ऑनलाइन मिल रही गर्भपात के लिए MTP किट:न डॉक्टर की स्लिप, न विशेषज्ञ की सलाह; बस पेमेंट करने पर हरियाणा में बिहार से सप्लाई

ऑनलाइन मिल रही गर्भपात के लिए MTP किट:न डॉक्टर की स्लिप, न विशेषज्ञ की सलाह; बस पेमेंट करने पर हरियाणा में बिहार से सप्लाई

हरियाणा में स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल स्टोर पर गर्भपात की मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी (MTP) किट जैसी प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री पर बेशक रोक लगा रखी है, लेकिन यह ऑनलाइन खेल धड़ल्ले से चल रहा है। ऑनलाइन ऑर्डर पर 5 से 6 दिन में घर के पते पर ही ये दवाएं पहुंच रही हैं। इसके लिए न डॉक्टर की स्लिप मांगी जा रही है और न ही विशेषज्ञ की सलाह। कोई भी ऑनलाइन पेमेंट कर इन प्रतिबंधित दवाओं को मंगवा सकता है। जींद में स्वास्थ्य विभाग को जैसे ही मामले का पता चला तो उन्होंने पॉली क्लीनिक के एड्रेस पर किट मंगवा ली। जब डिलीवरी बॉय पार्सल लेकर आया तो पता चला कि ये सप्लाई बिहार के भागलपुर से की गई है। स्वास्थ्य विभाग ने ऑनलाइन वेबसाइट के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया है। सूत्रों के मुताबिक सोनीपत, चरखी दादरी, कैथल, कुरुक्षेत्र में भी इस तरह के मामले सामने आए हैं। MTP किट क्या है? यह क्यों प्रतिबंधित गया? इसके क्या साइड इफेक्ट हैं, इन सवाल जवाब से जानिए… 1. सवाल: क्या है MTP किट?
जवाब: मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी यानी MTP किट 2 दवाओं का मिश्रण है, जिसका प्रयोग गर्भपात के लिए किया जाता है। इस दवा के लेने के बाद गर्भाशय सिकुड़ जाता है और पेट के अंदर का भ्रूण कट-कटकर बाहर निकलने लगता है। MTP किट का प्रयोग अनचाहे गर्भ को गिराने के लिए, पेट के अंदर ही बच्चे के मर जाने, बच्चे की ग्रोथ कम होने की स्थिति में चिकित्सक की सलाह पर किया जाता है। बिना चिकित्सक की देखरेख में MTP किट लेने पर गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। जान का जोखिम होने के कारण बिना डॉक्टर की स्लिप और चिकित्सक की सलाह के यह दवा मेडिकल स्टोर पर नहीं दी जाती। 2. सवाल: किट की ऑनलाइन डिमांड क्यों बढ़ी?
जवाब: मेडिकल स्टोर पर MTP किट को लेने के लिए डॉक्टर की स्लिप की जरूरत पड़ती है, लेकिन लोग अवैध रूप में इस किट को लेने के लिए ऑनलाइन ऑर्डर करते हैं। दरअसल, पिछले कुछ समय मे ऐसे भी मामले सामने आए हैं कि पेट में लड़का या लड़की है, इसकी जांच करवाकर अगर लड़की हो तो गर्भपात करवा कर भ्रूण हत्या करवा देते हैं। इस स्थिति में MTP किट की जरूरत पड़ती है। भ्रूण हत्या के लिए चुपके से MTP किट का इस्तेमाल करते हैं, इसलिए लोग ऑनलाइन ऑर्डर कर इस किट को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। 3. सवाल: कितने रुपए मिलती है MTP किट?
जवाब: MTP किट की कीमत 200 रुपए के करीब है, लेकिन गिरोह इसे 1200 से 2 हजार रुपए तक ऑनलाइन बेचते हैं। अवैध रूप से प्रयोग करने के लिए लोग इतने रुपए दे भी देते हैं, इस कारण यह गिरोह फल-फूल रहा है। सूत्रों के अनुसार, प्रतिदिन हर जिले से 15 से 20 ऑर्डर इस किट के लिए आते हैं, और यह नेटवर्क स्वास्थ्य विभाग की आंखों से बचकर ऑनलाइन ऑर्डर के जरिए डिलीवरी कर रहा है। 4. सवाल: कैसे पकड़ में आया ऑनलाइन गिरोह?
