कपूरथला CIA की टीम ने सूचना के आधार पर नाकाबंदी कर बिना नंबर की बाइक पर हेरोइन की सप्लाई देने जा रहे एक नशा तस्कर को काबू किया है। जिसके कब्जे से 50 ग्राम हेरोइन भी बरामद हुई है। पकड़े गए नशा तस्कर और मुख्य तस्कर के खिलाफ थाना सिटी में NDPS एक्ट के तहत FIR दर्ज कर ली है। वहीं फरार चल रहे मुख्य तस्कर की तलाश के लिए छापेमारी की जा रही है। इसकी पुष्टि CIA इंचार्ज जरनैल सिंह ने करते हुए बताया कि आरोपी का दो दिन का पुलिस रिमांड भी मिला है। हेरोइन के साथ तस्कर गिरफ्तार CIA स्टाफ इंचार्ज जरनैल सिंह ने बताया कि ASI निर्मल सिंह पुलिस टीम के साथ आपराधिक तत्वों की तलाश में BSNL एक्सचेंज के नजदीक गश्त कर रहे थे। तभी उन्हें सूचना मिली कि मनिंदरजीत कालिया उर्फ ढोल वासी मोहल्ला उच्चा धोड़ा हेरोइन बेचने का धंधा करता है। जिसने हेरोइन की सप्लाई देने के लिए अजय वासी मोहल्ला मेहताबगढ़ को रखा हुआ है। अजय हेरोइन लेकर बिना नंबर की बाइक पर मोहल्ला मेहताबगढ़ से शहीद SP बलजीत सिंह चौंक की तरफ किसी को सप्लाई देने आ रहा है। फरार आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस सूचना के आधार पर पुलिस ने तुरंत नाकाबंदी कर आरोपी कारिंदे अजय को बिना नंबर की बाइक पर हेरोइन लेकर आते रंगे हाथ काबू कर लिया है। जिसके कब्जे से 50 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। ASI निर्मल सिंह ने बताया कि इस मामले में थाना सिटी में दोनों आरोपियों के खिलाफ NDPS एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। वहीं दूसरे फरार आरोपी मनिंदरजीत कालिया उर्फ ढोल की तलाश के लिए छापेमारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपी को माननीय अदालत में पेश कर उसका दो दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है। और उससे पूछताछ की जा रही है। कपूरथला CIA की टीम ने सूचना के आधार पर नाकाबंदी कर बिना नंबर की बाइक पर हेरोइन की सप्लाई देने जा रहे एक नशा तस्कर को काबू किया है। जिसके कब्जे से 50 ग्राम हेरोइन भी बरामद हुई है। पकड़े गए नशा तस्कर और मुख्य तस्कर के खिलाफ थाना सिटी में NDPS एक्ट के तहत FIR दर्ज कर ली है। वहीं फरार चल रहे मुख्य तस्कर की तलाश के लिए छापेमारी की जा रही है। इसकी पुष्टि CIA इंचार्ज जरनैल सिंह ने करते हुए बताया कि आरोपी का दो दिन का पुलिस रिमांड भी मिला है। हेरोइन के साथ तस्कर गिरफ्तार CIA स्टाफ इंचार्ज जरनैल सिंह ने बताया कि ASI निर्मल सिंह पुलिस टीम के साथ आपराधिक तत्वों की तलाश में BSNL एक्सचेंज के नजदीक गश्त कर रहे थे। तभी उन्हें सूचना मिली कि मनिंदरजीत कालिया उर्फ ढोल वासी मोहल्ला उच्चा धोड़ा हेरोइन बेचने का धंधा करता है। जिसने हेरोइन की सप्लाई देने के लिए अजय वासी मोहल्ला मेहताबगढ़ को रखा हुआ है। अजय हेरोइन लेकर बिना नंबर की बाइक पर मोहल्ला मेहताबगढ़ से शहीद SP बलजीत सिंह चौंक की तरफ किसी को सप्लाई देने आ रहा है। फरार आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस सूचना के आधार पर पुलिस ने तुरंत नाकाबंदी कर आरोपी कारिंदे अजय को बिना नंबर की बाइक पर हेरोइन लेकर आते रंगे हाथ काबू कर लिया है। जिसके कब्जे से 50 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। ASI निर्मल सिंह ने बताया कि इस मामले में थाना सिटी में दोनों आरोपियों के खिलाफ NDPS एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। वहीं दूसरे फरार आरोपी मनिंदरजीत कालिया उर्फ ढोल की तलाश के लिए छापेमारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपी को माननीय अदालत में पेश कर उसका दो दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है। और उससे पूछताछ की जा रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
बठिंडा में पकड़ी गई 5.35 करोड़ की नशीली दवाई:एक तस्कर गिरफ्तार, 24.10 लाख नशीले कैप्सूल-गोलियां बरामद; 30 हजार की ड्रग मनी मिली
बठिंडा में पकड़ी गई 5.35 करोड़ की नशीली दवाई:एक तस्कर गिरफ्तार, 24.10 लाख नशीले कैप्सूल-गोलियां बरामद; 30 हजार की ड्रग मनी मिली नशे के खिलाफ चलाई मुहिम के तहत बठिंडा पुलिस ने एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। जिसकी निशानदेही पर एक गोदाम में छापेमारी कर 5 करोड़ 35 लाख रुपए कीमत की 24 लाख 10 हजार नशीली दवाओं के कैप्सूल और गोलियां के अलावा 30 हजार रुपए की नकदी बरामद की है। पुलिस द्वारा पकड़ी गई भारी मात्रा में नशीली गोलियां को अपने कब्जे में लेकर आरोपित व्यक्ति पर थाना तलवंडी साबो में एनडीपीएस एकट के तहत मामला दर्ज किया है। एसएसपी दीपक पारिक ने बताया कि विगत 20 जून को थाना तलवंडी साबो पुलिस ने आरोपी जसविंदर सिंह, इंदरप्रीत सिंह निवासी तलवंडी साबो को 37 नशीली गोलियां समेत गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था। आरोपियों से की गई पूछताछ के बाद उन्होंने खुलासा किया कि वह उक्त नशीली गोलियां मौड़ मंडी के बोहड़ वाला चौक निवासी तरसेम चंद उर्फ ढिपाई से लेकर आए थे, जोकि बठिंडा जिले में नशीली गोलियां व कैप्सूल सप्लाई करने का काम करता है। पहले से दर्ज हैं 12 मुकदमें पुलिस ने आरोपित तरसेम चंद को मामले में नामजद किया और गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर उसके गोदाम में छापेमारी कर 20 लाख 42 हजार 470 नशीले कैप्सूल, 3 लाख 68 हजार 250 नशीली गोलियां, 3580 किट बरामद की गई। पकड़ी गई नशीली दवाओं की बाजारी कीमत 5 करोड़ 35 लाख रुपए बताई जाती है। इसके अलावा 30 हजार रुपए की ड्रग मनी बरामद हुई। एसएसपी पारिक ने बताया कि आरोपित तरसेम चंद तलवंडी साबो, रामां मंडी और मौड मंडी एरिया में उक्त नशीली दवाओं की सप्लाई करता है। इससे पहले भी आरोपित पर बठिंडा जिले के विभिन्न थानों में 12 एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज हैं।
लुधियाना में दिलजीत के शो में चुराए 17 मोबाइल:पुलिस के पास पहुंच रही है कंप्लेन; नए साल के जश्न में था प्रोग्राम
लुधियाना में दिलजीत के शो में चुराए 17 मोबाइल:पुलिस के पास पहुंच रही है कंप्लेन; नए साल के जश्न में था प्रोग्राम पंजाब के लुधियाना में बीती रात पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ द्वारा पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (पीएयू) के फुटबाल स्टेडियम में दिल लुमिनाटी टूर संपन्न हुआ। इस शो के दौरान लोगों ने नए साल का जश्न जमकर मनाया। दिलजीत दोसांझ के इस शो में चोरों की भी खूब मौज लगी रही। धीरे-धीरे लोग थाना पीएयू में जाकर मोबाइल और पर्स आदि की शिकायतें लिखवाने पहुंच रहे है। कड़ी सिक्योरिटी में लोगों के मोबाइल चोरी कड़ी सिक्योरिटी होने के बावजूद लोगों की जेब से मोबाइल फोन चोरी हो गए। अभी तक 17 मोबाइल फोन की आधिकारिक रूप से पुष्टि हुई है। 17 मोबाइल फोन चोरी होने की शिकायतें थाना पीएयू में आ चुकी है। सूत्रों के मुताबिक करीब 15 से 20 लोग ऐसे है, जिन्होंने चोरी अभी थाने में शिकायत नहीं लिखवाई। चोरी की घटनाओं के कारण लोग काफी परेशान भी है। क्या बोले SHO राजिंद्र… थाना पीएयू के एसएचओ राजिंद्र सिंह ने कहा कि अभी तक 15 से 17 लोगों की मोबाइल चोरी की शिकायत थाना में आ चुकी है। पुलिस चोरी हुए फोन को ट्रेस करने में जुटी है। लोगों से भी पुलिस का अनुरोध है कि जब भी कभी भीड़ भाड़ वाली जगह पर जाए तो अपने मोबाइल और पर्स का विशेष तौर पर ध्यान रखे।
मजीठिया केस में ईडी की एंट्री:SIT से मांगी जानकारियां; बिक्रम बोले- 5 कमेटियों के बाद कुछ नहीं मिला तो फाइल आगे भेजी
मजीठिया केस में ईडी की एंट्री:SIT से मांगी जानकारियां; बिक्रम बोले- 5 कमेटियों के बाद कुछ नहीं मिला तो फाइल आगे भेजी पंजाब के अकाली लीडर बिक्रम सिंह मजीठिया से जुड़े ड्रग तस्करी मामले में अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एंट्री हो गई है। ईडी ने जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) से केस से जुड़ी जानकारियां मांग ली हैं। बिक्रम मजीठिया केस में दर्ज एफआईआर का विवरण, जांच की अब तक की रिपोर्ट, गवाहों के बयान और मजीठिया के बयानों की पूरी जानकारी ईडी ने मांगी है। वीडियो शेयर कर सरकार को घेरा मीडिया में ईडी की एंट्री की सूचना फैसने के बाद अब बिक्रम मजीठिया ने अपना वीडियो शेयर कर सरकार को घेरा है। ईडी की तरफ से जानकारियां मांगे जाने के बाद बिक्रम मजीठिया का ये पहला बयान है। बिक्रम मजीठिया ने कहा- ये बता कर खुशी हो रही है कि सीएम भगवंत मान की बौखलाहट फिर नजर आई है। क्योंकि, मजीठिया समझौता नहीं करता, टोपी पहन कर रात के समय कांग्रेसियों की तरह मिलता नहीं, सरकार को घेरने की कोशिश करता है और कैबिनेट की कारगुजारी को और उनकी लूट को उजागर करता है। ये खबर प्लांट की गई है। इस खबर का कोई सूत्र नहीं है। इसके सूत्र सीधे तौर पर सीएम भगवंत मान हैं। मुझे तो ये काफी दिनों से पता था (केस ईडी को दिए जाने का)। भगवंत मान की बौखलाहट कई दिनों से थी कि मजीठिया को फंसाना कैसे है। जिस ईडी को आम आदमी पार्टी और सीएम मान कोसते हैं, उसी ईडी को उनका केस दे दिया है। इससे ये बात स्पष्ट हो गई कि सीएम मान के हाथ कुछ नहीं है। 11 साल हो गए कि मजीठिया पर ड्रग्स के आरोप लगाए गए थे। एक सीट नहीं, 5-5 सीट बदली गईं। लेकिन पंजाब सरकार चालान तक पेश नहीं कर पा रही। अंत में अब केस ही ईडी को दे दिया। ये केस केई दिन पहले ही ईडी को भेज दिया गया था, लेकिन शोर आज मचाया गया, क्योंकि कैबिनेट के एक मंत्री व उनकी पत्नी पर आरोप लगाए थे। सरकार कोर्ट की तरफ मुंह नहीं कर रही एसआईटी डीजीपी लेवल से डीआईजी, एसपी और डीएसपी के लेवल तक पहुंच चुकी है। अगर कुछ है तो चालान पेश करो। ये सिर्फ सियासत का हिस्सा है। इसका फैसला कोर्ट में होना है और कोर्ट की तरफ AAP सरकार मुंह नहीं कर रही है। मैं विस्तार से एक-एक चीज का जवाब दूंगा। 2014 को ईडी के हवाले अंडर सेक्शन 50 PMLA के अंतर्गत जो बयान हुए थे, उसी को आधार बना कर मजीठिया पर केस बनाया गया था। अब केस दोबारा से ईडी के पास पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट भी कह चुकी है कि अंडर सेक्शन 50 PMLA के अंतर्गत ली गई स्टेटमेंट्स का कोई वजूद नहीं। जब मेरी जमानत हुई थी तो डबल बैंच ने साफ कर दिया था कि मजीठिया के खिलाफ कोई सबूत नहीं है। कांग्रेस सरकार के समय दर्ज हुआ था केस यह केस बिक्रम सिंह मजीठिया पर 20 दिसंबर 2021 को विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से ठीक पहले कांग्रेस सरकार के समय में दर्ज हुआ था। हालांकि, मजीठिया ने केस में कानूनी लड़ाई लड़ी और 2022 के विधानसभा चुनाव में अमृतसर से चुनावी मैदान में उतरे थे। इसके बाद वह जेल गए। 10 अगस्त 2022 को उन्हें जमानत मिल गई। मजीठिया इस केस पर पहले से ही सवाल उठाते आए हैं। उनका कहना है कि यह अपनी तरह का एनडीपीएस का मामला है। जिसमें पुलिस ने कोई रिकवरी नहीं की है। हालांकि, पुलिस ने नशा तस्करी में पकड़े कई लोगों के बयान दर्ज किए हैं।