हरियाणा के करनाल में लिव इन रिलेशनशिप के बाद शादी करने वाली एक विवाहिता ने अपने पति व उसके परिवार पर जहर देकर जान से मारने के प्रयास का गंभीर आरोप लगाया है। युवती ने अपनी शादी की तस्वीरे इंस्टाग्राम पर अपलोड की थी, जिसके बाद उसका पति भड़क गया। बात इतनी ज्यादा बिगड़ी की पति ने दूसरी शादी की प्लानिंग तक कर ली। पुलिस ने महिला की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। तीन साल की दोस्ती के बाद की लव मैरिज युवती द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत के मुताबिक, करीब तीन साल पहले युवती की दोस्ती एक युवक से हुई थी। करीब तीन महीने पहले दोनों ने लव मैरिज की और शादी के बाद पानीपत में किराए पर रहने लगे। सब ठीक चल रहा था, लेकिन कुछ समय बाद पति के व्यवहार में बदलाव आने लगा। शादी के बाद महिला ने अपनी शादी की तस्वीरें इंस्टाग्राम पर डालीं। इस पर पति ने गाली-गलौज करते हुए झगड़ा शुरू कर दिया। युवती ने बताया कि इसके बाद छोटी-छोटी बातों पर झगड़े बढ़ने लगे और उसका पति उसके साथ मारपीट तक करने लगा। आरोपी पति ने उसे उसकी बहन के पास छोड़ दिया। उसने पहले भी थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी, लेकिन बाद में राजीनामा हो गया। दूसरी शादी के खिलाफ बोलने पर मारपीट महिला को 20 नवंबर को पता चला कि उसका पति दूसरी शादी करने जा रहा है। वह तुरंत उसके घर पहुंची और दूसरी शादी की सच्चाई जाननी चाही। इस पर विवाद और भी बढ़ गया। आरोप है कि पति, उसकी मां, पिता, चाचा और मौसी ने मिलकर उसके साथ मारपीट की। झगड़े के दौरान उसे जबरन जहर मिलाकर पिलाया गया और जान से मारने की धमकी दी गई। उसने अपनी बहन को फोन पर सूचना दी, जिसने उसे कल्पना चावला अस्पताल में भर्ती कराया। अब दोबारा से दर्ज कराए बयान महिला ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई, जिसमें उसने बताया कि पहले दिए गए बयान नशे की हालत में थे। अब उसने स्पष्ट रूप से पति और परिवार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। सिटी थाना में जांच अधिकारी विजय कुमार ने बताया कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर आरोपी पति व परिवार वालों पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा के करनाल में लिव इन रिलेशनशिप के बाद शादी करने वाली एक विवाहिता ने अपने पति व उसके परिवार पर जहर देकर जान से मारने के प्रयास का गंभीर आरोप लगाया है। युवती ने अपनी शादी की तस्वीरे इंस्टाग्राम पर अपलोड की थी, जिसके बाद उसका पति भड़क गया। बात इतनी ज्यादा बिगड़ी की पति ने दूसरी शादी की प्लानिंग तक कर ली। पुलिस ने महिला की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। तीन साल की दोस्ती के बाद की लव मैरिज युवती द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत के मुताबिक, करीब तीन साल पहले युवती की दोस्ती एक युवक से हुई थी। करीब तीन महीने पहले दोनों ने लव मैरिज की और शादी के बाद पानीपत में किराए पर रहने लगे। सब ठीक चल रहा था, लेकिन कुछ समय बाद पति के व्यवहार में बदलाव आने लगा। शादी के बाद महिला ने अपनी शादी की तस्वीरें इंस्टाग्राम पर डालीं। इस पर पति ने गाली-गलौज करते हुए झगड़ा शुरू कर दिया। युवती ने बताया कि इसके बाद छोटी-छोटी बातों पर झगड़े बढ़ने लगे और उसका पति उसके साथ मारपीट तक करने लगा। आरोपी पति ने उसे उसकी बहन के पास छोड़ दिया। उसने पहले भी थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी, लेकिन बाद में राजीनामा हो गया। दूसरी शादी के खिलाफ बोलने पर मारपीट महिला को 20 नवंबर को पता चला कि उसका पति दूसरी शादी करने जा रहा है। वह तुरंत उसके घर पहुंची और दूसरी शादी की सच्चाई जाननी चाही। इस पर विवाद और भी बढ़ गया। आरोप है कि पति, उसकी मां, पिता, चाचा और मौसी ने मिलकर उसके साथ मारपीट की। झगड़े के दौरान उसे जबरन जहर मिलाकर पिलाया गया और जान से मारने की धमकी दी गई। उसने अपनी बहन को फोन पर सूचना दी, जिसने उसे कल्पना चावला अस्पताल में भर्ती कराया। अब दोबारा से दर्ज कराए बयान महिला ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई, जिसमें उसने बताया कि पहले दिए गए बयान नशे की हालत में थे। अब उसने स्पष्ट रूप से पति और परिवार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। सिटी थाना में जांच अधिकारी विजय कुमार ने बताया कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर आरोपी पति व परिवार वालों पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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जींद पहुंचे कुमारी सैलजा और सुरजेवाला:बोली- इंकलाबी जिला है जींद, इस जिले को जो मिलना चाहिए था वो मिल नहीं पाया
जींद पहुंचे कुमारी सैलजा और सुरजेवाला:बोली- इंकलाबी जिला है जींद, इस जिले को जो मिलना चाहिए था वो मिल नहीं पाया कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि जींद जिला इंकलाबी जिला है। इस जिले को जो मिलना चाहिए था वो मिल नहीं पाया। जींद जिला भेदभाव का शिकार हुआ है। अब 10 सालों में बीजेपी की सरकार में जो वीरान माटी जींद की हुई है, वैसे पहले कभी नहीं हुई। कुमारी सैलजा रविवार को जींद की पुरानी अनाज मंडी में बदलाव रैली को संबोधित कर रही थी। कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा को दस साल का लेखा जोखा देना होगा। अब वक्त आ गया है बीजेपी से 10 साल का हिसाब मांगने का। एमएसपी के लिए क्या कानून बनाया है- सैलजा सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि रणदीप सुरजेवाला जब राज्यसभा में हरियाणा की आवाज उठाते है, तो बीजेपी के पास जवाब नहीं होता। उन्होंने कहा कि किसान के साथ भेदभाव हुआ है, इसका जवाब जो बीजेपी को देना होगा। किसानों की कोई सुनवाई नहीं हुई। एमएसपी के वादे कर रही बीजेपी ये बताए तो सही एमएसपी के लिए क्या कानून बनाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दलित, कर्मचारी, पिछड़ा, किसान, महिला, व्यापारी सभी वर्गों के साथ बीजेपी सरकार कैसा बर्ताव करती आई है, ये हम सब ने देखा है। इसीलिए सभी वर्गों में बीजेपी के प्रति रोष है और इसका बदला जनता आगामी एक अक्टूबर को वोट की चोट से लेगी। भाजपा सरकार ने विकास में किया भेदभाव- सुरजेवाला इससे पूर्व राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि राहुल गांधी और खड़गे कुछ ही दिनों में जींद से ही हरियाणा में सत्ता के परिवर्तन की जंग को शुरू करेंगे। बीजेपी सरकार में जींद के साथ विकास में भेदभाव हुआ है। विकास के नाम पर कोई काम नहीं हुआ। अपराध इतना बढ़ गया है कि लोग भय के माहौल में जी रहे हैं। सरकारी नौकरियों के पेपर बिक रहे हैं। इसलिए युवाओं को अपना भविष्य उज्जवल नजर नहीं आ रहा और वे विदेशों में जा रहे हैं।
