पंजाब के लुधियाना में हलका पश्चमी में सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। आम आदमी पार्टी ने राज्य सभा सदस्य संजीव अरोड़ा को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। अब कांग्रेस से पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु ने टिकट का दावा ठोक दिया है। आशु ने आज सोशल मीडिया पर लोगों के साथ मीटिंग करते समय की फोटो शेयर की। साथ ही उन्होंने लिखा- लुधियाना पश्चिमी की आवाज, इस बार आशु बदलेगा रिवाज। इस पोस्ट के बाद यहां सियासत फिर से गरमा गई है। फिलहाल अभी कांग्रेस हाईकमान ने अपना कोई उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। कांग्रेस के कई नेताओं की नजर विधानसभा उपचुनाव के लिए टिकट पर है। सीएम साध चुके आशु पर निशाना लुधियाना पहुंचे मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा ने आशु पर निशाना साधते हुए कहा था कि सरकार द्वारा जो केस आशु पर दायर किया है वह अभी चल रहा है उन्हें उस केस में कही से कलिन चिट नहीं मिली। मुख्यमंत्री मान के इस बयान के बाद आशु ने भी मान के इस बयान पर निशाना साधा। आशु की मान और केजरीवाल को चुनौती
भारत भूषण आशु ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को चुनौती दी है कि वे लुधियाना के लोगों से वोट मांगने आने से पहले अपनी उपलब्धियां गिनाएं। आशु ने कहा कि आप के दोनों नेताओं से कहा-“लुधियाना पश्चिम में आपका स्वागत है, इस क्षेत्र का मैं दो बार प्रतिनिधित्व कर चुका हूं। आप फिर से वादे, वादे और वादे करते नजर आ रहे हैं। आम आदमी पार्टी यही करती आ रही है, लेकिन कोई वादा पूरा नहीं कर रही है। आशु ने उनसे कहा कि पंजाब और खासकर लुधियाना के लोग पिछले वादों के बारे में जवाब मांग रहे हैं, न कि किसी नए वादे के बारे में। उन्होंने उन्हें पंजाब की हर महिला से किए गए 1000 रुपए के वादे की याद दिलाई, जो राज्य में आप सरकार के तीन साल बाद भी उन्हें नहीं मिला है। कई अन्य मुद्दों पर भी आशु ने केजरीवाल, आप पार्टी और सीएम मान को घेरा है। आशु को सीट मिलती है तो उनकी डगर नहीं आसान यहां वर्णनीय है कि आशु को कांग्रेस हल्का पश्चमी से चुनाव लड़वाती है तो आशु की डगर आसान नहीं रहने वाली। कांग्रेस में कई मौको पर गुटबाजी स्पष्ट रूप से देखी गई है। इसका कारण यह है कि लोक सभा चुनाव में आशु लुधियाना सीट से सबसे मजबूत दावेदार थे लेकिन हाईकमान ने अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को चुनाव मैदान में उतारा। चुनाव के नतीजों में पूर्व मंत्री आशु के इलाके हल्का पश्चिमी में कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा था। वहां से भाजपा काफी मार्जिन के साथ आगे रही है। जिसके बाद आशु की तरफ से अपने प्रधान की जीत के बाद पूरी तरह से चुप्पी साध ली गई है। राजा वड़िंग की जीत के बाद हुए जश्न में भी आशु नजर नहीं आए थे। कई प्रेस कान्फ्रेंस भी हुई उसमें भी आशु गैरहाजिर रहे। पंजाब के लुधियाना में हलका पश्चमी में सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। आम आदमी पार्टी ने राज्य सभा सदस्य संजीव अरोड़ा को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। अब कांग्रेस से पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु ने टिकट का दावा ठोक दिया है। आशु ने आज सोशल मीडिया पर लोगों के साथ मीटिंग करते समय की फोटो शेयर की। साथ ही उन्होंने लिखा- लुधियाना पश्चिमी की आवाज, इस बार आशु बदलेगा रिवाज। इस पोस्ट के बाद यहां सियासत फिर से गरमा गई है। फिलहाल अभी कांग्रेस हाईकमान ने अपना कोई उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। कांग्रेस के कई नेताओं की नजर विधानसभा उपचुनाव के लिए टिकट पर है। सीएम साध चुके आशु पर निशाना लुधियाना पहुंचे मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा ने आशु पर निशाना साधते हुए कहा था कि सरकार द्वारा जो केस आशु पर दायर किया है वह अभी चल रहा है उन्हें उस केस में कही से कलिन चिट नहीं मिली। मुख्यमंत्री मान के इस बयान के बाद आशु ने भी मान के इस बयान पर निशाना साधा। आशु की मान और केजरीवाल को चुनौती
भारत भूषण आशु ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को चुनौती दी है कि वे लुधियाना के लोगों से वोट मांगने आने से पहले अपनी उपलब्धियां गिनाएं। आशु ने कहा कि आप के दोनों नेताओं से कहा-“लुधियाना पश्चिम में आपका स्वागत है, इस क्षेत्र का मैं दो बार प्रतिनिधित्व कर चुका हूं। आप फिर से वादे, वादे और वादे करते नजर आ रहे हैं। आम आदमी पार्टी यही करती आ रही है, लेकिन कोई वादा पूरा नहीं कर रही है। आशु ने उनसे कहा कि पंजाब और खासकर लुधियाना के लोग पिछले वादों के बारे में जवाब मांग रहे हैं, न कि किसी नए वादे के बारे में। उन्होंने उन्हें पंजाब की हर महिला से किए गए 1000 रुपए के वादे की याद दिलाई, जो राज्य में आप सरकार के तीन साल बाद भी उन्हें नहीं मिला है। कई अन्य मुद्दों पर भी आशु ने केजरीवाल, आप पार्टी और सीएम मान को घेरा है। आशु को सीट मिलती है तो उनकी डगर नहीं आसान यहां वर्णनीय है कि आशु को कांग्रेस हल्का पश्चमी से चुनाव लड़वाती है तो आशु की डगर आसान नहीं रहने वाली। कांग्रेस में कई मौको पर गुटबाजी स्पष्ट रूप से देखी गई है। इसका कारण यह है कि लोक सभा चुनाव में आशु लुधियाना सीट से सबसे मजबूत दावेदार थे लेकिन हाईकमान ने अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को चुनाव मैदान में उतारा। चुनाव के नतीजों में पूर्व मंत्री आशु के इलाके हल्का पश्चिमी में कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा था। वहां से भाजपा काफी मार्जिन के साथ आगे रही है। जिसके बाद आशु की तरफ से अपने प्रधान की जीत के बाद पूरी तरह से चुप्पी साध ली गई है। राजा वड़िंग की जीत के बाद हुए जश्न में भी आशु नजर नहीं आए थे। कई प्रेस कान्फ्रेंस भी हुई उसमें भी आशु गैरहाजिर रहे। पंजाब | दैनिक भास्कर
