‘कई हफ्तों तक बिजली नहीं रहती, लंबे-लंबे पावर कट लगते हैं’, संसद में कंगना रनौत ने उठाया मुद्दा

‘कई हफ्तों तक बिजली नहीं रहती, लंबे-लंबे पावर कट लगते हैं’, संसद में कंगना रनौत ने उठाया मुद्दा

<p style=”text-align: justify;”>मंडी से बीजेपी की लोकसभा सांसद कंगना रनौत मंगलवार (11 मार्च) को सदन की कार्यवाही में शामिल हुईं. देश के अलग-अलग हिस्सों में विद्युतीकरण को लेकर उन्होंने केंद्र की <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> की सरकार की सराहना की. हालांकि उन्होंने मंडी के तहत आने वाले विधानसभा क्षेत्रों का जिक्र करते हुए कहा कि यहां पर बहुत ज्यादा बर्फबारी होती है. इसकी वजह से बार-बार बिजली के ट्रांसफर्मर खराब हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि वोल्टेज भी बहुत कम रहता है और थोड़ी भी बारिश या बर्फबारी होती है तो बहुत लंबे-लंबे पावर कट लगते हैं. इसकी वजह से लोगों का जीवन ठप हो जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>100 फीसदी विद्युतीकरण की जाए- बीजेपी सांसद</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सांसद कंगना रनौत ने आगे कहा, “कई बार तो कई हफ्तों तक बिजली नहीं रहती है. छोटे-छोटे व्यवसाय ठप हो जाते हैं. सिराज, बंजार, कुल्लू जैसी बहुत सारी विधानसभाएं हैं. मैं पावर मिनिस्ट्री, हिमाचल प्रदेश इलेक्ट्रीसिटी बोर्ड उनसे मैं विनम्र निवेदन करती हूं कि वहां पर जल्दी जल्दी 100 फीसदी विद्युतीकरण की जाए.”&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>13 मार्च तक बर्फबारी और बारिश का अनुमान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की वजह से मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि 10 से 13 मार्च तक राज्य के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश हो सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मंडी की भौगोलिक स्थिति को समझें</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मंडी को ‘हिमाचल की काशी’ के नाम से भी जाना जाता है. मंडी पहाड़ियों और ब्यान नदी के किनारे बसा हुआ है. यहां नवंबर से फरवरी तक ठंड होती है और तामपान शून्य से नीचे तक चला जाता है. वहीं जुलाई और सितंबर में अच्छी खासी बारिश होती है. ऊंची-ऊंची पहाड़ियों के चलते बारिश और बर्फबारी से आम जीवन पर बुरा असर देखने को मिलता है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>न सिर्फ मंडी बल्कि बारिश और बर्फबारी के दौरान हिमाचल के कई जिलों की स्थिति अस्त व्यस्त हो जाती है. भारी स्नोफॉल की वजह से कई सड़के बंद हो जाती हैं. कई जिलों का संपर्क तक टूट जाता है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/FUY0OE83HTs?si=49G_bFYJNnVZCikh” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p> <p style=”text-align: justify;”>मंडी से बीजेपी की लोकसभा सांसद कंगना रनौत मंगलवार (11 मार्च) को सदन की कार्यवाही में शामिल हुईं. देश के अलग-अलग हिस्सों में विद्युतीकरण को लेकर उन्होंने केंद्र की <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> की सरकार की सराहना की. हालांकि उन्होंने मंडी के तहत आने वाले विधानसभा क्षेत्रों का जिक्र करते हुए कहा कि यहां पर बहुत ज्यादा बर्फबारी होती है. इसकी वजह से बार-बार बिजली के ट्रांसफर्मर खराब हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि वोल्टेज भी बहुत कम रहता है और थोड़ी भी बारिश या बर्फबारी होती है तो बहुत लंबे-लंबे पावर कट लगते हैं. इसकी वजह से लोगों का जीवन ठप हो जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>100 फीसदी विद्युतीकरण की जाए- बीजेपी सांसद</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सांसद कंगना रनौत ने आगे कहा, “कई बार तो कई हफ्तों तक बिजली नहीं रहती है. छोटे-छोटे व्यवसाय ठप हो जाते हैं. सिराज, बंजार, कुल्लू जैसी बहुत सारी विधानसभाएं हैं. मैं पावर मिनिस्ट्री, हिमाचल प्रदेश इलेक्ट्रीसिटी बोर्ड उनसे मैं विनम्र निवेदन करती हूं कि वहां पर जल्दी जल्दी 100 फीसदी विद्युतीकरण की जाए.”&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>13 मार्च तक बर्फबारी और बारिश का अनुमान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की वजह से मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि 10 से 13 मार्च तक राज्य के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश हो सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मंडी की भौगोलिक स्थिति को समझें</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मंडी को ‘हिमाचल की काशी’ के नाम से भी जाना जाता है. मंडी पहाड़ियों और ब्यान नदी के किनारे बसा हुआ है. यहां नवंबर से फरवरी तक ठंड होती है और तामपान शून्य से नीचे तक चला जाता है. वहीं जुलाई और सितंबर में अच्छी खासी बारिश होती है. ऊंची-ऊंची पहाड़ियों के चलते बारिश और बर्फबारी से आम जीवन पर बुरा असर देखने को मिलता है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>न सिर्फ मंडी बल्कि बारिश और बर्फबारी के दौरान हिमाचल के कई जिलों की स्थिति अस्त व्यस्त हो जाती है. भारी स्नोफॉल की वजह से कई सड़के बंद हो जाती हैं. कई जिलों का संपर्क तक टूट जाता है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/FUY0OE83HTs?si=49G_bFYJNnVZCikh” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>  हिमाचल प्रदेश बिहार चुनाव को लेकर कांग्रेस की दिल्ली में प्रस्तावित बैठक टली, जानें क्या है बड़ी वजह