कटेहरी से मेरे पति को टिकट देने का आश्वासन मिला था। हमने चुनाव की तैयारी में करोड़ों रुपए फूंक दिए। 24 तारीख को दिल्ली से फोन भी आया कि टिकट कन्फर्म है, लेकिन 11 बजे हमने खबर देखी, टिकट किसी और को दे दिया। इस टेंशन में पति तबीयत बिगड़ गई। यह कहना है अंबेडकरनगर के भाजपा नेता अवधेश द्विवेदी की पत्नी का। अवधेश द्विवेदी की तबीयत खराब होने के बाद उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया। शनिवार शाम लखनऊ रेफर कर दिया गया। यहां वेल्सन मेडिसिटी हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा है। अवधेश द्विवेदी की पत्नी पूनम द्विवेदी से दैनिक भास्कर ने बात की। पढ़िए, उन्होंने क्या कहा… पूरा भरोसा था कि पार्टी पति को चुनावी मैदान में उतारेगी
पूनम ने कहा- पति बहुत खुश थे, उन्हें पूरा भरोसा था कि पार्टी उन्हें चुनावी मैदान में उतारेगी। हम लोग 23 तारीख को मथुरा-वृंदावन दर्शन करने गए। 24 तारीख को हम लोगों ने कटेहरी जाने के लिए पैकिंग कर ली। सुबह 3 बजे हम अपने घर पहुंचे। सुबह ही दिल्ली से फोन आया कि टिकट कन्फर्म हो गया। मेरा बड़ा बेटा सचिन दिल्ली में था, लेकिन 11 बजे खबर आई कि इनकी जगह किसी और को टिकट दे दिया गया। इसके बाद से मेरे पति टेंशन में आ गए। अब वो बहुत बीमार हैं। लखनऊ लाना पड़ा है। सांस लेने में बहुत दिक्कत हो रही थी, पल्स डाउन हो गई है। पूनम ने कहा- लखनऊ से निर्देश मिलने के बाद मेरे पति चुनाव की तैयारी कर रहे थे। मीटिंग से लेकर प्रचार तक का खर्चा उठाया। लेकिन, आश्वासन के बाद भी उनका टिकट काट दिया गया। अगर टिकट नहीं देना था तो आश्वासन ही न देते। दिल्ली के बड़े नेताओं ने पति का टिकट काट दिया। दिवाली मिलन समारोह कैंसिल किया
तबीयत बिगड़ने के बाद अवधेश द्विवेदी के परिजनों ने घर पर आयोजित दिवाली मिलन समारोह कैंसिल कर दिया। शुक्रवार को भाजपा प्रत्याशी धर्मराज निषाद के नामांकन में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और दयाशंकर दयालु पहुंचे थे, लेकिन अवधेश द्विवेदी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। दरअसल, द्विवेदी इस उपचुनाव में टिकट के प्रबल दावेदारों में से एक थे। वे 2022 में भाजपा के सहयोगी दल निषाद पार्टी से चुनाव लड़ चुके हैं। 2017 में भाजपा से चुनाव लड़कर दूसरे स्थान पर रहे थे। इस बार उपचुनाव में उनका टिकट पक्का माना जा रहा था। स्थानीय नेताओं ने बताया कि कटेहरी में बीजेपी की राजनीति में पिछले कई वर्षों में यह पहला मौका था। जब अवधेश कटेहरी में पार्टी के किसी बड़े कार्यक्रम में नहीं दिखे। पोस्टर से कमल निशान गायब
अवधेश के न पहुंचने से तमाम चर्चाओं को शाम होते-होते एक और बल तब मिल गया, जब उन्होंने 27 अक्टूबर को अपने गांव दुबाने का पूरा में दिवाली मिलन समारोह आयोजित करने की घोषणा की। उनकी तरफ से सोशल मीडिया पर आयोजन का जो पोस्टर जारी किया गया। उस पोस्टर में भाजपा का कहीं जिक्र नहीं था। लोगों ने कहा- 8 साल में पहली बार ऐसा हुआ है कि भाजपा के किसी नेता या पार्टी का चुनाव चिह्न अवधेश के पोस्टर में नहीं है। अवधेश द्विवेदी की चुनाव प्रचार