हरियाणा में कांग्रेस ने उम्मीदवारों की जो दूसरी लिस्ट जारी की है, उसमें 3 नए चेहरे हैं। इस लिस्ट में 3 टिकट उन नेताओं को मिले हैं, जो पिछली बार हारे थे। 9 सीटों में 4 टिकटें जाट और 2-2 OBC और पंजाबी उम्मीदवारों को मिली हैं। दूसरी लिस्ट में केवल 1 महिला है। 2 दलबदलुओं को टिकट दी है। सबसे उम्रदराज परमवीर सिंह (69) हैं, जिन्हें फतेहाबाद के टोहाना से मैदान में उतारा है। वहीं, सबसे युवा वर्धन यादव (35) को गुरुग्राम की बादशाहपुर सीट से टिकट मिली है। इस बार भिवानी की तोशाम सीट पर भाई-बहन का मुकाबला होगा। यहां से बीजेपी ने किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी को टिकट दी है। वहीं कांग्रेस ने श्रुति चौधरी के चचेरे भाई अनिरुद्ध चौधरी को मैदान में उतारा है। अनिरुद्ध चौधरी रणबीर महेंद्रा के बेटे हैं। रणबीर महेंद्रा हरियाणा के पूर्व सीएम बंसीलाल के बेटे हैं। वह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष रह चुके हैं। उम्मीदवारों की डिटेल प्रोफाइल…. ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा चुनाव, कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में 9 उम्मीदवार घोषित:पार्टी ने अब तक 28 विधायकों समेत 41 कैंडिडेट्स के नामों का ऐलान किया हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने रविवार (8 सितंबर) की देर रात अपने कैंडिडेट्स की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। इस लिस्ट में 9 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया। पार्टी ने तोशाम सीट से पूर्व सीएम बंसीलाल के पोते अनिरुद्ध चौधरी और उचाना कलां सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे व BJP के पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह को टिकट दिया है। (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा में कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट का एनालिसिस:युवा-अनुभवी चेहरों का गुडमिक्स; हाईकमान ने सर छोटूराम और बंसीलाल की विरासत नहीं छोड़ी हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 9 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। इसके जरिए कांग्रेस हाईकमान ने युवा और अनुभवी चेहरों का गुडमिक्स किया है। इनमें 2019 का चुनाव हारने के बावजूद 3 चेहरों अशोक अरोड़ा, कुलदीप शर्मा और परमवीर सिंह पर अनुभव के तौर पर दांव खेला। (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा में कांग्रेस की 2 लिस्ट जारी, 32 नाम:ED केस में फंसे-नूंह हिंसा आरोपी समेत 28 विधायकों को दोबारा टिकट; BJP बोली- क्राइम चैंपियनशिप हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 6 सितंबर की देर रात दो लिस्ट में 32 उम्मीदवारों का ऐलान किया। पहली लिस्ट में 31 उम्मीदवारों का ऐलान किया गया। डेढ़ घंटे बाद दूसरी लिस्ट में एक कैंडिडेट का नाम घोषित किया (पूरी खबर पढ़ें) कांग्रेस की पहली लिस्ट के 32 उम्मीदवारों की डिटेल प्रोफाइल:1 हारे-1 दलबदलू को टिकट, 80 साल के कादियान सबसे बुजुर्ग, विनेश सबसे यंग हरियाणा में कांग्रेस ने 32 नामों की जो पहली लिस्ट जारी की है, उसमें सिर्फ 3 नए चेहरे हैं। इस लिस्ट में पिछला चुनाव हारे हरियाणा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष उदयभान को टिकट मिली है। 32 सीटों में 9-9 टिकटें जाट और SC उम्मीदवारों को मिली हैं। SC के लिए 17 सीटें रिजर्व हैं। पहली लिस्ट में केवल 5 महिलाएं हैं। इस लिस्ट में 1 दलबदलू को टिकट दी है। (पूरी खबर पढ़ें) कांग्रेस के 32 उम्मीदवारों का एनालिसिस:हरियाणा में BJP जैसी बगावत-भगदड़ से बचने की कोशिश; सांसदों को दोटूक मैसेज- हाईकमान सबसे ऊपर कांग्रेस हाईकमान सेफ गेम खेलते हुए हरियाणा चुनाव के लिए जारी 32 उम्मीदवारों की दो लिस्टों में BJP में मची भगदड़-बगावत जैसे हालात से बचने की कोशिश करता नजर आया। कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की 4 मीटिंग हुईं। उसके बाद 3 मीटिंग केंद्रीय चुनाव समिति की हुईं। आखिरी बैठक में राहुल गांधी की जगह खुद सोनिया गांधी पहुंचीं। इसके बावजूद पार्टी बड़ी लिस्ट जारी करने की हिम्मत नहीं दिखा पाई। (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा में कांग्रेस ने उम्मीदवारों की जो दूसरी लिस्ट जारी की है, उसमें 3 नए चेहरे हैं। इस लिस्ट में 3 टिकट उन नेताओं को मिले हैं, जो पिछली बार हारे थे। 9 सीटों में 4 टिकटें जाट और 2-2 OBC और पंजाबी उम्मीदवारों को मिली हैं। दूसरी लिस्ट में केवल 1 महिला है। 2 दलबदलुओं को टिकट दी है। सबसे उम्रदराज परमवीर सिंह (69) हैं, जिन्हें फतेहाबाद के टोहाना से मैदान में उतारा है। वहीं, सबसे युवा वर्धन यादव (35) को गुरुग्राम की बादशाहपुर सीट से टिकट मिली है। इस बार भिवानी की तोशाम सीट पर भाई-बहन का मुकाबला होगा। यहां से बीजेपी ने किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी को टिकट दी है। वहीं कांग्रेस ने श्रुति चौधरी के चचेरे भाई अनिरुद्ध चौधरी को मैदान में उतारा है। अनिरुद्ध चौधरी रणबीर महेंद्रा के बेटे हैं। रणबीर महेंद्रा हरियाणा के पूर्व सीएम बंसीलाल के बेटे हैं। वह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष रह चुके हैं। उम्मीदवारों की डिटेल प्रोफाइल…. ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा चुनाव, कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में 9 उम्मीदवार घोषित:पार्टी ने अब तक 28 विधायकों समेत 41 कैंडिडेट्स के नामों का ऐलान किया हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने रविवार (8 सितंबर) की देर रात अपने कैंडिडेट्स की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। इस लिस्ट में 9 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया। पार्टी ने तोशाम सीट से पूर्व सीएम बंसीलाल के पोते अनिरुद्ध चौधरी और उचाना कलां सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे व BJP के पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह को टिकट दिया है। (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा में कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट का एनालिसिस:युवा-अनुभवी चेहरों का गुडमिक्स; 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करनाल में युवती संदिग्ध हालातों लापता:परिजनों ने युवक पर लगाया भगाने का आरोप, पुलिस ने किया मामला दर्ज हरियाणा में करनाल के कुंजपुरा के एक मोहल्ले से युवती का संदिग्ध हालातों में लापता होने का मामला सामने आया है। युवती पड़ोसी के घर गई थी, लेकिन वापिस नहीं लौटी। परिजनों ने युवती की तलाश की, सुराग नहीं लगा तो शिकायत पुलिस को की। परिजनों का आरोप है कि पड़ोसी ने युवती को एक युवक के साथ भगाया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। 11 बजे गई थी घर से शिकायतकर्ता पिता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि उसके पास चार लड़कियां है। उसकी 20 वर्षीय सबसे बड़ी है जो BA छात्रा है वो कल यानी 15 जुलाई की सुबह 11 बजे घर से हमारे पड़ोसी के घर गई थी, लेकिन वह कई घंटो तक वापिस नहीं लौटी। जब पड़ोसी के घर जाकर देखा तो वह वहां पर नहीं मिली। पड़ोसी से भी पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें युवती के बारे में कोई भी जानकारी नहीं है। आसपास की रिश्तेदारियों में भी पता किया गया, लेकिन कोई भी पता नहीं चला। पीड़िता ने बताया है कि उसकी बेटी का रंग गेहुआ है, गोल चेहरा है, हाइट साढ़े 4 फुट है। पीड़िता का आरोप है कि पड़ोसी की पुत्रवधु ने अपने देवर के साथ युवती को भगाया है। जिसकी तलाश की गई लेकिन कोई भी सुराग नहीं लगा। पीड़िता ने पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। पुलिस जुटी तलाश में कुंजपुरा थाना की जांच अधिकारी शशी बाला ने बताया कि युवती के लापता होने की शिकायत मिली है। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। एक युवक पर शिकायतकर्ता ने शक जताया है। तलाश जारी है।
