शनिवार को करनाल के दहा गांव में 16 वर्षीय लड़की ने संदिग्ध परिस्थितियों में आत्महत्या कर ली। वह 11वीं कक्षा की स्टूडेंट थी और घटना के समय घर पर अकेली थी। उसकी मां रोजाना की तरह मधुबन में अपने काम पर गई हुई थी। तभी लड़की ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जब मां को फोन आया तो वह घर पहुंची, लेकिन तब तक बेटी की मौत हो चुकी थी। फिलहाल पुलिस इसे आत्महत्या मानकर जांच कर रही है, लेकिन परिजन इस पर विश्वास नहीं कर रहे हैं। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मां ने बताया- पड़ोसियों ने फोन किया, तो घबराकर घर पहुंची थी मृतका की मां ने बताया कि वह मधुबन में पिछले 8-9 साल से काम कर रही है। रोज की तरह शनिवार को भी वह सुबह ड्यूटी पर गई थी। कुछ समय बाद पड़ोसियों ने फोन किया, तो उन्हें चिंता हुई कि कहीं बच्चों की आपस में लड़ाई न हो गई हो। जब घर पहुंचीं, तो बेटी फंदे से लटकी हुई मिली। मां का कहना है कि उसकी बेटी कभी ऐसा कदम नहीं उठा सकती थी। परिवार और पार्षद ने उठाए सवाल, कहा- लड़की का व्यवहार सामान्य था मौके पर पहुंचे पार्षद अंकित तितोरिया ने कहा कि अभी इसे सुसाइड कहना जल्दबाजी होगी। एफएसएल की टीम ने मौके का निरीक्षण किया है। परिवार को भी विश्वास नहीं है कि वह लड़की ऐसा कर सकती थी। छात्रा का नेचर बहुत अच्छा था और वह पढ़ाई में भी ठीक थी। मां किराए के मकान में रहकर बेटी के साथ अकेले जीवन यापन कर रही थी। एफएसएल टीम ने जुटाए साक्ष्य, पुलिस ने शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और एफएसएल की टीम मौके पर पहुंच गई। टीम ने घर का बारीकी से निरीक्षण कर सबूत जुटाए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज भेजा, जहां पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि यह आत्महत्या है या इसके पीछे कोई और वजह है। पुलिस का कहना है कि एफएसएल रिपोर्ट और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का खुलासा हो सकेगा। शनिवार को करनाल के दहा गांव में 16 वर्षीय लड़की ने संदिग्ध परिस्थितियों में आत्महत्या कर ली। वह 11वीं कक्षा की स्टूडेंट थी और घटना के समय घर पर अकेली थी। उसकी मां रोजाना की तरह मधुबन में अपने काम पर गई हुई थी। तभी लड़की ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जब मां को फोन आया तो वह घर पहुंची, लेकिन तब तक बेटी की मौत हो चुकी थी। फिलहाल पुलिस इसे आत्महत्या मानकर जांच कर रही है, लेकिन परिजन इस पर विश्वास नहीं कर रहे हैं। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मां ने बताया- पड़ोसियों ने फोन किया, तो घबराकर घर पहुंची थी मृतका की मां ने बताया कि वह मधुबन में पिछले 8-9 साल से काम कर रही है। रोज की तरह शनिवार को भी वह सुबह ड्यूटी पर गई थी। कुछ समय बाद पड़ोसियों ने फोन किया, तो उन्हें चिंता हुई कि कहीं बच्चों की आपस में लड़ाई न हो गई हो। जब घर पहुंचीं, तो बेटी फंदे से लटकी हुई मिली। मां का कहना है कि उसकी बेटी कभी ऐसा कदम नहीं उठा सकती थी। परिवार और पार्षद ने उठाए सवाल, कहा- लड़की का व्यवहार सामान्य था मौके पर पहुंचे पार्षद अंकित तितोरिया ने कहा कि अभी इसे सुसाइड कहना जल्दबाजी होगी। एफएसएल की टीम ने मौके का निरीक्षण किया है। परिवार को भी विश्वास नहीं है कि वह लड़की ऐसा कर सकती थी। छात्रा का नेचर बहुत अच्छा था और वह पढ़ाई में भी ठीक थी। मां किराए के मकान में रहकर बेटी के साथ अकेले जीवन यापन कर रही थी। एफएसएल टीम ने जुटाए साक्ष्य, पुलिस ने शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और एफएसएल की टीम मौके पर पहुंच गई। टीम ने घर का बारीकी से निरीक्षण कर सबूत जुटाए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज भेजा, जहां पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि यह आत्महत्या है या इसके पीछे कोई और वजह है। पुलिस का कहना है कि एफएसएल रिपोर्ट और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का खुलासा हो सकेगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
