कोलकाता रेप-मर्डर मामले को लेकर यूपी में 8 हजार से ज्यादा रेजीडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं। बुधवार से कानपुर मेडिकल कॉलेज के रेजीडेंट डॉक्टरों ने भी हड़ताल कर दी। हाथों में तख्तियां लेकर प्रदर्शन कर रही हैं। जबकि लखनऊ, प्रयागराज डॉक्टरों के प्रदर्शन का तीसरा दिन है। KGMU में डॉक्टरों ने प्रदर्शन किया। लोहिया अस्पताल में ओपीडी सेवाएं बंद होने से अफरा-तफरी का माहौल रहा। आगरा में ओपीडी सेवाएं बंद होने से जांच रिपोर्ट लेने के लिए मरीज भटकते रहे। इस दौरान कई मरीजों की जूनियर डॉक्टरों से नोकझोंक भी हुई। BHU में डॉक्टरों ने दूसरे दिन नुक्कड़ नाटक के जरिए प्रदर्शन किया। करीब 1200 से अधिक डॉक्टर ने विरोध जताया। बारिश के बीच विरोध मार्च निकाला। डॉक्टरों का कहना है कि जब तक न्याय नहीं मिलता, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा। पूरे प्रदेश में डॉक्टरों के प्रदर्शन के बारे में जानने के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए… कोलकाता रेप-मर्डर मामले को लेकर यूपी में 8 हजार से ज्यादा रेजीडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं। बुधवार से कानपुर मेडिकल कॉलेज के रेजीडेंट डॉक्टरों ने भी हड़ताल कर दी। हाथों में तख्तियां लेकर प्रदर्शन कर रही हैं। जबकि लखनऊ, प्रयागराज डॉक्टरों के प्रदर्शन का तीसरा दिन है। KGMU में डॉक्टरों ने प्रदर्शन किया। लोहिया अस्पताल में ओपीडी सेवाएं बंद होने से अफरा-तफरी का माहौल रहा। आगरा में ओपीडी सेवाएं बंद होने से जांच रिपोर्ट लेने के लिए मरीज भटकते रहे। इस दौरान कई मरीजों की जूनियर डॉक्टरों से नोकझोंक भी हुई। BHU में डॉक्टरों ने दूसरे दिन नुक्कड़ नाटक के जरिए प्रदर्शन किया। करीब 1200 से अधिक डॉक्टर ने विरोध जताया। बारिश के बीच विरोध मार्च निकाला। डॉक्टरों का कहना है कि जब तक न्याय नहीं मिलता, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा। पूरे प्रदेश में डॉक्टरों के प्रदर्शन के बारे में जानने के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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हरियाणा चुनाव में अब चलेगा मनाने का दौर:कांग्रेस के 31, BJP के 34 सीटों पर बागी खड़े हुए; कुछ दूसरी पार्टी, बाकी निर्दलीय उतरे
हरियाणा चुनाव में अब चलेगा मनाने का दौर:कांग्रेस के 31, BJP के 34 सीटों पर बागी खड़े हुए; कुछ दूसरी पार्टी, बाकी निर्दलीय उतरे हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन का दौर खत्म हो गया है। 1700 से ज्यादा उम्मीदवारों ने नामांकन भरा है। भाजपा-कांग्रेस के 136 में से 91 बागियों ने भी निर्दलीय या दूसरे दलों से पर्चे भर दिए। नामांकन के आखिरी दिन गुरुवार को कांग्रेस में 33, भाजपा में 16 सीटों पर बगावत हुई। वहीं, दोनों दलों के वरिष्ठ नेताओं ने इन्हें मनाने व नाम वापसी के लिए रणनीति बनानी शुरू कर दी है। कांग्रेस में टिकट कटने के चलते अब तक कुल 37 सीटों पर 59 नेता बागी हुए हैं। 31 सीटों पर 44 नेताओं ने निर्दलीय या दूसरी पार्टियों से नामांकन किया है। पानीपत शहरी सीट से पूर्व विधायक रोहिता रेवड़ी, पानीपत ग्रामीण से पूर्व पार्षद विजय जैन ने भी इस्तीफा दे आजाद के तौर पर नामांकन किया है। वहीं, भाजपा में कुल 49 सीटों पर 78 बागी हैं। 34 सीटों पर 47 नेता निर्दलीय या दूसरे दलों से उतरे हैं। पूर्व मंत्री व देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल ने हिसार, सीएम के मीडिया सलाहकार रहे राजीव जैन ने सोनीपत से निर्दलीय पर्चा भरा है। हालांकि, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रामबिलास शर्मा महेंद्रगढ़ से नाम वापस लेंगे। कांग्रेस ने भिवानी सीट गठबंधन में सीपीआईएम को दी है। उकलाना से सांसद कुमारी सैलजा की जगह पूर्व विधायक नरेश सेलवाल को उतारा। भाजपा व आप ही 90 सीटों पर लड़ रही है। इनेलो-बसपा-हलोपा का गठबंधन है। इनेलो 51, बसपा 37, हलोपा 1 सीट पर लड़ेगी। जजपा-एएसपी ने 85 प्रत्याशी उतारे हैं। भाजपा से मंत्री और विधायक समेत कई बगावत पर उतरे
हिसार से सावित्री जिंदल, गौतम सरदाना, रानियां से रणजीत सिंह, सोनीपत से राजीव जैन, तोशाम से शशिरंजन परमार, गन्नौर से देवेंद्र कादियान, पृथला से नयनपाल रावत व दीपक डागर, लाडवा से संदीप गर्ग, भिवानी से विनोद चावला व प्रिया असीजा, अटेली से संतोष यादव, रेवाड़ी से प्रशांत सन्नी, सफीदों से बचन सिंह व जसबीर देसवाल, बेरी से अमित अहलावत, महम से शमशेर खरकड़ा की पत्नी, झज्जर से सतवीर सिंह, पुंडरी से दिनेश कौशिक, कलायत से विनोद निर्मल व आनंद राणा, इसराना से सत्यवान शेरा आजाद उतरे। डबवाली से आदित्य देवीलाल, फरीदाबाद NIT से नगेंद्र भड़ाना, खरखौदा से प्रीतम खोखर, जुलाना से सुरेंद्र लाठर, नूंह से ताहिर हुसैन इनेलो-बसपा गठबंधन, अटेली से सुनील राव, रेवाड़ी से सतीश यादव, बरवाला से प्रो. छत्रपाल, थानेसर से कृष्ण बजाज आप और पानीपत ग्रामीण से रघुनाथ तंवर कश्यप, नरवाना से संतोष दनौदा जजपा से उतर गई हैं। पुंडरी में तेजबीर, साढ़ौरा में दाताराम, रतिया से लक्ष्मण नापा, गुरुग्राम में जीएल शर्मा कांग्रेस में गए। नारनौल में शिवकुमार मेहता, सत्यव्रत शास्त्री, यमुनानगर में देवेंद्र चावला ने भी भाजपा छोड़ी। तीन अन्य सीटों पर भी नेताओं में नाराजगी
कोसली में बिक्रम ठेकेदार व सतीश खोला, बवानीखेड़ा में बिशंबर व गोहाना में तीर्थ राणा नाराज हैं। रादौर में कर्णदेव कंबोज कांग्रेस में जाने की तैयारी कर रहे हैं। कांग्रेस के ये प्रमुख चेहरे दूसरे दलों से या निर्दलीय लड़ रहे
पुंडरी से विधायक रणधीर गोलन, सज्जन ढुल, सतबीर भाणा, सुनीता बात्तान, नलवा में संपत्त सिंह, बल्लभगढ़ में शारदा राठौर, तिगांव में ललित नागर, बवानीखेड़ा में रामकिशन फौजी, सतबीर रतेरा, बरोदा में कपूर नरवाल, भिवानी में अभीजित लाल सिंह व नीलम अग्रवाल, अंबाला सिटी में जसबीर मलौर आजाद उतरे। अटेली से हेमंत शर्मा, पानीपत शहरी से रोहिता रेवाड़ी, पानीपत ग्रामीण से विजय जैन, बरवाला में संजना सातरोड, हांसी से नरेश यादव, बहादुरगढ़ से राजेश जून, उचाना कलां से वीरेंद्र घोघड़िया, दिलबाग संडील, जींद से प्रदीप गिल, झज्जर से संजीत कबलाना, गोहाना से हर्ष छिक्कारा, गुहला से दिल्लूराम बाजीगर व नरेश ढांडे, कलायत से सतविंद्र राणा, अनीता ढुल, दीपक निर्मल, सुमित कुमार, कोसली से मनोज कोसलिया, पटौदी से सुधीर चौधरी ने भी निर्दलीय नामांकन कर दिया। वहीं अंबाला कैंट में पूर्व मंत्री निर्मल सिंह की बेटी चित्रा सरवारा ने डेमोक्रेटिक फ्रंट, साढौरा से बृजपाल छप्पर, नरवाना से विद्या रानी दनौदा इनेलो-बसपा गठबंधन, जगाधरी से आदर्श पाल आप के टिकट पर उतर गए हैं। वहीं, गुरुग्राम में पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल की पत्नी अनीता अग्रवाल भाजपा में चली गईं।
लुधियाना में ज्वेलर्स शॉप में ब्लास्ट:छोटा गैस सिलेंडर फटा, दुकान की शीशे टूटे, छत पर पड़ी दरारें, दुकानदार घायल
लुधियाना में ज्वेलर्स शॉप में ब्लास्ट:छोटा गैस सिलेंडर फटा, दुकान की शीशे टूटे, छत पर पड़ी दरारें, दुकानदार घायल लुधियाना में कस्बा समराला में एक ज्वेलर की दुकान में अचानक छोटा गैस सिलेंडर फट गया। सिलेंडर फटने के कारण दुकान काफी क्षतिग्रस्त हो गई। दुकान के सभी शीशे टूट गए। वहीं दुकान की फाल सीलिंग भी फट गई। जेवर को टांका लगाते समय हुआ धमाका जानकारी देते हुए प्रदीप ज्वेलर्स के मालिक प्रदीप सिंह ने कहा कि मेरा बेटा गुरसेवक सिंह दुकान पर हादसे के समय मौजूद था। किसी जेवर को वह टांका लगा रहा था कि अचानक सिलेंडर ब्लास्ट कर गया। धमाका होने के कारण दुकान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। ग़नीमत रही कि गुरसेवक सिंह का बचाव हो गया। हादसे के समय गुरसेवक दुकान में अकेला ही था। दुकान में एक बड़ा सिलेंडर भी था लेकिन समय रहते उसे बाहर निकाल लिया गया था। पड़ोसी गुरमेल सिंह ने कहा मैं खुद धमाके से डर गया। मेरी अपनी दुकान का सामान कांपने लगा। दुकानदार गुरसेवक के मामूली चोट आई है।
वाराणसी में यूपी कॉलेज की मस्जिद पर लगाए ताले:ओवैसी की पार्टी के लोग कमिश्नर से मिले, बोले- दरवाजा खोला जाए, नमाज पढ़नी है
वाराणसी में यूपी कॉलेज की मस्जिद पर लगाए ताले:ओवैसी की पार्टी के लोग कमिश्नर से मिले, बोले- दरवाजा खोला जाए, नमाज पढ़नी है वाराणसी के उदय प्रताप कॉलेज कैंपस में मस्जिद के गेट पर ताला लगा दिया गया है। एक ताला मस्जिद की देख-रेख करने वाली कमेटी ने पहले लगाया था। बुधवार को गेट पर दूसरा ताला लगा मिला। इससे मुस्लिम पक्ष नाराज है। मामले की गंभीरता को देखते हुए मस्जिद के पूरब और दक्षिणी गेट पर पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के पदाधिकारियों ने कमिश्नर मोहित अग्रवाल से मुलाकात की। लेटर भी दिया है। इसमें कहा कि मस्जिद पर लगे ताले को हटाया जाए। मुस्लिमों को नमाज पढ़नी है। हमें सुरक्षा भी दी जाए। फिलहाल, मस्जिद पर ताला किसने लगाया, इस पर न तो कॉलेज प्रशासन साफ बोल रहा है। न ही प्रशासन। कॉलेज के प्राचार्य डीके सिंह ने बताया कि मुझे इस बारे में कुछ पता नहीं। ऐसा लग रहा है कि दूसरा ताला पुलिस ने लगवाया है। विस्तार से जानिए पूरा मामला… छात्रों ने किया था प्रदर्शन, पुलिस जीप पर चढ़ गए थे
कॉलेज में मस्जिद और मजार के विवाद को लेकर छात्रों ने 6 दिसंबर को प्रदर्शन किया था। इसमें कई पूर्व छात्र जो अधिवक्ता हैं, शामिल हुए थे। इन लोगों ने कॉलेज परिसर में जबरन घुसने की कोशिश की, जिससे शांतिपूर्ण प्रदर्शन उग्र हो गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को पकड़कर जीप में डाला, तो छात्र गुस्सा गए। जीप को घेर लिया। कुछ लोग जीप पर चढ़ गए। नारेबाजी करने लगे। यहां से मामला बिगड़ गया। पुलिस जीप पर चढ़कर हंगामा करने की तस्वीरों के वायरल होने पर कुछ लोगों ने इसे X पर पीएम और पीएमओ के साथ ही CM योगी को टैग कर दिया। पुलिस ने मामले में यूपी कॉलेज के प्रबंध समिति अध्यक्ष डीपी सिंह की कार को घेरकर उन्हें बंधक बनाने, हंगामा करने के मामले में एक छात्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। ACP बोले- हमें जानकारी नहीं
ACP कैंट विदुष सक्सेना ने बताया- हो सकता है कि दूसरा ताला कॉलेज की तरफ से लगाया गया हो। इसके बारे में हमें जानकारी नहीं है। उधर, पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र होने के कारण पीएमओ भी पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है। स्टेट की इंटेलिजेंस की एक टीम वाराणसी आई थी। टीम ने कॉलेज प्रबंधन, पुलिस और जिला प्रशासन से मस्जिद और मजार को लेकर वार्ता की। दस्तावेज देखने के बाद अपनी एक रिपोर्ट तैयार की और उसे पीएमओ को भेजी। अब जानिए कैसे शुरू हुआ विवाद?
25 नवंबर को सीएम योगी यूपी कालेज के 115वें संस्थापन समारोह में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि यूपी कॉलेज को यूनिवर्सिटी का दर्जा दिलाएंगे। उनके जाने के बाद सुन्नी सेंट्रल बोर्ड की यूपी कालेज की संपत्ति को लेकर 2018 में जारी नोटिस सोशल मीडिया पर वायरल हुई। 29 नवंबर को 500 से अधिक नमाजी यूपी कॉलेज पहुंचे। मस्जिद में नमाज अदा की। इससे पहले वहां 5-10 लोग ही नमाज अदा करने आते थे। कॉलेज कैंपस में धर्म विशेष से जुड़े लोगों की भारी संख्या में मौजूदगी को लेकर कालेज एडमिनिस्ट्रेशन ने पुलिस प्रशासन से गहरी आपत्ति जताते हुए माहौल बिगड़ने की आशंका जताई। 3 दिसंबर को कालेज के छात्रों ने मस्जिद से 50 मीटर दूर हनुमान चालीसा का पाठ करके पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी थी कि मुस्लिम पक्ष नमाज अदा करने आएगा, तो वह भी हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। विरोध-प्रदर्शन के बीच पुलिस ने परिसर में होने वाली नमाज को सुरक्षा और परीक्षा का हवाला देते हुए बंद करवा दिया था। 3 दिसंबर से ही कैंपस के अंदर नमाजी नमाज अदा करने नहीं जा रहे हैं। 4 दिसंबर को लिखा था पत्र मस्जिद, मस्जिद और मजार विवाद के कारण कॉलेज में चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात कर दी गई। 4 दिसंबर को कॉलेज को एक और पत्र वक्फ बोर्ड का मिला। जिसमें कहा गया कि 2018 के दावे से संबंधित नोटिस को 2021 में ही खारिज कर दिया गया है। मस्जिद को कॉलेज परिसर से हटाने, नमाज अदा नहीं किए जाने की मांग को लेकर 6 दिसंबर को छात्रों ने कॉलेज परिसर के बाहर प्रदर्शन किया। जुलूस निकाला और नारेबाजी की। उसी शाम दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी आए सीएम योगी ने भी बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया था कि कॉलेज परिसर में कोई नई परंपरा कायम नहीं होनी चाहिए। ———————————– यह खबर भी पढ़िए… AI इंजीनियर की खुदकुशी, पत्नी-सास समेत 4 पर FIR:1.20 घंटे के वीडियो में आपबीती, कहा- आरोपी छूटें तो अस्थियां गटर में बहा देना बेंगलुरु में AI इंजीनियर अतुल सुभाष की खुदकुशी मामले में चार लोगों पर FIR दर्ज की गई है। FIR में अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साले अनुराग सिंघानिया और चाचा ससुर सुशील सिंघानिया का नाम है। अतुल के भाई बिकास कुमार ने बेंगलुरु के मराठाहल्ली पुलिस स्टेशन में शिकायत की थी। इसी के आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना), धारा 3(5) (जब दो या ज्यादा लोग शामिल हों तो सामूहिक जिम्मेदारी बनती है) का केस दर्ज किया है। पढ़ें पूरी खबर…