हरियाणा में करनाल के ढाकवाला गुजरान गांव में एक युवक पर कुछ युवकों ने लाठी डंडो व तेजाधार हथियारों से जानलेवा हमला बोल दिया। हमलावरों ने प्लास, पेचकस और देसी कट्टे से वार किया। हमले में युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। युवक ने आरोप लगाया कि हमलावरों ने उसका मोबाइल, सोने की चैन, कान की बालिया और 5 हजार रुपए की नकदी लूट ली। घायल अवस्था में युवक को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां पर उसका उपचार हुआ। उपचार के बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस को की। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। आधी रात की है घटना गांव ढाकवाला निवासी रोहित पर रात 12-13 युवकों ने हथियारों से हमला कर दिया। पीड़ित रोहित बताया गया है कि वह रात 11:30 से 12:00 बजे के बीच गांव के पास एक चौराहे पर घुमने निकला था। इसी दौरान तीन मोटरसाइकिलों और एक एक्टिवा पर सवार बदमाशों ने उसे घेर लिया और उससे जबरन मोबाइल फोन, 2 तोले की सोने की चेन, कान की बाली और जेब में रखे 5 हजार रुपए लूट लिए। जब रोहित ने इसका विरोध किया तो उस पर प्लास, पेचकस और देसी कट्टे से हमला किया गया। चेहरे व सिर पर किए गए वार हमलावरों ने रोहित के सिर पर पेचकस के चार वार किए और देसी कट्टे के बट से चेहरे और सिर पर कई बार मारा। हमले के दौरान रोहित ने मदद के लिए शोर मचाया, जिसे सुनकर अनुज और आकाश नामक दो युवक मौके पर पहुंचे और बचाव करने का प्रयास किया। मगर हमलावरों ने उन पर भी हमला कर दिया, जिससे अनुज और आकाश को भी गंभीर चोटें आईं। अनुज के सीने और पीठ पर पेचकस के घाव मिले हैं, जबकि आकाश के चेहरे पर लात-घूंसे से चोटें आईं।हमलावरों के भागने के बाद, अनुज और आकाश ने रोहित को उठाकर तुरंत करनाल के कल्पना चावला राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका सिटी स्कैन, एक्सरे और इलाज किया गया। रोहित के सिर में गहरी चोटें आई हैं और उसके चेहरे पर सूजन पाई गई है। एक आरोपी की पहचान पीड़ित रोहित ने एक आरोपी को पहचान लिया है। जिसका नाम अमित राणा बताया गया है, आरोपी मोहिदिनपुर गांव का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार, ये आरोपी और उनके साथ अन्य लोग चोरी और लूटपाट की गतिविधियों में संलिप्त रहे हैं। इनमें से कुछ बदमाश यमुना से रेत चोरी का भी काम करते हैं और इनके खिलाफ पहले से ही आपराधिक मामले दर्ज हैं। लूट के सबूत नहीं मिले घटना के बाद दोनों पक्षों ने थाने में पंचायती बैठक की। जिसमें आरोपों की जांच की गई। पुलिस द्वारा मामले की जांच के बाद पता चला कि रोहित और उसके साथी के साथ मारपीट की घटना तो हुई थी, लेकिन लूट के आरोपों में कोई ठोस सबूत नहीं मिला। जांच अधिकारी सुलतान सिंह ने बताया कि पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा में करनाल के ढाकवाला गुजरान गांव में एक युवक पर कुछ युवकों ने लाठी डंडो व तेजाधार हथियारों से जानलेवा हमला बोल दिया। हमलावरों ने प्लास, पेचकस और देसी कट्टे से वार किया। हमले में युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। युवक ने आरोप लगाया कि हमलावरों ने उसका मोबाइल, सोने की चैन, कान की बालिया और 5 हजार रुपए की नकदी लूट ली। घायल अवस्था में युवक को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां पर उसका उपचार हुआ। उपचार के बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस को की। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। आधी रात की है घटना गांव ढाकवाला निवासी रोहित पर रात 12-13 युवकों ने हथियारों से हमला कर दिया। पीड़ित रोहित बताया गया है कि वह रात 11:30 से 12:00 बजे के बीच गांव के पास एक चौराहे पर घुमने निकला था। इसी दौरान तीन मोटरसाइकिलों और एक एक्टिवा पर सवार बदमाशों ने उसे घेर लिया और उससे जबरन मोबाइल फोन, 2 तोले की सोने की चेन, कान की बाली और जेब में रखे 5 हजार रुपए लूट लिए। जब रोहित ने इसका विरोध किया तो उस पर प्लास, पेचकस और देसी कट्टे से हमला किया गया। चेहरे व सिर पर किए गए वार हमलावरों ने रोहित के सिर पर पेचकस के चार वार किए और देसी कट्टे के बट से चेहरे और सिर पर कई बार मारा। हमले के दौरान रोहित ने मदद के लिए शोर मचाया, जिसे सुनकर अनुज और आकाश नामक दो युवक मौके पर पहुंचे और बचाव करने का प्रयास किया। मगर हमलावरों ने उन पर भी हमला कर दिया, जिससे अनुज और आकाश को भी गंभीर चोटें आईं। अनुज के सीने और पीठ पर पेचकस के घाव मिले हैं, जबकि आकाश के चेहरे पर लात-घूंसे से चोटें आईं।हमलावरों के भागने के बाद, अनुज और आकाश ने रोहित को उठाकर तुरंत करनाल के कल्पना चावला राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका सिटी स्कैन, एक्सरे और इलाज किया गया। रोहित के सिर में गहरी चोटें आई हैं और उसके चेहरे पर सूजन पाई गई है। एक आरोपी की पहचान पीड़ित रोहित ने एक आरोपी को पहचान लिया है। जिसका नाम अमित राणा बताया गया है, आरोपी मोहिदिनपुर गांव का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार, ये आरोपी और उनके साथ अन्य लोग चोरी और लूटपाट की गतिविधियों में संलिप्त रहे हैं। इनमें से कुछ बदमाश यमुना से रेत चोरी का भी काम करते हैं और इनके खिलाफ पहले से ही आपराधिक मामले दर्ज हैं। लूट के सबूत नहीं मिले घटना के बाद दोनों पक्षों ने थाने में पंचायती बैठक की। जिसमें आरोपों की जांच की गई। पुलिस द्वारा मामले की जांच के बाद पता चला कि रोहित और उसके साथी के साथ मारपीट की घटना तो हुई थी, लेकिन लूट के आरोपों में कोई ठोस सबूत नहीं मिला। जांच अधिकारी सुलतान सिंह ने बताया कि पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के रेसलर ने करोड़ों के दावों की हवा निकाली:विनेश फोगाट के पति बोले- झूठ न फैलाएं, हमें कोई पैसा नहीं मिला हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट का दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर उनके गांव बलाली तक स्वागत करने वालों की लिस्ट अब इनाम राशि के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि विनेश को विभिन्न संस्थाओं से करोड़ों रुपए का इनाम मिला है। इनमें कुछ नामी संस्थाओं से जुड़े लोग भी अपनी इनाम राशि को लेकर प्रचार प्रसार करने में लगे हैं। लेकिन, विनेश के पति सोमवीर राठी ने इन दावों की हवा निकाल दी है। उन्होंने कहा है कि उन्हें कोई इनाम नहीं मिला है। यह सस्ती लोकप्रियता पाने का साधन है। 125 किमी का रोड शो निकला
बता दें कि पेरिस ओलिंपिक से खेलकर स्वदेश लौटी विनेश फोगाट का शनिवार को भव्य स्वागत हुआ। दिल्ली एयरपोर्ट से उनके पैतृक गांव बलाली तक करीब 125 किलोमीटर का रोड शो निकाला गया। इसी बीच 100 से ज्यादा जगहों पर उनका स्वागत किया गया। हर जगह कार्यक्रम में विनेश को लोगों ने पुरस्कार स्वरूप नोटों की मालाएं, मेडल, गदा और अन्य उपहार दिए। बलाली पहुंचने पर भी सैकड़ों लोगों ने विनेश को कुछ न कुछ भेंट किया। इसके लिए विनेश सभी लोगों का धन्यवाद कर चुकी हैं। सोशल मीडिया पर लिस्ट वायरल हुई
इसके बाद रविवार को सोशल मीडिया पर एक लिस्ट वायरल हुई, जिसमें विनेश को करोड़ों रुपए की भारी भरकम इनाम राशि दिए जाने का दावा किया गया। X पर कई वेरिफाइड अकाउंट होल्डर भी इसे शेयर कर चुके। शाम होते-होते इस लिस्ट पर किसी तरह का कोई रिएक्शन एवं ऑब्जेक्शन न आने के चलते लोग इसे प्रमाणित समझ रहे थे। इसी बीच विनेश फोगाट के पति सोमवीर राठी ने इस लिस्ट का खंडन कर दिया। यह सोमवीर ने जवाब दिया
सोमवीर राठी ने X पर लिखा, ‘निम्नलिखित संस्थाओं, व्यापारियों, कंपनियों और पार्टियों द्वारा विनेश फोगाट को कोई धनराशि प्राप्त नहीं हुई है। आप सभी हमारे शुभ चिंतक लोग हैं। कृपया झूठी खबरें न फैलाएं। इससे हमारा नुकसान तो होगा ही, सामाजिक मूल्यों का भी नुकसान होगा। यह सस्ती लोकप्रियता पाने का साधन मात्र है।’ गांव वालों ने 100 रुपए से लेकर 21 हजार तक दिया इनाम
विनेश के गांव बलाली पहुंचने पर ग्रामीणों ने एकजुट होकर विनेश के लिए पुरस्कार की रकम जुटाई। छोटे-बड़े सभी ने इसमें बढ़-चढ़ कर अपनी ओर से योगदान दिया, जिसमें गांव के चौकीदार की ओर से 100 से लेकर फौजी भाईचारा समूह के सदस्यों की ओर से 21,000 तक की रकम शामिल था। कथित तौर पर दान देर रात में आया। गांव की सरपंच रीतिका सांगवान विनेश के स्वागत समारोह में शामिल नहीं हो सकीं और उन्होंने अपने पति से उनका स्वागत करने के लिए कहा। विनेश फोगाट मामले में अब तक क्या हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… 1. ओलिंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में मंगलवार को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली ही भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के बाद उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना खिलाया गया, जिससे उनका वजन 52.700 किग्रा तक बढ़ गया। 2. विनेश का वजन 2.7 किलो ज्यादा था भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक, विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 3. वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट मिले, 100 ग्राम ज्यादा था बुधवार सुबह दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। इसके बाद नियमानुसार सिर्फ 15 मिनट मिले, लेकिन इतने कम समय में विनेश का वजन घटाकर 50KG तक नहीं लाया जा सका। लास्ट में जब वेट किया गया तो विनेश का वजन तय सीमा से 100 ग्राम अधिक निकला। ओलिंपिक कमेटी के फैसले के बाद विनेश की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल भर्ती करवाया। 4. डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील भी की विनेश ने संन्यास के ऐलान से पहले बुधवार रात अपने डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील दायर की है। उन्होंने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स से मांग की कि उन्हें संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाए। विनेश ने पहले फाइनल खेलने की मांग भी की थी। फिर उन्होंने अपील बदली और अब संयुक्त रूप से सिल्वर दिए जाने की मांग की। 5. विनेश ने लिया संन्यास, सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट विनेश ने गुरुवार सुबह कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया (X) पर इसका ऐलान किया। विनेश ने 5 लाइनों की पोस्ट में लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।” 6. 14 अगस्त को अपील खारिज हुई 14 अगस्त को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स ने विनेश फोगाट की याचिका खारिज कर दी थी। विनेश फोगाट ने याचिका लगाकर सिल्वर मेडल की मांग की थी।