की तस्वीरें… कटेहरी से धर्मराज निषाद को दिया टिकट सपा ने सांसद की पत्नी शोभावती वर्मा को उम्मीदवार बनाया अंबेडकरनगर की कटेहरी : सपा सांसद लालजी वर्मा की पत्नी शोभावती वर्मा चुनावी मैदान में हैं। भाजपा ने यहां 1996, 2002 और 2007 में बसपा के टिकट से विधायक रहे धर्मराज निषाद को टिकट दी है। कटेहरी सीट से विधायक लालजी वर्मा ने लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की। यहां पर भाजपा सिर्फ एक बार 1992 में चुनाव जीती है। लोकसभा चुनाव का रिजल्ट देखें, तो लालजी वर्मा को कटेहरी विधानसभा में 1.07 लाख वोट मिले, जबकि भाजपा प्रत्याशी रितेश पांडेय को 90 हजार। जातीय समीकरण: कटेहरी में दलित वोटर्स सबसे ज्यादा हैं। इसके बाद मुस्लिम, ब्राह्मण और कुर्मी मतदाता हैं। यादव-ठाकुर, निषाद और राजभर भी निर्णायक भूमिका में रहते हैं। —————————— ये भी पढ़ें… भाजपा ने करहल से अखिलेश के बहनोई को उतारा:सीसामऊ में नसीम सोलंकी के सामने होंगे सुरेश अवस्थी; 4 ओबीसी, 2 ब्राह्मणों को दिया टिकट भाजपा ने यूपी विधानसभा उपचुनाव के लिए अपने खाते की 8 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया। 9वीं सीट मुजफ्फरनगर की मीरापुर रालोद को दी है। प्रत्याशियों का ऐलान करते समय पार्टी ने जातिगत समीकरणों का खास ध्यान रखा। अपनी 8 सीटों में से भाजपा ने 2 ब्राह्मण, 1 क्षत्रिय, 1 दलित और 4 पिछड़ों पर दांव लगाया है। मीरापुर से रालोद प्रत्याशी मिथलेश पाल भी ओबीसी समाज से आती हैं। पढ़ें पूरी खबर…. कटेहरी से मेरे पति को टिकट देने का आश्वासन मिला था। हमने चुनाव की तैयारी में करोड़ों रुपए फूंक दिए। 24 तारीख को दिल्ली से फोन भी आया कि टिकट कन्फर्म है, लेकिन 11 बजे हमने खबर देखी, टिकट किसी और को दे दिया। इस टेंशन में पति तबीयत बिगड़ गई। यह कहना है अंबेडकरनगर के भाजपा नेता अवधेश द्विवेदी की पत्नी का। अवधेश द्विवेदी की तबीयत खराब होने के बाद उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया। शनिवार शाम लखनऊ रेफर कर दिया गया। यहां वेल्सन मेडिसिटी हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा है। अवधेश द्विवेदी की पत्नी पूनम द्विवेदी से दैनिक भास्कर ने बात की। पढ़िए, उन्होंने क्या कहा… पूरा भरोसा था कि पार्टी पति को चुनावी मैदान में उतारेगी
पूनम ने कहा- पति बहुत खुश थे, उन्हें पूरा भरोसा था कि पार्टी उन्हें चुनावी मैदान में उतारेगी। हम लोग 23 तारीख को मथुरा-वृंदावन दर्शन करने गए। 24 तारीख को हम लोगों ने कटेहरी जाने के लिए पैकिंग कर ली। सुबह 3 बजे हम अपने घर पहुंचे। सुबह ही दिल्ली से फोन आया कि टिकट कन्फर्म हो गया। मेरा बड़ा बेटा सचिन दिल्ली में था, लेकिन 11 बजे खबर आई कि इनकी जगह किसी और को टिकट दे दिया गया। इसके बाद से मेरे पति टेंशन में आ गए। अब वो बहुत बीमार हैं। लखनऊ लाना पड़ा है। सांस लेने में बहुत दिक्कत हो रही थी, पल्स डाउन हो गई है। पूनम ने कहा- लखनऊ से निर्देश मिलने के बाद मेरे पति चुनाव की तैयारी कर रहे थे। मीटिंग से लेकर प्रचार तक का खर्चा उठाया। लेकिन, आश्वासन के बाद भी उनका टिकट काट दिया गया। अगर टिकट नहीं देना था तो आश्वासन ही न देते। दिल्ली के बड़े नेताओं ने पति का टिकट काट दिया। दिवाली मिलन समारोह कैंसिल किया
तबीयत बिगड़ने के बाद अवधेश द्विवेदी के परिजनों ने घर पर आयोजित दिवाली मिलन समारोह कैंसिल कर दिया। शुक्रवार को भाजपा प्रत्याशी धर्मराज निषाद के नामांकन में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और दयाशंकर दयालु पहुंचे थे, लेकिन अवधेश द्विवेदी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। दरअसल, द्विवेदी इस उपचुनाव में टिकट के प्रबल दावेदारों में से एक थे। वे 2022 में भाजपा के सहयोगी दल निषाद पार्टी से चुनाव लड़ चुके हैं। 2017 में भाजपा से चुनाव लड़कर दूसरे स्थान पर रहे थे। इस बार उपचुनाव में उनका टिकट पक्का माना जा रहा था। स्थानीय नेताओं ने बताया कि कटेहरी में बीजेपी की राजनीति में पिछले कई वर्षों में यह पहला मौका था। जब अवधेश कटेहरी में पार्टी के किसी बड़े कार्यक्रम में नहीं दिखे। पोस्टर से कमल निशान गायब
अवधेश के न पहुंचने से तमाम चर्चाओं को शाम होते-होते एक और बल तब मिल गया, जब उन्होंने 27 अक्टूबर को अपने गांव दुबाने का पूरा में दिवाली मिलन समारोह आयोजित करने की घोषणा की। उनकी तरफ से सोशल मीडिया पर आयोजन का जो पोस्टर जारी किया गया। उस पोस्टर में भाजपा का कहीं जिक्र नहीं था। लोगों ने कहा- 8 साल में पहली बार ऐसा हुआ है कि भाजपा के किसी नेता या पार्टी का चुनाव चिह्न अवधेश के पोस्टर में नहीं है। अवधेश द्विवेदी की चुनाव प्रचार की तस्वीरें… कटेहरी से धर्मराज निषाद को दिया टिकट सपा ने सांसद की पत्नी शोभावती वर्मा को उम्मीदवार बनाया अंबेडकरनगर की कटेहरी : सपा सांसद लालजी वर्मा की पत्नी शोभावती वर्मा चुनावी मैदान में हैं। भाजपा ने यहां 1996, 2002 और 2007 में बसपा के टिकट से विधायक रहे धर्मराज निषाद को टिकट दी है। कटेहरी सीट से विधायक लालजी वर्मा ने लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की। यहां पर भाजपा सिर्फ एक बार 1992 में चुनाव जीती है। लोकसभा चुनाव का रिजल्ट देखें, तो लालजी वर्मा को कटेहरी विधानसभा में 1.07 लाख वोट मिले, जबकि भाजपा प्रत्याशी रितेश पांडेय को 90 हजार। जातीय समीकरण: कटेहरी में दलित वोटर्स सबसे ज्यादा हैं। इसके बाद मुस्लिम, ब्राह्मण और कुर्मी मतदाता हैं। यादव-ठाकुर, निषाद और राजभर भी निर्णायक भूमिका में रहते हैं। —————————— ये भी पढ़ें… भाजपा ने करहल से अखिलेश के बहनोई को उतारा:सीसामऊ में नसीम सोलंकी के सामने होंगे सुरेश अवस्थी; 4 ओबीसी, 2 ब्राह्मणों को दिया टिकट भाजपा ने यूपी विधानसभा उपचुनाव के लिए अपने खाते की 8 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया। 9वीं सीट मुजफ्फरनगर की मीरापुर रालोद को दी है। प्रत्याशियों का ऐलान करते समय पार्टी ने जातिगत समीकरणों का खास ध्यान रखा। अपनी 8 सीटों में से भाजपा ने 2 ब्राह्मण, 1 क्षत्रिय, 1 दलित और 4 पिछड़ों पर दांव लगाया है। मीरापुर से रालोद प्रत्याशी मिथलेश पाल भी ओबीसी समाज से आती हैं। पढ़ें पूरी खबर…. उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर