हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद व अभिनेत्री कंगना रनोट की तरफ से किसानों के खिलाफ दिए गए बयान पर पंजाब की राजनीति गर्मा गई है। आज इस मामले में आम आदमी पार्टी (AAP) के किसान विंग की तरफ से चंडीगढ़ स्थित पंजाब भाजपा कार्यालय का घेराव का फैसला लिया था। लेकिन जैसे ही आप नेता और पार्टी समर्थक सेक्टर-37 भाजपा दफ्तर की तरफ जाने लगे तो चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान कई आप नेता व समर्थकों को हिरासत में लिया। लेकिन कुछ समय बाद उन्हें छोड़ दिया। पुलिस ने बसों में बैठाकर थानों में भेजा AAP के किसान विंग के सभी जिलों के समर्थक, नेता व कई विधायक सुबह ही चंडीगढ़ पहुंचना शुरू हाे गए थे। वहीं, चंडीगढ़ पुलिस ने सुबह ही बैरिकेड आदि लगा दिए थे। जैसे ही आप नेता आगे बढ़ने लगे तो किसानों और चंडीगढ़ पुलिस में झड़प हो गई। पुलिस ने साफ कर दिया कि वह किसी को भी आगे नहीं बढ़ने देंगे। लेकिन आप नेता पीछे हटने वाले नहीं थे। इसके बाद वह पुलिस से उलझ गए। पुलिस उन्हें बसों में बैठाकर निकटवर्ती थानों में ले गई । कंगना को इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए इससे पहले बुधवार सुबह जब सीएम भगवंत मान मोहाली में गए थे। तो उन्होंने पत्रकारों द्वारा पूछे सवाल के जवाब में कहा था कि कंगना रनोट अब सांसद है। उन्हें इस तरह के बयान बयान नहीं देने चाहिए। वहीं, उन्होंने बीजेपी को भी आड़े हाथों लिया था। साथ ही कहा था कि बीजेपी को अपने एमपी पर अंकुश लगाना चाहिए। ताकि वह इस तरह के बयान न दे। हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद व अभिनेत्री कंगना रनोट की तरफ से किसानों के खिलाफ दिए गए बयान पर पंजाब की राजनीति गर्मा गई है। आज इस मामले में आम आदमी पार्टी (AAP) के किसान विंग की तरफ से चंडीगढ़ स्थित पंजाब भाजपा कार्यालय का घेराव का फैसला लिया था। लेकिन जैसे ही आप नेता और पार्टी समर्थक सेक्टर-37 भाजपा दफ्तर की तरफ जाने लगे तो चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान कई आप नेता व समर्थकों को हिरासत में लिया। लेकिन कुछ समय बाद उन्हें छोड़ दिया। पुलिस ने बसों में बैठाकर थानों में भेजा AAP के किसान विंग के सभी जिलों के समर्थक, नेता व कई विधायक सुबह ही चंडीगढ़ पहुंचना शुरू हाे गए थे। वहीं, चंडीगढ़ पुलिस ने सुबह ही बैरिकेड आदि लगा दिए थे। जैसे ही आप नेता आगे बढ़ने लगे तो किसानों और चंडीगढ़ पुलिस में झड़प हो गई। पुलिस ने साफ कर दिया कि वह किसी को भी आगे नहीं बढ़ने देंगे। लेकिन आप नेता पीछे हटने वाले नहीं थे। इसके बाद वह पुलिस से उलझ गए। पुलिस उन्हें बसों में बैठाकर निकटवर्ती थानों में ले गई । कंगना को इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए इससे पहले बुधवार सुबह जब सीएम भगवंत मान मोहाली में गए थे। तो उन्होंने पत्रकारों द्वारा पूछे सवाल के जवाब में कहा था कि कंगना रनोट अब सांसद है। उन्हें इस तरह के बयान बयान नहीं देने चाहिए। वहीं, उन्होंने बीजेपी को भी आड़े हाथों लिया था। साथ ही कहा था कि बीजेपी को अपने एमपी पर अंकुश लगाना चाहिए। ताकि वह इस तरह के बयान न दे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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जालंधर में शराब के नशे में साथी की हत्या:छाती-गर्दन पर किए वार, जमींदार के पास काम करते थे; आरोपी गिरफ्तार पंजाब के आदमपुर में शराब के नशे में एक मजदूर ने अपने ही साथी की किसी नुकीली चीज से वार करके हत्या कर दी। मृतक की पहचान ओडिशा के सुंदरगढ़ के रहने वाले आनंद गुरिया के रूप में हुई है। आरोपी की पहचान झारखंड के रहने वाले रामराय चंपई के रूप में हुई है। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने रामराय के खिलाफ थाना आदमपुर में हत्या सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। पुलिस को हत्या में इस्तेमाल की गई नुकीली चीज बरामद नहीं हो पाई है। आदमपुर में जमींदार के पास करता था काम जानकारी के अनुसार पुलिस ने जमींदार हरदीप सिंह के बयानों के आधार पर ये एफआईआर दर्ज की है। मृतक आनंद गुरिया आदमपुर में जमींदार हरदीप सिंह के पास काम करता था। वहीं, आरोपी आदमपुर में किसी अन्य जमींदार के पास काम करता था। दोनों रविवार की रात एक साथ शराब पीने के लिए गए थे। आदमपुर में ही आरोपियों ने शराब पी और फिर दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गई। जिसके बाद आनंद की किसी नुकीली चीज से हत्या कर दी गई। छाती और गर्दन पर किए गए वार आरोपी ने आनंद की छाती और गर्दन पर कई वार किए थे। जब सोमवार को सुबह आनंद काम पर नहीं आया तो तलाश शुरू की गई। तब पता चला कि आनंद की हत्या कर दी गई है। तुरंत मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने मामले की जांच के बाद आरोपी रामराय के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर कल यानी सोमवार को देर रात गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
पंजाब में अब ग्रीन एनर्जी प्रोडक्शन बढ़ेगा:राज्य में होगा 264 मेगावाट उत्पादन; मंत्री बोले- 2.38 रुपए प्रति यूनिट तय हुई
पंजाब में अब ग्रीन एनर्जी प्रोडक्शन बढ़ेगा:राज्य में होगा 264 मेगावाट उत्पादन; मंत्री बोले- 2.38 रुपए प्रति यूनिट तय हुई पंजाब सरकार ने स्वच्छ और हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए एक नई पहल की है। 2025 तक राज्य में 264 मेगावाट ग्रीन एनर्जी का उत्पादन किया जाएगा। यह जानकारी पंजाब के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री अमन अरोड़ा ने दी। इस योजना से राज्य में न केवल ऊर्जा उत्पादन में वृद्धि होगी, बल्कि आर्थिक और पर्यावरणीय लाभ भी सुनिश्चित होंगे। प्रोजेक्ट की विशेषताएं बताते हुए अमन अरोड़ा ने कहा कि 264 मेगावॉट ग्रीन एनर्जी उत्पादन के लिए कुल 66 प्रोजेक्ट के लिए बिड की गई थी। इसमें 28 कंपनियों ने भाग लिया। जिनमें से VP सोलर जेनरेशन को लेटर ऑफ अवॉर्ड (LOA) दिया गया। सोलर प्लांट्स से उत्पादन और निवेश से लगभग 400 मिलियन यूनिट (MU) बिजली का उत्पादन होगा। परियोजनाओं में करीब 1056 करोड़ रुपए का निवेश होगा। सबसे सस्ता पावर परचेज एग्रीमेंट अमन अरोड़ा ने बताया कि यह प्रोजेक्ट अब तक का सबसे कम रेट का पावर परचेज एग्रीमेंट (PPA) है। बिजली की लागत 2.38 रुपए प्रति यूनिट तय की गई है, जो 25 सालों तक लागू रहेगी। सोलर प्लांट्स से उत्पादन के कारण पंजाब सरकार को कृषि सब्सिडी बिल में हर साल करीब 176 करोड़ रुपए की बचत होगी। सभी प्रोजेक्ट 31 दिसंबर 2025 तक पूरे कर लिए जाएंगे। हरित ऊर्जा से भविष्य में लाभ मिलेंगे। सोलर एनर्जी से कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी और पर्यावरण सुरक्षित रहेगा। सरकार से वित्तीय बोझ कम होगा इस प्रोजेक्ट से आर्थिक लाभ मिलेगा। सस्ती बिजली दरों और सब्सिडी में बचत के कारण राज्य का वित्तीय बोझ कम होगा। 1056 करोड़ रुपए के निवेश से राज्य में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि यह पहल मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब को हरित और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह परियोजना राज्य की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण और आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
बंटवारे में पाकिस्तान छोड़ पंजाब आए मनमोहन सिंह:पौने 16 करोड़ की प्रॉपर्टी; PU में प्रोफेसर रहे, दोस्त के कहने पर दे दिया IISER
बंटवारे में पाकिस्तान छोड़ पंजाब आए मनमोहन सिंह:पौने 16 करोड़ की प्रॉपर्टी; PU में प्रोफेसर रहे, दोस्त के कहने पर दे दिया IISER देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने गुरुवार रात दिल्ली एम्स में अंतिम सांस ली। प्रधानमंत्री की कुर्सी संभालने वाले वह पहले सिख नेता थे। डॉ. मनमोहन सिंह का पंजाब और चंडीगढ़ से गहरा नाता रहा। उनका जन्म 26 सितंबर 1932 को पंजाब के गाह गांव में हुआ, जो आज पाकिस्तान का हिस्सा है। वर्ष 1947 में जब देश का बंटवारा हुआ तो मनमोहन सिंह अपने परिवार के साथ पाकिस्तान छोड़कर भारत आ गए। उस समय उनकी उम्र 15 साल के आसपास थी। भारत आने के बाद उनका परिवार अमृतसर में बस गया। मनमोहन सिंह ने अपनी शुरुआती पढ़ाई अमृतसर में ही। बाद में उन्होंने चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) में प्रोफेसर के रूप में सेवाएं दीं। पंजाब ने जब चंडीगढ़ के पास मुल्लांपुर में न्यू चंडीगढ़ बसाना शुरू किया तो मनमोहन सिंह ने ही वहां की मेडिसिटी में होमी भाभा कैंसर अस्पताल का नींव पत्थर रखा। वह न्यू चंडीगढ़ का पहला बड़ा सरकारी प्रोजेक्ट था। सरल स्वभाव के धनी मनमोहन सिंह ने एक पुराने दोस्त के आग्रह पर पंजाब को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (IISER) जैसा बड़ा प्रोजेक्ट भी दे दिया। डॉ. मनमोहन सिंह के पंजाब से जुड़े 3 PHOTOS… पौने 16 करोड़ की प्रॉपर्टी, कोई कर्ज नहीं
विनम्र स्वभाव और शालीनता के लिए मशहूर मनमोहन सिंह कुल 6 बार राज्यसभा के सांसद रहे। वह आखिरी बार वर्ष 2019 में राजस्थान से राज्यसभा सांसद चुने गए। राज्यसभा में दिए एफिडेविट के मुताबिक मनमोहन सिंह के पास कुल 15 करोड़ 77 लाख रुपए की प्रॉपर्टी है। उनके पास दिल्ली और चंडीगढ़ में एक-एक मकान भी है। एफिडेविट के मुताबिक, मनमोहन सिंह कोई कर्ज नहीं था। उनके परिवार में पत्नी गुरशरण कौर के अलावा 3 बेटियां हैं। दोस्त के कहने पर पंजाब को दिया IISER प्रोजेक्ट
पंजाब के मोहाली में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (IISER) बना हुआ है। पंजाब को यह इंस्टीट्यूट मिलने के पीछे भी दिलचस्प कहानी है। दरअसल, वर्ष 2004 में मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री बने तो उनके दोस्त डॉ. केसर सिंह ने उन्हें एक लेटर लिखा। केसर सिंह ने लेटर में पंजाब में IISER स्थापित करने का आग्रह किया। डॉ. मनमोहन सिंह ने अपने दोस्त का अनुरोध मान लिया। उन्होंने पंजाब को IISER देते हुए शर्त लगाई कि यह इंस्टीट्यूट मोहाली में ही बनाया जाए, क्योंकि यहां एयर कनेक्टिविटी अच्छी है। इसलिए, इसका लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिल पाएगा। वर्ष 2007 में मोहाली के सेक्टर-81 में IISER बनकर तैयार हो गया। पंजाब ने न्यू चंडीगढ़ बसाया तो पहला सरकारी प्रोजेक्ट दिया
मनमोहन सिंह को पंजाब, खासकर चंडीगढ़ से खासा लगाव था। वर्ष 2007 के पंजाब विधानसभा चुनाव में अकाली-भाजपा गठबंधन को बहुमत मिला और प्रकाश सिंह बादल की अगुआई में सरकार बनी। वर्ष 2012 के पंजाब विधानसभा चुनाव में अकाली-भाजपा गठबंधन ने सरकार रिपीट की। चूंकि, चंडीगढ़ केंद्र शासित प्रदेश है इसलिए उसी दौरान पंजाब सरकार ने चंडीगढ़ के पास मुल्लांपुर इलाके में न्यू चंडीगढ़ के नाम से नया शहर बसाने की प्लानिंग की। यह काफी महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट था और इसकी मॉनिटरिंग पंजाब के तत्कालीन डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल खुद कर रहे थे। अकाली-भाजपा सरकार ने जब तत्कालीन केंद्र सरकार से इस नए शहर के लिए बड़ा प्रोजेक्ट मांगा तो 30 दिसंबर, 2013 को तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह खुद न्यू चंडीगढ़ में होमी भाभा कैंसर अस्पताल का शुभारंभ करने पहुंचे थे। उस समय यह न्यू चंडीगढ़ का पहला बड़ा सरकारी प्रोजेक्ट था।