हरियाणा में करनाल के जुंडला गांव में खुशियों का माहौल अचानक मातम में बदल गया, जब एक 92 वर्षीय बुजुर्ग की आग में जलने से मौत हो गई। घटना वीरवार को दोपहर बाद की है। मृतक की पहचान ख्यालीराम के रूप में हुई है, जो अपनी सबमर्सीबल वर्कशॉप में सो रहे थे। शॉर्ट सर्किट के कारण पीवीसी शीट में आग लग गई, जिससे कमरे में धुंआ भर गया।धुंए की चपेट में आने से ख्यालीराम बेहोश हो गए और आग में जलकर उनकी मौत हो गई। घटना की सूचना के बाद जुंडला चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर करनाल के मोर्चरी हाउस में रखवा दिया था। आज पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। शादी के घर में मातम दर्दनाक हादसे ने परिवार की खुशियों को गम में बदल दिया। आज ख्यालीराम के पोते की बारात जानी थी। घर में शादी की तैयारियां चल रही थीं, रिश्तेदार जुटे हुए थे, और हर तरफ उत्सव का माहौल था। लेकिन अचानक लगी आग से सबकुछ बिखर गया। मृतक के बेटे रमेश कुमार ने बताया कि मेरे भतीजे की शादी थी। भतीजे के पिता की पहले ही मौत हो चुकी थी, इसलिए उसकी शादी की जिम्मेदारी हमारे ऊपर थी। कल मंडा का कार्यक्रम था और पूरा परिवार जश्न में डूबा था। हम सब भतीजे के घर खाना खाने गए हुए थे। पिता जी अकेले वर्कशॉप में थे। तभी पड़ोसियों ने फोन कर आग लगने की सूचना दी। जब तक हम पहुंचे, वर्कशॉप में आग पूरी तरह से फैल चुकी थी। पिता जी की जलने से मौत हो चुकी थी। उन्होंने बताया कि शादी का माहौल खुशी से भरा हुआ था। कोई डांस कर रहा था, कोई खाना खा रहा था, और कुछ लोग बारात की तैयारियों में जुटे थे। लेकिन अचानक इस हादसे ने सबको गहरे दुख में डाल दिया। अब शादी की खुशियां गम में तब्दील हो गईं। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जांच अधिकारी ने बताया कि यह घटना सबमर्सीबल पंप की वर्कशॉप में शॉर्ट सर्किट के कारण हुई। लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। हरियाणा में करनाल के जुंडला गांव में खुशियों का माहौल अचानक मातम में बदल गया, जब एक 92 वर्षीय बुजुर्ग की आग में जलने से मौत हो गई। घटना वीरवार को दोपहर बाद की है। मृतक की पहचान ख्यालीराम के रूप में हुई है, जो अपनी सबमर्सीबल वर्कशॉप में सो रहे थे। शॉर्ट सर्किट के कारण पीवीसी शीट में आग लग गई, जिससे कमरे में धुंआ भर गया।धुंए की चपेट में आने से ख्यालीराम बेहोश हो गए और आग में जलकर उनकी मौत हो गई। घटना की सूचना के बाद जुंडला चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर करनाल के मोर्चरी हाउस में रखवा दिया था। आज पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। शादी के घर में मातम दर्दनाक हादसे ने परिवार की खुशियों को गम में बदल दिया। आज ख्यालीराम के पोते की बारात जानी थी। घर में शादी की तैयारियां चल रही थीं, रिश्तेदार जुटे हुए थे, और हर तरफ उत्सव का माहौल था। लेकिन अचानक लगी आग से सबकुछ बिखर गया। मृतक के बेटे रमेश कुमार ने बताया कि मेरे भतीजे की शादी थी। भतीजे के पिता की पहले ही मौत हो चुकी थी, इसलिए उसकी शादी की जिम्मेदारी हमारे ऊपर थी। कल मंडा का कार्यक्रम था और पूरा परिवार जश्न में डूबा था। हम सब भतीजे के घर खाना खाने गए हुए थे। पिता जी अकेले वर्कशॉप में थे। तभी पड़ोसियों ने फोन कर आग लगने की सूचना दी। जब तक हम पहुंचे, वर्कशॉप में आग पूरी तरह से फैल चुकी थी। पिता जी की जलने से मौत हो चुकी थी। उन्होंने बताया कि शादी का माहौल खुशी से भरा हुआ था। कोई डांस कर रहा था, कोई खाना खा रहा था, और कुछ लोग बारात की तैयारियों में जुटे थे। लेकिन अचानक इस हादसे ने सबको गहरे दुख में डाल दिया। अब शादी की खुशियां गम में तब्दील हो गईं। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जांच अधिकारी ने बताया कि यह घटना सबमर्सीबल पंप की वर्कशॉप में शॉर्ट सर्किट के कारण हुई। लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में एक रुपया शगुन- एक जोड़ी कपड़ों में विवाह:लड़का आस्ट्रेलिया में करता है जॉब; लड़की भी एमकॉम तक पढ़ी लिखी
करनाल में एक रुपया शगुन- एक जोड़ी कपड़ों में विवाह:लड़का आस्ट्रेलिया में करता है जॉब; लड़की भी एमकॉम तक पढ़ी लिखी हरियाणा के करनाल में दहेज प्रथा जैसी बुराई पर करारा प्रहार करते हुए कैमला गांव में हुई शादी में एक अनोखी मिसाल पेश की गई। मास्टर नरेंद्र सिंह की बेटी सपना उर्फ सिल्की की शादी गांव डाबरथला निवासी सुभाष चंद के बेटे अशोक कुमार के साथ हुई। इस विवाह में शगुन में केवल एक रुपया दिया गया, वहीं दुल्हन को भी एक जोड़ी कपड़े में विदा किया गया। शादी की पूरे क्षेत्र में चर्चा है। 16 जनवरी की शाम को परिणय सूत्र में बंधे सपना और अशोक दोनों ही पोस्ट ग्रेजुएट हैं। सपना ने एम.कॉम किया हुआ है और अपने घर के स्कूल से 12वीं तक पढ़ाई करने के बाद उसी स्कूल में पिछले एक वर्ष से टीचिंग कार्य कर रही थीं। वहीं, अशोक ने एमबीए की शिक्षा ली है और वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में एक कंपनी में कार्यरत हैं। लड़के वालों ने दहेज लेने से किया मना सपना के पिता मास्टर नरेंद्र सिंह ने बताया कि हमारे परिवार में किसी भी चीज की कोई कमी नहीं है, लेकिन लड़के वालों ने रिश्ते की शुरुआत में ही दहेज लेने से मना कर दिया था। उनकी इस सोच ने हमें बहुत प्रभावित किया। हर परिवार को इस तरह का उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए। मास्टर नरेंद्र सिंह का मानना है कि यदि सभी लोग इस सोच को अपनाएं, तो बेटियों के परिवार पर आर्थिक बोझ कम होगा और दहेज प्रथा को समाप्त किया जा सकेगा। दहेज के खिलाफ सामाजिक जागरूकता की जरूरत सपना के चचेरे भाई कुलदीप ने बताया कि माता-पिता अपनी बेटी की शादी में कोई कसर नहीं छोड़ते और अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार दहेज देते हैं। यह प्रथा सदियों से चली आ रही है, लेकिन अब इसे खत्म करने की जरूरत है। सपना के ससुराल वालों ने सिर्फ एक रुपया लिया। हमें गर्व है कि हमें ऐसी सोच रखने वाला परिवार मिला। उन्होंने यह भी कहा कि पढ़ा-लिखा समाज ही ऐसी सकारात्मक सोच को बढ़ावा दे सकता है। यह शादी दहेज प्रथा के खिलाफ एक छोटा लेकिन मजबूत प्रयास है, ताकि अन्य लोग भी इस तरह की पहल करें और बेटियों की शादी के समय अनावश्यक आर्थिक बोझ से बचें। रिश्तेदारों ने भी की सराहना इस शादी में शामिल होने पहुंचे नरेंद्र के रिश्तेदार रंगी राम ने नरेंद्र सिंह और सुभाष चंद के परिवार की सराहना की। उन्होंने कहा कि दहेज जैसी कुप्रथा को खत्म करने के लिए हर परिवार को इस प्रकार की सोच अपनानी चाहिए। मैंने भी अपनी तीन बेटियों की शादी में कोई दहेज नहीं दिया। मेरे दो दामाद बेल्जियम में हैं, और उन्होंने भी एक पैसे की मांग नहीं की। दहेज एक सामाजिक बुराई है और इसे केवल जागरूकता के माध्यम से ही समाप्त किया जा सकता है। समाज को नई दिशा रिश्तेदारों ने कहा कि यह शादी न केवल दहेज प्रथा के खिलाफ एक मजबूत कदम है, बल्कि समाज के लिए एक प्रेरणा भी है। दोनों परिवारों ने यह साबित किया है कि सच्चा रिश्ता सिर्फ आपसी सम्मान और समझदारी पर आधारित होता है, न कि आर्थिक लेन-देन पर। ऐसी शादियों से समाज में एक सकारात्मक बदलाव की लहर पैदा होगी और दहेज जैसी कुप्रथा के खात्मे की ओर हम एक बड़ा कदम बढ़ा सकते हैं।
बरवाला में कांग्रेस प्रत्याशी घोड़ेला का विरोध:किसान नेताओं ने बैठक बोले- CLU मामले के आरोपी को टिकट दिया, 20 को पंचायत बुलाई
बरवाला में कांग्रेस प्रत्याशी घोड़ेला का विरोध:किसान नेताओं ने बैठक बोले- CLU मामले के आरोपी को टिकट दिया, 20 को पंचायत बुलाई हरियाणा के हिसार जिले की बरवाला विधानसभा में कांग्रेस नेता रामनिवास घोड़ेला की उम्मीदवारी का विरोध हो रहा है। किसान नेताओं ने इसको लेकर 20 सितंबर को पंचायत बुलाई है। बरवाला के किसानों और मजदूर वर्ग के मुख्य लोगों की एक मीटिंग भी जाट धर्मशाला में हुई। इसमें किसान नेता जोगेन्द्र माईयड़ ने बताया कि एक तरफ तो कांग्रेस हरियाणा में जगह-जगह पर कहती है कि हमें तो लोकसभा की 5 सीटें किसान, सरदारी व मजदूरों के मिले अपार समर्थन से मिली है। राहुल गांधी ने ये भी कहा था कि किसी भ्रष्ट व्यक्ति को टिकट ना दी जाए। किसानों ने एआईसीसी दफ्तर दिल्ली में पिछले दिनों टिकट वितरण को लेकर भारी विरोध किया था। मगर कांग्रेस ने बरवाला में सीएलयू कांड के आरोपी को टिकट दे दी। किसानों ने कहा कि हमने मीटिंग करके सर्व सम्मति से एक 31 सदस्यीय कमेटी बनाई है और उनकी ड्यूटी लगाई है। ये कमेटियां स्वयं गांव-गांव जाएंगी और 20 सितंबर को होने वाली मीटिंग के लिए निमंत्रण देंगी। घोड़ेला का साथ नहीं दे रहे कांग्रेसी
बता दें कि सीएलयू कांड के आरोप में राम निवास घोड़ेला पर आरोप हैं। उम्मीदवार का विरोध टिकट मिलने से पहले हो रहा था। ऐसे में कांग्रेस के स्थानीय नेता भी घोड़ेला का साथ नहीं दे रहे हैं। कांग्रेस नेता राजेंद्र सूरा, कृष्ण सातरोड़ और भूपेंद्र गंगवा कांग्रेस प्रत्याशी से दूरी बनाए हुए हैं। ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशी के लिए चुनाव में आगे और मुश्किलें बढ़ने वाली है। राम निवास घोड़ेला पर दर्ज हुआ था केस
2009 से 2014 के बीच तत्कालीन कांग्रेस सरकार में मुख्य संसदीय सचिव रहे विनोद भ्याना, रामकिशन फौजी, विधायक जरनैल सिंह, स्वास्थ्य मंत्री राव नरेंद्र सिंह, विधायक नरेश सेलवाल ने सीएलयू करवाने के लिए, वक्फ बोर्ड की जमीन रिलीज करवाने के लिए और विधायक रामनिवास घोड़ेला ने सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत ईंट भट्टों पर बच्चों को पढ़ाने का काम एनजीओ को दिलवाने के लिए घूस की मांग की थी। इस मामले के बारे में एक स्टिंग आपरेशन किया गया था। उस स्टिंग ऑपरेशन के आधार पर इनेलो ने 2014 में इन सबके खिलाफ भ्रष्ट आचरण की शिकायत लोकायुक्त से की थी। तत्कालीन लोकायुक्त ने 16 दिसंबर, 2015 को उपरोक्त सभी को भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत एसआईटी गठित करके जांच के आदेश दिए थे। उन्होंने कहा कि 27 जुलाई, 2015 को तत्कालीन एडीजीपी एवं एसआईटी के इंचार्ज वी कामराजा ने इन सबको भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत दोषी माना और इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की सिफारिश की थी। जिसके आधार पर इन सबके खिलाफ मुकदमे स्टेट विजिलेंस ब्यूरो द्वारा दर्ज किए गए थे। विनोद भ्याना का पीए जेल में भी रहा और उसके खिलाफ हिसार में मुकदमा चल रहा है। कुम्हार समाज ने भी घोड़ेला का साथ छोड़ा, गंगवा ने समर्थन दिया
रामनिवास घोड़ेला के विरोध के चलते बरवाला विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रणबीर गंगवा को हलके के कुम्हार समाज के लोगों ने अपना समर्थन देने की घोषणा की है। इसको लेकर बरवाला की कुम्हार धर्मशाला के प्रधान डॉ देशराज, सचिव जगरूप व अन्य पदाधिकारियों की उपस्तिथि में कुम्हार समाज के प्रतिनिधियों ने यह घोषणा की। कुम्हार समाज के लोगों ने कहा कि घोड़ेला सीएलयू कांड का आरोपी है जबकि रणबीर गंगवा सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर रहे मगर उन पर एक दाग तक नहीं है। प्रतिनिधियों ने कहा कि वे समाज के बागी व दागी उम्मीदवार का साथ नहीं देंगे। ऐसा नेता समाज का भला नहीं कर सकता जो पहली बार विधायक बनने पर अपने समाज को भूल सीएलयू गैंग में शामिल हो गया था।
सोनीपत में कन्या महाविद्यालय में साढ़े 32 लाख का गबन:PMKVY प्रोजेक्ट में 300 लड़कियों का फर्जी एडमिशन; संस्था सेक्रेटरी-प्रिंसिपल समेत 4 पर FIR
सोनीपत में कन्या महाविद्यालय में साढ़े 32 लाख का गबन:PMKVY प्रोजेक्ट में 300 लड़कियों का फर्जी एडमिशन; संस्था सेक्रेटरी-प्रिंसिपल समेत 4 पर FIR हरियाणा के सोनीपत के खरखौदा में स्थित कन्या महाविद्यालय (कॉलेज) में सरकार द्वारा दिए जा रही सहायता राशि (अनुदान) में 32 लाख रुपए के गबन का मामला सामने आया है। आरोप लगे हैं कि मेनेजमेंट व PMKVY प्रोजेक्ट से जुड़े कोर्स में अयोग्य लड?के लड़कियों को एडमिशन दिलाया गया। प्रोजेक्ट में मिली राशि को अपने व्यक्तिगत खाते में स्थानांतरित किया गया है। पुलिस ने मैनेजमेंट व एसबी फर्म रोहतक से जुड़े 4 व्यक्तियों के खिलाफ धोखाधड़ी में केस दर्ज किया है। कॉलेज को मिला था PMKVY प्रोजेक्ट सीएम फ्लाइंग के SI राज सिंह ने खरखौदा थाना में दी शिकायत में कहा कि कन्या महाविद्यालय में जांच के दौरान पाया गया कि PMKVY केन्द्र सरकार का प्रोजेक्ट है। इस स्कीम में एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा (ट्रेनिंग सेंटर कन्या महाविद्यालय खरखौदा) में वर्ष 2017 में 5 कोर्स चले। इनको लेकर ट्रेनिग पार्टनर को 30 प्रतिशत पेमेंट मान्य उम्मीदवार का प्रशिक्षण बैच प्रारंभ होने पर, 50 प्रतिशत प्रशिक्षुओं के सफल प्रमाणीकरण और शेष 20 प्रतिशत राशि प्लेसमेंट के आधार पर दी जानी थी। महाविद्यालय में इन 5 कोर्सों में ट्रेनिंग कन्या महाविद्यालय खरखौदा में सिलाई मशीन ऑपरेटर कोर्स में 236 सीटें, हैंड एम्ब्रॉयडर में 235 सीटें, स्पोर्ट्स मसाजर में 239 सीटें, डोमेस्टिक डाटा एंट्री ऑपरेटर कोर्स में 117 सीटें और मल्टी कर्सिन कुक कोर्स में 111 सीटें दी गई थी। SB फर्म को मिले 68.56 लाख रुपए उन्होंने बताया कि इस स्कीम में वे बेरोजगार यूथ जो स्कूल कालेज ड्रोप कर चुके हैं भाग लेने के योग्य थे। वर्ष 2016-17 में PMKVY ये प्रोजेक्ट एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड 6-ए प्रथम तल गोपाल कॉम्प्लेक्स रोहतक को दिया गया। इस फर्म में अंकित गर्ग व वसुन्धरा डायरेक्टर थे। फर्म का खाता कर्नाटका बैंक सिविल लाईन रोहतक में है। इसमें PMKVY प्रोजेक्ट के द्वारा 68 लाख 56 हजार 821 रुपए वर्ष 2017 में जारी किए गए। 300 लड़कियों का कोर्स में दाखिला अवैध फर्म डायरेक्टर अकिंत गर्ग ने एजुकेशन सोसाईटी खरखौदा को PMKVY स्कीम के लिए ट्रेनिंग सेंटर के लिए चुना। जो NSDC की ट्रेनिंग सेंटर आईडी TPHR161310 के अनुसार मान्य ट्रेनिंग सैन्टर है। इसमें कन्या महाविद्यालय खरखौदा ट्रेनिंग सेंटर पर विभिन्न 6 कोसों में कुल 938 लड़कियों को ट्रेनिंग दी। इसमें करीब 300 से ज्यादा लड़किया कन्या महाविद्यालय खरखौदा में पढ़ रही थी। जबकि पॉलिसी के नियमानुसार ये कालेज में पड़ने वाली लड़कियां वैध केंडिडेट नहीं थी। क्योकि स्कूल/कालेज में पढ़ने वालों के लिए यह स्कीम नहीं थी। इसलिए फर्म ने वैध केंडिडेट तलाशने में शॉर्टकट् रास्ता अपना कर बिना वैध केंडिडेट के ही 300 से ज्यादा बच्चों को ट्रेनिंग दिलवाकर उनका पैसा गलत तरीके से प्राप्त किया। यह कार्य केन्द्र सरकार की तरफ से NSDC, SSC’s अलग-2 एजेंसियो की देखरेख में आनलाईन व आफलाईन किया गया है। फार्म आनलाईन भरे गए। किन्तु इन अवैध कैंडिडेट के फार्म को वेरीफाई करके रिजक्ट नही किया गया। संस्था के विवादित खातों में डाले गए रुपए सब इंस्पेक्टर राज सिंह के अनुसार जांच के दौरान पाया गया कि HDFC बैंक खरखौदा में जनरल सेक्रेटरी एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा के नाम से एक अकाउंट तत्कालीन महासचिव धर्मपाल रोहिल्ला के नाम पर खुलवाया हुआ है। यह एक प्राइवेट संस्था है। धर्मपाल रोहिल्ला ने यह खाता वर्ष 2016 में इस स्कीम के पैसों के लिए अलग से खुलवाया हुआ है। जबकि एजुकेशन सोसाईटी का पहले से ही बैंक में खाता है। बोले- सरकार का नहीं, ये रुपए संसाधनों के बदले लिए रोहतक की एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी ने 32 लाख 41 हजार 337 रुपए एजुकेशन सोसाईटी के विवादित खाते में डाले हुए हैं। एजुकेशन सोसाईटी खरखौदा का कहना है कि उन्होंने PMKVY स्कीम का सरकार से कोई पैसा नही लिया। एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी फर्म ने उनसे सुविधा ली थी। उन्होंने इस फर्म को महाविद्यालय में ट्रेनिंग के लिए जगह दी थी। जिसके लिए किचन व रेस्टोरेंट के लिए नवीनीकरण करना पड़ा। कोर्स के लिए टीचिंग स्टाफ उपलब्ध व सभी जरूरत की वस्तुए मंगवाई। स्टेशनरी, मशीन आदि अनेक सुविधाओं में खर्च हुआ। जिसकी एवज में एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी फर्म ने उनको 32 लाख 41 हजार 337 रुपए दिए। फर्म ने इस ट्रेनिग सेंटर में स्वयं कुछ भी खर्च नहीं किया। यह खाता प्राइवेट निजी खाता है। प्रिंसिपल को 6 लाख दिए, 4 लाख लौटाए जांच रिपोर्ट के अनुसार एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा के विवादित खाता में से 25 लाख 65 हजार रुपए पूर्व प्राचार्या सुरेश बूरा के संदर्भ में जारी किए गए। इस खाता से निकासी का अधिकार तत्कालीन जनरल सेक्रेटरी एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा को ही था। पूर्व प्राचार्या सुरेश बूरा के निजी खाते में 6 लाख रुपए लिपिकीय त्रुटी से डाले जाने बताए गए। बैंक से प्राप्त डिटेल अनुसार चेक नंबर 189841 से 2 लाख रुपए व चेक नंबर 189842 से 2 लाख रुपए HDFC बैंक के उपरोक्त खाता में वापस आने पाए गए। सुरेश बूरा द्वारा 6 लाख रुपए में से 4 लाख रुपए चेक के द्वारा वापस किए गए। इसके अतिरिक्त विवादित खाता से 8,80,000 रुपए कन्या महाविद्यालय के खाता में, एक लाख रुपए एजुकेशन सोसाइटी के खाता में, 1,48,000 रुपए SB फर्म को दिए गए हैं। जो एफिलेशन फीस के दिए जाने बताए गए। कई बिलों पर डेट नहीं, कुछ करो बताया मिसप्लेस खाते का हिसाब पूरा करने के लिए करीब 12 लाख 53 हजार रुपए के बिल दिये गए हैं। इनमें कई बिलों पर डेट ही दर्ज नही है। करीब 6,20,000 रुपए का प्रबंधन कमेटी का पास कोई रिकार्ड नही है। जांच टीम को इस बारे कहा गया कि कुछ बिल मिसपलेस हो गए। यह मामला 6/7 साल पुराना है। कुछ पैसा बिना बिल भी खर्च किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार जिन 938 लड़कियों को ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग दी गई। उनकी हाज़री से संबधित रिकार्ड कि इतनी लड़की कोर्स में आई, ट्रेनिंग ली या केवल एग्जाम दिलवाए गए। इस बात की पुष्टि के लिए एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी सर्विसेज फर्म के डायरेक्टर अंकित गर्ग, प्रबंधन कमेटी एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा द्वारा कोई भी रिकार्ड उपलब्ध नहीं कराया गया है। जांच रिपोर्ट में 32 लाख का गबन बताया जांच उपरान्त पाया गया कि एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी सर्विसेज रोहतक, जिसके डायरेक्टर अकिंत गर्ग है, को वर्ष 2016-17 में PMKVY स्कीम का प्रोजेक्ट प्राप्त हुआ। यह स्कीम पूर्ण रूप से केन्द्र सरकार की स्कीम है। अंकित गर्ग के माध्यम से एजुकेशन सोसाईटी खरखौदा कन्या महाविद्यालय में PMKVY का ट्रेनिंग सैन्टर बना। इस ट्रेनिंग सेंटर में अलग-अलग 5 कोर्स में 938 लड़कियों को ट्रेनिंग दिलवाई गई। किन्तु इस PMKVY स्कीम में करीब 300 से ज्यादा लडकियां इसमें योग्य नहीं थी। अयोग्य लड़के व लड़कियों को ट्रेनिंग दिलवाकर गलत तरीके से केन्द्र सरकार की PMKVY स्कीम का पैसा प्राप्त किया गया है। कॉलेज में पढ़ने वाले करीब 300 बच्चो को ट्रेनिंग दिया जाना दर्शाकर आपराधिक षडयंत्र के तहत आपसी मिलीभगत करके सरकार से प्राप्त 32 लाख 41 हजार 337 रुपए की राशि का गबन किया गया है। इन 4 के खिलाफ केस दर्ज जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने खरखौदा थाना में अंकित गर्ग निवासी जनता कालोनी रोहतक, वसुन्धरा किला रोड रोहतक, डा. सुरेश बूरा पूर्व प्राचार्य कन्या महाविद्यालय खरखौदा व धर्मपाल महासचिव एजुकेशन सोसायटी खरखौदा के खिलाफ धारा 316,318,338,336,340,61(i) भारतीय न्याय संहिता के तहत केस दर्ज किया गया है।