प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के लखनऊ जोनल कार्यालय ने एटीएस ग्रुप ऑफ कंपनीज के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत मामला दर्ज किया है। कम दाम में ज्यादा प्रॉफिट देने की स्कीम के तहत मकान बेचने में धांधली करने की शिकायत मिली हैं। एटीएस ग्रुप कंपनी पर 3,400 करोड़ रुपये से अधिक की जमीन का सौदा करने का मामला प्रकाश में आया है। मनचाहे रिटर्न वापस करने का दिया झांसा कंपनी ने निवेशकों को मनचाहे रिटर्न वापस करने का झांसा दिया। एटीएस ग्रुप कंपनी के द्वारा निवेशकों को रुपए इन्वेस्टमेंट करने के लिए कई अलग-अलग तरीके की स्कीम और प्रोजेक्ट दिखाए गए। जो की जमीनी हकीकत से बिल्कुल अलग मिले हैं। फिलहाल कंपनी के द्वारा ग्राहकों को जो स्कीम और प्रोजेक्ट बताए गए उसमें भी ध्यान दी करने की शिकायत मिली हैं। एटीएस ग्रुप कंपनी के द्वारा बैंक के जरिए अच्छा रिटर्न वापस करने का वादा ग्रहको और निवेशकों से किया गया था। 36 महीने में अपार्टमेंट प्रीमियम रेट में खरीदने का किया था वादा एटीएस ग्रुप का कंपनी ने रियल स्टेट मार्केट के जरिए निवेशकों से इन्वेस्टमेंट कराया। इन्वेस्टमेंट की स्कीम में ये शर्त रखी गई कि 36 महीने के अंदर उनके अपार्टमेंट को प्रीमियम रेट पर कंपनी के द्वारा खुद खरीद लिया जाएगा। अगर वे अपार्टमेंट को बेचना चाहते हैं। इसके लिए सैकड़ो निवेशकों को पोस्ट डेटेड चेक भी कंपनी के द्वारा जारी किए गए। जो कि बाद में बाउंस भी हुए हैं। ईओडब्ल्यू की जांच में दिल्ली में चार तो नोएडा पुलिस ने 10 मामले किए हैं दर्ज एटीएस ग्रुप के खिलाफ अब तक ईओडब्ल्यू दिल्ली द्वारा चार और नोएडा पुलिस द्वारा 10 मामले दर्ज किए गए हैं।ईडी का लखनऊ जोनल कार्यालय समूह से जुड़ी 63 कंपनियों की जांच कर रहा है। जिनमें से कुछ दिवालिया कार्यवाही से गुजर रही हैं। ईडी ने ग्रुप की किसी भी कंपनी को कंसोर्टियम के हिस्से के रूप में भूमि आवंटन का विवरण भी सौंपने को कहा है। ईडी ने नोएडा के अधिकारियों ने मांगी डिटेल्स ईडी ने नोएडा के अधिकारियों से किसी भी दर्ज एफआईआर, आवंटन रद्द करने और आवंटी कंपनियों या कंसोर्टियम के खिलाफ की गई। किसी भी अन्य दंडात्मक कार्रवाई की डिटेल्स मांगा है। नोएडा के आधिकारिक ATS समूह को एक नोटिस जारी कर अपना बकाया चुकाने के लिए एक सप्ताह में जबाव मांगा है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के लखनऊ जोनल कार्यालय ने एटीएस ग्रुप ऑफ कंपनीज के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत मामला दर्ज किया है। कम दाम में ज्यादा प्रॉफिट देने की स्कीम के तहत मकान बेचने में धांधली करने की शिकायत मिली हैं। एटीएस ग्रुप कंपनी पर 3,400 करोड़ रुपये से अधिक की जमीन का सौदा करने का मामला प्रकाश में आया है। मनचाहे रिटर्न वापस करने का दिया झांसा कंपनी ने निवेशकों को मनचाहे रिटर्न वापस करने का झांसा दिया। एटीएस ग्रुप कंपनी के द्वारा निवेशकों को रुपए इन्वेस्टमेंट करने के लिए कई अलग-अलग तरीके की स्कीम और प्रोजेक्ट दिखाए गए। जो की जमीनी हकीकत से बिल्कुल अलग मिले हैं। फिलहाल कंपनी के द्वारा ग्राहकों को जो स्कीम और प्रोजेक्ट बताए गए उसमें भी ध्यान दी करने की शिकायत मिली हैं। एटीएस ग्रुप कंपनी के द्वारा बैंक के जरिए अच्छा रिटर्न वापस करने का वादा ग्रहको और निवेशकों से किया गया था। 