कानपुर: शिवरात्रि और महाकुंभ के लिए बनी नई रणनीति, रेलवे स्टेशन पर क्षमता के मुताबिक होगी यात्रियों की एंट्री

कानपुर: शिवरात्रि और महाकुंभ के लिए बनी नई रणनीति, रेलवे स्टेशन पर क्षमता के मुताबिक होगी यात्रियों की एंट्री

<p style=”text-align: justify;”><strong>Mahakumbh 2025:</strong> 26 फरवरी की तारीख प्रशासन सरकार और रेलवे के लिए बड़ी चुनौती भरी है. एक ही दिन में <a title=”महाशिवरात्रि” href=”https://www.abplive.com/topic/mahashivratri-2023″ data-type=”interlinkingkeywords”>महाशिवरात्रि</a> और महाकुंभ का शाही स्नान एक साथ पड़ने से श्रद्धालुओं की संख्या में बड़ा इजाफा हो सकता है. हाल ही में महाकुंभ में हुई भगदड़ और फिर उसके बाद दिल्ली सेंट्रल पर मची भगदड़ के दौरान कई श्रद्धालुओं को अपनी जान से हाथ धोना पड़ गया. बात यहीं नहीं रुकी बल्कि अब अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>क्षमताओं से अधिक श्रद्धालुओं की संख्या सभी के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है. रेलवे हो, पुलिस हो, यातायात पुलिस या सरकार सभी इस बेकाबू भीड़ को लेकर हैरान है. ऐसे में एक ही दिन में पढ़ने वाले दो महत्वपूर्ण आयोजन के लिए प्रशासन से लेकर सरकार और पुलिस सभी रणनीति बनाने में जुट गई है. लेकिन रेलवे व्यवस्था को श्रद्धालुओं की भीड़ और भगदड़ से बचाने के लिए नई रणनीति तैयार कर की गई है, जिसमें क्षमताओं से अधिक श्रद्धालुओं को रेलवे स्टेशन पर न तो एंट्री मिलेगी और न ही प्लेटफार्म पर आने दिया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है तैयारी</strong><br />कानपुर सेंट्रल सबसे व्यस्त स्टेशनों में एक है. अब <a title=”महाकुंभ” href=”https://www.abplive.com/mahakumbh-mela” data-type=”interlinkingkeywords”>महाकुंभ</a> के शाही स्नान और शिवरात्रि को लेकर रेलवे ने पुलिस और प्रशासन के साथ मिलकर एक नई रणनीति बनाई है. इसके चलते बढ़ने वाली भीड़ और भगदड़ पर अंकुश लगाया जा सके. दअरसल, कानपुर सेंट्रल पर एडीजी रेलवे प्रकाश डी ने कानपुर पहुंचकर रेलवे के अधिकारियों के अलावा पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ स्टेशन का निरीक्षण किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साथ ही मीडिया से मुखातिब होकर रेलवे से जुड़ी श्रद्धालुओं को लेकर नई रणनीति पर चर्चा की. 26 फरवरी को होने वाली दो अहम आयोजनों को एक साथ होने को लेकर की गई है. श्रद्धालुओं और रोजाना रेल में चलने वाले सामान्य यात्रियों को जोड़ते हुए बनाई गई है. इसमें इस बात पर एडीजी रेलवे ने बताया कि अब शाही स्नान और शिवरात्रि के दिन से पहले सेंट्रल पर पहुंचे वाले श्रद्धालुओं और यात्रियों को प्लेटफार्म और रेल की क्षमताओं के आधार पर एंट्री दी जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/nagina-mp-chandrashekhar-azad-asked-for-time-to-meet-mayawati-got-reply-from-bsp-office-2889743″>मायावती से मिलने के लिये चंद्रशेखर ने मांगा समय, बसपा ऑफिस से मिला ये जवाब</a><br /></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले एडीजी</strong><br />उन्होंने कहा कि बे वजह बढ़ने वाली भीड़ से नियंत्रण खराब हो जाता है और अनहोनी की संभावनाएं बढ़ जाती है. इसके मद्देनजर अब स्टेशनों और आने वाले सभी श्रद्धालुओं और पैसेंजर्स को अनाउंसमेंट के जरिए रेल कर्मियों के माध्यम से स्टेशन पर एंट्री लेने से रोका जाएगा. रेलवे अधिकारियों के अनुसार प्लेटफार्म और रेल के अंदर बोगियों में बैठने और खड़े होने के लिए सीमित क्षमता होती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एडीजी ने कहा कि अगर यहां जरूरत से ज्यादा लोग पहुंचेंगे तो रेल से लेकर प्लेटफॉर्म में अव्यवस्था फैलेगी, जिसे नियंत्रित करने के लिए ये प्लान तैयार किया गया है. इसके लिए रेलवे के अधिकारी प्रत्येक प्लेटफार्म और ट्रेन की बोगियों की क्षमता का आंकलन किया जाएगा और इस बात की तस्वीर साफ की जाएगी. प्लेटफार्म पर कितने यात्री उपस्थित हो सकते हैं और ट्रेन में कितने यात्री आ सकते हैं.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Mahakumbh 2025:</strong> 26 फरवरी की तारीख प्रशासन सरकार और रेलवे के लिए बड़ी चुनौती भरी है. एक ही दिन में <a title=”महाशिवरात्रि” href=”https://www.abplive.com/topic/mahashivratri-2023″ data-type=”interlinkingkeywords”>महाशिवरात्रि</a> और महाकुंभ का शाही स्नान एक साथ पड़ने से श्रद्धालुओं की संख्या में बड़ा इजाफा हो सकता है. हाल ही में महाकुंभ में हुई भगदड़ और फिर उसके बाद दिल्ली सेंट्रल पर मची भगदड़ के दौरान कई श्रद्धालुओं को अपनी जान से हाथ धोना पड़ गया. बात यहीं नहीं रुकी बल्कि अब अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>क्षमताओं से अधिक श्रद्धालुओं की संख्या सभी के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है. रेलवे हो, पुलिस हो, यातायात पुलिस या सरकार सभी इस बेकाबू भीड़ को लेकर हैरान है. ऐसे में एक ही दिन में पढ़ने वाले दो महत्वपूर्ण आयोजन के लिए प्रशासन से लेकर सरकार और पुलिस सभी रणनीति बनाने में जुट गई है. लेकिन रेलवे व्यवस्था को श्रद्धालुओं की भीड़ और भगदड़ से बचाने के लिए नई रणनीति तैयार कर की गई है, जिसमें क्षमताओं से अधिक श्रद्धालुओं को रेलवे स्टेशन पर न तो एंट्री मिलेगी और न ही प्लेटफार्म पर आने दिया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है तैयारी</strong><br />कानपुर सेंट्रल सबसे व्यस्त स्टेशनों में एक है. अब <a title=”महाकुंभ” href=”https://www.abplive.com/mahakumbh-mela” data-type=”interlinkingkeywords”>महाकुंभ</a> के शाही स्नान और शिवरात्रि को लेकर रेलवे ने पुलिस और प्रशासन के साथ मिलकर एक नई रणनीति बनाई है. इसके चलते बढ़ने वाली भीड़ और भगदड़ पर अंकुश लगाया जा सके. दअरसल, कानपुर सेंट्रल पर एडीजी रेलवे प्रकाश डी ने कानपुर पहुंचकर रेलवे के अधिकारियों के अलावा पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ स्टेशन का निरीक्षण किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साथ ही मीडिया से मुखातिब होकर रेलवे से जुड़ी श्रद्धालुओं को लेकर नई रणनीति पर चर्चा की. 26 फरवरी को होने वाली दो अहम आयोजनों को एक साथ होने को लेकर की गई है. श्रद्धालुओं और रोजाना रेल में चलने वाले सामान्य यात्रियों को जोड़ते हुए बनाई गई है. इसमें इस बात पर एडीजी रेलवे ने बताया कि अब शाही स्नान और शिवरात्रि के दिन से पहले सेंट्रल पर पहुंचे वाले श्रद्धालुओं और यात्रियों को प्लेटफार्म और रेल की क्षमताओं के आधार पर एंट्री दी जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/nagina-mp-chandrashekhar-azad-asked-for-time-to-meet-mayawati-got-reply-from-bsp-office-2889743″>मायावती से मिलने के लिये चंद्रशेखर ने मांगा समय, बसपा ऑफिस से मिला ये जवाब</a><br /></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले एडीजी</strong><br />उन्होंने कहा कि बे वजह बढ़ने वाली भीड़ से नियंत्रण खराब हो जाता है और अनहोनी की संभावनाएं बढ़ जाती है. इसके मद्देनजर अब स्टेशनों और आने वाले सभी श्रद्धालुओं और पैसेंजर्स को अनाउंसमेंट के जरिए रेल कर्मियों के माध्यम से स्टेशन पर एंट्री लेने से रोका जाएगा. रेलवे अधिकारियों के अनुसार प्लेटफार्म और रेल के अंदर बोगियों में बैठने और खड़े होने के लिए सीमित क्षमता होती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एडीजी ने कहा कि अगर यहां जरूरत से ज्यादा लोग पहुंचेंगे तो रेल से लेकर प्लेटफॉर्म में अव्यवस्था फैलेगी, जिसे नियंत्रित करने के लिए ये प्लान तैयार किया गया है. इसके लिए रेलवे के अधिकारी प्रत्येक प्लेटफार्म और ट्रेन की बोगियों की क्षमता का आंकलन किया जाएगा और इस बात की तस्वीर साफ की जाएगी. प्लेटफार्म पर कितने यात्री उपस्थित हो सकते हैं और ट्रेन में कितने यात्री आ सकते हैं.</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड गुजरात के कच्छ में बस और ट्रक की भीषण टक्कर, 5 की मौत, कई घायल