कंगना की इमरजेंसी पर कॉमेडियन घुग्गी का बयान:बोले-आपकी नॉलेज में कमी, एजेंडा आधारित मूवी बनाकर सिनेमा का दुरुपयोग न करें

कंगना की इमरजेंसी पर कॉमेडियन घुग्गी का बयान:बोले-आपकी नॉलेज में कमी, एजेंडा आधारित मूवी बनाकर सिनेमा का दुरुपयोग न करें

हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा सीट से सांसद कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कॉमेडियन और एक्टर गुरप्रीत सिंह उर्फ गुरप्रीत घुग्गी ने उक्त फिल्म पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। धुग्गी ने कहा कि किसी भी फिल्म को किसी एजेंडे के आधार पर नहीं बनाना चाहिए और ना ही सिनेमा का दुरुपयोग किया जाना चाहिए। गुरप्रीत अपनी आगामी पंजाबी फिल्म ‘अरदास सरबत दे भले दी’ के प्रचार के दौरान ये बात कही। दिल्ली में ये बयान उन्होंने दिया। इस दौरा स्टार कलाकार गिप्पी ग्रेवाल और जैसमीन भसीन वहीं पर मौजूद थे। घुग्गी बोले- फिल्म में दिखाए गए सीन पर ऐतराज जरूरी गुरप्रीत घुग्गी ने आगे कहा- जो खुद को ठीक लगता है, यह सिनेमा है। ऐसी सोच रखना ही गलत बात है। खास तौर पर ऐसा तब हो जब आपके पास सही ऐतिहासिक फैक्स पड़े हों, तो ये गलत बात है। घुग्गी ने कहा कि आपकी रिसर्च में कमी है। इस सूरत में दर्शक या फिर कोई धार्मिक संस्था जिम्मेदार नहीं होती। आगे गुरप्रीत धुग्गी ने कहा- मैं फिल्म तो देखी नहीं, मगर ट्रेलर में दिखाए गए सीन पर ऐतराज जताना जरूरी है और लोग ऐतराज करेंगे भी। मगर वह सोच रहे हैं कि उक्त फिल्म ऐसे सिनेमा घरों में आएगी तो मुझे इस पर डाउट है। 6 सितंबर को रिलीज होने वाली थी ‘इमरजेंसी’ इससे पहले कंगना के निर्देशन में बनी फिल्म ‘इमरजेंसी’ 6 सितंबर को रिलीज होने वाली थी, लेकिन इसे सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) से क्लीयरेंस ही नहीं मिला। फिल्म में कंगना देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के रोल में नजर आएंगी। कई सिख धार्मिक संगठनों ने इस फिल्म की आलोचना की और इसके खिलाफ प्रदर्शन किए। इन संगठनों का दावा है कि यह फिल्म सांप्रदायिक तनाव भड़का सकती है और गलत जानकारी फैला सकती है। इन सब वजहों से फिल्म की रिलीज टाल दी गई है। सेंसर बोर्ड ने इससे विवादित सीन हटाने का आदेश दिया है। इसे लेकर कंगना ने कहा है कि वो अपनी फिल्म ‘इमरजेंसी’ के लिए कोर्ट में लड़ेंगी और इसे बिना किसी काट-छांट के रिलीज करेंगी, क्योंकि वे तथ्यों को बदलना नहीं चाहती हैं। हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा सीट से सांसद कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कॉमेडियन और एक्टर गुरप्रीत सिंह उर्फ गुरप्रीत घुग्गी ने उक्त फिल्म पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। धुग्गी ने कहा कि किसी भी फिल्म को किसी एजेंडे के आधार पर नहीं बनाना चाहिए और ना ही सिनेमा का दुरुपयोग किया जाना चाहिए। गुरप्रीत अपनी आगामी पंजाबी फिल्म ‘अरदास सरबत दे भले दी’ के प्रचार के दौरान ये बात कही। दिल्ली में ये बयान उन्होंने दिया। इस दौरा स्टार कलाकार गिप्पी ग्रेवाल और जैसमीन भसीन वहीं पर मौजूद थे। घुग्गी बोले- फिल्म में दिखाए गए सीन पर ऐतराज जरूरी गुरप्रीत घुग्गी ने आगे कहा- जो खुद को ठीक लगता है, यह सिनेमा है। ऐसी सोच रखना ही गलत बात है। खास तौर पर ऐसा तब हो जब आपके पास सही ऐतिहासिक फैक्स पड़े हों, तो ये गलत बात है। घुग्गी ने कहा कि आपकी रिसर्च में कमी है। इस सूरत में दर्शक या फिर कोई धार्मिक संस्था जिम्मेदार नहीं होती। आगे गुरप्रीत धुग्गी ने कहा- मैं फिल्म तो देखी नहीं, मगर ट्रेलर में दिखाए गए सीन पर ऐतराज जताना जरूरी है और लोग ऐतराज करेंगे भी। मगर वह सोच रहे हैं कि उक्त फिल्म ऐसे सिनेमा घरों में आएगी तो मुझे इस पर डाउट है। 6 सितंबर को रिलीज होने वाली थी ‘इमरजेंसी’ इससे पहले कंगना के निर्देशन में बनी फिल्म ‘इमरजेंसी’ 6 सितंबर को रिलीज होने वाली थी, लेकिन इसे सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) से क्लीयरेंस ही नहीं मिला। फिल्म में कंगना देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के रोल में नजर आएंगी। कई सिख धार्मिक संगठनों ने इस फिल्म की आलोचना की और इसके खिलाफ प्रदर्शन किए। इन संगठनों का दावा है कि यह फिल्म सांप्रदायिक तनाव भड़का सकती है और गलत जानकारी फैला सकती है। इन सब वजहों से फिल्म की रिलीज टाल दी गई है। सेंसर बोर्ड ने इससे विवादित सीन हटाने का आदेश दिया है। इसे लेकर कंगना ने कहा है कि वो अपनी फिल्म ‘इमरजेंसी’ के लिए कोर्ट में लड़ेंगी और इसे बिना किसी काट-छांट के रिलीज करेंगी, क्योंकि वे तथ्यों को बदलना नहीं चाहती हैं।   पंजाब | दैनिक भास्कर