हरियाणा के जींद के उचाना में पूर्व सांसद एवं कांग्रेस नेता बृजेंद्र सिंह ने पूर्व डिप्टी सीएम एवं स्थानीय विधायक दुष्यंत चौटाला पर फिर प्रहार किया। उन्होंने पालवां गांव में कहा कि दुष्यंत चौटाला आज के दिन राजनीतिक चर्चा का हिस्सा नहीं है। कांग्रेस नेता ने सीएम नायब सैनी व भाजपा पर भी तीखा हमला किया। पूर्व सांसद एवं कांग्रेस नेता बृजेंद्र सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार जितनी भी घोषणाएं आज कर रही है, वो सिर्फ चुनाव जीतने के हथकंड़े आजमाए जा रहे हैं। दस साल से सरकार की नीतियों कार्य कलापों की वजह से जो दुखी थे, उनको खुश करने का प्रयास हो रहा है। सभी को पता है कि ये चुनावी घोषणाएं हैं। पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह ने जेजेपी के सवाल पर हंसते हुए कहा कि चलो उन्होंने अपनी भूल मान ली। वो आज के दिन राजनीति चर्चा का हिस्सा नहीं हैं, उनको तरजीह देने का फायदा नहीं है। चुनाव में मुकाबला भाजपा व कांग्रेस का है। कांग्रेस की मीटिंगों को लेकर पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह ने कहा कि पार्टी जो मीटिंग होती हैं, उसके अंदर अटकल बाजी करने का कोई तुक नहीं होता। न ही उस पर टिप्पणी की आवश्यकता होती है। किसको पता कि किस माहौल में मीटिंग हुई है, नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश मे विधानसभा चुनाव कांग्रेस के सभी नेता एकजुट होकर लड़ेंगे। चुनाव लड़ने के लिए जो आवेदन आए हैं, वो दिखाते हैं कि प्रदेश में जो माहौल है, वो किस पार्टी के पक्ष में है। एक हलके में 88, दूसरे में 86 लोगों ने कांग्रेस की टिकट मांगी है। हरियाणा के जींद के उचाना में पूर्व सांसद एवं कांग्रेस नेता बृजेंद्र सिंह ने पूर्व डिप्टी सीएम एवं स्थानीय विधायक दुष्यंत चौटाला पर फिर प्रहार किया। उन्होंने पालवां गांव में कहा कि दुष्यंत चौटाला आज के दिन राजनीतिक चर्चा का हिस्सा नहीं है। कांग्रेस नेता ने सीएम नायब सैनी व भाजपा पर भी तीखा हमला किया। पूर्व सांसद एवं कांग्रेस नेता बृजेंद्र सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार जितनी भी घोषणाएं आज कर रही है, वो सिर्फ चुनाव जीतने के हथकंड़े आजमाए जा रहे हैं। दस साल से सरकार की नीतियों कार्य कलापों की वजह से जो दुखी थे, उनको खुश करने का प्रयास हो रहा है। सभी को पता है कि ये चुनावी घोषणाएं हैं। पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह ने जेजेपी के सवाल पर हंसते हुए कहा कि चलो उन्होंने अपनी भूल मान ली। वो आज के दिन राजनीति चर्चा का हिस्सा नहीं हैं, उनको तरजीह देने का फायदा नहीं है। चुनाव में मुकाबला भाजपा व कांग्रेस का है। कांग्रेस की मीटिंगों को लेकर पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह ने कहा कि पार्टी जो मीटिंग होती हैं, उसके अंदर अटकल बाजी करने का कोई तुक नहीं होता। न ही उस पर टिप्पणी की आवश्यकता होती है। किसको पता कि किस माहौल में मीटिंग हुई है, नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश मे विधानसभा चुनाव कांग्रेस के सभी नेता एकजुट होकर लड़ेंगे। चुनाव लड़ने के लिए जो आवेदन आए हैं, वो दिखाते हैं कि प्रदेश में जो माहौल है, वो किस पार्टी के पक्ष में है। एक हलके में 88, दूसरे में 86 लोगों ने कांग्रेस की टिकट मांगी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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किसान नेता डल्लेवाल को लेकर अस्पताल में हंगामा:मुलाकात से रोकने पर भड़के किसान नेता; पुलिस ने 2 नेताओं को हिरासत में लिया
