करनाल के स्टील मैन ने तोड़े 2 वर्ल्ड रिकॉर्ड:1 मिनट में पेट से गुजरी 23 बाइकें; कार पलटते हैं, बाइक उठाकर एक किलोमीटर चलते हैं

करनाल के स्टील मैन ने तोड़े 2 वर्ल्ड रिकॉर्ड:1 मिनट में पेट से गुजरी 23 बाइकें; कार पलटते हैं, बाइक उठाकर एक किलोमीटर चलते हैं

हरियाणा में करनाल के बॉडी बिल्डर अमनदीप सिंह ने एक बार फिर अपने अनोखे स्टंट से दुनिया को हैरान कर दिया है। हाल ही में इटली में आयोजित हुई एक अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में उन्होंने दो वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। प्रतियोगिता में उनके सामने टास्क था कि 1 मिनट में 23 बाइकों को गुजारना है, जिसे अमनदीप ने बड़े ही आराम से पूरा कर लिया। अमनदीप को स्टील मैन ऑफ इंडिया के नाम से भी जाना जाता है। वह मूल रूप से इस्माइलाबाद, कुरुक्षेत्र के रहने वाले हैं। अमनदीप रोज 8 घंटे एक्सरसाइज करते हैं और डाइट रूटीन फॉलो करते हैं। वह हर सुबह नाश्ते में 1 किलो फ्रूट खाते हैं। ताकत की बात करें तो अमनदीप 120 kg की बाइक को उठाकर एक किलोमीटर तक चले जाते हैं साथ ही वो अपने पेट के ऊपर से कार के पहिए को भी चढ़ा लेते हैं। 20 फरवरी को इटली में तोड़े दो वर्ल्ड रिकॉर्ड
अमनदीप ने बताया कि वह 22 फरवरी को भारत लौटे हैं, जहां से पहले 20 फरवरी को इटली में आयोजित वर्ल्ड स्ट्रॉन्गेस्ट मैन प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। वहां उन्हें दो चुनौतीपूर्ण स्टंट करने थे। पहला स्टंट यह था कि 15 फुट की ऊंचाई से 15 किलो की बर्फ की सिल्ली उनके पेट पर गिराई जाएगी, जिसे उनके एब्स से टूटना था। अमनदीप ने इस चुनौती को न सिर्फ स्वीकार किया, बल्कि 11 बर्फ की सिल्लियों अपने पेट पर तुड़वाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया। 1 मिनट में पेट से गुजरी 23 बाइकें
दूसरा स्टंट बाइकर्स से जुड़ा था, जिसमें बाइकर्स को उनके पेट के ऊपर से फुल स्पीड में बाइक निकालनी थी। एक मिनट में 20 बाइक निकालने का लक्ष्य था, लेकिन उन्होंने इसे पार करते हुए 23 बाइक निकालकर एक नया रिकॉर्ड बना दिया। कुरुक्षेत्र में बॉडी बिल्डिंग से मिली प्रेरणा
अमनदीप ने बताया कि 2005 में जब वह मिस्टर बॉडी बिल्डर बनने के लिए कुरुक्षेत्र पहुंचे, तो वहां उन्हें कहा गया कि उनके पास बॉडी बिल्डर बनने के लिए उचित डाइट नहीं है। यह बात उनके दिल पर लग गई और उन्होंने ठान लिया कि न केवल अपने शरीर को मजबूत बनाना है, बल्कि इसे स्टील की तरह शक्तिशाली भी बनाना है। इसी दौरान उन्होंने WWE के फाइटर्स को देखकर खुद को प्रेरित किया और कड़ी मेहनत शुरू कर दी। 2009 में मिला ‘स्टील मैन’ का खिताब
साल 2009 में अमृतसर में आयोजित मिस्टर सिख इंटरनेशनल प्रतियोगिता में उन्होंने भाग लिया, जहां करीब 15,000 से ज्यादा सिख युवाओं ने हिस्सा लिया था। इसी प्रतियोगिता में उन्हें ‘स्टील मैन’ का खिताब मिला। तब से वह लगातार अपने स्टंट्स से दुनियाभर में पहचान बना रहे हैं। हर दिन 8-9 घंटे की मेहनत, बिना किसी स्टेरॉयड के बनाई मजबूत बॉडी
अमनदीप वेजिटेरियन और नॉन वेजिटेरियन दोनों हैं और हर दिन वह 8-9 घंटे की कड़ी एक्सरसाइज व ट्रेनिंग करते हैं। उन्होंने बताया कि उनकी आय का मुख्य स्रोत अलग-अलग इवेंट में परफॉर्म करना है। उनका सपना इंटरनेशनल लेवल पर भारत का प्रतिनिधित्व करना और वर्ल्ड स्ट्रॉन्गेस्ट मैन का खिताब जीतना है। इसके अलावा, वह UFC फाइट का वर्ल्ड चैंपियन बनने का भी सपना रखते हैं। ‘स्टेरॉयड से दूरी, नेचुरल डाइट और मेहनत पर भरोसा’
अमनदीप का कहना है कि वह किसी भी तरह के स्टेरॉयड का सेवन नहीं करते। उनके मुताबिक, स्टेरॉयड शरीर बनाने का शॉर्टकट जरूर है, लेकिन यह बेहद खतरनाक भी है। उन्होंने युवाओं को सलाह दी कि वे प्राकृतिक डाइट लें और सादा भोजन करें। मेहनत और लगन से ही सफलता हासिल की जा सकती है, किसी शॉर्टकट से नहीं। उन्होंने बताया कि वह प्रसिद्ध रेसलर ‘हिटमैन’ को फॉलो करते हैं और उन्हें देखकर ही प्रेरित हुए थे। 23 मार्च को जियोग्राफी चैनल पर दिखेंगे अमनदीप
अमनदीप ने यह भी बताया की 23 मार्च को वो नेशनल जियोग्राफी चैनल पर दिखेंगे। जहां पर वह स्टील मैन के खिताब के साथ आएंगे। यह शूट करीब दो साल पहले हुआ था और अब वह रिलीज होने वाला है। वहां सलेक्शन के लिए यूएसए की टीम आई थी। जिसमें 25 अंग्रेज शामिल थे। वे पूरे विश्व में सुपर ह्यूमन सलेक्ट कर रहे थे। अमनदीप आगे कहते हैं “मेरा छह महीने तक इंटरव्यू चला था। उनकी टीम के लोगों ने पंच मारकर चेक किया। करीब 200 पंच मारे गए थे। जिसकी वजह से मेरे शरीर पर निशान भी पड़ गए थे और उसी दौरान वहां पर भी उनका रिकॉर्ड तोड़ा और मुझे सुपर ह्यूमन का खिताब मिला। अब उस चैनल पर भी स्टील मैन ऑफ वर्ल्ड का खिताब मिलेगा।” अमनदीप का अगला लक्ष्य – वर्ल्ड स्ट्रॉन्गेस्ट मैन बनना
अब तक 50 से ज्यादा वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके अमनदीप का अगला लक्ष्य दुनिया का सबसे ताकतवर इंसान बनने का है। वह लगातार कड़ी मेहनत कर रहे हैं ताकि अपने देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और ऊंचा कर सकें। उनकी इस उपलब्धि पर करनाल सहित पूरे हरियाणा को गर्व है। हरियाणा में करनाल के बॉडी बिल्डर अमनदीप सिंह ने एक बार फिर अपने अनोखे स्टंट से दुनिया को हैरान कर दिया है। हाल ही में इटली में आयोजित हुई एक अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में उन्होंने दो वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। प्रतियोगिता में उनके सामने टास्क था कि 1 मिनट में 23 बाइकों को गुजारना है, जिसे अमनदीप ने बड़े ही आराम से पूरा कर लिया। अमनदीप को स्टील मैन ऑफ इंडिया के नाम से भी जाना जाता है। वह मूल रूप से इस्माइलाबाद, कुरुक्षेत्र के रहने वाले हैं। अमनदीप रोज 8 घंटे एक्सरसाइज करते हैं और डाइट रूटीन फॉलो करते हैं। वह हर सुबह नाश्ते में 1 किलो फ्रूट खाते हैं। ताकत की बात करें तो अमनदीप 120 kg की बाइक को उठाकर एक किलोमीटर तक चले जाते हैं साथ ही वो अपने पेट के ऊपर से कार के पहिए को भी चढ़ा लेते हैं। 20 फरवरी को इटली में तोड़े दो वर्ल्ड रिकॉर्ड
अमनदीप ने बताया कि वह 22 फरवरी को भारत लौटे हैं, जहां से पहले 20 फरवरी को इटली में आयोजित वर्ल्ड स्ट्रॉन्गेस्ट मैन प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। वहां उन्हें दो चुनौतीपूर्ण स्टंट करने थे। पहला स्टंट यह था कि 15 फुट की ऊंचाई से 15 किलो की बर्फ की सिल्ली उनके पेट पर गिराई जाएगी, जिसे उनके एब्स से टूटना था। अमनदीप ने इस चुनौती को न सिर्फ स्वीकार किया, बल्कि 11 बर्फ की सिल्लियों अपने पेट पर तुड़वाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया। 1 मिनट में पेट से गुजरी 23 बाइकें
दूसरा स्टंट बाइकर्स से जुड़ा था, जिसमें बाइकर्स को उनके पेट के ऊपर से फुल स्पीड में बाइक निकालनी थी। एक मिनट में 20 बाइक निकालने का लक्ष्य था, लेकिन उन्होंने इसे पार करते हुए 23 बाइक निकालकर एक नया रिकॉर्ड बना दिया। कुरुक्षेत्र में बॉडी बिल्डिंग से मिली प्रेरणा
अमनदीप ने बताया कि 2005 में जब वह मिस्टर बॉडी बिल्डर बनने के लिए कुरुक्षेत्र पहुंचे, तो वहां उन्हें कहा गया कि उनके पास बॉडी बिल्डर बनने के लिए उचित डाइट नहीं है। यह बात उनके दिल पर लग गई और उन्होंने ठान लिया कि न केवल अपने शरीर को मजबूत बनाना है, बल्कि इसे स्टील की तरह शक्तिशाली भी बनाना है। इसी दौरान उन्होंने WWE के फाइटर्स को देखकर खुद को प्रेरित किया और कड़ी मेहनत शुरू कर दी। 2009 में मिला ‘स्टील मैन’ का खिताब
साल 2009 में अमृतसर में आयोजित मिस्टर सिख इंटरनेशनल प्रतियोगिता में उन्होंने भाग लिया, जहां करीब 15,000 से ज्यादा सिख युवाओं ने हिस्सा लिया था। इसी प्रतियोगिता में उन्हें ‘स्टील मैन’ का खिताब मिला। तब से वह लगातार अपने स्टंट्स से दुनियाभर में पहचान बना रहे हैं। हर दिन 8-9 घंटे की मेहनत, बिना किसी स्टेरॉयड के बनाई मजबूत बॉडी
अमनदीप वेजिटेरियन और नॉन वेजिटेरियन दोनों हैं और हर दिन वह 8-9 घंटे की कड़ी एक्सरसाइज व ट्रेनिंग करते हैं। उन्होंने बताया कि उनकी आय का मुख्य स्रोत अलग-अलग इवेंट में परफॉर्म करना है। उनका सपना इंटरनेशनल लेवल पर भारत का प्रतिनिधित्व करना और वर्ल्ड स्ट्रॉन्गेस्ट मैन का खिताब जीतना है। इसके अलावा, वह UFC फाइट का वर्ल्ड चैंपियन बनने का भी सपना रखते हैं। ‘स्टेरॉयड से दूरी, नेचुरल डाइट और मेहनत पर भरोसा’
अमनदीप का कहना है कि वह किसी भी तरह के स्टेरॉयड का सेवन नहीं करते। उनके मुताबिक, स्टेरॉयड शरीर बनाने का शॉर्टकट जरूर है, लेकिन यह बेहद खतरनाक भी है। उन्होंने युवाओं को सलाह दी कि वे प्राकृतिक डाइट लें और सादा भोजन करें। मेहनत और लगन से ही सफलता हासिल की जा सकती है, किसी शॉर्टकट से नहीं। उन्होंने बताया कि वह प्रसिद्ध रेसलर ‘हिटमैन’ को फॉलो करते हैं और उन्हें देखकर ही प्रेरित हुए थे। 23 मार्च को जियोग्राफी चैनल पर दिखेंगे अमनदीप
अमनदीप ने यह भी बताया की 23 मार्च को वो नेशनल जियोग्राफी चैनल पर दिखेंगे। जहां पर वह स्टील मैन के खिताब के साथ आएंगे। यह शूट करीब दो साल पहले हुआ था और अब वह रिलीज होने वाला है। वहां सलेक्शन के लिए यूएसए की टीम आई थी। जिसमें 25 अंग्रेज शामिल थे। वे पूरे विश्व में सुपर ह्यूमन सलेक्ट कर रहे थे। अमनदीप आगे कहते हैं “मेरा छह महीने तक इंटरव्यू चला था। उनकी टीम के लोगों ने पंच मारकर चेक किया। करीब 200 पंच मारे गए थे। जिसकी वजह से मेरे शरीर पर निशान भी पड़ गए थे और उसी दौरान वहां पर भी उनका रिकॉर्ड तोड़ा और मुझे सुपर ह्यूमन का खिताब मिला। अब उस चैनल पर भी स्टील मैन ऑफ वर्ल्ड का खिताब मिलेगा।” अमनदीप का अगला लक्ष्य – वर्ल्ड स्ट्रॉन्गेस्ट मैन बनना
अब तक 50 से ज्यादा वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके अमनदीप का अगला लक्ष्य दुनिया का सबसे ताकतवर इंसान बनने का है। वह लगातार कड़ी मेहनत कर रहे हैं ताकि अपने देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और ऊंचा कर सकें। उनकी इस उपलब्धि पर करनाल सहित पूरे हरियाणा को गर्व है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर