गोरखपुर के रामगढ़ताल में चल रहे लेक क्वीन क्रूज को बंद करने का फैसला क्रूज संचालक ने यूं ही नहीं लिया, बल्कि इसके पीछे एक बड़ी वजह निकलकर सामने आई है। क्रूज तो शुरू हो गया लेकिन क्रूज का संचालन करने वाली कंपनी गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) को इसका किराया नहीं चुका रही है। GDA के मुताबिक, क्रूज के लिए 89 लाख रुपए से अधिक किराया अभी बकाया है। GDA की ओर से 04 अक्टूबर 2024 को दूसरी नोटिस जारी कर 89 लाख से अधिक बकाया किराया जमा करने को कहा गया था। नोटिस में एक सप्ताह का समय दिया गया था, लेकिन अभी तक बकाया नहीं जमा किया गया है। इससे पहले भी GDA की ओर से संचालक को एक नोटिस जारी की गई थी। सिर्फ नोटिस जारी कर रहा GDA
ऐसे में बकाया किराया हर माह बढ़ता जा रहा है और GDA नोटिस जारी करने के अलावा कुछ नहीं कर पा रहा है। GDA जब भी किराया जमा कराने को नोटिस जारी करता है, तब क्रूज का संचालन ठप होने को लेकर चर्चा शुरू हो जाती है। पिछली नोटिस की तरह इस नोटिस के बाद भी माहौल बनाया जा रहा है, लेकिन GDA की मजबूरी ये है कि वह किराया वसूली के लिए नोटिस पर नोटिस करेगा। साथ ही फर्म की ओर से किराया कम करने के लिए दिए गए आवेदन पर भी GDA ने असमर्थता जताते हुए हाथ खड़े कर दिया है। GDA के अफसरों का कहना है कि ताल में पानी का स्तर भरपूर है। क्योंकि क्रूज का संचालन भी लगातार हो रहा है। बकाया किराया जमा करने से बचने के लिए संचालक की ओर से क्रूज को बंद करने का एक बार फिर शिगुफा छोड़ दिया जाता है। 4 अक्टूबर को किराए की नोटिस जारी होते ही यह मामला फिर चर्चा में आ गया। ताल में पानी भरपूर, कमाई भी कम नहीं
दरअसल, रामगढ़ ताल में पानी और जेटी पर पर्यटकों की संख्या में कमी को लेकर गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) ने जानकारी लेना शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक GDA को जानकारी मिली है फर्म की ओर से बैंक की भारी किस्त नियमित जमा की जा रही है, लेकिन GDA को मासिक किराया नहीं दिया जा रहा है। जबकि, क्रूज पर पर्यटक पहुंच रहे हैं। हर रात हो रही क्रूज पर पार्टी की बुकिंग
औसतन हर दिन रात 8 बजे की शिफ्ट में पार्टी बुकिंग भी हो रही है। GDA ने रामगढ़ताल के जल स्तर के बारे में भी जानकारी हासिल किया है। ताल के बीच में तीन मीटर और किनारों पर एक से लेकर दो मीटर तक जलस्तर बना हुआ है। सितंबर में हुई जोरदार बारिश के चलते रामगढ़ताल में पानी का स्तर इतना बढ़ गया था कि सभी गेट खोलने पड़े थे। ऐसे में इस समय ताल में पानी की कमी का सवाल ही नहीं उठता है। GDA के लिए बवाल-ए-जान बना इतिहास बनाना
रामगढ़ताल में क्रूज चलाने का इतिहास बनाना GDA के लिए बवाल-ए-जान बन गया है। ताल में क्रूज की शुरुआत कर GDA ने बड़ी उपलब्धि दर्ज कराया। लेकिन, अब क्रूज का संचालन कठिन सवाल बन गया है। क्रूज का संचालन कई महीने से हो रहा है, लेकिन GDA को किराए के तौर पर एक रुपए नहीं मिल रहे हैं। सर्वाधिक बोली लगाकर क्रूज चलाने का ठेका हासिल करने वाली फर्म ने एडवांस छोड़ कर एक माह का भी किराया नहीं जमा किया है। 3 लाख था बेस किराया, 7.41 लाख की लगी बोली
रामगढ़ ताल में क्रूज का किराये पर संचालन को लेकर GDA की ओर से GST रहित बेस फेयर 03 लाख रुपए प्रतिमाह रखा गया था। कई फर्मो ने टेंडर डाला था, लेकिन क्रूज का संचालन करने वाली फर्म ने 7.41 लाख प्रतिमाह की बोली लगाकर टेंडर पाने में कामयाब रही। क्रूज का संचालन शुरू करने के बाद से ही फर्म ने किराया जमा करने में कोई रुचि नहीं ली। समय के साथ बकाया राशि बढ़क कर अब 89 लाख रुपए से अधिक हो गई है। यह भी पढ़ें:- गोरखपुर में नहीं आ रहे पर्यटक, क्रूज चलाना मुश्किल: संचालक ने कहा- लाखों का नुकसान; रामगढ़ताल में पानी कम, नहीं मिल रही सुविधाएं गोरखपुर के रामगढ़ताल में 2 साल पहले शुरू हुआ लेक क्वीन क्रूज आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। शिप संचालक ने नुकसान का हवाला देते हुए इसके परिचालन को बंद करने की मांग की है। संचालक राजकुमार राय ने गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने पर्यटकों की कमी का जिक्र किया। 2 साल पहले ही सीएम योगी ने इस क्रूज का उद्घाटन किया था। ऐसे में अगर क्रूज का संचालन बंद होता है, तो इससे गोरखपुर में पर्यटन को बड़ा झटका लग सकता है। पूरी खबर पढ़ें… गोरखपुर के रामगढ़ताल में चल रहे लेक क्वीन क्रूज को बंद करने का फैसला क्रूज संचालक ने यूं ही नहीं लिया, बल्कि इसके पीछे एक बड़ी वजह निकलकर सामने आई है। क्रूज तो शुरू हो गया लेकिन क्रूज का संचालन करने वाली कंपनी गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) को इसका किराया नहीं चुका रही है। GDA के मुताबिक, क्रूज के लिए 89 लाख रुपए से अधिक किराया अभी बकाया है। GDA की ओर से 04 अक्टूबर 2024 को दूसरी नोटिस जारी कर 89 लाख से अधिक बकाया किराया जमा करने को कहा गया था। नोटिस में एक सप्ताह का समय दिया गया था, लेकिन अभी तक बकाया नहीं जमा किया गया है। इससे पहले भी GDA की ओर से संचालक को एक नोटिस जारी की गई थी। सिर्फ नोटिस जारी कर रहा GDA
ऐसे में बकाया किराया हर माह बढ़ता जा रहा है और GDA नोटिस जारी करने के अलावा कुछ नहीं कर पा रहा है। GDA जब भी किराया जमा कराने को नोटिस जारी करता है, तब क्रूज का संचालन ठप होने को लेकर चर्चा शुरू हो जाती है। पिछली नोटिस की तरह इस नोटिस के बाद भी माहौल बनाया जा रहा है, लेकिन GDA की मजबूरी ये है कि वह किराया वसूली के लिए नोटिस पर नोटिस करेगा। साथ ही फर्म की ओर से किराया कम करने के लिए दिए गए आवेदन पर भी GDA ने असमर्थता जताते हुए हाथ खड़े कर दिया है। GDA के अफसरों का कहना है कि ताल में पानी का स्तर भरपूर है। क्योंकि क्रूज का संचालन भी लगातार हो रहा है। बकाया किराया जमा करने से बचने के लिए संचालक की ओर से क्रूज को बंद करने का एक बार फिर शिगुफा छोड़ दिया जाता है। 4 अक्टूबर को किराए की नोटिस जारी होते ही यह मामला फिर चर्चा में आ गया। ताल में पानी भरपूर, कमाई भी कम नहीं
दरअसल, रामगढ़ ताल में पानी और जेटी पर पर्यटकों की संख्या में कमी को लेकर गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) ने जानकारी लेना शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक GDA को जानकारी मिली है फर्म की ओर से बैंक की भारी किस्त नियमित जमा की जा रही है, लेकिन GDA को मासिक किराया नहीं दिया जा रहा है। जबकि, क्रूज पर पर्यटक पहुंच रहे हैं। हर रात हो रही क्रूज पर पार्टी की बुकिंग
औसतन हर दिन रात 8 बजे की शिफ्ट में पार्टी बुकिंग भी हो रही है। GDA ने रामगढ़ताल के जल स्तर के बारे में भी जानकारी हासिल किया है। ताल के बीच में तीन मीटर और किनारों पर एक से लेकर दो मीटर तक जलस्तर बना हुआ है। सितंबर में हुई जोरदार बारिश के चलते रामगढ़ताल में पानी का स्तर इतना बढ़ गया था कि सभी गेट खोलने पड़े थे। ऐसे में इस समय ताल में पानी की कमी का सवाल ही नहीं उठता है। GDA के लिए बवाल-ए-जान बना इतिहास बनाना
रामगढ़ताल में क्रूज चलाने का इतिहास बनाना GDA के लिए बवाल-ए-जान बन गया है। ताल में क्रूज की शुरुआत कर GDA ने बड़ी उपलब्धि दर्ज कराया। लेकिन, अब क्रूज का संचालन कठिन सवाल बन गया है। क्रूज का संचालन कई महीने से हो रहा है, लेकिन GDA को किराए के तौर पर एक रुपए नहीं मिल रहे हैं। सर्वाधिक बोली लगाकर क्रूज चलाने का ठेका हासिल करने वाली फर्म ने एडवांस छोड़ कर एक माह का भी किराया नहीं जमा किया है। 3 लाख था बेस किराया, 7.41 लाख की लगी बोली
रामगढ़ ताल में क्रूज का किराये पर संचालन को लेकर GDA की ओर से GST रहित बेस फेयर 03 लाख रुपए प्रतिमाह रखा गया था। कई फर्मो ने टेंडर डाला था, लेकिन क्रूज का संचालन करने वाली फर्म ने 7.41 लाख प्रतिमाह की बोली लगाकर टेंडर पाने में कामयाब रही। क्रूज का संचालन शुरू करने के बाद से ही फर्म ने किराया जमा करने में कोई रुचि नहीं ली। समय के साथ बकाया राशि बढ़क कर अब 89 लाख रुपए से अधिक हो गई है। यह भी पढ़ें:- गोरखपुर में नहीं आ रहे पर्यटक, क्रूज चलाना मुश्किल: संचालक ने कहा- लाखों का नुकसान; रामगढ़ताल में पानी कम, नहीं मिल रही सुविधाएं गोरखपुर के रामगढ़ताल में 2 साल पहले शुरू हुआ लेक क्वीन क्रूज आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। शिप संचालक ने नुकसान का हवाला देते हुए इसके परिचालन को बंद करने की मांग की है। संचालक राजकुमार राय ने गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने पर्यटकों की कमी का जिक्र किया। 2 साल पहले ही सीएम योगी ने इस क्रूज का उद्घाटन किया था। ऐसे में अगर क्रूज का संचालन बंद होता है, तो इससे गोरखपुर में पर्यटन को बड़ा झटका लग सकता है। पूरी खबर पढ़ें… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर