किन्नौर में भारतीय जनता युवा मोर्चा ने कांग्रेस पर अमित शाह के बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया है। उन्होंने रिकांगपिओ में आक्रोश रैली निकाली। भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष तिलक राज ने कहा कांग्रेस महापुरुषों पर राजनीति की रोटियां सेक रही है। तिलक राज ने कहा कि कांग्रेस गृहमंत्री अमित शाह के बयान को तोड़-मोड कर पेश करके देश की जनता को गुमराह कर रही है। जो की दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर का देश के लिए महत्वपूर्ण योगदान रहा है, कांग्रेस को संविधान निर्माता को भारत रत्न देने की याद नहीं आई। जबकि बीजेपी ने संविधान निर्माता को भारत रत्न से सम्मानित करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान निर्माता व भारत रत्न भीम राव अंबेडकर के सम्मान में भारत सरकार संविधान निर्माता के स्मृति के रूप में पंच तीर्थ को विकसित कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी जनजातीय समाज के हित में कार्य नहीं किया हैं। जबकि प्रधानमंत्री मोदी में जनजातीय समाज के लोगों के लिए बिजली,पानी, सड़क,शौचालय व किसान सम्मान निधि सहित अन्य महत्वाकांक्षी योजनाओं को चलाने का काम किया है। उनके नेतृत्व में देश विश्व का सबसे विकसित देश के रूप मे उभर रहा है। किन्नौर में भारतीय जनता युवा मोर्चा ने कांग्रेस पर अमित शाह के बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया है। उन्होंने रिकांगपिओ में आक्रोश रैली निकाली। भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष तिलक राज ने कहा कांग्रेस महापुरुषों पर राजनीति की रोटियां सेक रही है। तिलक राज ने कहा कि कांग्रेस गृहमंत्री अमित शाह के बयान को तोड़-मोड कर पेश करके देश की जनता को गुमराह कर रही है। जो की दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर का देश के लिए महत्वपूर्ण योगदान रहा है, कांग्रेस को संविधान निर्माता को भारत रत्न देने की याद नहीं आई। जबकि बीजेपी ने संविधान निर्माता को भारत रत्न से सम्मानित करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान निर्माता व भारत रत्न भीम राव अंबेडकर के सम्मान में भारत सरकार संविधान निर्माता के स्मृति के रूप में पंच तीर्थ को विकसित कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी जनजातीय समाज के हित में कार्य नहीं किया हैं। जबकि प्रधानमंत्री मोदी में जनजातीय समाज के लोगों के लिए बिजली,पानी, सड़क,शौचालय व किसान सम्मान निधि सहित अन्य महत्वाकांक्षी योजनाओं को चलाने का काम किया है। उनके नेतृत्व में देश विश्व का सबसे विकसित देश के रूप मे उभर रहा है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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चंबा में पिकअप में लगी आग:कुछ ही देर में जलकर हो गई राख, दमकल विभाग ने पाया आग पर काबू हिमाचल के चंबा जिले में भटियात क्षेत्र अंतर्गत आने वाले तुनूहटट्टी-लाहडू मार्ग पर ककीरा के समीप बधाली नामक स्थान पर एक पिकअप में अचानक आग लग गई। गनीमत ये रही कि इस हादसे में पिकअप में सवार लोग सुरक्षित रहे। जानकारी के अनुसार एक पिकअप नंबर RJ 41G.A.-7017 में सवार होकर कुछ लेवर के लोग सड़क पर सफेद पट्टी लगाने के कार्य में जुटे हुए थे, लेकिन दोपहर करीब साढ़े बारह बजे करीब पिकअप में कुछ तकनीकी खराबी आ जाने से पिकअप में अचानक थोड़ी आग लग गई, लेकिन देखते ही देखते आग ने कुछ ही देर में भयंकर रूप ले लिया। आग पर काबू पाते न देख पिकअप के साथ कार्य कर रहे लोगों ने दमकल विभाग को सूचित किया। सूचना मिलते ही दमकल विभाग चुवाड़ी का वाहन आग बुझाने के लिए मौके पर पहुंचा। दमकल विभाग के कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर तो काबू कर लिया लेकिन तब तक पिकअप जल कर राख हो चुकी थी। हादसे से जुड़ी तस्वीरें-
हिमाचल हाईकोर्ट की NHAI-PWD को फटकार:कहा-लापरवाही से एक भी व्यक्ति की जान गई तो करेंगे कार्रवाई; ब्यास नदी से चट्टानें नहीं हटाने पर सख्त
हिमाचल हाईकोर्ट की NHAI-PWD को फटकार:कहा-लापरवाही से एक भी व्यक्ति की जान गई तो करेंगे कार्रवाई; ब्यास नदी से चट्टानें नहीं हटाने पर सख्त हिमाचल हाईकोर्ट (HC)ने लोक निर्माण विभाग और नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) अधिकारियों को चेतावनी दी है कि यदि बरसात में एक भी व्यक्ति की जान गई तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। HC ने समय रहते जंगलों, नदी व नालों का उचित रखाव करने के आदेश दिए। अब इस मामले में अगली सुनवाई एक अगस्त को होगी। मुख्य न्यायाधीश एमएस रामचंद्र राव और न्यायाधीश सत्येन वेद्य की बैंच ने अब तक ब्यास नदी से चट्टानें नहीं हटाने पर नाराजगी जाहिर की, क्योंकि इन चट्टानों से टकराने के बाद पानी नदी के तट पर आ जाता है। इससे रिवर बेड फेल जाता है और नुकसान की बड़ी वजह बन जाता है। कोर्ट की डबल बैंच ने कहा, बीते 12 जून को आदेश पारित करने के बावजूद ब्यास से चट्टानें नहीं हटाई गई। इसी तरह जंगलों में डंप मलबे से भूमि कटाव होता है। यह बात सब जानते है। मगर NHAI ने दलील दी कि स्टेटस रिपोर्ट का अवलोकन करने के बाद हटाएंगे। कोर्ट ने कहा, यह दलील स्वीकार्य नहीं है। कोर्ट ने कहा, पत्थरों को हटाने के लिए पूरा जून महीना था। इस दौरान कुछ नहीं किया गया। कोर्ट ने कहा, यदि NHAI की निष्क्रियता से कोई अप्रिय घटना होती है तो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बीते साल ब्यास ने मचाई थी तबाही बता दें कि बीते साल ब्यास नदी ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई थी। खासकर कुल्लू और मंडी जिला में भारी नुकसान हुआ था। ब्यास के तेज बहाव से नदी के दोनों ओर भारी नुकसान हुआ था और कई जगह मनाली को कीरतपुर से जोड़ने वाले फोरलेन का नामो निशां तक मिट गया था। कुल्लू और मंडी में नदी किनारे 40 से ज्यादा मकान क्षतिग्रस्त हुए थे। इसे देखते हुए हाईकोर्ट ने बीते 12 जून को ही राज्य सरकार और NHAI को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए थे।
शिमला में RTO की निजी बस चालकों पर कार्रवाई:20 बसों के काटे चालान, एक दिन में 62 हजार वसूला जुर्माना
शिमला में RTO की निजी बस चालकों पर कार्रवाई:20 बसों के काटे चालान, एक दिन में 62 हजार वसूला जुर्माना हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में नियमों को ताक पर रखकर बस चलाने वाले ड्राइवरों और कंडक्टरों पर गुरुवार को रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस (RTO) का बड़ा डंडा चला है। विभाग ने गुरुवार को शहर में विभिन्न जगह नाकेबंदी करके नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले 20 बस चालकों के चालान काटे हैं। विभाग ने एक साथ शहर के विभिन्न जगहों जैसे खलीणी, हीरानगर व टूटू में आरटीओ द्वारा नाका लगाया गया था। इस दौरान करीब 20 बसों के चालान कर 62 हज़ार रुपए का जुर्माना वसूला गया। इसमे प्राइवेट बसों में ओवरलोडिंग, टिकट ना देने, सीट बेल्ट ना पहनने, बिना वर्दी के बस में सेवाएं दे रहे चालकों और कंडक्टरों और म्यूजिक सिस्टम तेज़ आवाज़ में चलाने व फिटनेस सर्टिफिकेट ना होने जैसे नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई। हीरानगर व टूटू में भी लगाया गया नाका
विभाग द्वारा 20 बसों की चेकिंग करते समय अधिकतर चालक व कंडक्टर बिना वर्दी के पाए गए थे। जबकि करीब 8 बसें बिना टिकट के ही सवारियां ढो रही थी। अकेले खलीनी में नाकेबंदी के दौरान आरटीओ ने 30 हज़ार रुपए के चालान किए है। इसके अलावा हीरानगर व टूटू में भी नाका लगाया गया था। इन सभी को मिलाकर कुल 62 हज़ार रुपए जुर्माना वसूला गया है। शिमला में सवारियों को टिकट नही देते कंडक्टर
बता दें कि शहर में निजी बस चालक बिना टिकट दिए ही सवारियों से किराए की उगाही करते हैं। कई बार यात्री कंडक्टरों द्वारा टिकट न देने पर शिकायतें भी करते हैं। बावजूद इसके कंडक्टर अपनी हरकतों से बाज नही आते। अधिकतर निजी बस चालक कंडक्टर बिना टिकट दिए ही बसों को दौड़ाते रहते हैं। समय समय पर जांच करेगा विभाग – RTO
उधर RTO शिमला अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि विभाग की अलग अलग टीमों ने जगह-जगह नाकाबंदी कर नियमों की अवहेलना करने वालों के चालान काटे हैं। उन्होंने बताया कि बसों में सवारियों को टिकट नहीं दी जा रही है। ऐसे में अब टिकटों को लेकर सख्ती बरतने की जरुरत है। उन्होंने बताया कि अब वॉल्वो बसों का भी चालान किया जाएगा।