उत्तराखंड के इन 17 शिक्षण संस्थानों पर कार्रवाई, अल्पसंख्यक विभाग का बड़ा फैसला

उत्तराखंड के इन 17 शिक्षण संस्थानों पर कार्रवाई, अल्पसंख्यक विभाग का बड़ा फैसला

<p style=”text-align: justify;”><strong>Uttarakhand News:</strong> उत्तराखंड अल्पसंख्यक विभाग जल्द 17 ऐसे शिक्षण संस्थानों पर विधिक कार्यवाही करने जा रहा है जिन्होंने अल्पसंख्यक छात्रों के नाम पर छात्रवृत्ति घोटाला किया है, बता दे कि उत्तराखंड में अल्पसंख्यक विभाग द्वारा कराई गई जांच में 17 ऐसे कॉलेजों के नाम सामने आए हैं जिन्होंने अल्पसंख्यक छात्रों के नाम पर छात्रवृत्ति घोटाला किया है अब विभाग इन अभी संस्थानों के खिलाफ विधिक कार्यवाही करने जा रहा है, अल्पसंख्यक विभाग के सचिव धीराज गरबियाल ने एबीपी लाइव से बात करते हुए बताया कि इस विषय पर जल्द ही हम विधि के कार्यवाही करने जा रहे हैं हमारा द्वारा कराई गई जांच में कई कॉलेजों में बड़ी गड़बड़ी पाई गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br />बता दें कि यह घोटाला लगभग एक करोड़ का बताया जा रहा है और अभी जांच करने पर और भी बड़ा घोटाला पकड़ा जा सकता है फिलहाल इस विषय पर जल्द ही बड़ी कार्यवाही उत्तराखंड सरकार करने जा रही है. उत्तराखंड में मुस्लिम युवाओं की छात्रवृत्ति पर डाका डालने का मामला जांच रिपोर्ट के जरिए सामने आने लगा है,फिलहाल प्रदेश के 17 शैक्षणिक संस्थान रडार पर है. जहां एक हजार से अधिक छात्रों की छात्रवृत्ति के आंकड़े मिसमैच हो रहे हैं. हालांकि, अभी ये शुरुआत भर है क्योंकि इसकी विस्तृत जांच होने पर और भी कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. उधर अल्पसंख्यक कल्याण विभाग जांच रिपोर्ट के आधार पर एफआईआर दर्ज करवाने का मन भी बना चुका है, इसको लेकर विभाग के सचिव ने साफ कहा है कि दोषियों के खिलाफ विधिक कार्यवाही की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>छात्रवृति डकारने की जांच पूरी</strong><br />अल्पसंख्यकों की छात्रवृति को डकारने के मामले में अब जांच पूरी कर ली गई है. दरअसल प्रदेश के कुल 92 शिक्षण संस्थानों को इस जांच में शामिल किया गया था. जिसमें करीब 17 संस्थानों में अल्पसंख्यक युवाओं की छात्रवृत्ति को लेकर गड़बड़ी सामने आई है. हालांकि छात्रवृत्ति में गड़बड़ी का यह मामला केवल उत्तराखंड तक सीमित नहीं है, बल्कि भारत सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय ने उत्तराखंड समेत देशभर के दूसरे कई राज्यों में भी इसी तरह की अनियमितता को लेकर राज्य सरकारों को जांच के निर्देश दिए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बात उत्तराखंड की करें तो यहां सभी 13 जिलों के जिलाधिकारियों को एसडीएम की अध्यक्षता में जांच समिति बनाकर जांच करवाने के लिए कहा गया था. इसके लिए करीब एक महीने का वक्त दिया गया था, जिसमें जांच पूरी की जानी थी. हालांकि, जांच पूरी ना हो पाने के कारण 10 जून को सचिव अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की तरफ से सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर अगले कुछ दिनों में जांच रिपोर्ट भेजे जाने के निर्देश दिए गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अल्पसंख्यक कल्याण सचिव ने क्या बताया?</strong><br />वहीं उत्तराखंड में अल्पसंख्यक कल्याण सचिव धीराज गर्ब्याल ने एबीपी लाइव से इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि प्रदेश में सभी 13 जिलों के 92 शिक्षण संस्थानों की जांच रिपोर्ट शासन को मिल गई है और इस जांच में प्राथमिक दृष्टया कुल 1058 छात्रों द्वारा गलत तरीके से छात्रवृत्ति लिए जाने का खुलासा हुआ है, खास बात ये है कि ये छात्र 17 शैक्षणिक संस्थानों में रजिस्टर्ड बताए गए थे, फिलहाल जांच में करीब 91 लाख रुपए की छात्रवृत्ति डकारने की पुष्टि हुई है लेकिन जांच अभी जारी है पैसों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>राज्य में कुल 4 जिलों के शिक्षण संस्थानों में गड़बड़ी मिली है. इनमें उधम सिंह नगर, हरिद्वार, नैनीताल और रुद्रप्रयाग जिला शामिल है. उधम सिंह नगर जिले के 6, हरिद्वार के 7, नैनीताल के 2 और रुद्रप्रयाग के भी 2 शिक्षण संस्थान गड़बड़ी में शामिल पाए गए हैं.