कांग्रेस से गठबंधन की चर्चा के बीच AAP का चैलेंज:सांसद बोले- हमें कमजोर न समझें, दूसरे MP बोले- उम्मीद पर दुनिया कायम

कांग्रेस से गठबंधन की चर्चा के बीच AAP का चैलेंज:सांसद बोले- हमें कमजोर न समझें, दूसरे MP बोले- उम्मीद पर दुनिया कायम

हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस में गठबंधन की चर्चाओं के बीच कांग्रेस 32 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर चुकी है। इसके बाद AAP ने भी कांग्रेस को चैलेंज कर दिया है। AAP के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री और राज्यसभा सांसद डॉ. संदीप पाठक ने कहा, ‘हम पूरी तरह तैयार हैं, बस पार्टी प्रदेश अध्यक्ष का इंतजार कर रहे हैं। आदेश मिलते ही सभी (90 विधानसभा) सीटों पर उम्मीदवार उतार देंगे। हर सीट पर मजबूती से चुनाव लड़ेंगे। जो हमें कमजोर समझेगा, वो भविष्य में पछताएगा।’ वहीं राज्यसभा सांसद राघव चड्‌ढा ने कहा, ‘उम्मीद है कि कांग्रेस और AAP का गठबंधन होगा। उम्मीद पर दुनिया कायम है।’ वहीं कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा, ‘अभी गठबंधन को लेकर कुछ भी तय नहीं हुआ है। कल या परसों तक कुछ हो सकता है।’ इससे पहले, लोकसभा चुनाव में AAP और कांग्रेस ने I.N.D.I.A गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा था। कांग्रेस ने प्रदेश की 10 सीटों में से एक लोकसभा सीट (कुरुक्षेत्र) दी थी, जहां से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ सुशील गुप्ता ने चुनाव लड़ा था, हालांकि वह यह चुनाव हार गए थे। प्रवक्ता बोलीं- बातचीत चल रही वहीं AAP की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि गठबंधन पर अभी बातचीत चल रही है। कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। आम आदमी पार्टी हरियाणा में लगातार काम कर रही है। हम सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हमारा संगठन जमीन पर मजबूत है। हम 1-2 दिन में उम्मीदवारों की घोषणा भी कर देंगे, लेकिन हमें उम्मीद है कि (गठबंधन को लेकर) कोई निष्कर्ष निकलेगा। राहुल का ये है गठबंधन प्लान पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस ने साफ किया था कि वह सहयोगी दलों को सिंगल डिजिट सीट ही दे सकते हैं। गठबंधन फॉर्मूले के तहत कांग्रेस AAP को 5 और सीपीआई, सीपीएम, सपा और NCP को एक-एक सीट देने को राजी है। हालांकि सपा हरियाणा चुनाव से किनारा कर गई है। AAP से गठबंधन को लेकर दीपक बाबरिया कह चुके हैं, ‘हम उनसे बात कर रहे हैं। कोई भी समझौता तभी संभव है जब दोनों पक्ष इस पर राजी हों। हम ऐसे समाधान पर काम कर रहे हैं जिससे दोनों पक्षों को फायदा हो। एक दो दिन में इस पर स्थिति साफ होगी। यदि बात नहीं बनती है तो छोड़ देंगे।’ 4 सदस्यों की कमेटी बनाई इस गठबंधन की पहल लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने की थी। 3 सितंबर को राहुल गांधी ने AAP से बातचीत के लिए 4 सदस्यों की कमेटी बनाई। जिसमें पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल के अलावा पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्‌डा, प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया और प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान को भी रखा गया है। हालांकि, अब इस मामले में अंतिम फैसला राहुल गांधी पर आकर टिक गया है। दिल्ली में अगले साल विधानसभा चुनाव में गठबंधन हरियाणा के जरिए राहुल गांधी अगले साल 2025 में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव को भी साधना चाहते हैं। देश की राजधानी दिल्ली में कांग्रेस ने शीला दीक्षित के मुख्यमंत्री रहते 1998 से लेकर 2013 तक सरकार बनाई। इसके बाद 2013 और 2015 में हुए चुनाव में कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पाई। इस बार कांग्रेस हरियाणा में AAP को साथ लेकर दिल्ली में उनके साथ गठबंधन को लेकर दबाव बना सकती है। हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस में गठबंधन की चर्चाओं के बीच कांग्रेस 32 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर चुकी है। इसके बाद AAP ने भी कांग्रेस को चैलेंज कर दिया है। AAP के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री और राज्यसभा सांसद डॉ. संदीप पाठक ने कहा, ‘हम पूरी तरह तैयार हैं, बस पार्टी प्रदेश अध्यक्ष का इंतजार कर रहे हैं। आदेश मिलते ही सभी (90 विधानसभा) सीटों पर उम्मीदवार उतार देंगे। हर सीट पर मजबूती से चुनाव लड़ेंगे। जो हमें कमजोर समझेगा, वो भविष्य में पछताएगा।’ वहीं राज्यसभा सांसद राघव चड्‌ढा ने कहा, ‘उम्मीद है कि कांग्रेस और AAP का गठबंधन होगा। उम्मीद पर दुनिया कायम है।’ वहीं कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा, ‘अभी गठबंधन को लेकर कुछ भी तय नहीं हुआ है। कल या परसों तक कुछ हो सकता है।’ इससे पहले, लोकसभा चुनाव में AAP और कांग्रेस ने I.N.D.I.A गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा था। कांग्रेस ने प्रदेश की 10 सीटों में से एक लोकसभा सीट (कुरुक्षेत्र) दी थी, जहां से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ सुशील गुप्ता ने चुनाव लड़ा था, हालांकि वह यह चुनाव हार गए थे। प्रवक्ता बोलीं- बातचीत चल रही वहीं AAP की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि गठबंधन पर अभी बातचीत चल रही है। कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। आम आदमी पार्टी हरियाणा में लगातार काम कर रही है। हम सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हमारा संगठन जमीन पर मजबूत है। हम 1-2 दिन में उम्मीदवारों की घोषणा भी कर देंगे, लेकिन हमें उम्मीद है कि (गठबंधन को लेकर) कोई निष्कर्ष निकलेगा। राहुल का ये है गठबंधन प्लान पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस ने साफ किया था कि वह सहयोगी दलों को सिंगल डिजिट सीट ही दे सकते हैं। गठबंधन फॉर्मूले के तहत कांग्रेस AAP को 5 और सीपीआई, सीपीएम, सपा और NCP को एक-एक सीट देने को राजी है। हालांकि सपा हरियाणा चुनाव से किनारा कर गई है। AAP से गठबंधन को लेकर दीपक बाबरिया कह चुके हैं, ‘हम उनसे बात कर रहे हैं। कोई भी समझौता तभी संभव है जब दोनों पक्ष इस पर राजी हों। हम ऐसे समाधान पर काम कर रहे हैं जिससे दोनों पक्षों को फायदा हो। एक दो दिन में इस पर स्थिति साफ होगी। यदि बात नहीं बनती है तो छोड़ देंगे।’ 4 सदस्यों की कमेटी बनाई इस गठबंधन की पहल लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने की थी। 3 सितंबर को राहुल गांधी ने AAP से बातचीत के लिए 4 सदस्यों की कमेटी बनाई। जिसमें पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल के अलावा पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्‌डा, प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया और प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान को भी रखा गया है। हालांकि, अब इस मामले में अंतिम फैसला राहुल गांधी पर आकर टिक गया है। दिल्ली में अगले साल विधानसभा चुनाव में गठबंधन हरियाणा के जरिए राहुल गांधी अगले साल 2025 में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव को भी साधना चाहते हैं। देश की राजधानी दिल्ली में कांग्रेस ने शीला दीक्षित के मुख्यमंत्री रहते 1998 से लेकर 2013 तक सरकार बनाई। इसके बाद 2013 और 2015 में हुए चुनाव में कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पाई। इस बार कांग्रेस हरियाणा में AAP को साथ लेकर दिल्ली में उनके साथ गठबंधन को लेकर दबाव बना सकती है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर