कैथल की डीसी प्रीति ने पांच अधिकारियों को शोकॉज नोटिस जारी किया है। सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में गैरहाजिर रहने पर सीईओ जिला परिषद, डीडीपीओ व डीएफओ को कारण बताओ नोटिस किया जारी है। वहीं तहसीलदार व नायब तहसीलदार को कार्यालय में गैरहाजिर मिलने पर दोनों को नोटिस जारी किया है। अतिक्रमण एक गंभीर समस्या लघु सचिवालय में हुई बैठक में उन्होंने सभी नगर पालिकाओं को जल्द अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। डीसी प्रीति ने कहा कि सड़क सुरक्षा के मद्देनजर शहरों में अतिक्रमण एक गंभीर समस्या है, जिससे निपटने के लिए तत्काल और प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता है। नगर परिषद, नगर पालिकाओं में अधिकारी इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाएं। इस अभियान में संबंधित थाना पुलिस का सहयोग लें। सभी एसडीएम भी इस अभियान को मॉनिटर करें। आज से ही अतिक्रमण के लिए नोटिस जारी करने शुरू किए जाएं। निर्धारित अवधि के बाद पक्के अतिक्रमण भी हटाया जाएं। बसों को किया जाए इंपाउंड डीसी प्रीति ने कहा कि सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों के बाहर सड़क सुरक्षा से संबंधित सभी मानक पूरे होने चाहिए। सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के तहत जिन बसों को चेक किया गया था, उन सभी बसों में पुलिस, आरटीए तथा शिक्षा विभाग मानकों को पूरा करवाएं। जो बस इनका पालन नहीं करता उन्हें इंपाउंड किया जाए। वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सेक्टर 18 की सड़क से जो पेड़ तो हटाए गए हैं, उनकी जड़ें भी जल्द हटवाएं। तहसील का किया निरीक्षण इसके अलावा डीसी ने तहसील कार्यालय का औचक निरीक्षण किया और तहसीलदार व नायब तहसीलदार अनुपस्थित मिलने पर दोनों को नोटिस जारी किया है। डीसी प्रीति ने वीरवार सुबह सवा 9 बजे लघु सचिवालय स्थित तहसील कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान तहसीलदार व नायब तहसीलदार कार्यालय में गैरहाजिर मिले, जिस पर डीसी ने दोनों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। उन्होंने सबसे पहले तहसीलदार कार्यालय में देखा तो कार्यालय खाली था। इसके बाद डीसी ने नायब तहसीलदार कार्यालय का निरीक्षण किया। उनका कक्ष भी खाली था। इसके अलावा उन्होंने तहसील में रजिस्ट्री प्रक्रिया, सीसीटीवी कैमरों तथा साफ सफाई आदि का भी निरीक्षण किया। डीसी ने दोनों अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा। साथ ही निर्देश देते हुए कहा कि सभी अधिकारी व कर्मचारी समय पर कार्यालय में आएं। कैथल की डीसी प्रीति ने पांच अधिकारियों को शोकॉज नोटिस जारी किया है। सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में गैरहाजिर रहने पर सीईओ जिला परिषद, डीडीपीओ व डीएफओ को कारण बताओ नोटिस किया जारी है। वहीं तहसीलदार व नायब तहसीलदार को कार्यालय में गैरहाजिर मिलने पर दोनों को नोटिस जारी किया है। अतिक्रमण एक गंभीर समस्या लघु सचिवालय में हुई बैठक में उन्होंने सभी नगर पालिकाओं को जल्द अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। डीसी प्रीति ने कहा कि सड़क सुरक्षा के मद्देनजर शहरों में अतिक्रमण एक गंभीर समस्या है, जिससे निपटने के लिए तत्काल और प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता है। नगर परिषद, नगर पालिकाओं में अधिकारी इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाएं। इस अभियान में संबंधित थाना पुलिस का सहयोग लें। सभी एसडीएम भी इस अभियान को मॉनिटर करें। आज से ही अतिक्रमण के लिए नोटिस जारी करने शुरू किए जाएं। निर्धारित अवधि के बाद पक्के अतिक्रमण भी हटाया जाएं। बसों को किया जाए इंपाउंड डीसी प्रीति ने कहा कि सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों के बाहर सड़क सुरक्षा से संबंधित सभी मानक पूरे होने चाहिए। सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के तहत जिन बसों को चेक किया गया था, उन सभी बसों में पुलिस, आरटीए तथा शिक्षा विभाग मानकों को पूरा करवाएं। जो बस इनका पालन नहीं करता उन्हें इंपाउंड किया जाए। वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सेक्टर 18 की सड़क से जो पेड़ तो हटाए गए हैं, उनकी जड़ें भी जल्द हटवाएं। तहसील का किया निरीक्षण इसके अलावा डीसी ने तहसील कार्यालय का औचक निरीक्षण किया और तहसीलदार व नायब तहसीलदार अनुपस्थित मिलने पर दोनों को नोटिस जारी किया है। डीसी प्रीति ने वीरवार सुबह सवा 9 बजे लघु सचिवालय स्थित तहसील कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान तहसीलदार व नायब तहसीलदार कार्यालय में गैरहाजिर मिले, जिस पर डीसी ने दोनों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। उन्होंने सबसे पहले तहसीलदार कार्यालय में देखा तो कार्यालय खाली था। इसके बाद डीसी ने नायब तहसीलदार कार्यालय का निरीक्षण किया। उनका कक्ष भी खाली था। इसके अलावा उन्होंने तहसील में रजिस्ट्री प्रक्रिया, सीसीटीवी कैमरों तथा साफ सफाई आदि का भी निरीक्षण किया। डीसी ने दोनों अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा। साथ ही निर्देश देते हुए कहा कि सभी अधिकारी व कर्मचारी समय पर कार्यालय में आएं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