फिलहाल जल्द इस मामले में एफआईआर दर्ज की जा सकती है जिसके बाद कई बड़े नाम सामने आने की उम्मीद है जो सरकारी खजाने को डकारने में लगे हुए है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Uttarakhand News:</strong> उत्तराखंड अल्पसंख्यक विभाग जल्द 17 ऐसे शिक्षण संस्थानों पर विधिक कार्यवाही करने जा रहा है जिन्होंने अल्पसंख्यक छात्रों के नाम पर छात्रवृत्ति घोटाला किया है, बता दे कि उत्तराखंड में अल्पसंख्यक विभाग द्वारा कराई गई जांच में 17 ऐसे कॉलेजों के नाम सामने आए हैं जिन्होंने अल्पसंख्यक छात्रों के नाम पर छात्रवृत्ति घोटाला किया है अब विभाग इन अभी संस्थानों के खिलाफ विधिक कार्यवाही करने जा रहा है, अल्पसंख्यक विभाग के सचिव धीराज गरबियाल ने एबीपी लाइव से बात करते हुए बताया कि इस विषय पर जल्द ही हम विधि के कार्यवाही करने जा रहे हैं हमारा द्वारा कराई गई जांच में कई कॉलेजों में बड़ी गड़बड़ी पाई गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br />बता दें कि यह घोटाला लगभग एक करोड़ का बताया जा रहा है और अभी जांच करने पर और भी बड़ा घोटाला पकड़ा जा सकता है फिलहाल इस विषय पर जल्द ही बड़ी कार्यवाही उत्तराखंड सरकार करने जा रही है. उत्तराखंड में मुस्लिम युवाओं की छात्रवृत्ति पर डाका डालने का मामला जांच रिपोर्ट के जरिए सामने आने लगा है,फिलहाल प्रदेश के 17 शैक्षणिक संस्थान रडार पर है. जहां एक हजार से अधिक छात्रों की छात्रवृत्ति के आंकड़े मिसमैच हो रहे हैं. हालांकि, अभी ये शुरुआत भर है क्योंकि इसकी विस्तृत जांच होने पर और भी कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. उधर अल्पसंख्यक कल्याण विभाग जांच रिपोर्ट के आधार पर एफआईआर दर्ज करवाने का मन भी बना चुका है, इसको लेकर विभाग के सचिव ने साफ कहा है कि दोषियों के खिलाफ विधिक कार्यवाही की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>छात्रवृति डकारने की जांच पूरी</strong><br />अल्पसंख्यकों की छात्रवृति को डकारने के मामले में अब जांच पूरी कर ली गई है. दरअसल प्रदेश के कुल 92 शिक्षण संस्थानों को इस जांच में शामिल किया गया था. जिसमें करीब 17 संस्थानों में अल्पसंख्यक युवाओं की छात्रवृत्ति को लेकर गड़बड़ी सामने आई है. हालांकि छात्रवृत्ति में गड़बड़ी का यह मामला केवल उत्तराखंड तक सीमित नहीं है, बल्कि भारत सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय ने उत्तराखंड समेत देशभर के दूसरे कई राज्यों में भी इसी तरह की अनियमितता को लेकर राज्य सरकारों को जांच के निर्देश दिए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बात उत्तराखंड की करें तो यहां सभी 13 जिलों के जिलाधिकारियों को एसडीएम की अध्यक्षता में जांच समिति बनाकर जांच करवाने के लिए कहा गया था. इसके लिए करीब एक महीने का वक्त दिया गया था, जिसमें जांच पूरी की जानी थी. हालांकि, जांच पूरी ना हो पाने के कारण 10 जून को सचिव अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की तरफ से सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर अगले कुछ दिनों में जांच रिपोर्ट भेजे जाने के निर्देश दिए गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अल्पसंख्यक कल्याण सचिव ने क्या बताया?</strong><br />वहीं उत्तराखंड में अल्पसंख्यक कल्याण सचिव धीराज गर्ब्याल ने एबीपी लाइव से इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि प्रदेश में सभी 13 जिलों के 92 शिक्षण संस्थानों की जांच रिपोर्ट शासन को मिल गई है और इस जांच में प्राथमिक दृष्टया कुल 1058 छात्रों द्वारा गलत तरीके से छात्रवृत्ति लिए जाने का खुलासा हुआ है, खास बात ये है कि ये छात्र 17 शैक्षणिक संस्थानों में रजिस्टर्ड बताए गए थे, फिलहाल जांच में करीब 91 लाख रुपए की छात्रवृत्ति डकारने की पुष्टि हुई है लेकिन जांच अभी जारी है पैसों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>राज्य में कुल 4 जिलों के शिक्षण संस्थानों में गड़बड़ी मिली है. इनमें उधम सिंह नगर, हरिद्वार, नैनीताल और रुद्रप्रयाग जिला शामिल है. उधम सिंह नगर जिले के 6, हरिद्वार के 7, नैनीताल के 2 और रुद्रप्रयाग के भी 2 शिक्षण संस्थान गड़बड़ी में शामिल पाए गए हैं.फिलहाल जल्द इस मामले में एफआईआर दर्ज की जा सकती है जिसके बाद कई बड़े नाम सामने आने की उम्मीद है जो सरकारी खजाने को डकारने में लगे हुए है.</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड गजेन्द्र सिंह शेखावत का कांग्रेस पर पलटवार, डोटासरा को किस बात पर विचार करने की दी सलाह?