जवाब: भ्रूण हत्या को रोकने के लिए सरकार के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग में अलग से एक टीम नजर रखती है। जिले में कहीं पर भी भ्रूण जांच की जा रही हो, MTP किट या दूसरे किसी तरीके से गर्भपात करवाया जा रहा हो, इस पर टीम मॉनिटरिंग करती है, ताकि लिंगानुपात का बैलेंस बना रहे। बेटे की चाहत में भ्रूण हत्या करवाने के मामले सामने आते हैं। ऐसे में लड़कों की संख्या लड़कियों से ज्यादा हो जाती है। जब स्वास्थ्य विभाग को इस बारे में पता चला तो विभाग ने 27 फरवरी को जींद में ऑनलाइन MTP किट का ऑर्डर कर डाला। ई-कॉमर्स प्लेटफार्म ने पॉली क्लीनिक के दिए गए पते पर कोरियर के माध्यम से ऑर्डर डिलीवर कर दिया। जब विभाग की टीम ने उसको खोलकर देखा तो उसमें गर्भपात में प्रयोग होने वाली दवाई थी। विभाग की टीम ने ऑर्डर को ट्रैक किया तो सामने आया कि बिहार के भागलपुर से ऑर्डर की सप्लाई होती मिली। जो लखनऊ होते हुए जींद तक भेजी गई। टीम को पता चला कि यूनीक मार्केट नाम की वेबसाइट पर गर्भपात करवाने वाली दवाइयों को बेचा जा रहा हैं और इससे लिंगानुपात पर असर पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सिविल लाइन थाना पुलिस में यूनीक मार्केट वेबसाइट के खिलाफ MTP एक्ट के तहत केस दर्ज करवाया है। 5. सवाल: कहां-कहां सामने आ चुके ऐसे मामले
जवाब: जींद, सोनीपत, कैथल, कुरुक्षेत्र, चरखी दादरी में ऐसे मामले सामने आ चुके हैं और स्वास्थ्य विभाग ने इन जिलों में ऑनलाइन गिरोह पर केस भी दर्ज करवाए हैं, लेकिन पुलिस अभी तक गिरोह तक पहुंच नहीं पाई है। हरियाणा में स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल स्टोर पर गर्भपात की मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी (MTP) किट जैसी प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री पर बेशक रोक लगा रखी है, लेकिन यह ऑनलाइन खेल धड़ल्ले से चल रहा है। ऑनलाइन ऑर्डर पर 5 से 6 दिन में घर के पते पर ही ये दवाएं पहुंच रही हैं। इसके लिए न डॉक्टर की स्लिप मांगी जा रही है और न ही विशेषज्ञ की सलाह। कोई भी ऑनलाइन पेमेंट कर इन प्रतिबंधित दवाओं को मंगवा सकता है। जींद में स्वास्थ्य विभाग को जैसे ही मामले का पता चला तो उन्होंने पॉली क्लीनिक के एड्रेस पर किट मंगवा ली। जब डिलीवरी बॉय पार्सल लेकर आया तो पता चला कि ये सप्लाई बिहार के भागलपुर से की गई है। स्वास्थ्य विभाग ने ऑनलाइन वेबसाइट के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया है। सूत्रों के मुताबिक सोनीपत, चरखी दादरी, कैथल, कुरुक्षेत्र में भी इस तरह के मामले सामने आए हैं। MTP किट क्या है? यह क्यों प्रतिबंधित गया? इसके क्या साइड इफेक्ट हैं, इन सवाल जवाब से जानिए… 1. सवाल: क्या है MTP किट?
जवाब: मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी यानी MTP किट 2 दवाओं का मिश्रण है, जिसका प्रयोग गर्भपात के लिए किया जाता है। इस दवा के लेने के बाद गर्भाशय सिकुड़ जाता है और पेट के अंदर का भ्रूण कट-कटकर बाहर निकलने लगता है। MTP किट का प्रयोग अनचाहे गर्भ को गिराने के लिए, पेट के अंदर ही बच्चे के मर जाने, बच्चे की ग्रोथ कम होने की स्थिति में चिकित्सक की सलाह पर किया जाता है। बिना चिकित्सक की देखरेख में MTP किट लेने पर गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। जान का जोखिम होने के कारण बिना डॉक्टर की स्लिप और चिकित्सक की सलाह के यह दवा मेडिकल स्टोर पर नहीं दी जाती। 2. सवाल: किट की ऑनलाइन डिमांड क्यों बढ़ी?
जवाब: मेडिकल स्टोर पर MTP किट को लेने के लिए डॉक्टर की स्लिप की जरूरत पड़ती है, लेकिन लोग अवैध रूप में इस किट को लेने के लिए ऑनलाइन ऑर्डर करते हैं। दरअसल, पिछले कुछ समय मे ऐसे भी मामले सामने आए हैं कि पेट में लड़का या लड़की है, इसकी जांच करवाकर अगर लड़की हो तो गर्भपात करवा कर भ्रूण हत्या करवा देते हैं। इस स्थिति में MTP किट की जरूरत पड़ती है। भ्रूण हत्या के लिए चुपके से MTP किट का इस्तेमाल करते हैं, इसलिए लोग ऑनलाइन ऑर्डर कर इस किट को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। 3. सवाल: कितने रुपए मिलती है MTP किट?
जवाब: MTP किट की कीमत 200 रुपए के करीब है, लेकिन गिरोह इसे 1200 से 2 हजार रुपए तक ऑनलाइन बेचते हैं। अवैध रूप से प्रयोग करने के लिए लोग इतने रुपए दे भी देते हैं, इस कारण यह गिरोह फल-फूल रहा है। सूत्रों के अनुसार, प्रतिदिन हर जिले से 15 से 20 ऑर्डर इस किट के लिए आते हैं, और यह नेटवर्क स्वास्थ्य विभाग की आंखों से बचकर ऑनलाइन ऑर्डर के जरिए डिलीवरी कर रहा है। 4. सवाल: कैसे पकड़ में आया ऑनलाइन गिरोह?
जवाब: भ्रूण हत्या को रोकने के लिए सरकार के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग में अलग से एक टीम नजर रखती है। जिले में कहीं पर भी भ्रूण जांच की जा रही हो, MTP किट या दूसरे किसी तरीके से गर्भपात करवाया जा रहा हो, इस पर टीम मॉनिटरिंग करती है, ताकि लिंगानुपात का बैलेंस बना रहे। बेटे की चाहत में भ्रूण हत्या करवाने के मामले सामने आते हैं। ऐसे में लड़कों की संख्या लड़कियों से ज्यादा हो जाती है। जब स्वास्थ्य विभाग को इस बारे में पता चला तो विभाग ने 27 फरवरी को जींद में ऑनलाइन MTP किट का ऑर्डर कर डाला। ई-कॉमर्स प्लेटफार्म ने पॉली क्लीनिक के दिए गए पते पर कोरियर के माध्यम से ऑर्डर डिलीवर कर दिया। जब विभाग की टीम ने उसको खोलकर देखा तो उसमें गर्भपात में प्रयोग होने वाली दवाई थी। विभाग की टीम ने ऑर्डर को ट्रैक किया तो सामने आया कि बिहार के भागलपुर से ऑर्डर की सप्लाई होती मिली। जो लखनऊ होते हुए जींद तक भेजी गई। टीम को पता चला कि यूनीक मार्केट नाम की वेबसाइट पर गर्भपात करवाने वाली दवाइयों को बेचा जा रहा हैं और इससे लिंगानुपात पर असर पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सिविल लाइन थाना पुलिस में यूनीक मार्केट वेबसाइट के खिलाफ MTP एक्ट के तहत केस दर्ज करवाया है। 5. सवाल: कहां-कहां सामने आ चुके ऐसे मामले
जवाब: जींद, सोनीपत, कैथल, कुरुक्षेत्र, चरखी दादरी में ऐसे मामले सामने आ चुके हैं और स्वास्थ्य विभाग ने इन जिलों में ऑनलाइन गिरोह पर केस भी दर्ज करवाए हैं, लेकिन पुलिस अभी तक गिरोह तक पहुंच नहीं पाई है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर