<p style=”text-align: justify;”><strong>Bihar Teacher Online Attendance Rule:</strong> बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता कैसे और बेहतर हो इसको लेकर पिछले डेढ़-दो साल से सख्ती की जा रही है. केके पाठक (KK Pathak) जब शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव थे तो उन्होंने कई नियमों को लागू किया था. अब शिक्षा विभाग के वर्तमान अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ (S Siddharth) केके पाठक से भी दो कदम आगे निकल चुके हैं. शिक्षकों को अब हर हाल में ऑनलाइन अटेंडेंस दर्ज करना होगा. बीते मंगलवार (27 अगस्त) को इस संबंध में शिक्षा विभाग (Education Department) से सख्त निर्देश जारी हुआ है. अब इसी शर्त पर एक अक्टूबर से शिक्षकों को वेतन मिलेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, ई शिक्षाकोष एप्लिकेशन पर ऑनलाइन अटेंडेंस नहीं बनाने वाले शिक्षकों के लिए चेतावनी जारी की गई है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने कहा है कि एक अक्टूबर से जिनका एप्लिकेशन पर ऑनलाइन अटेंडेंस नहीं बनेगा उनका वेतन रुकेगा. नए आदेश में यह भी कहा गया है कि एक सितंबर को सभी शिक्षक एप्लिकेशन को अपडेट कर लेंगे. अटेंडेंस को लेकर नए विकल्प जोड़े गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें शिक्षा विभाग ने 25 जून 2024 से ही ई शिक्षाकोष मोबाइल एप के माध्यम से हर दिन शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को उपस्थिति दर्ज कराने का निर्देश दिया था. इस निर्देश के बाद करीब 80 फीसद प्रधानाध्यापक और शिक्षक ही इस एप से ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शिक्षकों के लिए दिया गया नया विकल्प</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>नए विकल्प में शिक्षा विभाग ने इसी एप में स्कूल एडमिन का ऑप्शन दिया है. इससे जो शिक्षक खुद मोबाइल एप से हाजिरी नहीं बनाते हैं तो अब उन शिक्षकों की हाजिरी प्रधानाध्यापक भी इस पर दर्ज कर सकते हैं. साथ ही स्कूल छोड़ते समय भी शिक्षकों को एप पर बताना होगा. इतना ही नहीं अगर शिक्षकों को अवकाश भी लेना है तो मोबाइल एप में इसका विकल्प दिया गया है. प्रधानाध्यापक की स्वीकृति के साथ एप पर अवकाश का आवेदन डालना होगा. अगर कोई शिक्षक स्कूल के काम से बाहर है तो उसकी हाजिरी के लिए मोबाइल एप में अलग से विकल्प दिया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस एप से हाजिरी बनाने और स्कूल छोड़ने का समय अपलोड करने के बाद शिक्षा विभाग से किसी भी जांच दल को स्कूल में जाने की जरूरत नहीं होगी. क्योंकि एप के जरिए किसी प्रकार का शिक्षक धांधली नहीं कर सकते हैं. यह एप स्कूल से 500 मीटर के अंदर ही काम करेगा. सबसे बड़ी बात है कि एप लॉगिन करते ही सेल्फी मोड में हो जाता है. सबसे पहला ऑप्शन फोटो लेने का ही आता है. इसके बाद उपस्थिति दर्ज करनी है. जब फोटो लेंगे तो खुद डेट और टाइम सेट हो जाता है. इस तरह स्कूल छोड़ने के वक्त भी फोटो लेने का ऑप्शन आता है और स्कूल छोड़ने का भी समय उसमें फीड हो जाता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें- <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/mukesh-sahani-gives-big-statement-on-nepotism-said-i-dont-want-to-make-my-brother-or-nephew-mla-mp-2770522″>Bihar Politics: ‘मुझे भाई और भतीजा को विधायक-सांसद नहीं बनाना’, मुकेश सहनी ने किसे निशाने पर लिया?</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Bihar Teacher Online Attendance Rule:</strong> बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता कैसे और बेहतर हो इसको लेकर पिछले डेढ़-दो साल से सख्ती की जा रही है. केके पाठक (KK Pathak) जब शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव थे तो उन्होंने कई नियमों को लागू किया था. अब शिक्षा विभाग के वर्तमान अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ (S Siddharth) केके पाठक से भी दो कदम आगे निकल चुके हैं. शिक्षकों को अब हर हाल में ऑनलाइन अटेंडेंस दर्ज करना होगा. बीते मंगलवार (27 अगस्त) को इस संबंध में शिक्षा विभाग (Education Department) से सख्त निर्देश जारी हुआ है. अब इसी शर्त पर एक अक्टूबर से शिक्षकों को वेतन मिलेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, ई शिक्षाकोष एप्लिकेशन पर ऑनलाइन अटेंडेंस नहीं बनाने वाले शिक्षकों के लिए चेतावनी जारी की गई है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने कहा है कि एक अक्टूबर से जिनका एप्लिकेशन पर ऑनलाइन अटेंडेंस नहीं बनेगा उनका वेतन रुकेगा. नए आदेश में यह भी कहा गया है कि एक सितंबर को सभी शिक्षक एप्लिकेशन को अपडेट कर लेंगे. अटेंडेंस को लेकर नए विकल्प जोड़े गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें शिक्षा विभाग ने 25 जून 2024 से ही ई शिक्षाकोष मोबाइल एप के माध्यम से हर दिन शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को उपस्थिति दर्ज कराने का निर्देश दिया था. इस निर्देश के बाद करीब 80 फीसद प्रधानाध्यापक और शिक्षक ही इस एप से ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शिक्षकों के लिए दिया गया नया विकल्प</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>नए विकल्प में शिक्षा विभाग ने इसी एप में स्कूल एडमिन का ऑप्शन दिया है. इससे जो शिक्षक खुद मोबाइल एप से हाजिरी नहीं बनाते हैं तो अब उन शिक्षकों की हाजिरी प्रधानाध्यापक भी इस पर दर्ज कर सकते हैं. साथ ही स्कूल छोड़ते समय भी शिक्षकों को एप पर बताना होगा. इतना ही नहीं अगर शिक्षकों को अवकाश भी लेना है तो मोबाइल एप में इसका विकल्प दिया गया है. प्रधानाध्यापक की स्वीकृति के साथ एप पर अवकाश का आवेदन डालना होगा. अगर कोई शिक्षक स्कूल के काम से बाहर है तो उसकी हाजिरी के लिए मोबाइल एप में अलग से विकल्प दिया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस एप से हाजिरी बनाने और स्कूल छोड़ने का समय अपलोड करने के बाद शिक्षा विभाग से किसी भी जांच दल को स्कूल में जाने की जरूरत नहीं होगी. क्योंकि एप के जरिए किसी प्रकार का शिक्षक धांधली नहीं कर सकते हैं. यह एप स्कूल से 500 मीटर के अंदर ही काम करेगा. सबसे बड़ी बात है कि एप लॉगिन करते ही सेल्फी मोड में हो जाता है. सबसे पहला ऑप्शन फोटो लेने का ही आता है. इसके बाद उपस्थिति दर्ज करनी है. जब फोटो लेंगे तो खुद डेट और टाइम सेट हो जाता है. इस तरह स्कूल छोड़ने के वक्त भी फोटो लेने का ऑप्शन आता है और स्कूल छोड़ने का भी समय उसमें फीड हो जाता है. </p>
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