कैथल में किसान संगठनों ने अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर से संघर्ष तेज किया है। 5 मार्च को जिले के किसान संगठन लघु सचिवालय में एक दिन की सांकेतिक भूख हड़ताल करेंगे। यह हड़ताल अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के अनशन के 100 दिन पूरे होने पर की जाएगी। भारतीय किसान यूनियन धन्ना भगत के प्रधान होशियार सिंह गिल व नौजवान किसान यूनियन के प्रधान जसविंद्र ढुल ने बताया कि किसान सुबह नौ बजे से सचिवालय में इकट्ठे होने शुरू हो जाएंगे। सुबह 10 बजे से लेकर शाम को 5 बजे तक हड़ताल की जाएगी। हड़ताल के माध्यम से किसानों की मांगों को सरकार के सामने रखा जाएगा। ये हैं किसानों की मांगें – पूरे देश के किसानों के लिए सभी फसलों की एमएसपी पर खरीद की गारंटी का कानून बनाया जाए और डॉ. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार फसलों के भाव तय किए जाएं। – किसानों और मजदूरों की पूर्ण कर्ज मुक्ति की जाए। – भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 को पूरे देश में पुनः लागू किया जाए एवं भूमि अधिग्रहण से पहले किसानों की लिखित सहमति व मार्केट रेट से 4 गुणा मुआवजा देने के प्रावधान किया जाए। – लखीमपुर खीरी नरसंहार के दोषियों को सजा एवं पीड़ित किसानों को न्याय दिया जाए। – भारत विश्व व्यापार संगठन से बाहर आए एवं सभी मुक्त व्यापार समझौतों पर रोक लगाई जाए। – किसानों और खेत मजदूरों को पेंशन दी जाए। – दिल्ली कोर्ट के दौरान मृतक किसानों को मुआवजा व परिवार के 1 सदस्य को नौकरी दी जाए। – विद्युत संशोधन विधेयक 2020 को रद्द किया जाए। – मनरेगा के तहत प्रति वर्ष 200 दिन का रोजगार, 700 रुपए का मजदूरी भत्ता दिया जाए व मनरेगा को खेती के साथ जोड़ा जाए। – नकली बीज, कीटनाशक दवाइयां एवं खाद बनाने वाली कंपनियों पर सख्त दंड और जुर्माना लगाने के प्रावधान किया जाए व बीजों की गुणवत्ता में सुधार किए जाएं। – मिर्च, हल्दी व अन्य मसालों के लिए राष्ट्रीय आयोग का गठन किया जाए। – संविधान की 5 सूची को लागू किया जाए व जल, जंगल, जमीन पर आदिवासियों के अधिकार सुनिश्चित कर के कम्पनियों द्वारा आदिवासियों की जमीन की लूट बंद की जाए। कैथल में किसान संगठनों ने अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर से संघर्ष तेज किया है। 5 मार्च को जिले के किसान संगठन लघु सचिवालय में एक दिन की सांकेतिक भूख हड़ताल करेंगे। यह हड़ताल अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के अनशन के 100 दिन पूरे होने पर की जाएगी। भारतीय किसान यूनियन धन्ना भगत के प्रधान होशियार सिंह गिल व नौजवान किसान यूनियन के प्रधान जसविंद्र ढुल ने बताया कि किसान सुबह नौ बजे से सचिवालय में इकट्ठे होने शुरू हो जाएंगे। सुबह 10 बजे से लेकर शाम को 5 बजे तक हड़ताल की जाएगी। हड़ताल के माध्यम से किसानों की मांगों को सरकार के सामने रखा जाएगा। ये हैं किसानों की मांगें – पूरे देश के किसानों के लिए सभी फसलों की एमएसपी पर खरीद की गारंटी का कानून बनाया जाए और डॉ. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार फसलों के भाव तय किए जाएं। – किसानों और मजदूरों की पूर्ण कर्ज मुक्ति की जाए। – भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 को पूरे देश में पुनः लागू किया जाए एवं भूमि अधिग्रहण से पहले किसानों की लिखित सहमति व मार्केट रेट से 4 गुणा मुआवजा देने के प्रावधान किया जाए। – लखीमपुर खीरी नरसंहार के दोषियों को सजा एवं पीड़ित किसानों को न्याय दिया जाए। – भारत विश्व व्यापार संगठन से बाहर आए एवं सभी मुक्त व्यापार समझौतों पर रोक लगाई जाए। – किसानों और खेत मजदूरों को पेंशन दी जाए। – दिल्ली कोर्ट के दौरान मृतक किसानों को मुआवजा व परिवार के 1 सदस्य को नौकरी दी जाए। – विद्युत संशोधन विधेयक 2020 को रद्द किया जाए। – मनरेगा के तहत प्रति वर्ष 200 दिन का रोजगार, 700 रुपए का मजदूरी भत्ता दिया जाए व मनरेगा को खेती के साथ जोड़ा जाए। – नकली बीज, कीटनाशक दवाइयां एवं खाद बनाने वाली कंपनियों पर सख्त दंड और जुर्माना लगाने के प्रावधान किया जाए व बीजों की गुणवत्ता में सुधार किए जाएं। – मिर्च, हल्दी व अन्य मसालों के लिए राष्ट्रीय आयोग का गठन किया जाए। – संविधान की 5 सूची को लागू किया जाए व जल, जंगल, जमीन पर आदिवासियों के अधिकार सुनिश्चित कर के कम्पनियों द्वारा आदिवासियों की जमीन की लूट बंद की जाए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