हरियाणा में पार्टी छोड़ने वालों की BJP में एंट्री मुश्किल:गुपचुप चक्कर काट लॉबिंग कर रहे; CM सैनी ने केंद्रीय नेतृत्व से परमिशन को कहा
हरियाणा में पार्टी छोड़ने वालों की BJP में एंट्री मुश्किल:गुपचुप चक्कर काट लॉबिंग कर रहे; CM सैनी ने केंद्रीय नेतृत्व से परमिशन को कहा हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का माहौल देख पार्टी छोड़ने वालों की BJP में एंट्री मुश्किल हो गई है। प्रदेश में फिर सरकार बनने के बाद ऐसे नेता 5 साल तक विपक्ष के बजाय फिर से सत्ता पक्ष में आना चाहते हैं। हालांकि CM नायब सैनी ने इन नेताओं की एंट्री पर फुल स्टॉप लगा दिया है। उन्होंने प्रदेश के संगठन को दो टूक कह दिया है कि ऐसे नेताओं की पार्टी में वापसी का फैसला केंद्रीय नेतृत्व करेगा। जिससे BJP में वापसी का जुगाड़ लगा रहे या लॉबिंग में जुटे नेताओं को झटका लगा है। माना जा रहा है कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बीच पार्टी को धोखा देने वालों से केंद्रीय नेतृत्व खासा नाराज है। यही वजह है कि अब इन पर फैसला केंद्रीय नेतृत्व ने अपने हाथ में लिया है। ऐसे में उनकी एंट्री मुश्किल ही मानी जा रही है। कौन से नेता वापसी की कोशिश में
BJP से जुड़े सूत्रों के मुताबिक पार्टी में वापसी की कोशिश में टिकट न मिलने पर नाराज होने से लेकर बागी चुनाव लड़ने और पूर्व सांसद-पूर्व मंत्री भी शामिल हैं। जो प्रदेश के नेताओं के जरिए केंद्रीय नेतृत्व में अपनी पैरवी चाहते थे। संगठन को मजबूत दिखाने के लिए प्रदेश के कुछ नेता एक्टिव भी हो चुके थे। हालांकि जैसे ही CM नायब सैनी को इसकी भनक लगी तो उन्होंने साफ कह दिया कि पार्टी में आने के इच्छुक पहले केंद्रीय नेतृत्व से परमिशन लेकर आएं। प्रदेश में चुनाव के बीच पार्टी छोड़ने वाले 3 बड़े चेहरे पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह: पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह पूर्व मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे हैं। वह लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस में शामिल हो गए। उन्हें भाजपा के हिसार से टिकट कटने का डर था। हालांकि कांग्रेस ने उनकी हिसार-सोनीपत की दावेदारी खारिज कर लोकसभा टिकट ही नहीं दी। विधानसभा चुनाव में उन्हें जींद की उचाना सीट से उतारा लेकिन वह भाजपा उम्मीदवार देवेंद्र अत्री से चुनाव हार गए। रणजीत चौटाला: पूर्व डिप्टी PM देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी से बगावत की। जब बीजेपी ने उन्हें रानियां से टिकट देने से इनकार कर दिया तो वह नाराज होकर बागी तेवर दिखाने लगे। हालांकि वह 5 साल BJP सरकार में ही बिजली मंत्री रहे। लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने कुलदीप बिश्नोई की दावेदारी को दरकिनार कर हिसार से लोकसभा चुनाव लड़वाया था लेकिन वह हार गए। विधानसभा चुनाव में बगावत करने के बाद उन्होंने JJP के समर्थन के साथ रानियां से चुनाव लड़ा, लेकिन वह हार गए। अशोक तंवर: तंवर के भाजपा छोड़ने की सबसे दिलचस्प कहानी है। वह भाजपा उम्मीदवार के लिए रैली कर रहे थे। उसी दिन राहुल गांधी की महेंद्रगढ़ में रैली थी। चुनाव प्रचार के आखिरी दौर के बीच वह अचानक मंच पर पहुंचे और राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस जॉइन कर ली। हालांकि उनकी जॉइनिंग से भूपेंद्र हुड्डा खासे खुश नजर नहीं आ रहे थे। तंवर पहले भी कांग्रेस में थे लेकिन 2019 में टिकट बंटवारे को लेकर हुड्डा से अनबन के बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी। इसके बाद वह ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और AAP में भी गए लेकिन बाद में भाजपा में आ गए। भाजपा ने लोकसभा चुनाव में सिरसा से सिटिंग सांसद सुनीता दुग्गल की टिकट काटकर तंवर को दी लेकिन वह हार गए। मगर, वोटिंग से 2 दिन पहले वह कांग्रेस में वापस लौट आए। 2 बागी जो चुनाव जीते लेकिन उनकी वापसी में कानूनी पेंच… भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ने वालीं देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल और गन्नौर से होटेलियर देवेंद्र कादियान जीत गए। वह भाजपा को समर्थन दे चुके हैं लेकिन पार्टी में शामिल होने पर उनका कानूनी पेंच है। हरियाणा के राजनीतिक विश्लेषक और कानूनी मामलों के जानकार हेमंत कुमार कहते हैं … निर्दलीयों की बीजेपी में जॉइनिंग पर उनकी सदस्यता जा सकती है। हालांकि वह सरकार या किसी राजनीतिक दल को बाहर से समर्थन दे सकते हैं। सरकार में वह मंत्री या अन्य लाभ के पद पर भी रह सकते हैं, लेकिन पार्टी में शामिल होने पर स्पीकर उनकी सदस्यता खारिज कर सकता है। बागी होकर चुनाव जीते निर्दलीय विधायकों के बारे में जानें… BJP सांसद की मां सावित्री जिंदल
विधानसभा चुनाव में हरियाणा की हिसार विधानसभा सीट इस बार सुर्खियों में रही। इसकी वजह थी, यहां से देश की सबसे अमीर महिला और कुरुक्षेत्र से बीजेपी सांसद नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल निर्दलीय चुनाव लड़ी थीं। सावित्री जिंदल बीजेपी से टिकट मांग रही थीं, लेकिन बीजेपी ने पूर्व मंत्री डॉ. कमल गुप्ता को दोबारा उम्मीदवार बना दिया था। हालांकि बीजेपी उम्मीदवार यहां से चुनाव हार गए। इसके बाद अब सावित्री जिंदल बीजेपी को समर्थन दे रही हैं। सूत्रों का कहना है कि उनकी वापसी में कोई रोड़ा नहीं है, वह पहले भी भाजपा में ही थीं। सबसे अहम बात यह है कि बागी चुनाव लड़ने के बाद भी उन्हें पार्टी ने निष्कासित नहीं किया था। कभी राहुल गांधी के करीबी रहे देवेंद्र कादियान
देवेंद्र कादियान मन्नत ग्रुप होटल्स के चेयरमैन हैं। उन्होंने राजनीति की शरुआत युवा कांग्रेस में की। वे राहुल गांधी के करीबी रहे हैं। युवा कांग्रेस में राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं। 2018 में कांग्रेस छोड़ कर उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली थी। 2019 में मनोहर लाल खट्टर ने रथ यात्रा निकली थी। तब कादियान ने गन्नौर में रथ यात्रा का भव्य स्वागत किया था, इस दौरान भी वे गन्नौर भाजपा में टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन भाजपा ने टिकट निर्मल चौधरी को दे दी। इसके बाद कादियान बागी हो गए। तब मनोहर लाल खट्टर ने उन्हें मनाया था। इस बार भी उनकी टिकट काट दी गई, जिसके बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव जीता। अब कादयान ने बीजेपी को समर्थन दिया है। BJP ने 8 नेताओं को 6 साल के लिए निकाला था
हरियाणा विधानसभा चुनाव में बागी हुए 8 नेताओं पर भाजपा ने कार्रवाई की थी। उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निकाला गया था। इनमें बिजली मंत्री रहे रणजीत चौटाला, गन्नौर विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले देवेंद्र कादियान, लाडवा से संदीप गर्ग, असंध से जिलेराम शर्मा, सफीदों से बच्चन सिंह आर्य, महम से राधा अहलावत, गुरुग्राम से नवीन गोयल और हथीन से केहर सिंह रावत शामिल हैं।
हरियाणा रोडवेज बस टोल प्लाजा डिवाइडर से टकराई:17 यात्री घायल; ब्रेक फेल होने से हादसा, सवारियां गिरीं; सीटों पर बिखरा खून
हरियाणा रोडवेज बस टोल प्लाजा डिवाइडर से टकराई:17 यात्री घायल; ब्रेक फेल होने से हादसा, सवारियां गिरीं; सीटों पर बिखरा खून हरियाणा रोडवेज की बस यमुनानगर में टोल प्लाजा के डिवाइडर से टकरा गई। हादसे में बस में सवार 17 यात्रियों को चोटें आई हैं। हादसे की सूचना के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। घायलों को आनन-फानन में सरकारी अस्पताल में पहुंचाया गया। हादसा गधौला मिल्क टोल प्लाजा पर हुआ है। बस में 40 से 45 यात्री सवार थे। बताया जा रहा है कि हादसा ब्रेक फेल होने के कारण हुआ। फिलहाल पुलिस घायलों के बयान दर्ज कर छानबीन में लगी है। यमुनानगर से अंबाला जा रही थी बस
जानकारी के अनुसार रोडवेज की बस यमुनानगर से अंबाला जा रही थी। इस बीच दोपहर 1 बजे के बाद बस गधौला टोल प्लाजा पर पहुंची। बस कंडक्टर संजीव कुमार और घायल महिला यात्री वैभव ने बताया कि यहां बस तेज गति से डिवाइडर के साथ टकराई है। बस के टकराते ही लोग सीटों से नीचे गिर गए। कई लोग आगे की सीटों से टकरा गए। इससे उन्हें मुंह पर चोट आई है। सीटों पर खून बिखर गया। सभी घायलों को जगाधरी के नागरिक अस्पताल लाया गया है। जहां उनका उपचार चल रहा है। घायलों को अस्पताल में करवाया भर्ती
हादसे की वजह बस का ब्रेक फेल होना बताया जा रहा है। इसमें कंडक्टर को भी हल्की चोटें आई हैं। उसको भी जगाधरी के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं बस एक्सीडेंट की सूचना मिलते ही थाना छप्पर पुलिस मौके पर पहुंची। अचानक से ब्लास्ट होने जैसी आवाज आई
यात्रियों अंजू रानी अकीरा, शमीमा बेगम ने बताया कि वह जगाधरी से बस में सवार होकर अंबाला जा रहे थे। अचानक से ब्लास्ट होने जैसी आवाज सुनाई दी। इससे उनके होश उड़ गए। उनके मुंह और हाथों पर गंभीर चोटें लगी हैं। थाना छप्पर के जांच अधिकारी राजेंद्र कुमार ने घायलों के बयान दर्ज कर लिए हैं। आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। अब देखिए हादसे के बाद के PHOTOS… बस हादसे से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… रेवाड़ी में चलती रोडवेज बस का टायर निकला, 15-20 यात्री सवार थे हरियाणा के रेवाड़ी में चलती रोडवेज बस का टायर निकल गया। गनीमत रही कि बस में सवार 15 से 20 लोगों को कोई चोट नहीं आई। कोसली बस स्टैंड से सुबह 5:50 बजे किमी स्कीम की बस कोसली से आगरा के लिए जाती है। मंगलवार सुबह कोसली से आगरा के लिए जाते समय कोसी कलां के पास बस का कंडक्टर साइड का टायर निकल गया और बेरिंग टूट गई। (पूरी खबर पढ़ें)