किन्नौर में BJP नेता ने कांग्रेस को घेरा:बोले-सीएम सुक्खू ने नहीं की कोई नई घोषणा, खेल स्टेडियम भी केंद्र सरकार की योजना

किन्नौर में BJP नेता ने कांग्रेस को घेरा:बोले-सीएम सुक्खू ने नहीं की कोई नई घोषणा, खेल स्टेडियम भी केंद्र सरकार की योजना

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का हालिया दौरा विवादों में घिर गया है। भाजपा नेता और पूर्व वन विकास निगम उपाध्यक्ष सूरत नेगी ने रिकांगपिओ में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि स्थानीय लोगों को मुख्यमंत्री के दौरे से बड़ी उम्मीदें थीं। स्थानीय महिलाओं को उम्मीद थी कि उन्हें भी लाहौल स्पीति और पांगी की तरह 1500 रुपए की राशि मिलेगी। लेकिन मुख्यमंत्री ने न तो कोई नई घोषणा की और न ही किन्नौर के लिए कोई विशेष बजट दिया। नेगी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने विमल नेगी के गांव कटगांव न जाकर सीधे शोंगठोंग परियोजना स्थल का दौरा किया। केंद्र सरकार की 20 करोड़ की परियोजना उन्होंने कहा कि कल्पा में जिस खेल स्टेडियम का शिलान्यास किया गया, वह केंद्र सरकार की 20 करोड़ की परियोजना है। भाजपा नेता ने शिपकी ला बॉर्डर से मानसरोवर यात्रा और व्यापार की अनुमति का श्रेय भी केंद्र सरकार को दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के प्रयास से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री ने इसकी स्वीकृति दी थी। नेगी ने आपत्ति जताई कि इसका उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री की बजाय केंद्र सरकार को करना चाहिए था। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का हालिया दौरा विवादों में घिर गया है। भाजपा नेता और पूर्व वन विकास निगम उपाध्यक्ष सूरत नेगी ने रिकांगपिओ में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि स्थानीय लोगों को मुख्यमंत्री के दौरे से बड़ी उम्मीदें थीं। स्थानीय महिलाओं को उम्मीद थी कि उन्हें भी लाहौल स्पीति और पांगी की तरह 1500 रुपए की राशि मिलेगी। लेकिन मुख्यमंत्री ने न तो कोई नई घोषणा की और न ही किन्नौर के लिए कोई विशेष बजट दिया। नेगी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने विमल नेगी के गांव कटगांव न जाकर सीधे शोंगठोंग परियोजना स्थल का दौरा किया। केंद्र सरकार की 20 करोड़ की परियोजना उन्होंने कहा कि कल्पा में जिस खेल स्टेडियम का शिलान्यास किया गया, वह केंद्र सरकार की 20 करोड़ की परियोजना है। भाजपा नेता ने शिपकी ला बॉर्डर से मानसरोवर यात्रा और व्यापार की अनुमति का श्रेय भी केंद्र सरकार को दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के प्रयास से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री ने इसकी स्वीकृति दी थी। नेगी ने आपत्ति जताई कि इसका उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री की बजाय केंद्र सरकार को करना चाहिए था।   हिमाचल | दैनिक भास्कर