हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से सांसद कंगना रनोट आज आपदा प्रभावित लोगों से मुलाकात करेंगी। आपदा के छठे दिन कंगना मंगलवार को सबसे पहले रामपुर के समेज जाएंगी, जहां पर 36 लोग बीते बुधवार रात को बादल फटने के बाद बाढ़ में बह गए थे। यहां पूरा समेज गांव भी बाढ़ में बह गया। समेज में कंगना रनोट लापता लोगों के पीछे छूट गए परिजनों से बात करेंगी। यहां से कंगना कुल्लू जिला के निरमंड में बागीपुल जाएगी, यहां पर भी एक परिवार के पांच लोगों सहित सात लोग बाढ़ में बह गए थे। इनमें से दो के शव बरामद कर दिए गए हैं। पांच का अभी सुराग नहीं लग पाया है। कंगना बागीपुल के बाद निरमंड के केदस भी जाएंगी, जहां बाढ़ से छह परिवारों के मकान बह गए थे। इस दौरान कंगना प्रभावित परिवारों से मुलाकात करेंगी और उनका का दर्द जानेगी। कंगना बीती शाम को ही दिल्ली से रामपुर पहुंच गई हैं। कंगना रनोट के संसदीय क्षेत्र में बीते बुधवार को बादल फटने के बाद भारी तबाही हुई है। मंडी संसदीय क्षेत्र में 55 लोग हो गए थे लापता समेज, बागीपुल, चौहारघाटी और श्रीखंड के सिंघगाड़ में 55 लोग लापता हो गए थे। कंगना रनोट इस आपदा के बाद आज पहली बार प्रभावित लोगों से मिलने पहुंची हैं। इस दौरान कंगना के साथ बीजेपी विधायक सुरेंद्र शौरी और रामपुर से 2022 विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी कौल नेगी मौजूद रहेंगे। सोशल मीडिया पर घिरी कंगना आपदा से प्रभावित सभी क्षेत्र मंडी संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है। इससे पहले कंगना रनोट डीसी और विधायकों की सलाह पर हिमाचल नहीं आने के बयान को लेकर घिर चुकी हैं। तब लोगों ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं दी थी। हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से सांसद कंगना रनोट आज आपदा प्रभावित लोगों से मुलाकात करेंगी। आपदा के छठे दिन कंगना मंगलवार को सबसे पहले रामपुर के समेज जाएंगी, जहां पर 36 लोग बीते बुधवार रात को बादल फटने के बाद बाढ़ में बह गए थे। यहां पूरा समेज गांव भी बाढ़ में बह गया। समेज में कंगना रनोट लापता लोगों के पीछे छूट गए परिजनों से बात करेंगी। यहां से कंगना कुल्लू जिला के निरमंड में बागीपुल जाएगी, यहां पर भी एक परिवार के पांच लोगों सहित सात लोग बाढ़ में बह गए थे। इनमें से दो के शव बरामद कर दिए गए हैं। पांच का अभी सुराग नहीं लग पाया है। कंगना बागीपुल के बाद निरमंड के केदस भी जाएंगी, जहां बाढ़ से छह परिवारों के मकान बह गए थे। इस दौरान कंगना प्रभावित परिवारों से मुलाकात करेंगी और उनका का दर्द जानेगी। कंगना बीती शाम को ही दिल्ली से रामपुर पहुंच गई हैं। कंगना रनोट के संसदीय क्षेत्र में बीते बुधवार को बादल फटने के बाद भारी तबाही हुई है। मंडी संसदीय क्षेत्र में 55 लोग हो गए थे लापता समेज, बागीपुल, चौहारघाटी और श्रीखंड के सिंघगाड़ में 55 लोग लापता हो गए थे। कंगना रनोट इस आपदा के बाद आज पहली बार प्रभावित लोगों से मिलने पहुंची हैं। इस दौरान कंगना के साथ बीजेपी विधायक सुरेंद्र शौरी और रामपुर से 2022 विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी कौल नेगी मौजूद रहेंगे। सोशल मीडिया पर घिरी कंगना आपदा से प्रभावित सभी क्षेत्र मंडी संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है। इससे पहले कंगना रनोट डीसी और विधायकों की सलाह पर हिमाचल नहीं आने के बयान को लेकर घिर चुकी हैं। तब लोगों ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं दी थी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में दो दिन भारी बारिश का ऑरेंज-अलर्ट:अगले छह दिन लगातार बरसेंगे बादल, आज और कल 9 जिलों में येलो अलर्ट हिमाचल प्रदेश में कल से अगले छह दिन भारी बारिश हो सकती है। खासकर 29 व 30 जून के लिए हैवी रेनफॉल का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं आज व कल के लिए ऊना, बिलासपुर और हमीरपुर को छोड़कर नौ जिलों में येलो अलर्ट दिया गया है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, जब कम खतरा हो, तो उस सूरत में येलो अलर्ट दिया जाता है। जब सावधानी बरतने की जरूरत हो और ज्यादा खतरा हो, तो उस सूरत में ऑरेंज अलर्ट तथा जब खतरा बहुत ज्यादा हो तो उस सूरत में रेड अलर्ट जारी किया गया है। येलो, ऑरेंज व रेड अलर्ट के मायने IMD की माने तो 24 घंटे में जब 0-64 मिलीमीटर तक बारिश का पूर्वानुमान हो, उस सूरत में येलो अलर्ट, 65 से 114 मिलीमीटर बारिश पर ऑरेंज अलर्ट और 115 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश के पूर्वानुमान पर रेड अलर्ट जारी किया जाता है। इस दौरान कुछेक स्थानों पर बारिश के साथ साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती है। पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों को एडवाइजरी इस सीजन में मौसम विभाग ने पहली बार बारिश का ऑरेंज अलर्ट दिया है। इसे देखते हुए प्रदेशवासियों को सावधानी बरतनी होगी। स्थानीय लोगों सहित पर्यटकों को भी अधिक ऊंचाई वाले, लैंड स्लाइड संभावित क्षेत्रों और नदी-नालों के आसपास नहीं जाने से बचना होगा। कई शहरों में प्री-मानसून की बौछारें प्रदेश के कई क्षेत्रों में प्री-मानसून की बारिश बीते तीन दिन से हो रही है। इससे प्रदेशवासियों ने भीषम गर्मी से राहत की सांस जरूर ली है। मगर ऊना सहित दूसरे शहरों का तापमान अभी भी नॉर्मल से ज्यादा चल रहा है।
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