कारगिल शहीद को 26 साल बाद सम्मान:हीरा सिंह के श्राद्ध पर घर पहुंचे सैन्य अधिकारी, माता-पिता को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह दिया

कारगिल शहीद को 26 साल बाद सम्मान:हीरा सिंह के श्राद्ध पर घर पहुंचे सैन्य अधिकारी, माता-पिता को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह दिया

हिमाचल प्रदेश के मंडी के कारगिल में शहीद जवान को 26 साल बाद सम्मान मिला। इंडियन आर्मी से अधिकारी गुरुवार को शहीद हीरा सिंह के घर पर पहुंचे। उन्होंने शहीद के माता-पिता को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट किए। शहीद की माता निर्मला देवी ने कहा, उन्हें अपने बेटे पर गर्व है। बेटे ने देश की रक्षा के लिए प्राण न्योछावर किए हैं। उन्होंने बताया कि हीरा सिंह बचपन से चंचल और पढ़ाई में तेज था। वह परिवार का लाड़ला था। हीरा सिंह के दादा भी सेना में थे। माउन्टेन डिविजन शहीदों को श्रद्धांजलि देने में गर्व महसूस कर रहा: सुभाष हीरा सिंह कॉलेज की पढ़ाई के दौरान ही सेना में भर्ती हुए थे। सेना कार्यालय से आए हवलदार अमित कुमार और सिपाही सुभाष चंद ने बताया कि 8 माउन्टेन डिविजन कारगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि देने में गर्व महसूस करता है। गत वर्ष रजत जयंती समारोह मनाया गया था। वर्ष 2025 में कारगिल विजय के उपलक्ष्य में शहीद हीरा सिंह के सम्मान में यह भेंट दी गई है। यह उनके शौर्य और बलिदान का प्रतीक है। हिमाचल प्रदेश के मंडी के कारगिल में शहीद जवान को 26 साल बाद सम्मान मिला। इंडियन आर्मी से अधिकारी गुरुवार को शहीद हीरा सिंह के घर पर पहुंचे। उन्होंने शहीद के माता-पिता को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट किए। शहीद की माता निर्मला देवी ने कहा, उन्हें अपने बेटे पर गर्व है। बेटे ने देश की रक्षा के लिए प्राण न्योछावर किए हैं। उन्होंने बताया कि हीरा सिंह बचपन से चंचल और पढ़ाई में तेज था। वह परिवार का लाड़ला था। हीरा सिंह के दादा भी सेना में थे। माउन्टेन डिविजन शहीदों को श्रद्धांजलि देने में गर्व महसूस कर रहा: सुभाष हीरा सिंह कॉलेज की पढ़ाई के दौरान ही सेना में भर्ती हुए थे। सेना कार्यालय से आए हवलदार अमित कुमार और सिपाही सुभाष चंद ने बताया कि 8 माउन्टेन डिविजन कारगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि देने में गर्व महसूस करता है। गत वर्ष रजत जयंती समारोह मनाया गया था। वर्ष 2025 में कारगिल विजय के उपलक्ष्य में शहीद हीरा सिंह के सम्मान में यह भेंट दी गई है। यह उनके शौर्य और बलिदान का प्रतीक है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर