<p style=”text-align: justify;”><strong>Kanpur News:</strong> कानपुर में पान मसाला और लोहा व्यापारी स्टेट जीएसटी अधिकारियों की 24 घंटे निगरानी से खासे परेशान हैं, व्यापारी अब पलायन का मन बना चुके हैं. कई कारोबारियों ने तो अपने प्रोडेक्शन का 80 प्रतिशत काम खत्म कर दिया है. तो कुछ ने दूसरे राज्यों में जाकर नई यूनिट लगाने की तैयारी कर ली है. व्यापारियों का कहना था कि, जीएसटी के अधिकारी उनके ठिकानों पर चौबीस घंटे नजर रखे हुए हैं और चेकिंग के नाम पर प्रताड़ित कर वसूली का रहे हैं. जिसके बाद अधिकारियों ने तमाम आरोपों को ध्यान में रखते हुए कारोबारियों के ठिकानों के बाहर से अधिकारियों की टीम हटा दी है. इसकी जगह निगरानी के लिए सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं जिससे अधिकारी कार्यालय में बैठकर हर गतिविध पर नजर रखेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दअरसल ई वेबिल की स्क्रीनिंग के माध्यम से कर चोरी को रोकने की अधिकारियों की मंशा ने व्यापारियों को इस कदर परेशान कर दिया कि कारोबारियों को जीएसटी के अधिकारियों के रूप मानों अपने कारोबार के लिए सुरक्षा गार्ड मिल गया हो. 24 घंटे गोदाम की निगरानी अलग अलग शिफ्ट में की जा रही थी, हर फैक्ट्री पर जीएसटी की नजर थी. जो व्यापारियों के लिए परेशानियों की वजह बन रही थी. इसके लिए व्यापारियों ने आंदोलन भी किया था. साथ ही मुख्यमंत्री से लेकर देश के प्रधानमंत्री ओर वित्तमंत्री से भी इस मामले की शिकायत की थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तीसरी आंख से निगरानी करेंगे अधिकारी</strong><br />अब औद्योगिकी राजधानी कहे जाने वाले कानपुर में जब पलायन की स्थित बनने लगी तो अधिकारियों ने व्यापारियों के ठिकानों के बाहर से खुद की मौजूदगी को हटाकर तीसरी आंख लगा दी. अब स्टेट जीएसटी कार्यालय में बने कंट्रोल रूम से व्यापारियों के ठिकानों से निकालने वाले माल की स्कैनिंग सीसीटीवी से की जाएगी, कुछ कारोबारियों के गोदाम और फैक्ट्री के बाहर सीसीटीवी लग गए हैं जिन्हें अधिकारी ऑफिस में बैठकर पूरी जानकारी ओर निगरानी कर सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं एडिशनल कमिश्नर स्टेट जीसीटी कुमार आनंद ने बताया कि, सचल दल की 24 घंटे की निगरानी से व्यापारी असहज महसूस करते हैं. उन्हें अपनी निजता का हनन लगता है लेकिन शासन के निर्देश को पूरा करने के लिए इस तरह की व्यवस्था से कारोबारियों को कोई समस्या नहीं होगी. साथ ही हमारी कार्रवाई ओर निगरानी भी बरकरार रहेगी. इसके लिए हमारे विभाग की ओर से सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं. विभाग में एक कंट्रोल रूप भी बनाया गया है जिससे सभी कारोबारियों के माल की निकासी पर नजर बनाए जा सकेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/devkinandan-thakur-dharm-sansad-naga-sadhus-are-enough-no-need-for-military-2871516″><strong>धर्म संसद में बोले देवकीनंदन ठाकुर- हमारे तो नागा साधु ही काफी, मिलिट्री की जरूरत ही नहीं पड़ेगी</strong></a></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Kanpur News:</strong> कानपुर में पान मसाला और लोहा व्यापारी स्टेट जीएसटी अधिकारियों की 24 घंटे निगरानी से खासे परेशान हैं, व्यापारी अब पलायन का मन बना चुके हैं. कई कारोबारियों ने तो अपने प्रोडेक्शन का 80 प्रतिशत काम खत्म कर दिया है. तो कुछ ने दूसरे राज्यों में जाकर नई यूनिट लगाने की तैयारी कर ली है. व्यापारियों का कहना था कि, जीएसटी के अधिकारी उनके ठिकानों पर चौबीस घंटे नजर रखे हुए हैं और चेकिंग के नाम पर प्रताड़ित कर वसूली का रहे हैं. जिसके बाद अधिकारियों ने तमाम आरोपों को ध्यान में रखते हुए कारोबारियों के ठिकानों के बाहर से अधिकारियों की टीम हटा दी है. इसकी जगह निगरानी के लिए सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं जिससे अधिकारी कार्यालय में बैठकर हर गतिविध पर नजर रखेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दअरसल ई वेबिल की स्क्रीनिंग के माध्यम से कर चोरी को रोकने की अधिकारियों की मंशा ने व्यापारियों को इस कदर परेशान कर दिया कि कारोबारियों को जीएसटी के अधिकारियों के रूप मानों अपने कारोबार के लिए सुरक्षा गार्ड मिल गया हो. 24 घंटे गोदाम की निगरानी अलग अलग शिफ्ट में की जा रही थी, हर फैक्ट्री पर जीएसटी की नजर थी. जो व्यापारियों के लिए परेशानियों की वजह बन रही थी. इसके लिए व्यापारियों ने आंदोलन भी किया था. साथ ही मुख्यमंत्री से लेकर देश के प्रधानमंत्री ओर वित्तमंत्री से भी इस मामले की शिकायत की थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तीसरी आंख से निगरानी करेंगे अधिकारी</strong><br />अब औद्योगिकी राजधानी कहे जाने वाले कानपुर में जब पलायन की स्थित बनने लगी तो अधिकारियों ने व्यापारियों के ठिकानों के बाहर से खुद की मौजूदगी को हटाकर तीसरी आंख लगा दी. अब स्टेट जीएसटी कार्यालय में बने कंट्रोल रूम से व्यापारियों के ठिकानों से निकालने वाले माल की स्कैनिंग सीसीटीवी से की जाएगी, कुछ कारोबारियों के गोदाम और फैक्ट्री के बाहर सीसीटीवी लग गए हैं जिन्हें अधिकारी ऑफिस में बैठकर पूरी जानकारी ओर निगरानी कर सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं एडिशनल कमिश्नर स्टेट जीसीटी कुमार आनंद ने बताया कि, सचल दल की 24 घंटे की निगरानी से व्यापारी असहज महसूस करते हैं. उन्हें अपनी निजता का हनन लगता है लेकिन शासन के निर्देश को पूरा करने के लिए इस तरह की व्यवस्था से कारोबारियों को कोई समस्या नहीं होगी. साथ ही हमारी कार्रवाई ओर निगरानी भी बरकरार रहेगी. इसके लिए हमारे विभाग की ओर से सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं. विभाग में एक कंट्रोल रूप भी बनाया गया है जिससे सभी कारोबारियों के माल की निकासी पर नजर बनाए जा सकेगी.</p>
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