हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिला में शीत कालीन खेलों को बढ़ावा देने के लिए कल्पा व सांगला में आइस स्केटिंग हॉकी रिंग बन कर तैयार हो चुका है। राजस्व एवं बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी आज आइस हॉकी रिंग कल्पा व सांगला में खेल का विधिवत शुभारंभ करेंगें। रिकांगपिओ पहुंचने पर स्वागत युवाओं को खेलों के प्रति आकर्षित करने व नशे से दूर रखने के लिए शीत कालीन आइस हॉकी के शुभारंभ अवसर पर कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी आमंत्रित राष्ट्रीय स्तर पर खेलों इंडिया प्रतियोगिता में भाग ले चुके आइस हॉकी टीम काजा का ज़िला किन्नौर मुख्यालय रिकांगपिओ पहुंचने पर स्वागत किया। वीरवार सुबह कल्पा के आइस हॉकी रिंग में कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी के समक्ष इन खिलाड़ियों ने ट्रायल भी किया। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिला में शीत कालीन खेलों को बढ़ावा देने के लिए कल्पा व सांगला में आइस स्केटिंग हॉकी रिंग बन कर तैयार हो चुका है। राजस्व एवं बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी आज आइस हॉकी रिंग कल्पा व सांगला में खेल का विधिवत शुभारंभ करेंगें। रिकांगपिओ पहुंचने पर स्वागत युवाओं को खेलों के प्रति आकर्षित करने व नशे से दूर रखने के लिए शीत कालीन आइस हॉकी के शुभारंभ अवसर पर कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी आमंत्रित राष्ट्रीय स्तर पर खेलों इंडिया प्रतियोगिता में भाग ले चुके आइस हॉकी टीम काजा का ज़िला किन्नौर मुख्यालय रिकांगपिओ पहुंचने पर स्वागत किया। वीरवार सुबह कल्पा के आइस हॉकी रिंग में कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी के समक्ष इन खिलाड़ियों ने ट्रायल भी किया। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
धर्मशाला 40 लाख मामले में पुलिस के हाथ खाली:5 दिन बाद भी पता नहीं चला रुपए किसके, केंद्रीय एजेंसियां भी जांच कर रही
धर्मशाला 40 लाख मामले में पुलिस के हाथ खाली:5 दिन बाद भी पता नहीं चला रुपए किसके, केंद्रीय एजेंसियां भी जांच कर रही दिल्ली से धर्मशाला ट्रिप तारा वॉल्वो बस से 40 लाख रुपए नकद और ड्रग्स सहित गिरफ्तार आरोपी गमरू निवासी राकेश कुमार मामले में 5 दिन के बाद भी पुलिस को यह पता नहीं लग पाया है कि कैश का असली मालिक कौन है। बड़ी मात्रा में नकद कैश बरामद होने से केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां भी मामले की जांच में जुट गई हैं। तिब्बत निर्वासित सरकार मुख्यालय और 9 वीं कोर सेना मुख्यालय होने के चलते दिल्ली से धर्मशाला पहुंची इतनी बड़ी रकम को मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा होने के चलते गहनता से जांच की जा रही है। आरोपी राकेश बार-बार दिल्ली कंपनी का सामान लेने जाता था। इस मामले की जांच विभिन्न एजेंसियां कर रही हैं। 5 दिन बाद भी पुलिस यह पता नहीं लगा पाई है कि राकेश कुमार के पास से जो 40 लाख रुपए नकद कैश पकड़ा गया उसका असली मालिक कौन है। धर्मशाला पुलिस स्टेशन के एसएचओ नारायण सिंह ने बताया कि पुलिस आरोपी राकेश कुमार के कॉल डिटेल्स चेक कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि इससे इस रकम के बारे में पता लग पाएगा। पुलिस ने आरोपी राकेश कुमार के पिटठू से 40 लाख रुपए और धर्मकोट स्थित कंपनी के होटल का साज सजावट का बिना बिल का बिजली सामान भी आया था। 7 नवंबर को रुपए के साथ पकड़ा था
उसे भी कब्जे में लिया गया है। इस सारे सामान को लेने कंपनी के होटल का प्रतिनिधि तेंजिन थाई जो राकेश के साथ ही कंपनी में काम करता था लेने आया था। लेकिन वह पिट्ठू बैग और सामान ले जाता पुलिस ने उससे पहले ही राकेश को पकड़ लिया। डल लेक रोड निवासी तेंजिन थाई को पुलिस ने गवाह बना लिया। राकेश कुमार कंपनी के इस होटल के लिए बर्ड वाचिंग गाइड के रूप में काम करता है और बीच-बीच में कंपनी का सामान लाने दिल्ली जाता था। पुलिस लंबे समय से राकेश पर नजर रखे हुए थी। आरोपी राकेश कुमार 5 नवंबर को दिल्ली गया था और 7 नवंबर को जब दिल्ली से लौटा तो पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। काफी समय से राकेश की गतिविधियों पर नजर थी
बस ड्राइवर सुंदरी जोकि गमरु में राकेश का ही पड़ोसी है ने बताया कि नारकोटिक्स विभाग की विशेष टीम काफी समय से राकेश की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थी और जानकारियां एकत्रित कर रही थी। आरोपी राकेश कुमार ने बताया कि पुलिस जिस पाउडर को हेरोइन बता रही है वह हीरोइन नहीं है बल्कि मेरी दवा की गोलियां हैं। जिसे मैंने गले में तकलीफ होने के चलते पीस कर पाउडर बनाकर रखा हुआ था। यह सारा कैश और सामान कम्पनी का है। मैं कंपनी के लिए ही काम करता हूं। ऐसे बरामद किये ड्रग्स और 40 लाख रुपए…
धर्मशाला कैंट वाई पास रोड वॉल्वो बस स्टैंड के संमीप वोल्वो बस ट्रिप तारा की साइड की डिक्की को खोल कर बस का ड्राइवर सुंदरी और तेंजिन थाई सामान उतार रहे थे। उसी समय पास में खड़ा पिठू बैग लटकाये 44 बर्षीय राकेश कुमार ने पुलिस गाड़ी को आते देखकर भागने का प्रयास किया। पिठू बैग में किसी संदिग्ध वस्तु का शक होने पर पुलिस ने लॉक को जोर से खींचा तो लॉक खुल गया। जिप को खोलकर चेक किया तो पिठू की जेब में 500/500 करेंसी के बंडल से भरा पाया। पिठू बैग में बरामद नोट को बाहर निकाल कर चेक किया तो 500 x 500 की 16 बंडल पाए गए। जिनको गिनने पर 40 लाख रुपए बने। बैग पिठू की बाहरी जेब में एक तौलिया रंग नीला सफेद, एक लोअर वरंग ग्रे, एक हैट कैप फौजी, एक टी- शर्ट एक कपड़े की पॉकेट किट जिसके अन्दर एक अदद पैन कार्ड राकेश ठाकुर और करेंसी नोट 500 x 1, 200 x 1, 100 x 1 कुल 800 रुपए और बाहरी जिप को खोल कर चेक किया तो जीप के अंदर जेब में खाकी रंग का लिफाफा खुला पाया गया। लिफाफा खाकी के अन्दर सिल्वर फायल पेपर में दो पॉलीथिन लिफाफा के टुकडा व पारदर्शी में लिपटे हुए अलग-2 काले व सफेद भूरे रंग का पदार्थ पाया गया। आरोपी से नौ ग्राम हेरोइन और एक ग्राम अफीम बरामद हुई। तेंजिन थाई डल लेक रोड निवासी तेंजिन थाई और ट्रिप तारा वॉल्वो बस ड्राइवर अश्वनी कुमार सुन्दरी निवासी गमंरू वार्ड नंबर 5 तहसील धर्मशाला को बतौर गवाह बनाया गया।
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा, आज नरसिंह भगवान की शाही जलेब:373 साल का इतिहास; 283 देवी-देवता ढालपुर पहुंचे, कई देश के लोग ले रहे हिस्सा
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा, आज नरसिंह भगवान की शाही जलेब:373 साल का इतिहास; 283 देवी-देवता ढालपुर पहुंचे, कई देश के लोग ले रहे हिस्सा अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा में आज दोपहर बाद भगवान नरसिंह की शाही जलेब निकाली जाएगी। आगे-आगे नरसिंह भगवान की घोड़ी चलेगी। पीछे आधा दर्जन से ज्यादा देवी-देवता और बीच में भगवान नरसिंह की पालकी चलेगी। पालकी में रूपी रियासत के राज घराना से संबंध रखने वाले रघुनाथ के मुख्य छड़ीबरदार महेश्वर सिंह नरसिंह भगवान की निशानी ढाल लेकर सवार होंगे। कुल्लू की सांस्कृतिक धरोहर एवं राजा की जलेब का दशहरे में विशेष महत्व है। जलेब यानी राजा की शोभा यात्रा। इसमें हजारों लोग और देवलू (देवता के कारिंदें) पारंपरिक बाध्य यंत्रों की थाप पर नाचते-गाते हुए आगे बढ़ेंगे। देवी देवताओं के भव्य मिलन के बाद आज दोपहर बाद नरसिंह भगवान की जलेब निकलेगी। 7 दिन तक चलने वाला अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा भगवान रघुनाथ जी की शोभा यात्रा के साथ बीते रविवार को शुरू हो गया है। इसमें 283 देवी देवता भाग ले रहे हैं, जबकि निमंत्रण 332 देवी-देवताओं को दिया गया था। इस मेले के लिए बाह्य सराज, आनी, निरमंड और सैंज की शांघड़ घाटी के दूरस्थ इलाकों के देवी-देवता पैदल चलकर पहुंचे है। जलेब का इतिहास और क्यों निकाली जाती है? माना जाता है कि रजवाड़ाशाही के दिनों में राजा यह जलेब सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था देखने के लिए निकालते थे। वहीं, देवी-देवता बुरी आसुरी शक्तियों को खत्म करने के मकसद से इस जलेब में शामिल होते थे। स्थानीय लोग इस प्रथा को आज भी कायम रखे हुए हैं। सदियों से जलेब निकालने की परंपरा अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव में नरसिंह भगवान की जलेब निकालने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। नरसिंह की जलेब अगले 3 दिन तक निकाली जाएगी। इस दौरान अलग-अलग घाटियों के देवी-देवता अलग-अलग दिनों में शरीक होते हैं, जिसमें लोग नाचते गाते हुए आगे बढ़ते हैं। नरसिंग भगवान के सिंहासन से शुरू होगी जलेब यह शोभा यात्रा कुल्लू के ढालपुर में भगवान रघुनाथ के अस्थाई शिविर के साथ बने नरसिंह भगवान के सिंहासन से शुरू होगी। जो क्षेत्रीय अस्पताल, कॉलेज गेट, लाल चंद प्रार्थी कला केंद्र से पीछे और BDO दफ्तर होकर वापस नरसिंह भगवान के सिंहासन तक पहुंचेगी। राजा जगत सिंह के समय से शुरू हुई दशहरा मनाने की परम्परा रूपी रियासत के राजा जगत सिंह ने 1637 से 1662 तक शासन किया। तब उन्होंने दमोदर दास को मूर्ति लाने का जिम्मा दिया गया। 1651 में मूर्ति राजभवन मकराहड़ वर्तमान गड़सा घाटी लाई गई। यहां मूर्ति का भव्य स्वागत हुआ। 1653 में पहला दशहरा मणिकर्ण में मनाया गया। वहीं पर दशहरा मनाने का फैसला लिया गया। 1660 में ढालपुर में मनाना शुरू हुआ। उस दौरान से मूर्ति यहां पर ही है। कुल्लू में एक साथ दिखेगी देशी और विदेशी संस्कृति कुल्लू दशहरा में करीब 25 देशों के कलाकार भाग ले रहे हैं। इसमें रूस, अमेरिका, थाईलैंड, उज्बेकिस्तान, इंडोनेशिया, म्यांमार और किर्गिस्तान के कलाकार भाग लेंगे। आईसीसीआर का संयुक्त सांस्कृतिक दल भी प्रस्तुति देगा। वहीं, उतराखंड, असम, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के सांस्कृतिक दल भी दशहरा में अपने कार्यक्रम देंगे। रात्रि सांस्कृतिक कार्यक्रम में शाहिद माल्या, कुलविंदर बिल्ला, ट्रेप बैंड, शारदा पंडित, हिमालयन रूट्स, गुरनाम भुल्लर, कुमार साहिल, नीरज श्रीधर और बांबे वाइकिंग जैसे कलाकार और बैंड उत्सव में लोगों का मनोरंजन करेंगे। दशहरा उत्सव में कई विदेशी राजदूत भी शामिल होंगे। इस मेले का शुभारंभ राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने किया, जबकि समापन्न अवसर पर 18 अक्टूबर को CM सुखविंदर सुक्खू विशेष तौर पर मौजूद रहेंगे।
चंबा में खाई से गिरकर छात्रा की मौत:ठोकर लगने से फिसला पैर, जा रही थी स्कूल
चंबा में खाई से गिरकर छात्रा की मौत:ठोकर लगने से फिसला पैर, जा रही थी स्कूल चंबा में खाई में गिरने से एक छात्रा की मौत हो गई। घटना की सूचना पाते ही मौके पर पुलिस अधिकारी पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवार को फौरी राहत प्रदान की गई है। चंबा जिले के उपमंडल भरमौर में शुक्रवार को छात्रा स्कूल जा रही थी। रास्ते में ठोकर लगने से उसका पैर फिसल गया और वो गहरी खाई में जा गिरी। इस हादसे में छात्रा की मौके पर ही मौत हो गई। मृतका क्षेत्र की ग्राम पंचायत बड़ग्रां के भद्रा गांव की रहने वाली थी। वह सीनियर सेकेंडरी स्कूल मांधा में दसवीं कक्षा की पढ़ाई कर रही थी। जानकारी के अनुसार भद्रा गांव की 16 वर्षीय वर्षा देवी पुत्री सुभाष कुमार शुक्रवार सुबह घर से सीनियर सेकेंडरी स्कूल मांधा के लिए निकली थी। इस दौरान गांव के अन्य बच्चे भी उसके साथ थे। बताया जा रहा है कि बन्नी गांव से पीछे एक नाले के पास से गुजरते वक्त अचानक उसे ठोकर लगी और वह ढांक से नीचे करीब 250 मीटर दूर जा गिरी। इसके चलते उसकी मौके पर ही मौत हो गई। फौरी राशि दी गई 25 हजार
सूचना पाते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस थाना भरमौर को भी इस बाबत सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचे ग्रामीणों की मदद से शव को खाई से निकला और सिविल अस्पताल भरमौर में पोस्टमॉर्टम करवाने के बाद इसे परिजनों को सौंप दिया है। खबर की पुष्टि करते हुए एडीएम भरमौर कुलवीर सिंह राणा ने कहा कि मृतक छात्रा के परिजनों को प्रशासन की ओर से 25 हजार की राशि फौरी राहत के तौर पर प्रदान कर दी है।