36 महीने में अपार्टमेंट प्रीमियम रेट में खरीदने का किया था वादा एटीएस ग्रुप का कंपनी ने रियल स्टेट मार्केट के जरिए निवेशकों से इन्वेस्टमेंट कराया। इन्वेस्टमेंट की स्कीम में ये शर्त रखी गई कि 36 महीने के अंदर उनके अपार्टमेंट को प्रीमियम रेट पर कंपनी के द्वारा खुद खरीद लिया जाएगा। अगर वे अपार्टमेंट को बेचना चाहते हैं। इसके लिए सैकड़ो निवेशकों को पोस्ट डेटेड चेक भी कंपनी के द्वारा जारी किए गए। जो कि बाद में बाउंस भी हुए हैं। ईओडब्ल्यू की जांच में दिल्ली में चार तो नोएडा पुलिस ने 10 मामले किए हैं दर्ज एटीएस ग्रुप के खिलाफ अब तक ईओडब्ल्यू दिल्ली द्वारा चार और नोएडा पुलिस द्वारा 10 मामले दर्ज किए गए हैं।ईडी का लखनऊ जोनल कार्यालय समूह से जुड़ी 63 कंपनियों की जांच कर रहा है। जिनमें से कुछ दिवालिया कार्यवाही से गुजर रही हैं। ईडी ने ग्रुप की किसी भी कंपनी को कंसोर्टियम के हिस्से के रूप में भूमि आवंटन का विवरण भी सौंपने को कहा है। ईडी ने नोएडा के अधिकारियों ने मांगी डिटेल्स ईडी ने नोएडा के अधिकारियों से किसी भी दर्ज एफआईआर, आवंटन रद्द करने और आवंटी कंपनियों या कंसोर्टियम के खिलाफ की गई। किसी भी अन्य दंडात्मक कार्रवाई की डिटेल्स मांगा है। नोएडा के आधिकारिक ATS समूह को एक नोटिस जारी कर अपना बकाया चुकाने के लिए एक सप्ताह में जबाव मांगा है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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पंजाब-हरियाणा के चुनावी मैदान में उतरेंगे किसान:गुरनाम चढूनी की घोषणा, दो राज्यों की 94 सीटों पर उतारेंगे उम्मीदवार, 2022 में जमानत जब्त
पंजाब-हरियाणा के चुनावी मैदान में उतरेंगे किसान:गुरनाम चढूनी की घोषणा, दो राज्यों की 94 सीटों पर उतारेंगे उम्मीदवार, 2022 में जमानत जब्त किसान नेता और 2020 के किसान आंदोलन का प्रमुख चेहरा गुरनाम सिंह चढूनी ने हरियाणा विधानसभा और पंजाब उपचुनाव लड़ने का ऐलान किया है। गुरनाम चढूनी ने कल शाम यह ऐलान किया। ये चुनाव संयुक्त संघर्ष पार्टी (एसएसपी) के बैनर तले लड़े जाएंगे। 2022 में हार के बाद किसान एक बार फिर चुनावी मैदान में उतरेंगे। मिली जानकारी के मुताबिक किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी (संयुक्त संघर्ष पार्टी) पंजाब की चार विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जो लोकसभा चुनाव के बाद खाली हुई हैं। वह गिद्दड़बाहा, बरनाला, डेरा बाबा नानक और चब्बेवाल में अपने किसान नेताओं को मैदान में उतारेंगे। इतना ही नहीं वह इस साल होने वाले हरियाणा चुनाव में भी उतरेंगे। पेहवा से चुनाव लड़ेंगे चढूनी चढूनी ने इस दौरान खुद भी चुनाव लड़ने की बात कही है। उनका कहना है कि वह खुद पेहवा से चुनाव लड़ेंगे। किसी अन्य सीट से कौन चुनाव लड़ेगा, इसका ऐलान अभी नहीं हुआ है। यह फैसला एसएसपी के वरिष्ठ नेता मिलकर लेंगे। 2022 में हुई थी जमानत जब्त यह पहली बार नहीं है कि किसान नेता मैदान में उतरे हैं। 2020 के किसान आंदोलन-1 के खत्म होने के बाद 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान भी किसान नेता मैदान में उतरे थे। चुनाव लड़ने के फैसले को लेकर किसान नेताओं में भी फूट पड़ गई थी। इसका खामियाजा चुनाव लड़ने वाले किसान नेताओं को भुगतना पड़ा। किसान नेताओं की जमानत जब्त हो गई। राजेवाल को सिर्फ 3.5% वोट मिले पंजाब में किसानों की ओर से मुख्यमंत्री पद के घोषित उम्मीदवार बलबीर सिंह राजेवाल, जिन्होंने एक साल तक दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन का नेतृत्व किया, को अपमानजनक हार का सामना करना पड़ा। वह छठे स्थान पर रहे और अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए। लुधियाना जिले के समराला विधानसभा क्षेत्र में उन्हें केवल 3.5% वोट मिले। निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़े उम्मीदवार संयुक्त संघर्ष मोर्चा समय रहते पार्टी के तौर पर पंजीकृत नहीं हो सका, इसलिए उसे अपने सभी 92 उम्मीदवार निर्दलीय के तौर पर उतारने पड़े। इसमें किसान यूनियन के गुरनाम सिंह चढूनी की संयुक्त संघर्ष पार्टी (एसएसपी) के 10 उम्मीदवार शामिल थे। कानून निरस्त होने के बाद पंजाब के 20 किसान यूनियनों ने मिलकर 25 दिसंबर 2021 को एक पार्टी बनाई। कुछ किसान यूनियनें मोर्चे से अलग हो गईं और राजनीति में इसके हस्तक्षेप से खुद को दूर कर लिया। किसान मजदूर संघर्ष समिति और क्रांतिकारी किसान यूनियन के अलावा बीकेयू के विभिन्न स्वरूपों – एकता उग्राहां, एकता डकौंडा, एकता सिद्धूपुर, लाखोवाल, कादियां और क्रांतिकारी – ने भी मोर्चे में शामिल होने से इनकार कर दिया। नतीजों से पहले ही मोर्चा बिखर गया था मोर्चा नतीजों से पहले ही बिखरना शुरू हो गया था। वोटों की गिनती से कुछ घंटे पहले फरीदकोट और मुक्तसर में राजेवाल के विधायकों ने यह आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया कि चुनावी राजनीति में उनके प्रवेश ने किसानों के मुद्दे को कमजोर कर दिया है। दो और जिला इकाइयों ने चुनाव अभियान से खुद को अलग कर लिया। बगावत के कारण पंजाब किसान यूनियन के गुरनाम सिंह भीखी को मानसा से चुनाव लड़ने से पीछे हटना पड़ा। दो और उम्मीदवारों ने नाम वापस ले लिया। एक ने रामपुरा फूल में आप का समर्थन किया, जबकि दूसरे ने अमरगढ़ में सिमरनजीत सिंह मान की शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) का समर्थन किया।
Watch: अल्मोड़ा-रानीखेत में टूटा पुल, डायवर्ट किया गया ट्रैफिक, सीएम धामी ने दिया ये निर्देश
Watch: अल्मोड़ा-रानीखेत में टूटा पुल, डायवर्ट किया गया ट्रैफिक, सीएम धामी ने दिया ये निर्देश <p style=”text-align: justify;”><strong>Uttarakhand Monsoon News:</strong> उत्तराखंड में मानसून की बारिश कहर बनकर टूट पड़ी है. पहाड़ से लेकर मैदान तक हर जगह तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है. मौसम विभाग ने भारी बारिश को लेकर पहले से ही अलर्ट जारी किया था. अल्मोड़ा-रानीखेत में भारी बारिश के कारण रामनगर – भतरौंजखान मोटर मार्ग पर मोहान के पास पुल टूटकर नदी में गिर गया. मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने अधिकारियों को उचित निर्देश भी दिए है कि जो लोगों को बारिश से नुकसान हो रहा है. उनकी हर संभव मदद की जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुल गिरने की वजह से रामनगर से वाया मोहान रानीखेत-अल्मोड़ा को जोड़ने वाला प्रमुख मार्ग बंद हो गया है. इसके बाद यहां यातायात को डायवर्ट कर दिया गया है. इस मार्ग से जाने वाले वाहन अब रामनगर से मोहान और मोहान से चिमटाखाल होते हुए अपने गंतव्य को जाएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>[tw]https://x.com/IANSKhabar/status/1809574804661383584[/tw]</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुख्यमंत्री धामी की हालात पर नजर </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रदेश के मुख्यमंत्री धामी हालात पर नजर बनाए हैं. उन्होंने आपदा विभाग और आपदा कंट्रोल रूम के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को मौसम विभाग की चेतावनी के बाद अलर्ट मोड पर रहने के आदेश जारी कर दिए हैं. आपदा प्रबंधन और आपदा कंट्रोल रूम के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. साथ ही एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को भी अलर्ट मोड पर रहने के आदेश दिए गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कई नदियों का बढ़ा जलस्तर</strong><br />वहीं प्रदेश में अलकनंदा, मंदाकिनी, काली, गंगा सहित सभी नदियों का जलस्तर लगातार हो रही भारी बारिश के कारण तेजी से बढ़ रहा है. गंगा नदी जहां ऋषिकेश में खतरे के निशान के करीब है, तो वहीं काली नदी और अलकनंदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. जो लोग नदियों के किनारे या उसके आसपास रह रहे हैं उनसे सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की जा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/cm-yogi-adityanath-inspected-six-lane-road-and-assurance-to-provide-pm-awas-home-ann-2731701″>सीएम योगी की नजर पड़ी, अब सड़क नहीं पक्के मकान में रहेगा मंजू का परिवार, बोलीं- ‘धन्य हैं महाराज जी’.</a></strong></p>
‘नीतीश कुमार इस्तीफा दो…’, सदन में विपक्ष का जोरदार हंगामा, बैनर पोस्टर लेकर वेल में पहुंचे
‘नीतीश कुमार इस्तीफा दो…’, सदन में विपक्ष का जोरदार हंगामा, बैनर पोस्टर लेकर वेल में पहुंचे <p style=”text-align: justify;”><strong>Bihar Assembly Monsoon Session: </strong>बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र के चौथे दिन गुरुवार (25 जुलाई) को सदन में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया. महागठबंधन के विधायकों ने नारा लगाते हुए सीएम नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की. हाय-हाय करते हुए सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>विपक्ष के नेता बैनर-पोस्टर लेकर वेल में पहुंचे. बिगड़ती कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने, भारतीय युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज के मुद्दों को लेकर हंगामा किया. महागठबंधन विधायकों का भारी हंगामे के बीच स्पीकर नंद किशोर यादव ने विपक्ष के नेताओं से कहा कि वे सभी लोग अपनी-अपनी सीटों पर चले जाएं. </p>