देश की स्टार खिलाड़ी और 2 बार की ओलंपिक ब्रांज मेडल विनर मनु भाकर और उनकी टीम के साथी सरबजोत सिंह अब अपनी स्टडी पर फोकस करेंगे। चंडीगढ़ दौरे के दौरान इन दोनों स्टार खिलाड़ियों ने इसका खुलासा किया। अब मनु और सरबजीत पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) से संबद्ध डीएवी कॉलेज से ग्रेजुएशन कर रहे हैं। इस साल दोनों का सेकेंड ईयर है। सबसे अच्छी बात यह है कि दोनों खिलाड़ियों का पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन ही सब्जेक्ट है। चंडीगढ़ दौरे के दौरान दोनों खिलाड़ियों ने अपने शैक्षणिक संस्थान पंजाब विश्वविद्यालय का भी दौरा किया था और कुलपति रेणु विग से मुलाकात की थी। प्रोफेसर रेणु विग ने मनु भाकर और सरबजोत सिंह को उनकी सफलता के लिए बधाई दी और कहा कि पंजाब विश्वविद्यालय को इस बात पर गर्व है कि दोनों ही विश्वविद्यालय से सम्बद्ध डीएवी कॉलेज के छात्र हैं। वहीं अपने भविष्य की योजनाओं के बारे में बात करते हुए 22 वर्षीय निशानेबाज ने कहा कि अब वह अपनी पढ़ाई पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहती हैं। हरियाणा में डिप्टी डायरेक्टर बन चुकीं मनु चंडीगढ़ में मनु अपने परिजनों के साथ हरियाणा CM नायब सैनी से मिलने पहुंची थीं। यहां CM ने उनका स्वागत किया था। उनके साथ अंबाला के शूटर सरबजोत सिंह भी अपने परिजनों के साथ पहुंचे थे। यहां बातचीत के दौरान CM सैनी ने दोनों खिलाड़ियों को डिप्टी डायरेक्टर बनने की पेशकश की। सरकार के इस ऑफर को दोनों खिलाड़ियों ने हंसकर स्वीकार कर लिया। हरियाणा के सभी ओलिंपिक विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए 17 अगस्त को रोहतक में कार्यक्रम होगा। पॉलिसी के आधार पर जो भी सुविधाएं विजेता खिलाड़ियों को मिलती हैं, वह उन्हें दी जाएंगी। गोल्ड की तैयारी करेंगी मनु ओलिंपिक में पूरे देश के मुकाबले सबसे ज्यादा मेडल हरियाणा से आने पर मनु भाकर ने कहा कि हरियाणा के लोग खेल को पसंद करते हैं। हमारा जो कल्चर बना हुआ है और हम जो खाना खाते हैं, बिल्कुल देशी खाना। वहीं मां-बाप भी बचपन से ही बच्चों को स्टेडियम में लेकर जाते हैं, ताकि बच्चे खेलें-कूदें।मनु ने कहा कि एक तो कल्चर अच्छा है और दूसरा ऊपरी लेवल पर सहयोग भी अच्छा मिला है। सरकार की तरफ से भी कई चीजें हैं, जिन्होंने फायदा दिया है। कोई भी खिलाड़ी ओलिंपिक में जाता है तो उसका टारगेट गोल्ड रहता है। आगे गोल्ड लाने का प्रयास जरूर रहेगा। इस बार उम्मीद थी कि और बेहतर होगा, लेकिन मुकाबला कड़ा रहा। लड़के और लड़कियों को बराबर के मौके मिलें मनु का कहना है कि पंजाब और हरियाणा के खिलाड़ी काफी तरक्की कर रहे हैं। इसी तरह वह आगे भी करते रहेंगे। मुझे लगता है कि खेल में लड़के और लड़कियां दोनों को ही बराबरी के अवसर मिलने चाहिए, लेकिन कई घरों में ऐसा नहीं होता। मनु ने यह भी बताया है कि उन्हें शुरू से ही बढ़िया अवसर मिले। उनका कहना है कि अब समाज बदल रहा है। पॉजिटिव चेंज देखने को मिल रहा है। मैं उम्मीद करती हूं कि 10-15 साल में बढ़िया चेंज देखने को मिलेगा। मैं भी इस बदलाव में अपना पूरा सहयोग करूंगी। 10 मीटर एयर पिस्टल के 2 इवेंट्स में ब्रॉन्ज जीते पेरिस ओलंपिक के दूसरे ही दिन भारतीय शूटर मनु भाकर ने भारत को ब्रॉन्ज दिलाया था। उन्होंने विमेंस 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में 221.7 पॉइंट्स के साथ मेडल जीता। ओलंपिक के इतिहास में शूटिंग में मेडल दिलाने वाली मनु पहली भारतीय महिला हैं।मनु ने अपना दूसरा मेडल अंबाला शूटर सरबजोत के साथ 10 मीटर पिस्टल मिक्स्ड इवेंट में जीता। दोनों की जोड़ी ने कोरियाई टीम को 16-10 से हराया। मनु एक ओलिंपिक में दो मेडल जीतने पहली भारतीय बनीं। इसके अलावा शूटर मनु 25 मीटर विमेंस पिस्टल इवेंट के फाइनल मुकाबले में हार गई। वह चौथे नंबर पर रहीं। ओलिंपिक क्लोजिंग सेरेमनी के लिए पेरिस जाएंगी मनु देश लौटने पर मनु ने कहा, ‘मैं बेहद खुश हूं कि इतना प्यार मिल रहा है।’ अब मनु पेरिस ओलिंपिक की क्लोजिंग सेरेमनी में भारत की ध्वजवाहक होंगी। वह रविवार को होने वाली क्लोजिंग सेरेमनी के लिए पेरिस जाएंगी। देश की स्टार खिलाड़ी और 2 बार की ओलंपिक ब्रांज मेडल विनर मनु भाकर और उनकी टीम के साथी सरबजोत सिंह अब अपनी स्टडी पर फोकस करेंगे। चंडीगढ़ दौरे के दौरान इन दोनों स्टार खिलाड़ियों ने इसका खुलासा किया। अब मनु और सरबजीत पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) से संबद्ध डीएवी कॉलेज से ग्रेजुएशन कर रहे हैं। इस साल दोनों का सेकेंड ईयर है। सबसे अच्छी बात यह है कि दोनों खिलाड़ियों का पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन ही सब्जेक्ट है। चंडीगढ़ दौरे के दौरान दोनों खिलाड़ियों ने अपने शैक्षणिक संस्थान पंजाब विश्वविद्यालय का भी दौरा किया था और कुलपति रेणु विग से मुलाकात की थी। प्रोफेसर रेणु विग ने मनु भाकर और सरबजोत सिंह को उनकी सफलता के लिए बधाई दी और कहा कि पंजाब विश्वविद्यालय को इस बात पर गर्व है कि दोनों ही विश्वविद्यालय से सम्बद्ध डीएवी कॉलेज के छात्र हैं। वहीं अपने भविष्य की योजनाओं के बारे में बात करते हुए 22 वर्षीय निशानेबाज ने कहा कि अब वह अपनी पढ़ाई पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहती हैं। हरियाणा में डिप्टी डायरेक्टर बन चुकीं मनु चंडीगढ़ में मनु अपने परिजनों के साथ हरियाणा CM नायब सैनी से मिलने पहुंची थीं। यहां CM ने उनका स्वागत किया था। उनके साथ अंबाला के शूटर सरबजोत सिंह भी अपने परिजनों के साथ पहुंचे थे। यहां बातचीत के दौरान CM सैनी ने दोनों खिलाड़ियों को डिप्टी डायरेक्टर बनने की पेशकश की। सरकार के इस ऑफर को दोनों खिलाड़ियों ने हंसकर स्वीकार कर लिया। हरियाणा के सभी ओलिंपिक विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए 17 अगस्त को रोहतक में कार्यक्रम होगा। पॉलिसी के आधार पर जो भी सुविधाएं विजेता खिलाड़ियों को मिलती हैं, वह उन्हें दी जाएंगी। गोल्ड की तैयारी करेंगी मनु ओलिंपिक में पूरे देश के मुकाबले सबसे ज्यादा मेडल हरियाणा से आने पर मनु भाकर ने कहा कि हरियाणा के लोग खेल को पसंद करते हैं। हमारा जो कल्चर बना हुआ है और हम जो खाना खाते हैं, बिल्कुल देशी खाना। वहीं मां-बाप भी बचपन से ही बच्चों को स्टेडियम में लेकर जाते हैं, ताकि बच्चे खेलें-कूदें।मनु ने कहा कि एक तो कल्चर अच्छा है और दूसरा ऊपरी लेवल पर सहयोग भी अच्छा मिला है। सरकार की तरफ से भी कई चीजें हैं, जिन्होंने फायदा दिया है। कोई भी खिलाड़ी ओलिंपिक में जाता है तो उसका टारगेट गोल्ड रहता है। आगे गोल्ड लाने का प्रयास जरूर रहेगा। इस बार उम्मीद थी कि और बेहतर होगा, लेकिन मुकाबला कड़ा रहा। लड़के और लड़कियों को बराबर के मौके मिलें मनु का कहना है कि पंजाब और हरियाणा के खिलाड़ी काफी तरक्की कर रहे हैं। इसी तरह वह आगे भी करते रहेंगे। मुझे लगता है कि खेल में लड़के और लड़कियां दोनों को ही बराबरी के अवसर मिलने चाहिए, लेकिन कई घरों में ऐसा नहीं होता। मनु ने यह भी बताया है कि उन्हें शुरू से ही बढ़िया अवसर मिले। उनका कहना है कि अब समाज बदल रहा है। पॉजिटिव चेंज देखने को मिल रहा है। मैं उम्मीद करती हूं कि 10-15 साल में बढ़िया चेंज देखने को मिलेगा। मैं भी इस बदलाव में अपना पूरा सहयोग करूंगी। 10 मीटर एयर पिस्टल के 2 इवेंट्स में ब्रॉन्ज जीते पेरिस ओलंपिक के दूसरे ही दिन भारतीय शूटर मनु भाकर ने भारत को ब्रॉन्ज दिलाया था। उन्होंने विमेंस 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में 221.7 पॉइंट्स के साथ मेडल जीता। ओलंपिक के इतिहास में शूटिंग में मेडल दिलाने वाली मनु पहली भारतीय महिला हैं।मनु ने अपना दूसरा मेडल अंबाला शूटर सरबजोत के साथ 10 मीटर पिस्टल मिक्स्ड इवेंट में जीता। दोनों की जोड़ी ने कोरियाई टीम को 16-10 से हराया। मनु एक ओलिंपिक में दो मेडल जीतने पहली भारतीय बनीं। इसके अलावा शूटर मनु 25 मीटर विमेंस पिस्टल इवेंट के फाइनल मुकाबले में हार गई। वह चौथे नंबर पर रहीं। ओलिंपिक क्लोजिंग सेरेमनी के लिए पेरिस जाएंगी मनु देश लौटने पर मनु ने कहा, ‘मैं बेहद खुश हूं कि इतना प्यार मिल रहा है।’ अब मनु पेरिस ओलिंपिक की क्लोजिंग सेरेमनी में भारत की ध्वजवाहक होंगी। वह रविवार को होने वाली क्लोजिंग सेरेमनी के लिए पेरिस जाएंगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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यौन शोषण में घिरे हरियाणा के SDM को जमानत:2 महीने पहले सस्पेंड-गिरफ्तार हुआ; गन पॉइंट पर कर्मचारी से मसाज कराता था
यौन शोषण में घिरे हरियाणा के SDM को जमानत:2 महीने पहले सस्पेंड-गिरफ्तार हुआ; गन पॉइंट पर कर्मचारी से मसाज कराता था हरियाणा में हिसार की अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनुदीप कौर की अदालत ने HCS अफसर हांसी के पूर्व SDM कुलभूषण बंसल को यौन शोषण मामले में जमानत दे दी है। बंसल पर एक चपरासी ने यौन शोषण और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था। पीड़ित कर्मचारी ने अनुसूचित जाति आयोग, मानव अधिकार आयोग, DGP समेत कई उच्च अधिकारियों को शिकायत की थी। मामले में पीड़ित ने आरोप लगाया था कि SDM बंसल ने उसे पिस्तौल दिखाकर यौन शोषण के लिए मजबूर किया। शिकायत के साथ एक वीडियो क्लिप भी सबूत के तौर पर भेजी गई थी। 