादव था। वह मुख्तार और शाहबुद्दीन गैंग का शॉर्प शूटर था। पंकज पर एक लाख का इनाम था। काफी वक्त से फरार था। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर