करनाल में विदेश भेजने के नाम पर 45 लाख ठगे:युवक को जंगल बंधक बनाकर पीटा, पैसे ऐंठकर गलत तरीके से भेजा बाहर

करनाल में विदेश भेजने के नाम पर 45 लाख ठगे:युवक को जंगल बंधक बनाकर पीटा, पैसे ऐंठकर गलत तरीके से भेजा बाहर

हरियाणा में करनाल के निसिंग के डेरा फतेहगढ़ में एक व्यक्ति को विदेश भेजने का झांसा देकर 45 लाख रुपए ठग लिए। पीड़ित अपने बेटे को अमेरिका भेजना चाहता था। आरोपियों ने पूरी रकम लेने के बावजूद भी उसके बेटे को सही तरीके से अमेरिका भेजने की बजाय साउथ अफ्रीका और फिर गवाना पहुंचा दिया। वहां से एजेंटों के संपर्क में आए लोग उसे ब्राजील और फिर पनामा के जंगलों में ले गए, जहां उसे बंधक बनाकर पीटा गया और पैसों की मांग की गई। पीड़ित ने किसी तरह से अपने बेटे को वापिस इंडिया बुलाया और मामले की शिकायत पुलिस को की। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पहले भरोसा दिलाया, फिर झांसे में फंसा लिया पीड़ित अमीर सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि उसकी जान-पहचान गुरप्रीत सिंह उर्फ गोरा और अमृतपाल सिंह से थी। इन लोगों ने खुद को वैध तरीके से लोगों को अमेरिका भेजने वाला बताया और उसके बेटे तरणदीप सिंह को भी एयर रूट से अमेरिका भेजने का वादा किया। इसके लिए 45 लाख रुपये मांगे गए, जिस पर अमीर सिंह ने हामी भर दी। कैश, बैंक ट्रांसफर और डॉलर में दी गई रकम ​​​​​​​अमीर सिंह के अनुसार ने बताया कि 12 दिसंबर 2024 को आरोपी उसके घर पहुंचे और 17 लाख रुपये कैश लेकर चले गए, जिसकी वीडियो उसके पास मौजूद है। 2 लाख रुपये जलमाना पैलेस के सामने दिए गए, 2.5 लाख रुपये तरसेम चेयरमैन के जरिए दिए गए, 2.75 लाख रुपये गूगल पे से ट्रांसफर किए गए और 9.5 लाख रुपये बैंक खाते में जमा करवाए गए। इसके अलावा 5.29 लाख रुपये के अमेरिकी डॉलर दिए गए, जिन्हें आरोपी एजेंटों ने दिल्ली एयरपोर्ट पर बेटे से ले लिया। बाद में 6 लाख रुपये और दिए गए। साउथ अफ्रीका में उतार दिया, फिर इधर-उधर भटकाया ​​​​​​​इतनी बड़ी रकम देने के बाद परिवार को यकीन था कि तरणदीप सिंह अमेरिका पहुंच जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। एजेंटों ने उसे पहले साउथ अफ्रीका पहुंचा दिया, जहां उसे डेढ़ महीने तक रोका गया। फिर उसे भारत वापस बुलाया गया और बीती 17 जनवरी को दोबारा गवाना भेज दिया गया। वहां कुछ और एजेंटों ने उसे अपने साथ ले जाकर ब्राजील पहुंचाया और पनामा के जंगलों में बंदी बना लिया। पैसे मांगने पर बुरी तरह पीटा, मानसिक और शारीरिक स्थिति बिगड़ी ​​​​​​​पनामा के जंगलों में मौजूद लोगों ने तरणदीप से पैसों की मांग की। जब उसने बताया कि पूरे पैसे पहले ही दे दिए गए हैं, तो उसे बुरी तरह पीटा गया। इस पिटाई से उसकी मानसिक और शारीरिक स्थिति बेहद खराब हो गई। जब परिवार ने एजेंटों से पूछा कि जब सारे पैसे दे दिए गए थे, तो उसके साथ धोखा क्यों किया गया, तो उन्होंने आनन-फानन में उसकी टिकट करवाई और भारत वापस बुला लिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू की जांच ​​​​​​​अमीर सिंह की शिकायत के बाद थाना असंध पुलिस ने जांच की और पाया कि आरोप सही हैं। पुलिस अधीक्षक कार्यालय से रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस ने अब गुरप्रीत सिंह उर्फ गोरा और अमृतपाल सिंह के खिलाफ IPC की धारा 316(2), 318(4) और 24 इमिग्रेशन एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। जांच अधिकारी कर्मबीर सिंह ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा में करनाल के निसिंग के डेरा फतेहगढ़ में एक व्यक्ति को विदेश भेजने का झांसा देकर 45 लाख रुपए ठग लिए। पीड़ित अपने बेटे को अमेरिका भेजना चाहता था। आरोपियों ने पूरी रकम लेने के बावजूद भी उसके बेटे को सही तरीके से अमेरिका भेजने की बजाय साउथ अफ्रीका और फिर गवाना पहुंचा दिया। वहां से एजेंटों के संपर्क में आए लोग उसे ब्राजील और फिर पनामा के जंगलों में ले गए, जहां उसे बंधक बनाकर पीटा गया और पैसों की मांग की गई। पीड़ित ने किसी तरह से अपने बेटे को वापिस इंडिया बुलाया और मामले की शिकायत पुलिस को की। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पहले भरोसा दिलाया, फिर झांसे में फंसा लिया पीड़ित अमीर सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि उसकी जान-पहचान गुरप्रीत सिंह उर्फ गोरा और अमृतपाल सिंह से थी। इन लोगों ने खुद को वैध तरीके से लोगों को अमेरिका भेजने वाला बताया और उसके बेटे तरणदीप सिंह को भी एयर रूट से अमेरिका भेजने का वादा किया। इसके लिए 45 लाख रुपये मांगे गए, जिस पर अमीर सिंह ने हामी भर दी। कैश, बैंक ट्रांसफर और डॉलर में दी गई रकम ​​​​​​​अमीर सिंह के अनुसार ने बताया कि 12 दिसंबर 2024 को आरोपी उसके घर पहुंचे और 17 लाख रुपये कैश लेकर चले गए, जिसकी वीडियो उसके पास मौजूद है। 2 लाख रुपये जलमाना पैलेस के सामने दिए गए, 2.5 लाख रुपये तरसेम चेयरमैन के जरिए दिए गए, 2.75 लाख रुपये गूगल पे से ट्रांसफर किए गए और 9.5 लाख रुपये बैंक खाते में जमा करवाए गए। इसके अलावा 5.29 लाख रुपये के अमेरिकी डॉलर दिए गए, जिन्हें आरोपी एजेंटों ने दिल्ली एयरपोर्ट पर बेटे से ले लिया। बाद में 6 लाख रुपये और दिए गए। साउथ अफ्रीका में उतार दिया, फिर इधर-उधर भटकाया ​​​​​​​इतनी बड़ी रकम देने के बाद परिवार को यकीन था कि तरणदीप सिंह अमेरिका पहुंच जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। एजेंटों ने उसे पहले साउथ अफ्रीका पहुंचा दिया, जहां उसे डेढ़ महीने तक रोका गया। फिर उसे भारत वापस बुलाया गया और बीती 17 जनवरी को दोबारा गवाना भेज दिया गया। वहां कुछ और एजेंटों ने उसे अपने साथ ले जाकर ब्राजील पहुंचाया और पनामा के जंगलों में बंदी बना लिया। पैसे मांगने पर बुरी तरह पीटा, मानसिक और शारीरिक स्थिति बिगड़ी ​​​​​​​पनामा के जंगलों में मौजूद लोगों ने तरणदीप से पैसों की मांग की। जब उसने बताया कि पूरे पैसे पहले ही दे दिए गए हैं, तो उसे बुरी तरह पीटा गया। इस पिटाई से उसकी मानसिक और शारीरिक स्थिति बेहद खराब हो गई। जब परिवार ने एजेंटों से पूछा कि जब सारे पैसे दे दिए गए थे, तो उसके साथ धोखा क्यों किया गया, तो उन्होंने आनन-फानन में उसकी टिकट करवाई और भारत वापस बुला लिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू की जांच ​​​​​​​अमीर सिंह की शिकायत के बाद थाना असंध पुलिस ने जांच की और पाया कि आरोप सही हैं। पुलिस अधीक्षक कार्यालय से रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस ने अब गुरप्रीत सिंह उर्फ गोरा और अमृतपाल सिंह के खिलाफ IPC की धारा 316(2), 318(4) और 24 इमिग्रेशन एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। जांच अधिकारी कर्मबीर सिंह ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।   हरियाणा | दैनिक भास्कर