7 नवंबर को मामला मीडिया में आने के बाद पुलिस ने DSP हरेंद्र के नेतृत्व में जांच शुरू की। पुलिस ने SDM को गिरफ्तार कर एक दिन की रिमांड पर लिया और फिर 10 नवंबर को जेल भेज दिया था। सिविल लाइन थाना पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर SDM के खिलाफ यौन उत्पीड़न, जान से मारने की धमकी के साथ एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। 2 महीने की जेल के बाद अब आरोपी SDM को अदालत से जमानत मिल गई है। कर्मचारी के यौन शोषण का वीडियो वायरल हो गया था… 7 नवंबर को ही सस्पेंड हो गया था आरोपी
वीडियो वायरल होने के बाद सरकार ने हांसी में SDM पद पर तैनात कुलभूषण बंसल को 7 नवंबर को सस्पेंड कर दिया गया था। साथ ही हिसार के सिविल लाइन थाने में उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया था। इसके बाद हांसी के SDM को 9 नवंबर को हिसार से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से उसे एक दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंपा था। पुलिस रिमांड के दौरान अब तक पिस्तौल बरामद नहीं कर पाई। पीड़ित की ओर से भेजी गई थी चिट्ठी… लेटर की 3 बड़ी बातें… 1- 200 रुपए में करवाता था मसाज
शिकायत में फतेहाबाद जिले के रहने वाले दलित समुदाय के व्यक्ति ने कहा- 2020 से मसाज का काम कर रहा हूं। अधिकारी मुझे 200 रुपए के हिसाब से मसाज के लिए बुलाता था। 2- विरोध करने पर दिखाई पिस्तौल
करीब 6 महीने पहले अधिकारी ने मुझे मसाज के लिए बुलाया। पहले उसने मसाज करवाई। इसके बाद उसने कहा कि मेरे प्राइवेट पार्ट में खुजली हो रही है। उसने मुझे खुजली करने को भी कहा। जब मैंने मना किया तो उसने पिस्तौल निकालकर मुझे नौकरी से निकालने और जान से मारने की धमकी दी। 3- आत्महत्या की नौबत आ चुकी
अधिकारी की इन हरकतों से मैं काफी परेशान हो चुका हूं। इज्जत बचाने के लिए मेरे सामने आत्महत्या की नौबत आ चुकी है। आरोपी अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। पीड़ित बोला- प्राइवेट पार्ट में करवाई मसाज
पीड़ित ने दैनिक भास्कर के साथ बातचीत में कहा था- SDM ने मुझसे प्राइवेट पार्ट पर मसाज करवाई। उसके बाद मेरा शोषण शुरू कर दिया। मैं कानून से मांग करता हूं कि इसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। इतने बड़े पद पर होते हुए इसने ऐसा गंदा काम किया है। इसे शर्म आनी चाहिए। मैं पब्लिक हेल्थ में स्वीपर के तौर पर काम करता हूं। चूंकि, इसी ने मुझे नौकरी पर लगाया था, इसलिए वह पिस्तौल दिखाकर मुझे नौकरी से हटवाने की धमकी देता था। अधिकारी मुझ पर बना रहे दबाव
पीड़ित ने बताया था कि जो वीडियो है वह करीब डेढ़ महीने पहले का है। उसके बाद मैं एक बार और गया था। उसके बाद मैंने जाना बंद कर दिया। मैंने समाज के लोगों को वीडियो दिखाई। अब कानूनी कार्रवाई चाहता हूं। मैंने कई अधिकारियों से शिकायत की है। मैं मुख्यमंत्री के पास भी जाऊंगा, अनिल विज के पास भी जाऊंगा। अब कई अधिकारी मुझ पर दबाव भी बना रहे हैं। अधिकारी कह रह हैं कि इस मामले से विभाग की बेइज्जती हो रही है। मेरी जान पर भी खतरा बना हुआ है। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है कि क्या करूं और कहां जाऊं।
रोहतक में रिटायर्ड फौजी के घर चोरी:परिवार को कमरे में किया बंद, लाखों के गहने व कैश लेकर फरार
रोहतक में रिटायर्ड फौजी के घर चोरी:परिवार को कमरे में किया बंद, लाखों के गहने व कैश लेकर फरार रोहतक के सेक्टर 27 में रिटायर्ड सीआरपीएफ जवान के घर चोरी की वारदात हुई है। घर में घुसे चोरों ने परिवार को कमरे में बंद कर दिया और फिर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। खिड़की तोड़कर घर में घुसे चोर 12 लाख रुपये से ज्यादा के जेवरात और नकदी चोरी कर फरार हो गए। रोहतक के सेक्टर 27 निवासी रमेश कुमार ने आईएमटी थाने में चोरी की शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें उन्होंने बताया कि वह सीआरपीएफ से रिटायर्ड हैं। 31 मई को वह और उनका परिवार खाना खाने के बाद अपने-अपने कमरों में सोने चले गए। रात करीब तीन बजे जब वह बाथरूम जाने के लिए उठे तो देखा कि उनके दरवाजे में पाइप लगाकर उसे बंद कर दिया गया था। बड़ी मुश्किल से उन्होंने अपना दरवाजा खोला। जब उन्होंने अपने घर की जांच की तो लॉबी के गेट के पास लगी ग्रिल की तीन रॉड कटी हुई और दो रॉड मुड़ी हुई मिलीं। साइड का दरवाजा खुला मिला। इसके बाद उन्होंने परिवार के सदस्यों को जगाया। गहने व कैश चोरी रमेश कुमार ने बताया कि जब चेक किया तो 2 कमरों का सामान बिखरा हुआ मिला। वहीं स्टोर में रखी अलमारी के दोनों लॉकर टूटे हुए थे। जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पाकर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। उन्होंने जब सामान चेक किया तो पाया कि सोने की 2 चेन, सोने का हार, सोने का रानी हार, सोने के कड़े, सोने की 3 अंगूठी, सोने के कानों के टोपस, सोने का पैंडल, चांदी की पाजेब व चुटकी चोरी हुए। इसके अलावा 17000 रुपए नकद, 50 रुपए की गड्डी, 100 रुपए की गड्डी भी चोरी हुए। चोर करीब 12 लाख रुपए के गहने व कैश चोरी करके फरार हो गए। घटनास्थल पर फिंगर प्रिंट टीम व डॉग स्क्वायड को भी बुलाया गया।
हरियाणा के अस्थाई स्कूल भी भरेंगे बोर्ड परीक्षा फॉर्म:सैनी सरकार ने 1032 स्कूलों को दी अनुमति, 1.5 लाख बच्चों को राहत