हरियाणा में स्टिल्ट प्लस 4 मंजिला बिल्डिंग से रोक हटी:सरकार ने नए सेक्टरों पर शर्त लगा छूट दी; पहले बन चुकी ऐसी इमारतों का ऑडिट होगा
हरियाणा में स्टिल्ट प्लस 4 मंजिला बिल्डिंग से रोक हटी:सरकार ने नए सेक्टरों पर शर्त लगा छूट दी; पहले बन चुकी ऐसी इमारतों का ऑडिट होगा हरियाणा सरकार ने स्टिल्ट प्लस चार मंजिल निर्माण को मंजूरी दे दी है। नगर एवं ग्राम नियोजन विकास मंत्री जेपी दलाल ने यह ऐलान करते हुए कहा कि राव कमेटी की रिपोर्ट पर सरकार ने यह फैसला किया है। हालांकि इसके लिए सरकार की ओर से कुछ नियम एवं शर्तों को भी शामिल किया है। जो भी इनको पूरा करेगा, उसको ही स्टिल्ट प्लस चार मंजिला भवन निर्माण बनाने की इजाजत दी जाएगी। जेपी दलाल ने कहा कि सेक्टरों में जो पहले अवैध तरीके से 4 मंजिला भवन बनाए जा चुके हैं, उसको ढहाया नहीं जाएगा। हरियाणा के नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि स्टिल्ट +4 मंजिलों के निर्माण की अनुमति उन कालोनियों, सेक्टरों में आवासीय भूखंडों के लिए दी जाएगी, जिनका ले आउट प्लान प्रति प्लाट चार आवासीय इकाइयों के साथ अप्रूव है। एस +4 मंजिलों के निर्माण की अनुमति पहले से ही लाइसेंस प्राप्त DDJAY कॉलोनी में भी दी जाएगी, यदि प्रति प्लाट चार आवासीय इकाइयों के लिए संशोधित हो। इसके अलावा निर्माण की अनुमति उन कॉलोनियां, सेक्टरों में भी दी जा सकती है, जिनका ले आउट प्लान प्रति प्लॉट 3 आवासीय इकाइयों के साथ मंजूर हैं, लेकिन केवल ऐसे आवासीय भूखंडों के लिए जो 10 मीटर या उससे अधिक चौड़ी सड़क से सुगम्य हैं। ये भवन होंगे अवैध जिन भवनों में 1.8 मीटर का साइड सेट बैक नहीं छोड़ा होगा, उन्हें अवैध माना जाएगा। इसके अलावा भवन के आसपास रहने वाले लोगों की मंजूरी भी लेना जरूरी होगा, यदि वह परमिशन नहीं देंगे तो ऐसे भवनों को भी अवैध माना जाएगा। दलाल ने बताया कि 250 वर्ग मीटर से अधिक माप वाले भूखंडों के लिए PDR की दरें नियम से बढ़ाई जाएंगी। एस +4 विकल्प नहीं चुनने पर ये होगा नियम जहां मालिक एस +4 मंजिल का निर्माण नहीं करने का विकल्प चुनता है और PDR का फायदा पूरा नहीं उठाता है, ऐसे अप्रयुक्त पीडीआर की गणित राशि का रिफंड 8% ब्याज सहित के अनुरोध के लिए आवेदन की तिथि तक पात्रता होगी, जो इस संबंध में आदेश जारी करने की तिथि से 60 दिनों के भीतर किया जाना चाहिए। यदि मामला अनुच्छेद 1 या 3 में नहीं आता है, तो आवंटी 8 % ब्याज के साथ भुगतान की गई पूरी नीलामी राशि की वापसी के लिए पात्र होगा, जो इस संबंध में आदेश जारी करने की तिथि से 60 दिनों के भीतर किया जाना चाहिए। इस नियम को ऐसे समझिए… रिफंड राशि की गणना के लिए एक उदाहरण के रूप में समझिए। गुरुग्राम में स्थित 600 वर्ग मीटर के एक भूखंड के लिए, जिस पर आधार एफएआर 1.2 है और पीडीआर के साथ अधिकतम स्वीकार्य एफएआर 2.4 तक है, लेकिन आवंटी 1.9 का एफएआर प्राप्त करने में सक्षम है, तो शेष अप्रयुक्त एफएआर 0.5, यानी 300 वर्ग मीटर के लिए आवंटी गणना की गई राशि के प्रतिदाय के लिए पात्र होगा। शेष अप्रयुक्त एफएआर ( वर्ग मीटर में ) को प्लाट आकार के लिए पीडीआर ( रुपये प्रति वर्ग मीटर में ) उस क्षेत्र में जिसमें प्लाट स्थित है की लागू निर्धारित दर से गुणा किया जाता है। तदनुसार, यदि प्लाट गुरुग्राम ( हाइपर पोटेंशियल जोन ) में स्थित है, तो वापसी योग्य राशि 24,21,000 रुपए होगी और यदि प्लाट पानीपत (हाई- पोटेशियल(जोन) में स्थित है, तो वापसी योग्य राशि 24,53,500 रुपए होगी। 250 वर्ग मीटर से कम भूखंडों की अनुमति नहीं होगी मामलों में जहां दोनों में से किसी एक या दोनों को स्वामियों के साथ निष्पादित महत समझौते में सहमति दी जाती है, ऐसे में बेसमेंट का निर्माण और सार्वजनिक दीवार पर भार का स्थानांतरण करने की अनुमति है। इसके अलावा, आम दीवार के निर्माण की अनुमति दी जाएगी यदि आवासीय भूखंडों की पूरी पंक्ति को भवन योजनाओं को स्वीकृति और निर्माण के लिए एक बार में लिया जाता है। बेसमेंट मंजिल का निर्माण की अनुमति किसी भी मामले में 10 मीटर चौड़ाई और 250 वर्ग मीटर क्षेत्र से कम के भूखंडों पर अनुमति नहीं दी जाएगी। सुविधाओं का ऑडिट कराएगी सरकार पिछले साल मार्च में रिटायर्ड आईएएस पी राघवेंद्र राव की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया। कमेटी ने रिपोर्ट सौंपी, जिसके बाद सरकार ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया था। लोकसभा चुनाव के बाद अब सरकार ने ये फैसला किया है। जिसके अनुसार जिन इलाकों में यह पार्किंग प्लस चार मंजिला भवनों का निर्माण हो चुका है, वहां सुविधाओं का ऑडिट भी कराएगी। ताकि किसी को कोई परेशानी न आए और वहां सुविधा बढ़ाई जा सके। इसके अलावा जिन सेक्टर्स में विरोध नहीं है, वहां भी निर्माण किया जा सकेगा। सरकार ने ये भी किया ऐलान शहर के सभी सेक्टरों के आधारभूत संरचना में वृद्धि, जहां भी आवश्यक हो, संबंधित एजेंसियों द्वारा एस +4 योजनाओं के अनुमोदन के विरुद्ध एकत्रित 1178.95 करोड़ रुपए ( टीसीपी 689.8 करोड़ रुपए, एचएसवीपी 466.3 करोड़ रुपए, एचएसआईआईडीसी 2.62 करोड़ रुपए यूएलबी 20.23 करोड़ रुपए की आईएसी निधि से तुरंत की जाएगी। ये निधियों तत्काल आधार पर एचएसवीपी को जारी की जाएगी, जो प्राथमिकता और निष्पादन के लिए नोडल कार्यालय होगा, और उसके बाद मासिक आधार पर उपार्जन के आधार पर जारी की जाएगी। शिकायतों के लिए समितियां बनेंगी दलाल ने बताया कि प्रत्येक विभाग एस- 4 मामलों से संबंधित मुद्दों के निपटान और समय-समय पर एस-4 मंजिलों से संबंधित अनुमतियों सहित विभिन्न सूचनाओं को अपलोड करने के लिए एस -4 पोर्टल ‘ स्थापित करेगा। स्टिल्ट प्लस चार मंजिलों के लिए भवन योजनाओं के अनुमोदन की जानकारी को एस -4 पोर्टल’ और संबंधित एजेंसियों की वेबसाइटों पर नियमित रूप से प्रदर्शित करने के लिए एक तंत्र विकसित किया जाएगा। जेपी दलाल ने बताया कि शिकायतों के समाधान के लिए शिकायत निवारण समितियों का गठन किया जाएगा। एस +4 मंजिलों के निर्माण के संबंध में संरचनात्मक क्षति, पार्किंग की समस्या, बुनियादी ढांचे के मुद्दों आदि से संबंधित सभी मामलों के लिए भूखंड मालिकों को सहायता दी जाएगी। सभी शिकायतों का निपटारा एस -4 पोर्टल पर किया जाएगा। इसलिए बढ़ी स्टिल्ट प्लस 4 की डिमांड कई मामलों में स्टिल्ट प्लस 4 मंजिलों का निर्माण सीमित जगह वाले क्षेत्रों में या जहां जमीन की कीमत अधिक है, वहां किया जाता है। स्टिल्ट फ्लोर का उपयोग कर, डेवलपर्स आवासीय या व्यवसायिक उपयोग के लिए मूल्यवान फ्लोर स्पेस का त्याग किए बिना पार्किंग या भंडारण के लिए अतिरिक्त स्थान बना सकते हैं। इसलिए हरियाणा के शहरी क्षेत्रों में इसकी डिमांड बढ़ी है। ये होता है नुकसान यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि स्टिल्ट प्लस 4 मंजिलों के निर्माण से आसपास के बुनियादी ढांचे पर असर पड़ सकता है। इससे यातायात में वृद्धि, पार्किंग और जल निकासी संबंधी समस्याएं आ सकती हैं।