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जींद में ग्रामीणों ने जड़ा बिजली घर पर ताला:शेड्यूल के हिसाब से सप्लाई न देने पर भड़के; कर्मी बोले-अफसरों के यही आदेश हरियाणा के जींद जिले के सफीदों खंड के गांव सिंघाना में स्थित 33केवीए पावर हाऊस पर 3 गांवों के किसानों ने बिजली समस्या को लेकर तालाबंदी कर दी। सुबह ही गांव सिंघाना, पाजू व छाप्पर के किसान पावरहाऊस पर पहुंचे और वहां बिजली कर्मचारियों को शेड्यूल पहले वाला करने की मांग की। बिजली कर्मचारियों ने कहा कि उच्चाधिकारियों के जैसे आदेश हैं, उसके अनुसार ही बिजली उपलब्ध करवाई जाएगी। उसके बाद ग्रामीणों ने अधिकारियों को फोन मिलाए, लेकिन कोई जवाब ना मिलने पर ग्रामीण भड़क गए। भड़के ग्रामीणों ने पावर हाऊस के कर्मचारियों को बाहर कर वहां पर ताला जड़ दिया। उनके गांवों में बिजली का शेड्यूल पहले सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक का था लेकिन पिछले कुछ दिनों से इस शेड्यूल को बदलकर शाम 4 बजे से रात 12 बजे तक का कर दिया गया है। बिजली विभाग द्वारा जारी किया गया यह शेड्यूल उन्हें रास नहीं आ रहा और खेती प्रभावित हो रही है। फिलहाल धान की रोपाई का कार्य चल रहा है। धान की रोपाई करते वक्त पानी, मजदूरों व ट्रैक्टरों की आवश्यकता होती है। किसानों ने कहा कि दिन में तो ये सारी चीजें उपलब्ध है लेकिन रात में ना मजदूर मिलते हैं और ना ही टैक्ट्रर। ऐसे में वे धान की रोपाई कैसे करें। बिजली समय पर ना मिल पाने के कारण उनकी धान की पनीरी सूखने के कगार पर पहुंच गई है। किसानों ने बताया कि वे दो दिन पहले भी अधिकारियों से मिले थे और उन्होंने शेड्यूल बदलने की हामी भरी थी,लेकिन अभी तक शेड्यूल नहीं बदला गया। मजबूर होकर उन्हें तालाबंदी करनी पड़ी। पावर हाऊस पर तालाबंदी की सूचना पाकर बिजली विभाग के एसडीओ अंकुश गर्ग व सदर थाना से सब इंस्पेक्टर दीपक मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण नहीं माने।
हरियाणा के कृष्णपाल लगातार तीसरी बार मंत्री बने:कॉलेज से सियासत की शुरुआत, मोदी का करीबी होने पर मिला 2014 में टिकट; बेटा भी पॉलिटिक्स में
हरियाणा के कृष्णपाल लगातार तीसरी बार मंत्री बने:कॉलेज से सियासत की शुरुआत, मोदी का करीबी होने पर मिला 2014 में टिकट; बेटा भी पॉलिटिक्स में हरियाणा की फरीदाबाद लोकसभा सीट से भाजपा सांसद कृष्णपाल गुर्जर को मोदी 3.0 सरकार में राज्यमंत्री बनाया गया है। गुर्जर मोदी सरकार के पिछले दोनों कार्यकाल में भी राज्यमंत्री रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार उन पर भरोसा जताकर साफ कर दिया कि गुर्जर उनके भरोसेमंद हैं। फरीदाबाद के सरकारी कॉलेज में छात्र राजनीति से शुरुआत करने वाले कृष्णपाल गुर्जर का केंद्रीय मंत्री की कुर्सी तक पहुंचने का सफर काफी संघर्ष भरा रहा। किसान परिवार में जन्मे 67 साल के गुर्जर की पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक नहीं रही। गुर्जर ने अपने पॉलिटिकल करियर की शुरुआत लोकदल से की थी। वर्ष 1994 में उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली और फरीदाबाद में पार्षद का चुनाव जीता। मोदी-खट्टर की जोड़ी के साथ मिलकर कर चुके काम
वर्ष 1994 में पार्टी जॉइन करने के महज 2 साल बाद, BJP ने गुर्जर को 1996 के विधानसभा चुनाव में मेवला महाराजपुर सीट से टिकट दे दिया। यही वो समय था जब तेजतर्रार कृष्णपाल गुर्जर को भाजपा के हरियाणा मामलों के प्रभारी नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर काम करने का मौका मिला। उस समय नरेंद्र मोदी और मनोहर लाल खट्टर की जोड़ी हरियाणा में पार्टी संगठन का कामकाज देख रही थी। भाजपा ने 1996 में हरियाणा विधानसभा का चुनाव पूर्व सीएम बंसीलाल की हरियाणा विकास पार्टी (हविपा) के साथ मिलकर लड़ा था। पहले ही चुनाव में जीत दर्ज करने वाले कृष्णपाल गुर्जर चुनाव रिजल्ट आने के बाद बंसीलाल की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार में परिवहन मंत्री बनाए गए। प्रदेशाध्यक्ष बनकर पार्टी का ग्राफ बढ़ाया
गुर्जर के 3 बार विधायक बनने के बाद पार्टी ने उन्हें संगठन की जिम्मेदारी देते हुए वर्ष 2010 में हरियाणा इकाई का प्रदेशाध्यक्ष बना दिया। उस समय हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार थी और BJP ओमप्रकाश चौटाला की इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की छाया से निकलकर अपना अलग वजूद बनाने की कोशिश कर रही थी। संगठन से जुड़ा होने के कारण गुर्जर ने प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए तेजी से पार्टी का ग्राफ बढ़ाने का काम किया। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले BJP ने नरेंद्र मोदी को अपना प्रधानमंत्री चेहरा घोषित कर दिया। इसके बाद टिकट बंटवारे में कृष्णपाल गुर्जर को फरीदाबाद लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया। गुर्जर ने अपने इस पहले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के अवतार भड़ाना को हरा दिया। इसके बाद मोदी ने अपनी सरकार में गुर्जर को सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्यमंत्री बनाया। 2019 के लोकसभा चुनाव में गुर्जर दूसरी बार फरीदाबाद सीट से जीते। उस समय विनिंग मार्जिन के लिहाज से देशभर में वह तीसरे स्थान पर रहे। गुर्जर 6 लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर दूसरी बार संसद पहुंचे तो मोदी ने फिर से उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल करते हुए उद्योग राज्यमंत्री बना दिया। किसान परिवार से आकर बनाई राजनीति में पहचान
कृष्णपाल गुर्जर पेशे से एडवोकेट हैं। कृष्णपाल के पिता हंसराज जैलदार का अपने एरिया में अच्छा नाम था लेकिन वह कभी राजनीति में नहीं उतरे। दूसरी ओर कृष्णपाल की शुरू से राजनीति में रुचि रही। पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक नहीं होते हुए भी उन्होंने राजनीति के तौर-तरीके पढ़ाई के दौरान ही सीख लिए। फरीदाबाद के कॉलेज में पढ़ते हुए वह छात्र संगठन के अध्यक्ष चुने गए और वहीं से उनके पॉलिटिकल करियर की शुरुआत हुई। ग्रेजुएशन के बाद गुर्जर कानून की डिग्री लेने मेरठ चले गए। वहां से लौटकर अपनी राजनीतिक पारी दोबारा शुरू की। उनकी पत्नी का नाम निर्मला देवी है और वह सियासत से दूर रहती हैं। गुर्जर के बेटे देवेंद्र चौधरी राजनीति में एक्टिव हैं और इस समय फरीदाबाद नगर निगम में सीनियर डिप्टी मेयर हैं। गुर्जर नेता के तौर पर बनाई पहचान
कृष्णपाल की गिनती गुर्जर बिरादरी के बड़े नेताओं में होती है। उन्होंने अपने पहले विधानसभा चुनाव में मेवला महाराजपुर सीट से जिस चौधरी महेंद्र प्रताप और फरीदाबाद लोकसभा सीट से अवतार भड़ाना को हराया, वह दोनों भी गुर्जर समाज के बड़े नेताओं में आते हैं। राजनीति में एक बाद एक मिली जीत ने कृष्णपाल गुर्जर का कद गुर्जर बिरादी के नेताओं में बढ़ा दिया। BJP के अंदर भी उनकी गिनती गुर्जर समाज के प्रमुख नेताओं के रूप में होती है। संगठन में मजबूत पकड़ और तेज-तर्रार नेता की छवि के चलते वह BJP शीर्ष नेतृत्व की पसंद बन गए।