हरियाणा के करनाल के तरावड़ी स्थित एक राइस मिल में दर्दनाक हादसा हो गया। धान से भरे ट्रक के चालक ने बैक करते समय माल उतारने के बाद ट्रॉली बंद कर रहे दो लोगों को कुचल दिया। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कर दी है। मृतक की पहचान बिहार निवासी राजकुमार (40) के रूप में हुई है, जो पिछले काफी समय से करनाल के मदनपुर में अपने बच्चों के साथ रह रहा था। मृतक के बेटे सचिन ने बताया कि उसके पिता ट्रैक्टर ट्रॉली चलाते थे। वह एक राइस मिल से दूसरे राइस मिल में धान लोड करने का काम करते थे। रात साढे 10 बजे हुआ हादसा सचिन ने बताया कि कल शाम को उसके पापा मदनपुर राइस मिल से तरवाड़ी के राइस मिल में धान लोड करके गया था। वहां पर ट्राली से धान उतारने के बाद जब पिता व एक अन्य व्यक्ति जो उसके पिता के साथ काम करता था वो ट्राली का डाला बंद कर रहे थे। इस दौरान एक ट्रक चालक धान से भरे ट्रक को बैक करके राइस मिल में ला रहा था तो उसने उसके पिता व दूसरे व्यक्ति को बीच में ही कुचल दिया। घायलों को पहुंचाया अस्पताल सचिन ने बताया कि देर रात तक जब पापा घर नहीं आए तो उसने अपने पिता के नंबर पर फोन किया। फोन किसी और ने उठाया। जिसके बाद बताया कि यह हादसा हो गया। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल लेकर जाया गया है। लेकिन जब हम अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने उसके पिता को मृत घोषित कर दिया था। जबकि दूसरा व्यक्ति की हालत गंभीर बनी हुई है। जिसका इलाज अभी चल रहा है। चार बच्चों को सिर से उठा पिता का साया सचिन ने बताया कि हम घर में 6 सदस्य थे। जिनका पालन पोषण मेरे पिता ही कर रहे थे। हम दो भाई हैं और दो बहनें हैं। सभी पढ़ाई कर रहे हैं। उनकी मां घर का ही काम करती है। घर की सभी ज़िम्मेवारी उनके पापा के कंधों पर थी। मेरे पिता हम सब भाई बहनों को अच्छा पढ़ा लिखाकर बड़ा आदमी बनाना चाहते थे। लेकिन अब उनकी मौत के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया। पुलिस कर रही मामले की जांच तरवाड़ी थाना के SHO मुकेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवा शव परिजनों के हवाले कर दिया है। एक व्यक्ति का अभी इलाज चल रहा है। वहीं पुलिस ने दोनों वाहनों को कब्जे में लेकर ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। हरियाणा के करनाल के तरावड़ी स्थित एक राइस मिल में दर्दनाक हादसा हो गया। धान से भरे ट्रक के चालक ने बैक करते समय माल उतारने के बाद ट्रॉली बंद कर रहे दो लोगों को कुचल दिया। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कर दी है। मृतक की पहचान बिहार निवासी राजकुमार (40) के रूप में हुई है, जो पिछले काफी समय से करनाल के मदनपुर में अपने बच्चों के साथ रह रहा था। मृतक के बेटे सचिन ने बताया कि उसके पिता ट्रैक्टर ट्रॉली चलाते थे। वह एक राइस मिल से दूसरे राइस मिल में धान लोड करने का काम करते थे। रात साढे 10 बजे हुआ हादसा सचिन ने बताया कि कल शाम को उसके पापा मदनपुर राइस मिल से तरवाड़ी के राइस मिल में धान लोड करके गया था। वहां पर ट्राली से धान उतारने के बाद जब पिता व एक अन्य व्यक्ति जो उसके पिता के साथ काम करता था वो ट्राली का डाला बंद कर रहे थे। इस दौरान एक ट्रक चालक धान से भरे ट्रक को बैक करके राइस मिल में ला रहा था तो उसने उसके पिता व दूसरे व्यक्ति को बीच में ही कुचल दिया। घायलों को पहुंचाया अस्पताल सचिन ने बताया कि देर रात तक जब पापा घर नहीं आए तो उसने अपने पिता के नंबर पर फोन किया। फोन किसी और ने उठाया। जिसके बाद बताया कि यह हादसा हो गया। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल लेकर जाया गया है। लेकिन जब हम अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने उसके पिता को मृत घोषित कर दिया था। जबकि दूसरा व्यक्ति की हालत गंभीर बनी हुई है। जिसका इलाज अभी चल रहा है। चार बच्चों को सिर से उठा पिता का साया सचिन ने बताया कि हम घर में 6 सदस्य थे। जिनका पालन पोषण मेरे पिता ही कर रहे थे। हम दो भाई हैं और दो बहनें हैं। सभी पढ़ाई कर रहे हैं। उनकी मां घर का ही काम करती है। घर की सभी ज़िम्मेवारी उनके पापा के कंधों पर थी। मेरे पिता हम सब भाई बहनों को अच्छा पढ़ा लिखाकर बड़ा आदमी बनाना चाहते थे। लेकिन अब उनकी मौत के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया। पुलिस कर रही मामले की जांच तरवाड़ी थाना के SHO मुकेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवा शव परिजनों के हवाले कर दिया है। एक व्यक्ति का अभी इलाज चल रहा है। वहीं पुलिस ने दोनों वाहनों को कब्जे में लेकर ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा में युवक की गोली मारकर हत्या:बदला लेने आए 10-12 लोगों ने रास्ता रोक ताबड़तोड़ फायरिंग की; खोपड़ी टूटकर भेजा बाहर निकला
हरियाणा में युवक की गोली मारकर हत्या:बदला लेने आए 10-12 लोगों ने रास्ता रोक ताबड़तोड़ फायरिंग की; खोपड़ी टूटकर भेजा बाहर निकला हरियाणा के रोहतक में पुरानी रंजिश के चलते एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। हमलावरों ने युवक पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। गोली युवक के सिर में लगने से उसकी खोपड़ी फट गई और भेजा बाहर निकल गया। वारदात उस समय हुई जब युवक रात को मोटरसाइकिल पर सवार होकर शराब ठेके पर देखरेख के लिए गया हुआ था। इसी दौरान उसके ही गांव के 10-12 लोगों ने उस पर फायरिंग कर दी। युवक को 2 गोलियां लगीं। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। शराब ठेके पर देखरेख करता था युवक
पुलिस के अनुसार, रोहतक के गांव सीसर खास निवासी नवीन ने महम थाने में मर्डर की शिकायत दी है। उसने बताया कि वह शराब ठेके पर देखरेख का काम करता है। ठेका गांव सीसर-बड़ेसरा रोड पर है। रविवार रात को उसका भाई सुनील कुमार ठेके पर देखरेख के लिए बाइक से गया था। नवीन ने बताया कि इसी दौरान गांव सीसर खास के ही करीब 10 लोगों ने उसका रास्ता रोका और गोलियां मारीं। सुनील के सिर समेत अन्य अंग पर गोलियां लगी, जिससे उसकी मौत हो गई। यह हमला पुरानी रंजिश के चलते किया गया है। मामले में आरोपी नामजद, अन्य पर भी केस
वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। वहीं, FSL टीम को भी मौके पर बुलाया गया। टीम ने मौका-ए-वारदात से संबंधित साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद सचिन उर्फ भोलू, बलराम उर्फ मोंटी, सोहन उर्फ सोनू, अजय, अंकित, विजय, कृष्ण, सुनीता, सचिन, केला, पूर्व सरपंच जयभगवान, शमशेर और अन्य सभी निवासी गांव सीसर खास के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पीड़ित पक्ष ने भी की वारदात
महम पुलिस थाने के जांच अधिकारी हरबाज ने बताया कि नवीन की शिकायत पर 14 नामजद सहित अन्य के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस जांच में जुटी है। वहीं, महम थाना प्रभारी सत्यपाल ने बताया कि मृतक को 2 गोलियां लगी थीं। आरोपियों की धरपकड़ के लिए छापे मारे जा रहे हैं, लेकिन अभी कोई हाथ नहीं लगा है। जांच में सामने आया है कि करीब 4 साल पहले गांव सीसर खास निवासी मोहनदास का मर्डर किया था। उस केस में मृतक सुनील सहित 4 आरोपी थे। इन्हें जेल हुई थी। करीब 5-6 महीने पहले ही आरोपी जेल से बाहर आए हैं। 4 साल पहले हुए मर्डर की रंजिश में ही सुनील का मर्डर हुआ है।
झज्जर में मोहम्मदपुर माजरा गांव का बदला नाम:अब से होगा बिरहड माजरा,सरकार ने दिए आदेश
झज्जर में मोहम्मदपुर माजरा गांव का बदला नाम:अब से होगा बिरहड माजरा,सरकार ने दिए आदेश हरियाणा के झज्जर जिले की ग्राम पंचायत मोहम्मदपुर माजरा का नाम बदलकर बिरहड माजरा किया गया है। यह आदेश सरकार द्वारा जारी किए गए है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के गजट नोटिफिकेशन 16 अगस्त 2024 के अनुसार यह के अनुसार सरकार ने यह फ़ेसला लिया है। बीडीपीओ बेरी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बदलाव को लेकर सभी संबंधित विभागों को सूचित कर दिया है। बिरहड़ माजरा गांव के नाम परिवर्तन का यह बदलाव प्रशासनिक प्रक्रिया के तहत सुचारू रूप से लागू किया जाएगा। इसके साथ ही ग्राम पंचायत से जुड़े सभी आधिकारिक दस्तावेजों में नए नाम को मान्यता दी जाएगी।
फरीदाबाद में महिला ने ऑटो में जन्मा बच्चा:खून-प्लेटलेट्स की कमी बता डॉक्टर ने किया था दिल्ली रेफर; नहीं मिली एंबुलेंस, मंगाया ऑटो
फरीदाबाद में महिला ने ऑटो में जन्मा बच्चा:खून-प्लेटलेट्स की कमी बता डॉक्टर ने किया था दिल्ली रेफर; नहीं मिली एंबुलेंस, मंगाया ऑटो हरियाणा के फरीदाबाद के बादशाह खान नागरिक अस्पताल में डॉक्टरों व स्टाफ की फिर एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। अस्पताल में आई एक एक गर्भवती महिला को प्लेटलेट्स कम होने की बात कह कर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया। महिला को एम्बुलेंस भी नहीं मिली। परिजनों ने महिला को दिल्ली ले जाने के लिए ऑटो में बैठाया तो कुछ देर बाद ही ऑटो में ही महिला की डिलीवरी हो गई। महिला की ऑटो में डिलीवरी की खबर से डॉक्टरों व स्टाफ में हड़कंप मच गया। महिला को आनन फानन में जच्चा बच्चा वार्ड में भर्ती कराया गया। महिला व नवजात दोनों ही सुरक्षित हैं। हालांकि अस्पताल के डॉक्टर अब भी नहीं मान रहे कि उन्होंने महिला की हालत देखे बिना दिल्ली रेफर कर गलती की थी। महिला डॉक्टर प्रोनिता अहलावत ने बताया कि महिला में खून और प्लेटलेट्स की काफी कमी थी। इसके चलते उसे दिल्ली रेफर किया गया था। जानकारी अनुसार फरीदाबाद में भरत कॉलोनी में रहने वाले राजकुमार की पत्नी चांदनी (33) को पहले 4 बच्चे हैं। अब उसे पांचवां बच्चा होना था। प्रसव पीड़ा के बाद चांदनी को बीके अस्पताल में प्रसूति के लिए लाया गया। गुरुवार को चांदनी को खून की कमी और प्लेटलेट्स कम होने की बात कह कर ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों ने उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया। एनएचएम के ड्राइवर की हड़ताल के चलते उन्हें एंबुलेंस नहीं मिली। राजकुमार ने बताया कि चांदनी की हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी। एंबुलेंस ने मिलने पर उन्होंने दिल्ली जाने के लिए एक ऑटो रिक्शा बुक किया। उन्होंने चांदनी को ऑटो बैठाया तो उसकी ऑटो में ही डिलीवरी हो गई। चांदनी की डिलीवरी की सूचना मिलने के बाद गायनी वार्ड में तैनात डॉक्टर प्रोनिता अहलावत और स्टाफ के हाथ पांव फूल गए। आनन फानन में स्टाफ को नीचे भेज कर चांदनी और उसके बच्चे को सही सलामत जच्चा बच्चा वार्ड में लाया गया।