<p style=”text-align: justify;”><strong>Delh Fraud Case:</strong> इंस्टाग्राम पर आए एक मैसेज से शुरू हुई बातचीत आखिरकार एक बड़ा साइबर फ्रॉड निकला. दिल्ली में साइबर पुलिस ने एक ऐसे ही गिरोह का पर्दाफाश किया है. जो लोगों को बड़ी कमाई का सपना दिखाकर फर्जी ट्रेंडिंग ऐप में फंसाता था. इस प्रोजेक्ट से ठगी करने वाले के मास्टरमाइंड जितेंद्र शर्मा को महाराष्ट्र से दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सोशल मीडिया पर बिछाया जाल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली के निवासी विनय सिंगल को सोशल मीडिया पर फर्जी ‘आदित्य बिरला ग्रुप इन्वेस्टमेंट ग्रुप’ नाम की प्रोफाइल से संपर्क किया गया. व्हाट्सऐप और कॉल पर मीठी-मीठी बातों के साथ उन्हें ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा गया जो असली ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म जैसा दिखता था. बाद में उन्हें नकली टड्रिंग ऐप डाउनलोड करवाया गया और भारी रिटर्न का वादा कर लाखों रुपये अलग-अलग बैंक के खातों में ट्रांसफर करवा लिए गए. उसने बताया कि पहले मैंने 50 पचास हजार लगाए थे जो दो दिन में वह 65 हजार दिखने लगा. तब लगा कि सही जगह पैसा लगाया है. हालांकि विनय ने बताया कि जैसे ही उन्होंने बड़ी रकम ट्रांसफर की जो 14 लाख रुपए की थी. तभी सब कुछ गायब हो गया. ऐप बंद हो गया. कॉल उठने बंद हो गए और प्रोफाइल भी डिलीट हो गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>छल की पीछे की अहम सच्चाई</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस की जब साइबर सेल ने इस मामले में अपनी जांच शुरू की तो हैरान कर देने वाली सच्चाई सामने आए. इस मामले में नकली ऐप इतनी सफाई से बनाया गया था कि आम आदमी तो क्या, इंजीनियर भी धोखा खा सकता था. लेनदेन की पूरी चैन को ट्रेस करते हुए पुलिस महाराष्ट्र के छोटे पहुंची जहां पर इस हाईटेक चाल का सूत्रधार और मास्टरमाइंड छिपा बैठा था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जमानत पर था और कर रहा था ठगी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि जितेंद्र पहले भी एक साल में कोर्ट केस में अरेस्ट हो चुका था और जमानत पर बाहर था इस बार उसने OZOS सर्विसेज नामक फर्जी कंपनी के नाम पर बैंक खाते खुलवाए और उसमें धोखाधड़ी का पैसा ट्रांसफर कर रहा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बड़ी साजिश के अहम संकेत</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अब तक आरोपी के बैंक खातों से जुड़े कुछ 46 शिकायत NCRP पोर्टल पर दर्ज पाई गई है. वहीं दिल्ली पुलिस को शक है कि जितेंद्र एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा है जिसमें कई और लोग भी शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/jyoti-malhotra-pakistan-spy-case-aimim-leader-shoaib-jamai-reaction-dushman-sirf-border-ke-us-paar-nahi-hota-2947292″>ज्योति मल्होत्रा पर भड़के AIMIM नेता शोएब जमई, गुस्से वाली इमोजी के साथ लिखा, ‘दुश्मन सिर्फ बॉर्डर…'</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delh Fraud Case:</strong> इंस्टाग्राम पर आए एक मैसेज से शुरू हुई बातचीत आखिरकार एक बड़ा साइबर फ्रॉड निकला. दिल्ली में साइबर पुलिस ने एक ऐसे ही गिरोह का पर्दाफाश किया है. जो लोगों को बड़ी कमाई का सपना दिखाकर फर्जी ट्रेंडिंग ऐप में फंसाता था. इस प्रोजेक्ट से ठगी करने वाले के मास्टरमाइंड जितेंद्र शर्मा को महाराष्ट्र से दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सोशल मीडिया पर बिछाया जाल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली के निवासी विनय सिंगल को सोशल मीडिया पर फर्जी ‘आदित्य बिरला ग्रुप इन्वेस्टमेंट ग्रुप’ नाम की प्रोफाइल से संपर्क किया गया. व्हाट्सऐप और कॉल पर मीठी-मीठी बातों के साथ उन्हें ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा गया जो असली ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म जैसा दिखता था. बाद में उन्हें नकली टड्रिंग ऐप डाउनलोड करवाया गया और भारी रिटर्न का वादा कर लाखों रुपये अलग-अलग बैंक के खातों में ट्रांसफर करवा लिए गए. उसने बताया कि पहले मैंने 50 पचास हजार लगाए थे जो दो दिन में वह 65 हजार दिखने लगा. तब लगा कि सही जगह पैसा लगाया है. हालांकि विनय ने बताया कि जैसे ही उन्होंने बड़ी रकम ट्रांसफर की जो 14 लाख रुपए की थी. तभी सब कुछ गायब हो गया. ऐप बंद हो गया. कॉल उठने बंद हो गए और प्रोफाइल भी डिलीट हो गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>छल की पीछे की अहम सच्चाई</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस की जब साइबर सेल ने इस मामले में अपनी जांच शुरू की तो हैरान कर देने वाली सच्चाई सामने आए. इस मामले में नकली ऐप इतनी सफाई से बनाया गया था कि आम आदमी तो क्या, इंजीनियर भी धोखा खा सकता था. लेनदेन की पूरी चैन को ट्रेस करते हुए पुलिस महाराष्ट्र के छोटे पहुंची जहां पर इस हाईटेक चाल का सूत्रधार और मास्टरमाइंड छिपा बैठा था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जमानत पर था और कर रहा था ठगी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि जितेंद्र पहले भी एक साल में कोर्ट केस में अरेस्ट हो चुका था और जमानत पर बाहर था इस बार उसने OZOS सर्विसेज नामक फर्जी कंपनी के नाम पर बैंक खाते खुलवाए और उसमें धोखाधड़ी का पैसा ट्रांसफर कर रहा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बड़ी साजिश के अहम संकेत</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अब तक आरोपी के बैंक खातों से जुड़े कुछ 46 शिकायत NCRP पोर्टल पर दर्ज पाई गई है. वहीं दिल्ली पुलिस को शक है कि जितेंद्र एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा है जिसमें कई और लोग भी शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/jyoti-malhotra-pakistan-spy-case-aimim-leader-shoaib-jamai-reaction-dushman-sirf-border-ke-us-paar-nahi-hota-2947292″>ज्योति मल्होत्रा पर भड़के AIMIM नेता शोएब जमई, गुस्से वाली इमोजी के साथ लिखा, ‘दुश्मन सिर्फ बॉर्डर…'</a></strong></p> दिल्ली NCR ‘ना सीएम बनना है ना MP-MLA, सिर्फ….’, बोले प्रशांत किशोर- ये बदलाव का निर्णायक समय
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