कुरुक्षेत्र में CPLO ने सीएम आवास पर बर्तन बजाए:बोले- 2 एग्जाम क्रैक किए; सैलरी 6000; घरवाले तान मार रहे, इससे अच्छा तो मर जाओ

कुरुक्षेत्र में CPLO ने सीएम आवास पर बर्तन बजाए:बोले- 2 एग्जाम क्रैक किए; सैलरी 6000; घरवाले तान मार रहे, इससे अच्छा तो मर जाओ

हरियाणा के कुरुक्षेत्र में पंचायत विभाग के कंप्यूटर ऑपरेटरों (CPLO) ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने सेक्टर-3 में सीएम आवास का घेराव किया, जहां उनको पुलिस ने बेरिकेडिंग करके रोक दिया। इस पर ऑपरेटरों ने खाली बर्तन बजाकर अपनी मांगों के समर्थन में सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। 6 हजार में गुजारा कैसे करें ऑपरेटर्स का कहना है कि पूरी ईमानदारी से काम करते हैं। पंचायत विभाग में फ्री में लोगों का काम निपटाते हैं, फिर भी सरकार उन्हें मात्र 6 हजार रुपए महीना देती है। इतनी कम सैलरी में परिवार का गुजारा कैसे करें। कई साथी मानसिक तनाव में हैं। परिवार वाले ताना मारते हैं कि इससे अच्छा तो मर जाओ। 2 एग्जाम क्रैक कर आए वे 2-2 एग्जाम क्रैक करके आए हैं। नेगेटिव मार्किंग वाले कंप्यूटर साइंस लेवल के पेपर भी पास किए हैं, फिर भी उनकी काबिलियत का सम्मान नहीं हो रहा। सरकार ने 1 हजार रुपए लेकर भर्ती के फॉर्म भरे थे, लेकिन अब उनको 200 रुपए प्रतिदिन देकर निपटा रही है। उनकी सैलरी मजदूर से भी कम है। मांग है कि उन्हें ग्रुप-सी टेक्निकल पोस्ट का दर्जा और सैलरी बढ़ाकर सम्मानजनक वेतन दिया जाए। माइक भी नहीं चलाने दिया वे सुबह साढ़े 4 बजे से बिना खाना खाए प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस ने पार्क में रोक दिया। प्रशासन से पानी की मांग की गई थी, लेकिन खराब पानी वाली टंकी उपलब्ध कराई गई। उनको माइक पर बोलने की अनुमति तक नहीं दी गई। भरी गर्मी के बीच सड़क पर बैठे हैं। जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी वे डटे रहेंगे। हरियाणा के कुरुक्षेत्र में पंचायत विभाग के कंप्यूटर ऑपरेटरों (CPLO) ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने सेक्टर-3 में सीएम आवास का घेराव किया, जहां उनको पुलिस ने बेरिकेडिंग करके रोक दिया। इस पर ऑपरेटरों ने खाली बर्तन बजाकर अपनी मांगों के समर्थन में सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। 6 हजार में गुजारा कैसे करें ऑपरेटर्स का कहना है कि पूरी ईमानदारी से काम करते हैं। पंचायत विभाग में फ्री में लोगों का काम निपटाते हैं, फिर भी सरकार उन्हें मात्र 6 हजार रुपए महीना देती है। इतनी कम सैलरी में परिवार का गुजारा कैसे करें। कई साथी मानसिक तनाव में हैं। परिवार वाले ताना मारते हैं कि इससे अच्छा तो मर जाओ। 2 एग्जाम क्रैक कर आए वे 2-2 एग्जाम क्रैक करके आए हैं। नेगेटिव मार्किंग वाले कंप्यूटर साइंस लेवल के पेपर भी पास किए हैं, फिर भी उनकी काबिलियत का सम्मान नहीं हो रहा। सरकार ने 1 हजार रुपए लेकर भर्ती के फॉर्म भरे थे, लेकिन अब उनको 200 रुपए प्रतिदिन देकर निपटा रही है। उनकी सैलरी मजदूर से भी कम है। मांग है कि उन्हें ग्रुप-सी टेक्निकल पोस्ट का दर्जा और सैलरी बढ़ाकर सम्मानजनक वेतन दिया जाए। माइक भी नहीं चलाने दिया वे सुबह साढ़े 4 बजे से बिना खाना खाए प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस ने पार्क में रोक दिया। प्रशासन से पानी की मांग की गई थी, लेकिन खराब पानी वाली टंकी उपलब्ध कराई गई। उनको माइक पर बोलने की अनुमति तक नहीं दी गई। भरी गर्मी के बीच सड़क पर बैठे हैं। जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी वे डटे रहेंगे।   हरियाणा | दैनिक भास्कर