हरियाणा के कैथल में एक व्यक्ति से प्लाट की खरीद फरोख्त के नाम पर साढ़े 3 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने एक दंपती के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है। मामले में अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। कैथल सिटी थाना में दी गई शिकायत में जनकपुरी कालोनी निवासी दिलराज सिंह ने बताया कि पंचकूला निवासी पवन गुप्ता व मीनाक्षी गर्ग से उसकी जान पहचान थी। 5 मार्च 2024 को उसके पास मोहाली के ढकोली निवासी राकेश वालिया को लेकर अर्जुन नगर कैथल पर प्लाट दिखाने आये। वे कहने लगे कि हमारा प्लाट रकबा 944 वर्ग गज में है। यह प्लाट दिखाया। इसकी लोकेशन अर्जुन नगर कैथल में है और हम अपना प्लाट बेचना चाहते है। उन्होंने इसकी कीमत 20 लाख रुपए बताई। दिलराज ने बताया कि इसके बाद दंपती ने प्लाट का सौदा 11 मार्च को ही 14 लाख रुपए में कर लिया। इसके बाद साढ़े 3 लाख रुपए बयाना भी ले लिया। इसके बाद जब प्लाट रकबा की निशानदेही लेनी चाही तो उक्त प्लाट रकबा इनका नहीं था। प्लाट रकबा किसी और का था। जब उसने और राकेश वालिया ने पवन गुप्ता व मीनाक्षी गर्ग को इनके घर जा कर कहा कि उक्त प्लाट रकबा तुम्हारा नही है। उसके साथ धोखा किया है। इस बीच उनको पता चला है कि वे पहले भी कई लोगों के साथ ऐसा धोखा कर चुके हैं। उसे उनसे बयाना के तौर पर दिए गए रुपए वापस मांगे। पति-पत्नी ने रुपए वापस करने को कहा था। लेकिन बाद में दोनों ने उसको रुपए देने से मना कर दिया। सिटी थाना के जांच अधिकारी PSI सनेश ने बताया कि दिलराज की शिकायत पर पंचकूला निवासी पति-पत्नी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है। आगामी जांच जारी है। हरियाणा के कैथल में एक व्यक्ति से प्लाट की खरीद फरोख्त के नाम पर साढ़े 3 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने एक दंपती के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है। मामले में अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। कैथल सिटी थाना में दी गई शिकायत में जनकपुरी कालोनी निवासी दिलराज सिंह ने बताया कि पंचकूला निवासी पवन गुप्ता व मीनाक्षी गर्ग से उसकी जान पहचान थी। 5 मार्च 2024 को उसके पास मोहाली के ढकोली निवासी राकेश वालिया को लेकर अर्जुन नगर कैथल पर प्लाट दिखाने आये। वे कहने लगे कि हमारा प्लाट रकबा 944 वर्ग गज में है। यह प्लाट दिखाया। इसकी लोकेशन अर्जुन नगर कैथल में है और हम अपना प्लाट बेचना चाहते है। उन्होंने इसकी कीमत 20 लाख रुपए बताई। दिलराज ने बताया कि इसके बाद दंपती ने प्लाट का सौदा 11 मार्च को ही 14 लाख रुपए में कर लिया। इसके बाद साढ़े 3 लाख रुपए बयाना भी ले लिया। इसके बाद जब प्लाट रकबा की निशानदेही लेनी चाही तो उक्त प्लाट रकबा इनका नहीं था। प्लाट रकबा किसी और का था। जब उसने और राकेश वालिया ने पवन गुप्ता व मीनाक्षी गर्ग को इनके घर जा कर कहा कि उक्त प्लाट रकबा तुम्हारा नही है। उसके साथ धोखा किया है। इस बीच उनको पता चला है कि वे पहले भी कई लोगों के साथ ऐसा धोखा कर चुके हैं। उसे उनसे बयाना के तौर पर दिए गए रुपए वापस मांगे। पति-पत्नी ने रुपए वापस करने को कहा था। लेकिन बाद में दोनों ने उसको रुपए देने से मना कर दिया। सिटी थाना के जांच अधिकारी PSI सनेश ने बताया कि दिलराज की शिकायत पर पंचकूला निवासी पति-पत्नी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है। आगामी जांच जारी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे रामनिवास सुरजाखेड़ा:रोड शो निकालकर किया शक्ति प्रदर्शन; कार्यकर्ताओं की बुलाई मीटिंग, रेप केस से मिल चुकी क्लीनचिट हरियाणा में पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की पार्टी जजपा से इस्तीफा दे चुके विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा ने नामांकन से पहले रोड शो निकाल शक्ति प्रदर्शन किया। रेप केस में क्लीन चिट मिलने के बाद अब वह निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि बीजेपी में जॉइनिंग अटकने के बाद अब उन्होंने राय शुमारी के लिए कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाई है। जिसमें वह निर्दलीय चुनाव लड़ने पर फैसला लेंगे। सुरजाखेड़ा ने शक्ति प्रदर्शन के दौरान कहा कि मुझे जनता ने बहुत प्यार दिया है और आज मैंने अपना कार्यकर्ता सम्मेलन बुलाया है। सुरजाखेड़ा पर लगे आरोपों के बाद पुलिस द्वारा क्लीन चिट मिलने के बाद समर्थको के बीच काफी उत्साह में सुरजाखेड़ा दिखाई दिए। SIT ने रेप केस रद करने की सिफारिश की JJP के विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा को रेप केस में क्लीनचिट मिल गई है। मामले की जांच कर रही जींद पुलिस की SIT ने 9 दिन में जांच पूरी कर SP सुमित कुमार को रिपोर्ट सौंप दी है। SIT की तरफ से केस रद्द करने की सिफारिश की गई है। SP सुमित कुमार ने बताया कि SIT की जांच में आरोप आधारहीन नजर आ रहे हैं। पूरी जांच रिपोर्ट के आधार पर रामनिवास सुरजाखेड़ा को क्लीनचिट दी गई है। रामनिवास सुरजाखेड़ा ने हाल ही में जजपा पार्टी से इस्तीफा दिया था। उन्होंने 1 सितंबर को जींद में हुई जन आशीर्वाद रैली में भाजपा जॉइन करनी थी। BJP से टिकट के प्रबल दावेदार रेप केस से क्लीनचिट मिलने के बाद अब सुरजाखेड़ा की बीजेपी जॉइन का रास्ता साफ हो गया है। चर्चा है कि वह जल्द ही इसको लेकर बीजेपी के नेताओं से मीटिंग भी कर सकते हैं। हालांकि उससे पहले उन्होंने अपने क्षेत्र में रोड शो निकालकर अपना शक्ति प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा है कि उनके खिलाफ विपक्षी साजिश रच रहे हैं। अनर्गल आरोप लगाकर वह मेरी बीजेपी में जॉइनिंग रोकना चाहते हैं, लेकिन जल्द ही इस पूरे मामले से पर्दाफाश हो जाएगा। क्या है रेप का मामला पुलिस को दी शिकायत में युवती ने बताया कि वह चंडीगढ़ में कॉल सेंटर पर जॉब करती थी। साल 2021 में उसके जीजा की फोन पर बात हुई। जिस पर उसने कहा कि नरवाना विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा उनके दोस्त हैं और आपको सरकारी जॉब पर लगवा देंगे। इसके बाद चंडीगढ़ में MLA हॉस्टल में विधायक सुरजाखेड़ा से उसे मिलवाया गया। जहां विधायक ने उसका बायोडाटा ले लिया। यहां विधायक ने कहा कि आपको बाद में बुलाया जाएगा। कुछ दिनों के बाद उसे नरवाना बुलाया। विधायक होने की वजह से पहले चुप रही, लेकिन बाद में पुलिस को शिकायत कर दी। पुलिस ने 28 अगस्त (बुधवार) को दोनों पक्षों को जींद में बुलाकर बयान दर्ज किए।
करनाल में अर्धनग्न अवस्था में मिला युवक का शव:शव पर मिले चोट के निशान, परिजनों ने दोस्तों पर लगाया हत्या का आरोप
करनाल में अर्धनग्न अवस्था में मिला युवक का शव:शव पर मिले चोट के निशान, परिजनों ने दोस्तों पर लगाया हत्या का आरोप हरियाणा के करनाल के मोहरी जागीर गांव में एक युवक का शव अर्धनग्न हालत में मिला है। शव निगदू रोड के पास धान के खेतों में मिला, जिसके बाद गांव में सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान सुनील कुमार के रूप में हुई है, जो दिहाड़ी मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। घटना के बाद से परिवार में मातम का माहौल है और परिजनों ने गांव के ही उसके दोस्तों पर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। शव की हालत और हत्या की आशंका पत्नी पूजा का आरोप है कि सुनील की बेरहमी से हत्या की गई है। शव की हालत देखकर लग रहा है कि उसे अनगिनत डंडों से पीटा गया और धारदार हथियार का भी इस्तेमाल किया गया। मृतक की पत्नी ने बताया कि सुनील शाम 6 बजे घर से निकलकर अपने दोस्त के साथ गया था। वह अपना फोन भी घर पर ही छोड़ गया था और जाते समय उसने सिर्फ इतना कहा था कि दाल-चावल बना लो, मैं आकर खा लूंगा। लेकिन वह वापस नहीं लौटा। परिवार के आरोप और पुलिस कार्रवाई सुनील के भाई राम निवास का आरोप है कि उसके भाई की हत्या कुछ लोगों ने की है, जिनसे उसकी पहले दोस्ती थी, लेकिन बाद में किसी बात पर उनका विवाद हो गया। पुलिस ने मामले में एक युवक को हिरासत में भी लिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। तीन बच्चों के सिर से उठा पिता का साया मृतक सुनील कुमार के परिवार में उनकी पत्नी और तीन बच्चे हैं। दो बेटियां और एक बेटा, जिसमें से बेटा बीमार रहता है। सुनील दिहाड़ी मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था। अब उसकी मौत के बाद परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग कर रहा है। पुलिस जांच में जुटी निगदू थाना के SHO रमेश कुमार ने बताया कि प्राथमिक दृष्टि से मामला हत्या का प्रतीत हो रहा है। परिजनों के बयान के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा और दोषियों को कानून के दायरे में लाया जाएगा।
हरियाणा के गांव में 35 युवाओं को एकसाथ सरकारी नौकरी:पटवारी, क्लर्क, कॉन्स्टेबल कहकर पुकार रहे लोग; युवक बोला-हारकर प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने लगा था
हरियाणा के गांव में 35 युवाओं को एकसाथ सरकारी नौकरी:पटवारी, क्लर्क, कॉन्स्टेबल कहकर पुकार रहे लोग; युवक बोला-हारकर प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने लगा था हरियाणा के हिसार मुख्यालय से 56 किलोमीटर दूर पाबड़ा गांव। यह गांव इसलिए चर्चा में है, क्योंकि हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) की तरफ से जारी ग्रुप C-D रिजल्ट में यहां के 35 बच्चों की सरकारी नौकरी लगी है। भाजपा सरकार प्रचार कर रही है कि सभी बच्चे बिना (पर्ची-खर्ची) सिफारिश के नौकरी लगे हैं। पाबड़ा गांव करीब 400 साल पुराना है। सरपंच दर्शन सिंह का कहना है कि यहां कि आबादी करीब 12 हजार है। वोट 8,200 के करीब हैं। इस गांव के एक हजार लोग सरकारी नौकरी पर हैं। जिन भी युवाओं का सिलेक्शन हुआ है, गांव में लोग उनके पद का नाम लेकर ही पुकार रहे हैं। कोई इन्हें पटवारी कहता है, कोई क्लर्क या कॉन्स्टेबल। दैनिक भास्कर की टीम ग्राउंड जीरो पर उतरी और जानने का प्रयास किया कि क्या सही में एक ही गांव के 35 बच्चों का सिलेक्शन हुआ है। बरवाला होते हुए भास्कर की टीम पाबड़ा गांव पहुंची। गांव के बस अड्डे के सामने पंच ग्रामी (पाबड़ा, फरीदपुर, खैरी, किनाला, कंडूल) चौपाल की तरफ रास्ता जाता है। यहां बैठे बुजुर्ग गांव में बिना पर्ची खर्ची की नौकरी की बात करते मिले। बुजुर्गों ने बताया कि गांव के इतने बच्चे एक साथ कभी नौकरी नहीं लगे। सरकार अच्छा काम कर रही है। ऐसे ही काम किया तो चौथी बार सरकार आएगी। दुकानदार अशोक कुमार बताते हैं, ’35 बच्चों के सरकारी नौकरी लगने के बाद पूरे गांव में खुशी का माहौल है। इन अधिकतर बच्चों के माता-पिता गरीब हैं। कोई रेहड़ी लगाता है तो कोई दिहाड़ी मजदूरी करता है।’ अब सरकारी नौकरी लगने वाले युवाओं की कहानी जानिए… पिता को पैरालिसिस, बेटा कॉन्स्टेबल लगा
गांव में ही बीचोंबीच राजेंद्र शर्मा का मकान है। राजेंद्र शर्मा के पास डेढ़ एकड़ जमीन है। इसी से परिवार का गुजारा चलता था। इनका बड़ा बेटा ललित कुमार कई सालों से सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था। ललित का कहीं सिलेक्शन नहीं हुआ। आखिर में ललित प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने लग गया। इसके बाद घरवालों ने उसकी शादी कर दी। ललित का एक छोटा भाई भी है। पिता को इसी बीच पैरालिसिस हो गया। सारी जिम्मेदारी ललित पर आ गई। ललित ने प्राइवेट जॉब के साथ-साथ सरकारी नौकरी की तैयारी की। उसने ग्रुप-C का एग्जाम दिया और 28 साल की उम्र में हरियाणा पुलिस में कॉन्स्टेबल के लिए सिलेक्ट हो गया। ललित के पिता राजेंद्र शर्मा ने बताया कि 2 साल पहले मुझे पैरालिसिस हुआ। इसका इलाज महंगा था। ललित ने संभाला और खुद की पढ़ाई भी जारी रखी। नौकरी के लिए एक पैसा नहीं लगा और न ही किसी की सिफारिश करवानी पड़ी। वह अपनी मेहनत पर नौकरी लगा है। मां राजपति का कहना है कि हम बहुत खुश हैं कि बेटा नौकरी लग गया। अब हमें और क्या चाहिए। कोई 5 साल से तैयारी कर रहा था तो कोई 3 साल से प्रदीप कुमार का सिलेक्शन ग्राम सचिव के लिए हुआ है। उसका कहना है कि घर में भाई-बहन और माता-पिता हैं। पिता गांव में ही मजदूरी करते हैं। मैं पिछले 6 साल से सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था। इससे पहले भी पेपर क्लियर किया, लेकिन फिजिकल में रह गया। दोबारा भर्ती निकली तो एग्जाम दिया। अब उसका बिना पर्ची और बिना खर्ची के सिलेक्शन हुआ है। इसके लिए हम मुख्यमंत्री नायब सैनी का धन्यवाद करते हैं। अभिषेक बोले- हर बार फाइनल में रह जाता था
अभिषेक कहते हैं कि मेरा हरियाणा पुलिस में कॉन्स्टेबल के लिए सिलेक्शन हुआ है। मैं साल 2018 से सरकारी नौकरी के लिए तैयारी कर रहा था। मेरे पहले भी 2 से 3 टेस्ट क्लियर हो चुके हैं। हर बार मैं फाइनल में रह जाता था। घर में पिता रमेश और मां कविता हैं। पिता मजदूरी करते हैं। हम 3 भाई-बहन हैं। एक हरियाणा पुलिस में कमांडो और एक एयरफोर्स में है। मैं इनमें सबसे बड़ा था। बेरोजगार होने की वजह से मुझे बहुत शर्म आती थी, लेकिन अब मेरा चयन हो गया। कैबिनेट मंत्री गंगवा बोले- रेहड़ी वाले का बेटा लगा, उसने मुझे मिठाई खिलाई
बरवाला से भाजपा विधायक और कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा ने कहा कि आज जब मैं चुनाव जीतने के बाद बरवाला आया तो एक आदमी मेरी तरफ मिठाई का डिब्बा लेकर आया और उसने मुझे कहा कि साहब मैं यहां रेहड़ी लगाता हूं। मुझे बहुत खुशी हुई कि गरीब का भला हुआ। मेरे बेटे की सरकारी नौकरी लगी है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पदभार ग्रहण करने से पहले अपने वादे को पूरा करते हुए 25 हजार युवाओं को नौकरी दी है। युवाओं का सपना साकार हुआ है, बिना खर्ची-पर्ची के योग्य पात्रों को नौकरी मिली है। जिसकी हर तरफ प्रशंसा हो रही है। पूर्व पार्षद प्रतिनिधि बोले- योग्यता के आधार पर चयन हुआ पूर्व जिला पार्षद प्रतिनिधि कीर्तिरत्न शर्मा ने बताया कि भाजपा में बिना पर्ची खर्ची की शुरुआत मनोहर लाल खट्टर ने की और नायब सैनी ने उसको आगे बढ़ाया। मेरा लोगों के घर और लोगों का मेरे यहां आना जाना लगा रहता है। गांव में बड़ी खुशी की लहर है। मेरे पास 70 से 80 लोगों के फोन आए। यह सब योग्यता के आधार पर नौकरी लगे हैं। सरकार ने बड़ी ईमानदारी से युवाओं का चयन किया है। इसके लिए मैं सरकार का धन्यवाद करता हूं। राजली में मजदूर के 3 बच्चे नौकरी लगे हिसार जिले के ही राजली गांव की बात करें तो यहां 16 बच्चों की सरकारी नौकरी लगी है। रमेश के 3 बच्चों की सरकारी नौकरी लगी है। बेटे संजय और बेटी किरण का कॉन्स्टेबल और दूसरी बेटी पूनम का क्लर्क के लिए चयन हुआ है। रमेश के 5 बच्चे हैं। वह मजदूरी करके घर चला रहा था। रमेश कुमार ने कहा कि बच्चों को कामयाब करने के लिए दिन रात मेहनत की। कभी ऐसा भी समय आया कि घर में 2 वक्त की रोटी का जुगाड़ भी नहीं था। बच्चों को जैसे-तैसे गांव में पढ़ाया। मेरी पत्नी ने साथ दिया और भगवान की दया से बच्चे भी लायक निकले। मैं नायब सैनी सरकार का धन्यवाद करता हूं मेरे पास शब्द नहीं हैं। नौकरी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा का गांव,जिसके 55 युवा एक साथ सरकारी नौकरी लगे:सैनी की शपथ के बाद आया रिजल्ट; सरपंच प्रतिनिधि बोले- 350 बच्चे गवर्नमेंट जॉब लग चुके हरियाणा में कैथल जिले के डीग गांव के एक साथ 55 युवाओं की सरकारी नौकरी लगी है। एक दिन पहले नायब सिंह सैनी के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) ने ग्रुप C-D का रिजल्ट जारी किया था। एक साथ 55 युवाओं का सिलेक्शन होने पर HSSC के चेयरमैन हिम्मत सिंह ने शुक्रवार को डीग गांव के सरपंच प्रतिनिधि रोहताश नैन से फोन पर बात की। पूरी खबर पढ़ें…