हरियाणा के कुरुक्षेत्र के शाहाबाद के युवक की कनाडा में हार्ट अटैक से मौत हो गई। 22 साल का सूर्यदीप सिंह 29 अगस्त 2023 को स्टडी वीजा पर कनाडा गया था। परिवार ने एक-एक पैसा जोड़कर सूर्यदीप को पढ़ाई के लिए कनाडा भेजा था, जहां गत सप्ताह 23 मई को हार्ट अटैक आने से उसकी मौत हो गई। ड्राइविंग टेस्ट देने गया था सूर्यदीप केवल सिंह ने बताया कि उसके बेटे सूर्यदीप सिंह का कनाडा में ड्राइविंग टेस्ट था, लेकिन वहां उसकी अचानक तबीयत बिगड़ गई। उसके साथी इलाज के लिए उसे निकटवर्ती अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने सूर्यदीप सिंह को मृत घोषित किया। सूर्यदीप उसका सबसे छोटा बेटा था। उसके दोनों बड़े भाई कमलप्रीत सिंह और कर्वदीप सिंह गुजरात और नोएडा में प्राइवेट नौकरी करते हैं। सोमवार तक पहुंचेगा शव केवल सिंह ने बताया कि उन्होंने एक-एक पैसा जोड़ कर सूर्यदीप सिंह को बाहर पढ़ाई करने के लिए भेजा था। बेटे के मौत की सूचना से उसकी माता सुखविंदर कौर बेसुध है। शव को भारत वापस लाने की सारी कार्रवाई की जा चुकी है। उम्मीद है कि सोमवार तक शव भारत आ जाएगा। हरियाणा के कुरुक्षेत्र के शाहाबाद के युवक की कनाडा में हार्ट अटैक से मौत हो गई। 22 साल का सूर्यदीप सिंह 29 अगस्त 2023 को स्टडी वीजा पर कनाडा गया था। परिवार ने एक-एक पैसा जोड़कर सूर्यदीप को पढ़ाई के लिए कनाडा भेजा था, जहां गत सप्ताह 23 मई को हार्ट अटैक आने से उसकी मौत हो गई। ड्राइविंग टेस्ट देने गया था सूर्यदीप केवल सिंह ने बताया कि उसके बेटे सूर्यदीप सिंह का कनाडा में ड्राइविंग टेस्ट था, लेकिन वहां उसकी अचानक तबीयत बिगड़ गई। उसके साथी इलाज के लिए उसे निकटवर्ती अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने सूर्यदीप सिंह को मृत घोषित किया। सूर्यदीप उसका सबसे छोटा बेटा था। उसके दोनों बड़े भाई कमलप्रीत सिंह और कर्वदीप सिंह गुजरात और नोएडा में प्राइवेट नौकरी करते हैं। सोमवार तक पहुंचेगा शव केवल सिंह ने बताया कि उन्होंने एक-एक पैसा जोड़ कर सूर्यदीप सिंह को बाहर पढ़ाई करने के लिए भेजा था। बेटे के मौत की सूचना से उसकी माता सुखविंदर कौर बेसुध है। शव को भारत वापस लाने की सारी कार्रवाई की जा चुकी है। उम्मीद है कि सोमवार तक शव भारत आ जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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ऐलनाबाद में इनेलो का उम्मीदवार घोषित:कांग्रेस के16 दावेदारों ने टिकट के लिए किया आवेदन; बीजेपी से दो नेताओं के नाम
ऐलनाबाद में इनेलो का उम्मीदवार घोषित:कांग्रेस के16 दावेदारों ने टिकट के लिए किया आवेदन; बीजेपी से दो नेताओं के नाम हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद अब ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र में भी चुनावी सरगर्मियां पूरी तरह से तेज हो गई है। विभिन्न पार्टियों की टिकट के लिए अपनी अपनी दावेदारी पेश करने वाले नेताओं ने भी अपने समर्थकों के साथ संपर्क साधने तेज कर दिए हैं। अभी तक इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी की तरफ से मौजूदा विधायक अभय सिंह चौटाला ने ऐलनाबाद सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की है। हरियाणा की सभी विधानसभा सीटों पर इस बार अलग-अलग पार्टियों में अपनी दावेदारी पेश करने वाले उम्मीदवारों की संख्या ज्यादा होने के कारण जहां पार्टियों को अपने उम्मीदवार का चुनाव करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वही प्रत्येक विधानसभा सीट पर दावेदारी पेश करने वाले नेताओं को अपने विरोधी उम्मीदवार के साथ चुनाव लड़ने से पहले अपनी ही पार्टी के नेताओं पर जीत दर्ज करते हुए टिकट हासिल करनी भी एक बड़ी चुनौती है। ऐलनाबाद में कांग्रेस के 16 दावेदार ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां कांग्रेस पार्टी से 16 लोगों ने टिकट के लिए नामांकन किया है। लेकिन पूर्व विधायक भरत सिंह बैनीवाल, पवन बैनीवाल व हरियाणा महिला कांग्रेस की महासचिव संतोष बैनीवाल, युवा नेता संदीप बैनीवाल कुम्हारिया, हरपाल कासनियाँ, मनोज जांदू मुख्य दावेदारों में शामिल है। कांग्रेस के यह सभी नेता पिछले लोकसभा चुनाव में कुमारी सैलजा के चुनाव अभियान में विशेष भूमिका निभाते हुए सभी मैचों पर इकट्ठे नजर आए थे। लेकिन अब विधानसभा चुनाव में वह कांग्रेस हाईकमान के पास अपनी अलग-अलग दावेदारी पेश कर रहे हैं। नेताओं ने गांवों में जनसंपर्क अभियान किया शुरू पार्टी हाईकमान द्वारा टिकट किसको दी जाती है यह अभी कहना मुश्किल है। भरत सिंह बैनीवाल व संतोष बैनीवाल द्वारा गांवों में अपना जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है। इन्होंने अपने कार्यालय भी खोल दिए है। वहीं पवन बैनीवाल अभी तक विधानसभा क्षेत्र में ज्यादा सक्रिय नजर नहीं आए हैं। भाजपा की तरफ से इस बार मीनू बैनीवाल व अमीर चंद मेहता प्रमुख दावेदारों की लिस्ट में शामिल है। मीनू बैनीवाल पिछले लंबे समय से ऐलनाबाद क्षेत्र में सामाजिक गतिविधियों में अपनी भूमिका निभाते हुए नज़र आ रहे हैं। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता अमीर चंद मेहता की भी पार्टी हाईकमान पर पकड़ पूरी तरह से मजबूत है।
नारनौल में व्यक्ति ने की आत्महत्या:उधार के 30 लाख नहीं मिलने से था परेशान, आरोपी दे रहा था धमकी, जमीन बेचकर दिए थे
नारनौल में व्यक्ति ने की आत्महत्या:उधार के 30 लाख नहीं मिलने से था परेशान, आरोपी दे रहा था धमकी, जमीन बेचकर दिए थे हरियाणा के नारनौल में एक व्यक्ति ने उधार दिए हुए 30 लाख रुपए नहीं मिलने पर आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इस बारे में मृतक के पुत्र ने पुलिस में आरोपी व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दी है। शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी व्यक्ति के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। वहीं पुलिस ने मृतक का नागरिक अस्पताल से पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। मामले की जांच में जुटी पुलिस पुलिस को दी गई शिकायत में सदर थाना के अंतर्गत आने वाले हाजीपुर गांव निवासी पंकज कुमार ने बताया कि उसके पिता का गांव के ही देवेंद्र कुमार मास्टर के साथ रुपयों को लेकर लेनदेन था। शिकायत में बताया है कि उसके पिता ने 40 लाख रुपए में एक जमीन दी थी। इसके बाद यह रुपए देवेंद्र मास्टर ने ले लिए थे, यह बात गांव वालों को भी पता है। उधार लिए हुए 40 लाख रुपए में से देवेंद्र मास्टर ने 30 लाख रुपए नहीं दिए। उसके पिता ने बार-बार उससे पैसा मांगा तो वह जान से मारने की धमकी देने लगा। वह पैसे देने से भी मना करने लगा। इससे परेशान होकर उसके पिता ने आत्महत्या कर ली। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हरियाणा में एग्जिट पोल्स में BJP का क्लीन स्वीप नहीं:किसानों की नाराजगी, अग्निवीर जैसे मुद्दों से 3 सीटों का नुकसान; कांग्रेस को 3 सीटों पर बढ़त
हरियाणा में एग्जिट पोल्स में BJP का क्लीन स्वीप नहीं:किसानों की नाराजगी, अग्निवीर जैसे मुद्दों से 3 सीटों का नुकसान; कांग्रेस को 3 सीटों पर बढ़त हरियाणा के लोकसभा चुनाव में भाजपा को इस बार नुकसान होता दिख रहा है। 2019 में भाजपा ने राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटें जीती थी लेकिन इस बार क्लीन स्वीप होता नजर नहीं आ रहा।सभी एग्जिट पोल्स का पोल देखें तो भाजपा हरियाणा में 7 सीटें जीत सकती है। भाजपा को नुकसान की बड़ी वजह किसानों की नाराजगी मानी जा रही है। इसके अलावा अग्निवीर स्कीम को भी इसके पीछे वजह माना जा रहा है। वहीं राज्य में एंटी इनकंबेंसी और किसानों की नाराजगी से बड़ी जीत की आस लगाए बैठी कांग्रेस को इससे बड़ा झटका लगा है। एग्जिट पोल्स के पोल में कांग्रेस 3 सीटें जीत सकती है। एग्जिट पोल के मुताबिक रोहतक और सिरसा सीट कांग्रेस जीत सकती है। सोनीपत सीट पर कांटे का मुकाबला है लेकिन कांग्रेस के सतपाल ब्रह्मचारी ये सीट जीत सकते हैं। बता दें कि हरियाणा की कुल 10 लोकसभा सीटों के लिए छठे चरण में 25 मई को वोटिंग हो चुकी है। नतीजे 4 जून को आएंगे। शनिवार को सातवें और आखिरी चरण का मतदान संपन्न हो चुका है। इसके बाद एग्जिट पोल आ गए हैं। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए, हरियाणा में सभी 10 एक्जिट पोल में किसे कितनी सीटें.. 1. इंडिया न्यूज-डी डायनामिक्स के मुताबिक हरियाणा में 7 सीटें भाजपा और 3 सीटें कांग्रेस जीत सकती है। इसमें कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा को रोहतक से, कुमारी सैलजा को सिरसा और सतपाल ब्रह्मचारी को सोनीपत से बढ़त दिखाई गई है। बाकी सभी 7 सीटों पर भाजपा की जीत का अनुमान लगाया गया है। 2. वहीं टाइम्स नाउ-ईटीजी रिसर्च के एग्जिट पोल के मुताबिक हरियाणा में BJP को 7 सीटें मिल सकती हैं। वहीं कांग्रेस को 1 से 3 सीटें मिल सकती हैं। अनुमान के मुताबिक भाजपा का वोट शेयर 10% गिरकर 48% के आसपास रह सकता है। कांग्रेस का वोट शेयर बढ़कर 41% हो सकता है। अन्य के हिस्से में 11% वोट शेयर आ सकता है। 3. रिपब्लिक-मैट्रिज और पी मार्क के मुताबिक भाजपा को 8 और AAP-कांग्रेस के I.N.D.I.A. ब्लॉक को 2 सीटें मिल सकती हैं। 4. न्यूज 24- टुडेज चाणक्य के एग्जिट पोल में हरियाणा में भाजपा को 10 सीटों में से 6 सीटों पर बढ़त मिली है। वहीं कांग्रेस 4 सीटों पर जीत सकती है। 5. जनादेश 2024- न्यूज नेशन सर्वे में हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में भाजपा को 7 सीटों पर बढ़त मिली है। वहीं कांग्रेस को 3 सीटों पर आगे बताया गया है। 6. इंडिया टीवी सीएनएक्स के मुताबिक भाजपा 6 से 8 सीट और कांग्रेस को 2 से 4 सीटें जीत सकती है। 7. SAAM-जन की बात के एग्जिट पोल भाजपा को 7 से 8, AAP-कांग्रेस के I.N.D.I.A. गठबंधन को 2 से 3 सीटों पर आगे दिखाया गया है। 8. न्यूज नेशन के मुताबिक हरियाणा में भाजपा 7 और कांग्रेस 3 सीटें जीत सकती है। 9. इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के मुताबिक हरियाणा में भाजपा को 6 से 8 और कांग्रेस को 2 से 4 सीटें मिल सकती हैं। 10. ABP-C वोटर के मुताबिक हरियाणा में भाजपा 4 से 6 और कांग्रेस को भी 4 से 6 सीटें मिल सकती हैं। हरियाणा में बाइपोलर मुकाबला, 2019 से 5.54% कम वोटिंग हरियाणा में इस बार मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही रहा। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) ने राज्य में I.N.D.I.A. अलायंस के तहत मिलकर चुनाव लड़ा। कांग्रेस ने 9 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे जबकि कुरुक्षेत्र सीट AAP को दी। वहां से पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुशील गुप्ता उम्मीदवार रहे। इस बार आम चुनाव में बाकी राज्यों की तरह हरियाणा में भी 2019 के मुकाबले 5.54% कम वोटिंग हुई। 2019 में 70.34% मतदान हुआ था जबकि इस बार यह आंकड़ा 64.80% रहा। 2019 में भाजपा ने सभी 10 सीटें जीती, 2014 में 7 सीटें मिली थीं
भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 10 सीटें जीती थी। तब कांग्रेस का खाता तक नहीं खुला। इससे पहले 2014 में BJP ने 10 में से 7 सीटें जीती। इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) ने 2 और कांग्रेस ने रोहतक सीट पर जीत दर्ज की। वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का हरियाणा में खाता तक नहीं खुला था। तब कांग्रेस ने राज्य की 9 सीटों पर कब्जा जमाया वहीं एक सीट कुलदीप बिश्नोई की हरियाणा जनहित कांग्रेस (HJC) के खाते में गई थी। ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा की 6 लोकसभा सीटों पर भाजपा की टेंशन:2 पर हालत खराब, 4 में टफ फाइट हरियाणा में कांग्रेस को 2 सीटों पर हार का डर:इंटरनल रिपोर्ट में 8 सीटों पर जीत का भरोसा हरियाणा में 2019 के मुकाबले 5.34% कम वोटिंग, कुल 65% मतदान, सिरसा टॉप पर, फरीदाबाद में सबसे कम