हरियाणा के करनाल के मोहरी जागीर गांव में एक युवक का शव अर्धनग्न हालत में मिला है। शव निगदू रोड के पास धान के खेतों में मिला, जिसके बाद गांव में सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान सुनील कुमार के रूप में हुई है, जो दिहाड़ी मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। घटना के बाद से परिवार में मातम का माहौल है और परिजनों ने गांव के ही उसके दोस्तों पर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। शव की हालत और हत्या की आशंका पत्नी पूजा का आरोप है कि सुनील की बेरहमी से हत्या की गई है। शव की हालत देखकर लग रहा है कि उसे अनगिनत डंडों से पीटा गया और धारदार हथियार का भी इस्तेमाल किया गया। मृतक की पत्नी ने बताया कि सुनील शाम 6 बजे घर से निकलकर अपने दोस्त के साथ गया था। वह अपना फोन भी घर पर ही छोड़ गया था और जाते समय उसने सिर्फ इतना कहा था कि दाल-चावल बना लो, मैं आकर खा लूंगा। लेकिन वह वापस नहीं लौटा। परिवार के आरोप और पुलिस कार्रवाई सुनील के भाई राम निवास का आरोप है कि उसके भाई की हत्या कुछ लोगों ने की है, जिनसे उसकी पहले दोस्ती थी, लेकिन बाद में किसी बात पर उनका विवाद हो गया। पुलिस ने मामले में एक युवक को हिरासत में भी लिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। तीन बच्चों के सिर से उठा पिता का साया मृतक सुनील कुमार के परिवार में उनकी पत्नी और तीन बच्चे हैं। दो बेटियां और एक बेटा, जिसमें से बेटा बीमार रहता है। सुनील दिहाड़ी मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था। अब उसकी मौत के बाद परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग कर रहा है। पुलिस जांच में जुटी निगदू थाना के SHO रमेश कुमार ने बताया कि प्राथमिक दृष्टि से मामला हत्या का प्रतीत हो रहा है। परिजनों के बयान के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा और दोषियों को कानून के दायरे में लाया जाएगा। हरियाणा के करनाल के मोहरी जागीर गांव में एक युवक का शव अर्धनग्न हालत में मिला है। शव निगदू रोड के पास धान के खेतों में मिला, जिसके बाद गांव में सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान सुनील कुमार के रूप में हुई है, जो दिहाड़ी मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। घटना के बाद से परिवार में मातम का माहौल है और परिजनों ने गांव के ही उसके दोस्तों पर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। शव की हालत और हत्या की आशंका पत्नी पूजा का आरोप है कि सुनील की बेरहमी से हत्या की गई है। शव की हालत देखकर लग रहा है कि उसे अनगिनत डंडों से पीटा गया और धारदार हथियार का भी इस्तेमाल किया गया। मृतक की पत्नी ने बताया कि सुनील शाम 6 बजे घर से निकलकर अपने दोस्त के साथ गया था। वह अपना फोन भी घर पर ही छोड़ गया था और जाते समय उसने सिर्फ इतना कहा था कि दाल-चावल बना लो, मैं आकर खा लूंगा। लेकिन वह वापस नहीं लौटा। परिवार के आरोप और पुलिस कार्रवाई सुनील के भाई राम निवास का आरोप है कि उसके भाई की हत्या कुछ लोगों ने की है, जिनसे उसकी पहले दोस्ती थी, लेकिन बाद में किसी बात पर उनका विवाद हो गया। पुलिस ने मामले में एक युवक को हिरासत में भी लिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। तीन बच्चों के सिर से उठा पिता का साया मृतक सुनील कुमार के परिवार में उनकी पत्नी और तीन बच्चे हैं। दो बेटियां और एक बेटा, जिसमें से बेटा बीमार रहता है। सुनील दिहाड़ी मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था। अब उसकी मौत के बाद परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग कर रहा है। पुलिस जांच में जुटी निगदू थाना के SHO रमेश कुमार ने बताया कि प्राथमिक दृष्टि से मामला हत्या का प्रतीत हो रहा है। परिजनों के बयान के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा और दोषियों को कानून के दायरे में लाया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पानीपत हनीट्रैप केस में सरपंच समेत 3 पर FIR:महिला बोली- मामा और दोस्त ने भी रेप किया, पुलिस ने मिलकर फंसाया, सारे सबूत हैं
पानीपत हनीट्रैप केस में सरपंच समेत 3 पर FIR:महिला बोली- मामा और दोस्त ने भी रेप किया, पुलिस ने मिलकर फंसाया, सारे सबूत हैं हरियाणा के पानीपत में हनीट्रैप मामले में करनाल के सरपंच से साढ़े तीन लाख रुपए लेते पकड़ी गई महिला के मामले में बड़ा मोड़ आ गया है। पहले दिन से ही महिला चीख-चीख कर कह रही थी कि उसके साथ गैंगरेप हुआ है, आखिरकार पुलिस को उसकी बात पर यकीन करना पड़ा। मेडिकल जांच में भी महिला के साथ रेप की पुष्टि हो गई है। जिसके बाद पानीपत पुलिस ने महिला से शिकायत ले ली। शिकायत के आधार पर पुलिस ने करनाल के घरौंडा के एक गांव के सरपंच समेत उसके मामा और उसके दोस्त के खिलाफ गैंगरेप समेत कई धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। पानीपत पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर गुरुग्राम पुलिस को भेज दी है। गैंगरेप मामले में फंसी सरपंच की अगले महीने जनवरी 2025 में शादी है। वहीं, दो दिन से पानीपत सिविल अस्पताल में इलाज करा रही आरोपी महिला को शनिवार शाम वापस जेल ले जाया गया। दरअसल, जेल में महिला की तबीयत खराब हो गई थी। उसे दौरा पड़ा था, जिससे वह बेहोश हो गई थी। जेल में प्राथमिक उपचार से जब वह ठीक नहीं हुई तो उसे सिविल अस्पताल लाया गया। जहां उसने डॉक्टरों को गैंगरेप होने, पुलिस द्वारा उसकी बात न सुनने और हनीट्रैप मामले में फंसाने की बात बताई। इसके बाद अगली प्रक्रिया शुरू हुई। FIR में तीन मुख्य बिंदु पहला… सरपंच पार्टी के नाम पर ले गया था साथ
जानकारी के मुताबिक महिला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि मेरे साथ 3 लोगों ने गैंगरेप किया है। वह इसकी शिकायत लिखवाने मॉडल टाउन थाने में गई थी, लेकिन वहां उसकी शिकायत लिखने से मना कर दिया। पुलिस ने कहा था कि जहां रेप हुआ है, वहीं के थाने में जाकर शिकायत दो। महिला ने बताया कि मेरे साथ घरौंडा के एक गांव के सरपंच, उसके मामा व उसके दोस्त ने रेप किया है। 21 दिसंबर को उसके पास सरपंच का फोन आया। जिसने कहा कि उसे गुरुग्राम पार्टी में जाना है। मैंने हामी भरी और उनके साथ चली गई। गुरुग्राम के ए-वन नाम के होटल में उसे ले जाया गया था। जहां उसके साथ तीनों ने रेप किया। दूसरा… पुलिस ने लेन-देन के कागजों पर जबरदस्ती साइन करने को कहा
पानीपत पुलिस को सरपंच ने ही हनीट्रैप केस में फंसाने को कहा था। जिसके बाद पुलिस ने मुझे घर से दरखास्त के नाम से थाने ले जाने के लिए उठाया था। रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक मुझे बाहर गाड़ी में बैठाए रखा। पुलिस ने मुझे पैसे के लेन-देन से संबंधित कागजों पर हस्ताक्षर करने को कहा था। मैंने साइन नहीं किए। अगली सुबह पुलिस वाले मेरे कमरे में आए। मेरे सामने पैसे रख कर कहा कि इन पैसों को उठा। मैंने मना कर दिया, तो पुलिस ने मेरे साथ जबरदस्ती की। मुझसे जबरन पैसे उठवाए गए। इसके बाद मुझ पर पैसे के लेन-देन का आरोप लगाया और झूठे केस में जेल डलवा दिया। तीसरा… सरपंच और पुलिस ने मिलकर फंसाया, सारे सबूत है
महिला का कहना है कि ये पैसे सरपंच ने ही पुलिस वालों को दिए थे। पैसों के लेन-देन के पेपर पर साइन न करने पर सीआईए स्टॉफ में रिमांड लेने की भी धमकी दी गई थी। मुझे पुलिस वालों ने और सरपंच ने मिलकर झूठे केस में फंसाया है। पुलिस ने ही जबरदस्ती मेरे कमरे में पैसे रख कर उठवाए है। मेरे फोन में सारे सबूत है। मुझे इंसाफ चाहिए। महिला को केस दर्ज करवाने के लिए करनी पड़ी मशक्कत पहले मीडिया से कहा- पुलिस ने मेरे साथ गलत किया है
हनीट्रैप मामले में पुराना औद्योगिक थाना SHO इंस्पेक्टर देवेंद्र कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उस दौरान महिला को भी लाया गया था। यहां महिला ने मीडिया कर्मियों को देखा, तो उसने चीखना शुरू कर दिया। उसने कहा कि उसके साथ गलत हुआ है, पुलिस उसे फंसा रही है। उसके साथ गैंग रेप हुआ है, लेकिन पुलिस ने जबरदस्ती उसके कमरे में पैसे रखकर उसे फंसा दिया है। महिला ने चीखते हुए ये भी कहा था कि पुलिस न ही उसकी शिकायत ले रही और न उसका मेडिकल करवा रही है। जिस अजय नाम के युवक को उसका दलाल बता कर गिरफ्तार किया है, वह उसे जानती तक नहीं है। फिर जेल में कहा- पुलिस ने मुझे नाजायज फंसाया
पुलिस ने महिला को कोर्ट में पेश कर सिवाह स्थित जिला जेल में भेज दिया था। यहां भी महिला ने जेल के अधिकारियों को कहा कि उसे पुलिस ने नाजायज फंसाया है। उसने कुछ नहीं किया है। करीब दो दिन बाद महिला की जेल में तबीयत बिगड़ने लगी। 27 दिसंबर को दौरा पड़ने के बाद वह बेहोश हो गई। इसके बाद उसे इलाज के लिए सिविल अस्पताल लाया गया। जहां उसे डॉक्टरों ने भर्ती कर लिया। अस्पताल में डॉक्टरों को कहा- मेरे साथ गैंगरेप हुआ है
सिविल अस्पताल पहुंचने के बाद महिला ने यहां डॉक्टरों को कहा कि उसके साथ गैंगरेप हुआ है। लेकिन पुलिस न ही उसकी शिकायत ले रही और न ही उसका मेडिकल करवा रही है। इसके बाद डॉक्टरों ने पुलिस से बात की। साथ ही उच्च अधिकारियों को भी इस बारे में बताया। हालांकि पुलिस ने फिर मेडिकल करवाने से मना कर दिया था। लेकिन महिला रोती रही और आपबीती बताती रही। 28 दिसंबर शनिवार को पुलिस को महिला की माननी ही पड़ी और उसके बयान लेकर केस दर्ज किया गया। इसके बाद महिला की अस्पताल से छुट्टी हुई और उसे जेल वापस ले जाया गया।
नारनौल में कार्यक्रम में हवाई फायरिंग:शोर कर रहे युवकों को रोकने पर झगड़ा; दोनों पक्ष के 3 लोग घायल
नारनौल में कार्यक्रम में हवाई फायरिंग:शोर कर रहे युवकों को रोकने पर झगड़ा; दोनों पक्ष के 3 लोग घायल महेंद्रगढ़ के नारनौल में बच्चे के जन्म के कार्यक्रम पर बाहर शोर कर रहे युवकों को रोकने पर झगड़ा हो गया। इसी दौरान एक गुट ने हवाई फायरिंग कर दी। वहीं बीच बचाव के दौरान तीन व्यक्ति घायल हुए हैं। हालांकि किसी ने पुलिस को शिकायत नहीं दी है। मोहल्ला मिश्रवाडा में मोहनलाल शर्मा के घर बेटा होने की खुशी में कार्यक्रम था। मोहनलाल के भाई घनश्याम शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम में जाने के लिए रात को करीब साढे 8 बजे वह तथा उसका बेटा घर से बाहर निकल कर भाई के घर में जा रहे थे। इस दौरान उनके घर के बाहर कुछ युवा खड़े होकर शोर कर रहे थे तथा नशीला पदार्थ बेच रहे थे। इस पर उन्होंने कहा कि आज उनके यहां कार्यक्रम है। इसलिए यहां पर इस प्रकार शोर नहीं करें न ही यहां पर किसी प्रकार का नशीला पदार्थ बेचें। दो हवाई फायरिंग कर किए घनश्याम ने बताया क वहां मौजूद युवक लड़ाई झगड़ा करने लगे। उन युवकों में एक पंकज सोनी नाम का लड़का था। उसने 10-15 युवक उनको पीटने के लिए बुला लिए। लेकिन इस दौरान मोहल्ले के भी कई लोग वहां पर इकट्ठा हो गए थे। जिसके चलते मोहल्ला वासियों ने उन युवकों का विरोध शुरू कर दिया। इसी दौरान युवकों ने दो हवाई फायर कर दिए। जान से मारने की धमकी दी घनश्याम शर्मा ने बताया कि एक लड़के ने उसके ऊपर भी फायर करना चाहा, लेकिन उसने उस लड़के का हाथ पकड़ लिया। जिसके कारण देसी कट्टे से उसके अंगूठे पर चोट लग गई। बाद में मोहल्ला वासी ज्यादा इकट्ठे होने पर वे जान से मारने की धमकी देते हुए वहां से भाग गए। घटना में दूसरे पक्ष के 2 युवक भी घायल हुए हैं। पुलिस को नहीं दी सूचना पुलिस प्रवक्ता सुमित कुमार ने बताया कि अभी तक थाने में किसी भी पक्ष के द्वारा शिकायत नहीं दी गई है। घटना की सूचना मिलने पर शहर थाना प्रभारी सहित काफी पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए थे। रात को भी पुलिस ने वहां पर गश्त किया।
नूंह हिंसा मामले में लिप्त 6 आरोपी गिरफ्तार:एक साल से चल रहे थे फरार; राजस्थान में रिश्तेदारों के घर कर रहे थे निवास
नूंह हिंसा मामले में लिप्त 6 आरोपी गिरफ्तार:एक साल से चल रहे थे फरार; राजस्थान में रिश्तेदारों के घर कर रहे थे निवास नूंह में 31 जुलाई 2023 को हुई हिंसा मामले में पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। जिसके बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। हिंसा में शामिल रहे मुख्य आरोपी सहित 300 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जिसमें से कई आरोपियों को जमानत भी मिल चुकी है। पुलिस ने गिरफ्तार किए 6 आरोपियों की पहचान फिरोजपुर गांव के रहने वाले नोमान, सद्दाम, साबिर अली, मोहम्मद मुस्तफा, अरबाज और मोहम्मद शाकिर के रूप में हुई है। वॉट्सऐप ग्रुप पर भड़काऊ मैसेज करने का आरोप इन 6 आरोपियों के बारे में मुख्य आरोपी साकिर, मोहम्मद खान तथा अन्य से हुई पूछताछ में सामने आए थे। जोकि लम्बे समय से पुलिस पकड़ से बाहर थे। सभी पर वॉट्सऐप ग्रुप पर भड़काऊ मैसेज तथा हिंसा के दौरान की आगजनी की तस्वीर डाल लोगों को उकसाने का आरोप हैं। रिश्तेदारों के घर कर रहे थे निवास घटना की जांच कर रही एसआईटी ने साइबर सेल की मदद से सबूत एकत्र करने के बाद गत वर्ष सितंबर माह में आरोपियों के नाम जोड़ लिए थे। जिसके बाद से आरोपी गांव से फरार होकर राजस्थान के भरतपुर तथा अलवर के गांवों में अपने रिश्तेदारों के यहां रह रहे थे। आरोपियों ने अपने मोबाइल भी बंद कर रखे थे। अब कुछ दिनों से मोबाइल का इस्तेमाल करना आरंभ किया तो साइबर सेल की टीम ने दबोच लिया।