किसान नेता डल्लेवाल को लेकर अस्पताल में हंगामा:मुलाकात से रोकने पर भड़के किसान नेता; पुलिस ने 2 नेताओं को हिरासत में लिया हरियाणा और पंजाब के खनौरी बॉर्डर से हिरासत में लिए गए किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मिलने पहुंचे किसानों ने लुधियाना DMC में हंगामा कर दिया। पुलिस उन्हें डल्लेवाल से मिलने से रोक रही थी। पुलिसकर्मियों का कहना था कि उन्हें ऊपर से ऑर्डर मिले हैं। इस पर किसानों से काफी देर तक बहस हुई। किसानों ने पूछा कि किसने ऑर्डर दिए हैं? उन्हें मौके पर बुलाया जाए। इसके लिए पुलिसकर्मी तैयार नहीं हुए। इससे किसान भड़क गए और हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद माहौल को शांत करने के लिए पुलिस ने 2 नेताओं को हिरासत में ले लिया है। पुलिस उन्हें अपने साथ थाने ले गई है। वहीं, कई किसान DMC में ही डटे हुए हैं। वे किसान नेता डल्लेवाल से मिलने की जिद पर अड़े हुए हैं। वहीं खनौरी बॉर्डर पर किसान नेताओं की बैठक शुरू हो गई है। शाम 4 बजे किसान नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने संघर्ष की अगली रणनीति का ऐलान करेंगे। अस्पताल में हंगामे के PHOTOS… 58 घंटे से पुलिस की हिरासत में डल्लेवाल
जानकारी के अनुसार, किसान नेता डल्लेवाल 26 नवंबर को मरणव्रत शुरू करने वाले थे, लेकिन उससे पहले पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। पुलिस की कस्टडी में उन्हें करीब 58 घंटे बीत चुके हैं। इसके दौरान डल्लेवाल से किसी को न मिलने दिया गया और न ही उनसे किसी को बात करने दी। वहीं, इसी बीच बीते बुधवार को हिरासत के करीब 44 घंटे बाद लुधियाना के DMC अस्पताल से डल्लेवाल की पहली तस्वीर सामने आई थी। इसमें वह DMC के अंदर जाते हुए नजर आ रहे हैं, लेकिन उनके साथ पुलिसवाले भी मौजूद हैं। अस्पताल में भी उनका मरणव्रत जारी है। डल्लेवाल का मरणव्रत तीसरे दिन जारी
बता दें कि फसलों पर MSP समेत 13 मुद्दों को लेकर फरवरी महीने से किसानों का पंजाब-हरियाणा के बॉर्डर पर संघर्ष पर चल रहा है। आज 68 वर्षीय बुजुर्ग और कैंसर से पीड़ित किसान डल्लेवाल का DMC लुधियाना और सुखजीत सिंह हरदो झंडे का खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत तीसरे दिन भी जारी है। दूसरी तरफ पंजाब सरकार किसानों को शांत करने में जुटी है। भले ही बुधवार को हुई मीटिंग में कोई नतीजा न निकला हो, लेकिन माना जा रहा है कि सरकार आज मीटिंग कर किसानों को शांत करेगी। जबकि, किसानों ने साफ किया है कि जब तक सरकार डल्लेवाल को मोर्चे में लेकर नहीं आती, तब तक वह किसी मुद्दे पर बात नहीं करेंगे। किसान बोले- पहले डल्लेवाल को मोर्चे पर लाएं, फिर बात करेंगे
27 नवंबर को खन्नौरी बॉर्डर संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक के बैनर तले किसानों की आपात मीटिंग हुई। मीटिंग में किसान नेता डल्लेवाल को पुलिस हिरासत से छुड़वाने ओर संघर्ष को आगे बढ़ाने के लिए स्ट्रेटजी बनाई गई। इसमें पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और यूपी के किसान नेता शामिल थे। दूसरी तरफ किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने वीडियो जारी कर कहा है कि केंद्र सरकार ने अपनी स्थिति साफ कर दी है। अब राज्य सरकार अपनी स्थिति साफ करें। हमें नजर आ रहा है कि दाल में कुछ काला है। किसान नेता सुखजीत सिंह हरदो झंडे ने मरणव्रत शुरू किया है। सरकार डल्लेवाल को बांधकर, उनके नाक में नली लगाकर खुराक दे रही होगी। इसी बीच दोपहर में पंजाब पुलिस के DIG मनजीत सिंह सिद्धू, SSP पटियाला नानक सिंह खनौरी बॉर्डर पर पहुंचे। इनके साथ भी मीटिंग बेनतीजा रही। किसानों का कहना है कि पहले डल्लेवाल को मोर्चे पर लाएं, फिर बात करेंगे। साथ ही साफ करें कि उन्हें अस्पताल में क्यों ले जाया गया है? सरकार को 10 दिन का अल्टीमेटम
26 नवंबर की सुबह किसान नेता डल्लेवाल को उठाया गया तो किसान भड़क गए थे। तब किसान नेता पंधेर ने मीटिंग कर अगली रणनीति बनाई। उन्होंने केंद्र सरकार को 10 दिन का समय बातचीत के लिए दिया है। अगर इसमें कोई सहमति नहीं बनी तो किसान 6 दिसंबर को दिल्ली की तरफ कूच करेंगे। किसानों का कहना है कि हमारे सुरक्षा पहरे में कोई कमी रह गई थी, जो पुलिस हमारे किसान नेता को उठाकर ले गई। अब किसानों का सुरक्षा पहरा मजबूत रहेगा। पुलिस मरणव्रत पर बैठे साथी तक नहीं पहुंच पाएगी। डल्लेवाल ने परिवार के नाम की जमीन
डल्लेवाल ने 4 नवंबर को ऐलान किया था कि पार्लियामेंट सेशन शुरू होते ही वह भूख हड़ताल पर बैठेंगे। 25 नवंबर को फरीदकोट में डल्लेवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि वह सिर पर कफन बांधकर आमरण अनशन पर बैठेंगे। इसलिए, उन्होंने अपनी जमीन पुत्र, पुत्रवधू और पौत्र के नाम करवा दी है। बिना ट्रैक्टर-ट्रॉली दिल्ली जाएंगे किसान
इधर, किसान नेता पंधेर ने 18 नवंबर को ऐलान किया था कि किसान 6 दिसंबर को दिल्ली कूच करेंगे। उन्होंने कहा था कि 9 महीने से किसान चुप बैठे हैं, लेकिन सरकारों की ओर से हमारी उपेक्षा की जा रही है। इस कारण दिल्ली जाने का फैसला लिया है। इस बार किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के बजाय पैदल मार्च करेंगे। इसमें पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्यों के किसान शामिल होंगे। 13 फरवरी को दिल्ली कूच पर निकले थे
हरियाणा और पंजाब के किसान 13 फरवरी 2024 को दिल्ली कूच के लिए निकले थे। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने शंभू बॉर्डर, खनौरी बॉर्डर और डबवाली बॉर्डर को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया था। किसानों को इसके आगे नहीं बढ़ने दिया गया। इसके बाद शंभू बॉर्डर पर किसानों ने पंजाब की तरफ स्थायी मोर्चा बना लिया। ऐसे में वहां से आवाजाही बंद है। इससे अंबाला के व्यापारियों को परेशानी हो रही है। इस कारण उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को बॉर्डर खोलने के आदेश दिए थे, लेकिन सरकार इस मामले में सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई। अब मामला कोर्ट में है।
हरियाणा में बीच बाजार अश्लील डांस:महिलाओं के अंडरगारमेंट्स पहनकर वीडियो बना रहा था युवक; दुकानदारों ने पकड़कर पीटा
हरियाणा में बीच बाजार अश्लील डांस:महिलाओं के अंडरगारमेंट्स पहनकर वीडियो बना रहा था युवक; दुकानदारों ने पकड़कर पीटा हरियाणा के पानीपत में रविवार (24 नवंबर) को शहर के सबसे व्यस्ततम इंसार बाजार में एक युवक को अश्लील डांस करना महंगा पड़ गया। युवक महिलाओं के अंडर गारमेंट्स पहनकर बाजार में रील बना रहा था। उसके साथ एक युवक भी था, जो उसकी वीडियो शूट कर रहा था। बाजार में पहुंचे ग्राहक और वहां से गुजर रहे लोग उसे देखकर असहज महसूस कर रहे थे। तभी दुकानदारों ने युवक को पकड़ लिया और उसकी पिटाई कर दी। आखिर में युवक ने माफी मांग ली। जिसके बाद दुकानदारों ने उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया। मामला पुलिस तक नहीं पहुंचा। ब्लॉग के लिए बना रहा था वीडियो दुकानदारों ने युवक से पूछा कि वह ऐसा क्यों कर रहा है? युवक ने कहा कि वह सोशल मीडिया के कई प्लेटफॉर्म पर एक्टिव है। उसके लिए वह वीडियो शूट करता है। ब्लॉग बनाने से इनकम होती है। उसके फॉलोअर्स को इस तरह की वीडियो पसंद आती है। इसीलिए वह ऐसी वीडियो बना रहा था। युवक ने यह भी बताया कि पहले भी वह इस तरह की वीडियो शूट कर चुका है। सोशल मीडिया पर उसकी ऐसी वीडियो खूब वायरल होती हैं। इसी चाहत में वह ऐसी वीडियो शूट करता है। दोबारा वीडियो न बनाने की शर्त पर छोड़ा जब दुकानदार युवक को पीट रहे थे तो उसने हाथ जोड़कर माफी मांगी। उसने अपनी गलती मानते हुए आइंदा ऐसा न करने की कसम खाई। दुकानदारों ने भी उसे समझाया कि इस तरह की अश्लीलता कभी भी सार्वजनिक तौर पर बर्दाश्त नहीं की जा सकती । वह आगे कभी भी इस तरह की वीडियो नहीं बनाएगा, इसी शर्त पर दुकानदारों ने उसे छोड़ दिया और पुलिस को सूचित नहीं किया। ********************************************** पंजाब में युवक की पिटाई की ये खबर भी पढ़ें :- पंजाब में महिला ने युवक को बाल पकड़कर घसीटा,जमीन पर गिराकर लात-घूंसे मारे पंजाब के लुधियाना में शनिवार (23 नवंबर) रात बाइक और स्कूटी की टक्कर हो गई। स्कूटी सवार महिला ने बाइक सवार युवक को बाल से पकड़कर घसीटा। उसे जमीन पर पटक दिया और चेहरे, छाती पर लात-घूंसे मारे। युवक को दीदी-दीदी कह कर चिल्लाता रहा, लेकिन महिला ने उसकी एक नहीं सुनी। पूरी खबर पढ़ें
हरियाणा में BJP सांसद गिफ्टों से परेशान:कहा- मुझे कोई उपहार न दें, इस संस्कृति को रोकना जरूरी, निर्विरोध चुनाव जीत चुकीं
हरियाणा में BJP सांसद गिफ्टों से परेशान:कहा- मुझे कोई उपहार न दें, इस संस्कृति को रोकना जरूरी, निर्विरोध चुनाव जीत चुकीं हरियाणा की राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा इन दिनों तोहफों से काफी परेशान हैं। दरअसल, रेखा शर्मा हाल ही में हरियाणा से राज्यसभा सांसद बनी हैं। पंचकूला में राजनीतिक रूप से सक्रिय रेखा शर्मा इससे पहले राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। राज्यसभा सांसद बनने के बाद वह दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा में भी काफी सक्रिय हैं। इस दौरान लोग उनसे मिल रहे हैं, और उन्हें महंगे गुलदस्ते और तोहफे दे रहे हैं। वह इन तोहफों से काफी असहज हैं राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा ने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा- “मैं अपने सभी शुभचिंतकों से अपील करती हूं कि वे मुझे किसी भी अवसर पर कोई फूल या उपहार न दें। क्योंकि मैं नहीं चाहती कि कोई मुझ पर पैसा खर्च करे। किसी को इस संस्कृति को रोकना होगा। अगर कोई मुझे कुछ उपहार देना चाहता है, तो कृपया मेरे नाम पर एक पेड़ लगाएं। रेखा शर्मा की सोशल मीडिया पोस्ट.. निर्विरोध सांसद चुनी गई हैं रेखा शर्मा
भाजपा नेता रेखा शर्मा हरियाणा से निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुनी गई हैं। उनके खिलाफ कांग्रेस या किसी अन्य पार्टी के किसी उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल नहीं किया। नामांकन वापस लेने के अंतिम दिन 13 दिसंबर को उन्हें जीत का प्रमाण पत्र दिया गया हरियाणा की 15वीं विधानसभा में पानीपत जिले के इसराना निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीतने के बाद कृष्ण लाल पंवार ने राज्यसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था। अब रेखा शर्मा इस सीट से राज्यसभा सांसद बन गई हैं। रेखा शर्मा का हरियाणा से राज्यसभा सदस्य के तौर पर कार्यकाल पूरे छह साल नहीं बल्कि करीब साढ़े तीन साल यानी 1 अगस्त 2028 तक होगा। महिला आयोग से रेखा शर्मा पहुंचीं राज्यसभा
1964 में जन्मीं रेखा शर्मा ने उत्तराखंड से राजनीति विज्ञान में डिग्री लेने के बाद मार्केटिंग और एडवरटाइजिंग में डिप्लोमा किया। हालांकि इसके बाद उनका करियर सीधे राजनीति की ओर बढ़ गया। वह हरियाणा में पंचकूला बीजेपी की जिला सचिव थीं। वह मीडिया विभाग भी संभालती थीं। इसमें उनकी एडवरटाइजिंग की पढ़ाई काफी काम आई। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद साल 2015 में उन्हें राष्ट्रीय महिला आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। जिसके बाद 2018 में उनका कार्यकाल फिर से बढ़ा दिया गया। रेखा शर्मा करीब 9 साल तक राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रह चुकी हैं।