हरियाणा के अस्थाई स्कूल भी भरेंगे बोर्ड परीक्षा फॉर्म:सैनी सरकार ने 1032 स्कूलों को दी अनुमति, 1.5 लाख बच्चों को राहत हरियाणा के निजी स्कूलों को सरकार ने बड़ी राहत दी है। सरकार ने हमेशा की तरह इस बार भी प्रदेश भर में चल रहे 1032 अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलों को बोर्ड परीक्षा फार्म भरने की अनुमति दे दी है। इसके साथ ही संबंधित स्कूलों की सूची भी भिवानी बोर्ड को भेज दी गई है। सरकार के इस फैसले से अब स्कूल बच्चों के बोर्ड परीक्षा फार्म भर सकेंगे। इस पूरे मामले में खास बात यह है कि सरकार हर बार परीक्षा के दौरान इन स्कूलों को परीक्षा फार्म भरने की अनुमति देती है। इसका फायदा ये स्कूल संचालक हर साल उठाते हैं और सरकार की ऐसी उदारता का फायदा उठाकर मान्यता लेने से कतराते हैं। जिसके चलते पूरे प्रदेश में ऐसे स्कूलों की संख्या बढ़ती जा रही है। इन स्कूलों में नर्सरी से बारहवीं तक करीब डेढ़ लाख बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इनमें अकेले 10वीं और 12वीं कक्षा के 20000 बच्चे हैं, जो बोर्ड फार्म भरने का इंतजार कर रहे हैं। ये पत्र जारी किया निदेशालय ने प्रदेश में 31 मार्च 2007 से पहले स्थापित अस्थाई और परमिशन प्राप्त स्कूल, जिन्हें पिछले सत्र 2023-24 में प्रोविजनल एफ़िलिएशन प्रदान की गई थी, उन स्कूलों की सूची शिक्षा बोर्ड भिवानी के पास भेजी है। पत्र के अनुसार इन स्कूलों को एफ़िलिएशन फीस भरवाकर पोर्टल खोलने के निर्देश जारी करने की बात कही है। इन स्कूलों को एफ़िलिएशन फॉर्म के साथ सत्र 2023-24 की प्रोविजनल एफ़िलिएशन और 31 मार्च 2007 से पहले की अस्थाई मान्यता या परमिशन लेटर की कॉपी का प्रूफ भी देना होगा। 27 फरवरी से बोर्ड परीक्षाएं हरियाणा बोर्ड की 10वीं, 12वीं की परीक्षाएं लगभग 27 फरवरी से शुरू होने वाली हैं। निदेशालय ने इन स्कूलों का सत्र 2024-25 का एक्सटेंशन लेटर जारी करते हुए जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर आदेश दिया था कि ये स्कूल आगामी सत्र 2025-26 में स्थाई मान्यता लिए बिना बच्चों का दाखिला नहीं करेंगे। इन स्कूलों से ये एफीडेबिट लेकर रिपोर्ट शिक्षा मुख्यालय पंचकूला में भेजी जाए, लेकिन कई जिलों के डीईओ द्वारा रिपोर्ट भेजने में देरी के कारण शिक्षा निदेशालय ने अभी तक इन स्कूलों को सूची बोर्ड में नहीं भेजी थी। इसके चलते इन स्कूलों का शिक्षा बोर्ड भिवानी से एफ़िलिएशन नहीं मिल पाई थी। दिसंबर तक भर चुके फॉर्म सरकारी एवं स्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलों के फॉर्म 3 दिसम्बर तक भरे जा चुके थे। इस समस्या को लेकर प्राईवेट स्कूल सोत्र पोर्टल खोलने की मांग कर रहे थे। इसों संदर्भ में स्कूल शिक्षा विभाग ने पत्र जारी करते हुए 31 मार्च 2007 से पहले चल रहे इन स्कूलों को सत्र 2024-25 के लिए एक्सटेंशन देकर बोर्ड को इन स्कूलों को एफ़िलिएशन भरवाने के निर्देश दिए हैं। इन जिलों के स्कूलों में भेजी गई है लिस्ट अंबाला में 10, भिवानी में 123, चरखी दादरी में 09, फरीदाबाद में 49, फतेहाबाद में 12, गुरुग्राम में 27, हिसार में 112, झज्जर में 25, जींद में 45, कैथल में 20, करनाल में 19, कुरुक्षेत्र में 09, महेंद्रगढ़ में 09, नूह में 09, पलवल में 37, पानीपत में 37, रेवाड़ी में 04, रोहतक में 91, सिरसा में 20, सोनीपत में 22 और यमुनानगर में 69 अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूल है।